इस साल जनवरी में कोरोना महामारी की आशंका में फिल्म निर्माताओं ने अपनी फिल्मों की रिलीज टाल दी थी. अब तक टिकट खिड़की पर कोई नई फिल्म रिलीज नहीं हो पाई है. पुष्पा: द राइज फेम अल्लू अर्जुन ने जरूर 26 जनवरी को अपनी एक साउथ मूवी को पैन इंडिया रिलीज करने की अनाउंसमेंट की है. मगर अब संकेत दिख रहे हैं कि अगर सबकुछ ठीकठाक रहा तो फरवरी में बॉलीवुड फ़िल्में भी सिनेमाघरों में दर्शकों को देखने के लिए उपलब्ध होंगी. फरवरी में बॉलीवुड की कुछ बड़ी फ़िल्में रिलीज के लिए पहले से शेड्यूल हैं.
दरअसल, कोरोना महामारी के केसेस में राहत नजर आने लगा हैं. तीसरी लहर में महाराष्ट्र को महामारी का केंद्र माना जा रहा था. यहां रोजाना नए केसेस भी खूब निकल रहे थे. अब वहां की सरकार ने अगले हफ्ते सोमवार से कक्षा 1 से 12वीं तक के स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला लिया है. जाहिर सी बात है कि यह फैसला सामान्य हालत होने की वजह से ही लिया ज़ा रहा है. संभवत: महाराष्ट्र महामारी के पीक वाले फेज से निकल चुका है.
वैसे पिछले कुछ दिनों में महामारी को लेकर उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. तुलानात्मक रूप से पिछले कुछ महीनों में सोमवार और मंगलवार को कोरोना के नए मामलों में कमी नजर आई. हालांकि इसी हफ्ते बुधवार को यह एक बार फिर ज्यादा दिखा और करीब 3.17 लाख तक के नए मामले सामने आए. लेकिन तमाम रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि अब धीरे-धीरे मामले कमजोर पड़ेंगे. महाराष्ट्र, दिल्ली और दूसरे इलाकों में केसेस कम होते जाएंगे. जैसे-जैसे केसेस कम होंगे- कोरोना को लेकर बरती जा रही सख्ती में छूट शुरू हो जाएगी. सिनेमाघरों को भी इसका फायदा मिलने की उम्मीद है. अभी भी जहां सिनेमाघर चल रहे हैं वहां पचास प्रतिशत दर्शक क्षमता और कुछ जगहों पर नाइट शोज को लेकर नियम बनाए गए हैं.
इस साल जनवरी में कोरोना महामारी की आशंका में फिल्म निर्माताओं ने अपनी फिल्मों की रिलीज टाल दी थी. अब तक टिकट खिड़की पर कोई नई फिल्म रिलीज नहीं हो पाई है. पुष्पा: द राइज फेम अल्लू अर्जुन ने जरूर 26 जनवरी को अपनी एक साउथ मूवी को पैन इंडिया रिलीज करने की अनाउंसमेंट की है. मगर अब संकेत दिख रहे हैं कि अगर सबकुछ ठीकठाक रहा तो फरवरी में बॉलीवुड फ़िल्में भी सिनेमाघरों में दर्शकों को देखने के लिए उपलब्ध होंगी. फरवरी में बॉलीवुड की कुछ बड़ी फ़िल्में रिलीज के लिए पहले से शेड्यूल हैं.
दरअसल, कोरोना महामारी के केसेस में राहत नजर आने लगा हैं. तीसरी लहर में महाराष्ट्र को महामारी का केंद्र माना जा रहा था. यहां रोजाना नए केसेस भी खूब निकल रहे थे. अब वहां की सरकार ने अगले हफ्ते सोमवार से कक्षा 1 से 12वीं तक के स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला लिया है. जाहिर सी बात है कि यह फैसला सामान्य हालत होने की वजह से ही लिया ज़ा रहा है. संभवत: महाराष्ट्र महामारी के पीक वाले फेज से निकल चुका है.
वैसे पिछले कुछ दिनों में महामारी को लेकर उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. तुलानात्मक रूप से पिछले कुछ महीनों में सोमवार और मंगलवार को कोरोना के नए मामलों में कमी नजर आई. हालांकि इसी हफ्ते बुधवार को यह एक बार फिर ज्यादा दिखा और करीब 3.17 लाख तक के नए मामले सामने आए. लेकिन तमाम रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि अब धीरे-धीरे मामले कमजोर पड़ेंगे. महाराष्ट्र, दिल्ली और दूसरे इलाकों में केसेस कम होते जाएंगे. जैसे-जैसे केसेस कम होंगे- कोरोना को लेकर बरती जा रही सख्ती में छूट शुरू हो जाएगी. सिनेमाघरों को भी इसका फायदा मिलने की उम्मीद है. अभी भी जहां सिनेमाघर चल रहे हैं वहां पचास प्रतिशत दर्शक क्षमता और कुछ जगहों पर नाइट शोज को लेकर नियम बनाए गए हैं.
दिल्ली समेत तमाम इलाकों में जहां महामारी के ज्यादा मामले समाने आ रहे थे वहां सिनेमाघरों को बंद कर दिया था. भीड़-भाड़ रोकने के लिए भी नियम बनाए गए थे. चुनावी राज्यों में तो रैलियों और जलसों पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा हुआ है. फरवरी में तीन बड़ी फ़िल्में शेड्यूल हैं. इनमें 18 फरवरी को संजय लीला भंसाली की गंगूबाई काठियावाडी, 24 फरवरी को साउथ की पैन इंडिया मूवी विक्रांत रोना और 25 फरवरी को रणवीर सिंह जयेश भाई जोरदार शामिल है. मार्च के पहले हफ्ते में अक्षय कुमार की बच्चन पांडे प्रस्तावित है.
चार पॉइंट में जानिए क्यों फरवरी में आ सकती हैं फ़िल्में
हालात के सामान्य होते जाने का सीधा संकेत है कि इन फिल्मों को पहले से प्रस्तावित तारीख पर रिलीज किया जाए. इसकी कई बड़ी वजहें हैं. एक- बहुतायत सिनेमाघर चालू हैं. और वहां दर्शक भी आ रहे हैं. चौथे हफ्ते में होने के बावजूद रोजाना पुष्पा की कमाई उल्लेखनीय है. दूसरा- कोरोना के केस कम हो रहे. स्कूलों का खुलना ढील को लेकर ही संकेत है. जो आने वाले दिनों में और बेहतर होता जाएगा. तीसरा- अल्लू अर्जुन अपनी नई फिल्म ला रहे हैं. इस फिल्म के प्रति दर्शकों का रुझान निर्माताओं को प्रेरित करेगा. और चौथा जो फ़िल्में शेड्यूल हैं उनकी रिलीज की तारीख 18 फरवरी से है. यानी तब तक हालात बहुत बेहतर हो चुके रहेंगे. यह भी हो सकता है कि फरवरी में एक दो और फिल्मों की रिलीज हो.
हालत बेहतर रहे तो शायद ही कोई निर्माता फरवरी में शेड्यूल फिल्मों को पोस्टफोन करने की सोचे. पुष्पा के बॉक्स ऑफिस ने आश्वस्त कर दिया है कि फ़िल्में ठीक रहीं तो दर्शक सिनेमाघर तक पहुंचेगा ही. सबसे बड़ी बात यह भी है कि कोरोना की वजह से कई दर्जन फ़िल्में रिलीज के लिए सेफ विंडो तलाश रही हैं. फिल्मों को टालने के बाद बॉक्स ऑफिस पर कोई दूसरी सेफ विंडो पाने में मुश्किल होगी. क्लैश से अच्छा होगा कि उन्हें पहले से ही तय शेड्यूल पर रिलीज किया जाए.
जनवरी में टल गई फ़िल्में, फिर सामने आएगा कैलेंडर
जनवरी में एसएस राजमौली की पीरियड ड्रामा आरआरआर, स्टारर राधेश्याम, पीरियड ड्रामा पृथ्वीराज और कश्मीर फाइल्स को टाल दिया गया था. हालत सामान्य होने के संकेत आने लगे हैं तो इन फिल्मों की रिलीज को लेकर भी बड़े अपडेट आने शुरू हो जाएंगे. हो सकता है कि फरवरी में एक बार फिर से निर्माता अपनी फिल्मों की नई रिलीज डेट अनाउंस करें.
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