'गिरगिट की तरह रंग बदलना' एक मशहूर मुहावरा है. इसका मतलब है कि एक बात पर स्थिर न रहना यानी जिस तरह से गिरगिट अपने रंग बदलता है, उसी तरह इंसान अपनी फितरत बदलता रहता है. इंसानों के इसी गुण पर आधारित है, एकता कपूर की नई वेब सीरीज 'गिरगिट' (Girgit Web Series Season 1). टीवी क्वीन एकता कपूर दो तरह के सिनेमा को बनाने के लिए जानी जाती हैं. वो या तो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' जैसी बिल्कुल पारिवारिक सीरियल्स बनाती हैं, या फिर 'गंदी बात' जैसी बेहद बोल्ड वेब सीरीज, जिसे एरॉटिक सिनेमा की कैटेगरी में भी रखा जा सकता है. उनकी वेब सीरीज में कुछ चीजों बहुत कॉमन होती हैं जैसे कि सेक्स, गालियां, क्राइम, ड्रग्स, शराब, लेस्बियन रिलेशन आदि. ऐसा ही कुछ उनकी नई वेब सीरीज 'गिरगिट' में भी देखने को मिलता है.
वेब सीरीज 'गिरगिट' की कहानी एक अमीरजादे रणबीर खेतान (नकुल रोशन सहदेव) के आसपास घूमती है. उसकी पत्नी जान्हवी (तानिया कालरा), इंस्पेक्टर राठौड़ (समर वर्मानी), शामोली और माही (तृप्ति खामकर) ये सभी किरदार रणबीर खेतान ईर्द-गिर्द ही बुने गए हैं. एक तरफ रणबीर अपनी पत्नी से प्यार करता है, लेकिन दूसरी तरफ वह उसकी मौत की कामना भी करता है. क्योंकि वह उसके दबंग स्वभाव और नशे की आदतों से तंग आ चुका है. इसके साथ ही मुंबई की दो महिला बदमाश माही और शामोली की कहानी भी समानांतर चलती रहती है. दोनों एक-दूसरे के साथ लेस्बियन रिलेशनशिप में हैं. रणबीर और माही-शमोली की कहानी शुरूआती एपिसोड में अलग-अलग चलती है, लेकिन बाद में जाकर एक दूसरे से मिल जाती है. इसके बाद वेब सीरीज में कई दिलचस्प ट्विस्ट देखने को मिलते हैं.
Girgit Web Series की कहानी
रंग बदलती दुनिया में...
'गिरगिट की तरह रंग बदलना' एक मशहूर मुहावरा है. इसका मतलब है कि एक बात पर स्थिर न रहना यानी जिस तरह से गिरगिट अपने रंग बदलता है, उसी तरह इंसान अपनी फितरत बदलता रहता है. इंसानों के इसी गुण पर आधारित है, एकता कपूर की नई वेब सीरीज 'गिरगिट' (Girgit Web Series Season 1). टीवी क्वीन एकता कपूर दो तरह के सिनेमा को बनाने के लिए जानी जाती हैं. वो या तो 'क्योंकि सास भी कभी बहू थी' जैसी बिल्कुल पारिवारिक सीरियल्स बनाती हैं, या फिर 'गंदी बात' जैसी बेहद बोल्ड वेब सीरीज, जिसे एरॉटिक सिनेमा की कैटेगरी में भी रखा जा सकता है. उनकी वेब सीरीज में कुछ चीजों बहुत कॉमन होती हैं जैसे कि सेक्स, गालियां, क्राइम, ड्रग्स, शराब, लेस्बियन रिलेशन आदि. ऐसा ही कुछ उनकी नई वेब सीरीज 'गिरगिट' में भी देखने को मिलता है.
वेब सीरीज 'गिरगिट' की कहानी एक अमीरजादे रणबीर खेतान (नकुल रोशन सहदेव) के आसपास घूमती है. उसकी पत्नी जान्हवी (तानिया कालरा), इंस्पेक्टर राठौड़ (समर वर्मानी), शामोली और माही (तृप्ति खामकर) ये सभी किरदार रणबीर खेतान ईर्द-गिर्द ही बुने गए हैं. एक तरफ रणबीर अपनी पत्नी से प्यार करता है, लेकिन दूसरी तरफ वह उसकी मौत की कामना भी करता है. क्योंकि वह उसके दबंग स्वभाव और नशे की आदतों से तंग आ चुका है. इसके साथ ही मुंबई की दो महिला बदमाश माही और शामोली की कहानी भी समानांतर चलती रहती है. दोनों एक-दूसरे के साथ लेस्बियन रिलेशनशिप में हैं. रणबीर और माही-शमोली की कहानी शुरूआती एपिसोड में अलग-अलग चलती है, लेकिन बाद में जाकर एक दूसरे से मिल जाती है. इसके बाद वेब सीरीज में कई दिलचस्प ट्विस्ट देखने को मिलते हैं.
Girgit Web Series की कहानी
रंग बदलती दुनिया में इंसान कैसे रंग बदलता जाता है. उसी तरह मुखौटेदार लोग समाज में रह रहे हैं. उनका चेहरा वक्त के साथ बदलता हुआ दिखाई देता है. ईर्ष्या और लालच से वशीभूत कुछ लोग बहुत आसानी से रिश्तों का कत्ल कर जाते हैं. उनके लिए रिश्ते की जगह पैसा अहमियत रखता है. ये सारी बातें आपको वेब सीरीज गिरगिट में दिखेंगी, जिसको आज की मॉडर्न सोसायटी में होता दिखाया गया है. इसकी कहानी शुरू होती है हिमाचल प्रदेश के हिल स्टेशन मनाली में रहने वाले रणबीर खेतान (नकुल रोशन सहदेव) की पत्नी जान्हवी (तानिया कालरा) के गायब होने से, जो सात महीने से रहस्यमयी तरीके से लापता है.
किसी को नहीं पता कि जान्हवी आखिर है कहां पर? अपनी पत्नी को खोजने की बजाए रणबीर एक दूसरी लड़की अवंतिका के साथ अपनी जीवन जीने लगता है. रणबीर खेतान की हरकतों की वजह से इंस्पेक्टर राठौड़ (समर वर्मानी) को उस पर शक होता है. वो जान्हवी को खोजने के लिए एड़ी-चोटी का जोर लगा देता है. आखिरकार वो उसकी डेड बॉडी खोज ही निकालता है. लेकिन उसकी हत्या किसने की, किसने उसे कब्रिस्तान में लाकर दफन किया, उसकी हत्या में उसके पति रणबीर की क्या भूमिका है, वही हत्यारा है या किसी ने इस अपराध को अंजाम दिया है? इन सभी सवालों के जवाब वेब सीरीज को देखने के बाद मिल जाएगा.
Girgit Web Series की समीक्षा
संतोष शेट्टी द्वारा निर्देशित वेब सीरीज 'गिरगिट' की कहानी मुकुल श्रीवास्तव ने लिखी है. सात एपिसोड की इस वेब सीरीज के कथानक में कई रोचक ट्विस्ट और टर्न हैं, जो दिलचस्पी बनाए रखने में मदद करते हैं. इस तथ्य के बावजूद कि यह एक क्राइम थ्रिलर है, कहानी में उतनी जटिलता नजर नहीं आती है, इसके लिए इसके बेहतरीन संवाद भी काफी हद जिम्मेदार हैं, जिसे सुमृत शाही ने लिखा है. इसके बावजूद एक साथ कई कहानियों का समावेश दर्शकों को थोड़ी उलझन में डाल सकता है. जैसे कि एक समय में तीन से चार कहानियां समानांतर चलती रहती है. एक प्लाट में कई सब-प्लाट हैं. जिसे देखने के बाद कंफ्यूजन होती है. किस कहानी के तार को किससे जोड़ा जाए, ये कई बार समझ में नहीं आता. हालांकि, आखिर में दो कहानियां आपस में आकर जुड़ती है, तब जाकर पिक्चर क्लियर होती है.
इसका सबसे मजबूत पक्ष इसकी सिनेमैटोग्राफी है, जिसे दिल्ली से पढ़ी-लिखी और इंडस्ट्री की मशहूर महिला सिनेमैटोग्राफर शैली शर्मा ने किया है. उन्होंने शिमला और मनाली की प्राकृतिक सुंदरता को बेहतरीन तरीके से अपने कैमरे में कैद किया है, जिसे देखकर दर्शक तरोताजा हो जाएंगे. भरत-सौरभ का बैकग्राउंड स्कोर अच्छा है, जो कहानी के साथ मैच करता है. जहां तक कलाकारों के परफॉर्मेंस की बात है, तो नकुल रोशन सहदेव और तानिया कालरा ने रणबीर और जान्हवी के किरदार में अच्छा काम किया है. अवंतिका के किरदार अश्मिता जग्गी का काम भी सराहनीय है. वो कहानी के हिसाब से अपने किरदार में बिल्कुल ढ़ल जाती हैं. तृप्ति खामकर तो एक सरप्राइज की तरह इस वेब सीरीज में है. उनका व्यक्तित्व एक ही समय में निर्दोष और कमजोर दोनों है. शामोली के लिए उनका बिना शर्त प्यार हमेशा एक ऐसे व्यक्तित्व को सामने लाता है जिसे कोई भी प्यार कर सकता है. इंस्पेक्टर राठौड़ के किरदार में समर वर्मानी को थोड़ी मेहनत करनी चाहिए थी.
Girgit Web Series देखनी चाहिए?
कुल मिलाकर, वेब सीरीज 'गिरगिट' एक मर्डर मिस्ट्री थ्रिलर है, जिसमें विभिन्न किरदार अपने दुर्भावनापूर्ण लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए लगातार रंग बदलते हैं. यदि आप हार्ड-हिटिंग क्राइम ड्रामा पसंद करते हैं, तो हो सकता है कि ये वेब सीरीज आपको पसंद न आए, लेकिन यदि आप हल्के-फुल्के मनोरंजन की तलाश में हैं, तो इसे एक बार देखा जा सकता है. वैसे यदि इसे नहीं भी देख पाए, तो आप पछताएंगे नहीं, क्योंकि ये एकता कपूर स्टाइल वेब सीरीज है, जो फार्मूला बेस्ड होती हैं, जिसे आप पहले भी किसी न किसी वेब सीरीज में देख चुके होते हैं. बाकी बोल्ड सीन की भरमार तो इसमें बहुत ही ज्यादा है.
iChowk रेटिंग: 5 में से 2.5 स्टार
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