बेरोजगारी की मार. महंगाई. पेट्रोल-डीजल. कोविड 19 महामारी. महामारी से अपनों की मौत. बदहाल चिकित्सा व्यवस्था. लचर शिक्षा प्रणाली. लॉ एंड आर्डर. महिला सुरक्षा जैसी काम की बातों को दरकिनार कर 'हिजाब' और हिजाब के विरोध में उतरा भगवा गमछा मुद्दा है. 'हिजाब' मुद्दा बना है इसपर हैरत इसलिए भी नहीं है क्योंकि पिछले कुछ समय से एक नागरिक के रूप में हमने अपनी प्राथमिकताओं को बदल दिया है. ध्यान रहे, उद्देश्य जब बदलाव न होकर क्रांति हो तो ट्रेंड में बने रहने के लिए इंसान को कुछ मुद्दों की दरकार होती है. हिजाब इसी का पार्ट है. हिजाब पर बात चल रही है और इतना कुछ हो चुका है कि ये काफी दूर निकल गई है. ऐसे में बॉलीवुड और सेलेब्रिटीज भी कहां पीछे रहने वाले थे 'हिजाब' मुद्दे पर बॉलीवुड भी दौड़ा और उड़ता हुआ तीर पकड़ लिया. हिजाब मामले पर जैसा रुख बॉलीवुड का है साफ़ है कि इंडस्ट्री दो वर्गों में विभाजित है. पर्दे के एक तरफ खड़े लोग जहां इसे मुस्लिम अधिकारों का हनन बता रहे हैं तो वहीं दूसरे पाले में जो लोग खड़े हैं उनके निशाने पर मुसलमान है, उसकी कट्टरपंथी सोच और हठधर्मिता है.
एक ऐसे समय में जब प्रो हिजाब और एंटी हिजाब की डिबेट अपने शीर्ष पर हो और मेन स्ट्रीम मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक पर तहलका मचा हो. आइए एक नजर डालें बॉलीवुड पर और ये देखें कि आखिर कैसे बॉलीवुड ने हिजाब की डिबेट पर अपने मन की बात कहकर पूरी बहस को 'नेक्स्ट लेवल' पर ला दिया है.
कर्नाटक में शुरू हुई हिजाब कंट्रोवर्सी अब जबकि बॉलीवुड के दरवाजे पर दस्तक दे चुकी है तो श्री गणेश सोनम कपूर से. हिजाब मामले पर अपनी बेबाक राय रखने के कारण सोनम राइट विंग ट्रोल्स के निशाने पर हैं. हो भी क्यों न? उन्होंने जिस...
बेरोजगारी की मार. महंगाई. पेट्रोल-डीजल. कोविड 19 महामारी. महामारी से अपनों की मौत. बदहाल चिकित्सा व्यवस्था. लचर शिक्षा प्रणाली. लॉ एंड आर्डर. महिला सुरक्षा जैसी काम की बातों को दरकिनार कर 'हिजाब' और हिजाब के विरोध में उतरा भगवा गमछा मुद्दा है. 'हिजाब' मुद्दा बना है इसपर हैरत इसलिए भी नहीं है क्योंकि पिछले कुछ समय से एक नागरिक के रूप में हमने अपनी प्राथमिकताओं को बदल दिया है. ध्यान रहे, उद्देश्य जब बदलाव न होकर क्रांति हो तो ट्रेंड में बने रहने के लिए इंसान को कुछ मुद्दों की दरकार होती है. हिजाब इसी का पार्ट है. हिजाब पर बात चल रही है और इतना कुछ हो चुका है कि ये काफी दूर निकल गई है. ऐसे में बॉलीवुड और सेलेब्रिटीज भी कहां पीछे रहने वाले थे 'हिजाब' मुद्दे पर बॉलीवुड भी दौड़ा और उड़ता हुआ तीर पकड़ लिया. हिजाब मामले पर जैसा रुख बॉलीवुड का है साफ़ है कि इंडस्ट्री दो वर्गों में विभाजित है. पर्दे के एक तरफ खड़े लोग जहां इसे मुस्लिम अधिकारों का हनन बता रहे हैं तो वहीं दूसरे पाले में जो लोग खड़े हैं उनके निशाने पर मुसलमान है, उसकी कट्टरपंथी सोच और हठधर्मिता है.
एक ऐसे समय में जब प्रो हिजाब और एंटी हिजाब की डिबेट अपने शीर्ष पर हो और मेन स्ट्रीम मीडिया से लेकर सोशल मीडिया तक पर तहलका मचा हो. आइए एक नजर डालें बॉलीवुड पर और ये देखें कि आखिर कैसे बॉलीवुड ने हिजाब की डिबेट पर अपने मन की बात कहकर पूरी बहस को 'नेक्स्ट लेवल' पर ला दिया है.
कर्नाटक में शुरू हुई हिजाब कंट्रोवर्सी अब जबकि बॉलीवुड के दरवाजे पर दस्तक दे चुकी है तो श्री गणेश सोनम कपूर से. हिजाब मामले पर अपनी बेबाक राय रखने के कारण सोनम राइट विंग ट्रोल्स के निशाने पर हैं. हो भी क्यों न? उन्होंने जिस तरह की तुलना की है वो सच में अजीब है.
बताते चलें कि सोनम कपूर ने हाल ही में सोशल मीडिया पर कर्नाटक हिजाब विवाद पर प्रतिक्रिया दी है. सोनम कपूर ने सवाल करते हुए पूछा है कि अगर पगड़ी हो सकती है तो हिजाब एक विकल्प क्यों नहीं हो सकता.
ध्यान रहे, कर्नाटक सरकार के स्कूलों और कॉलेजों में हिजाब पर प्रतिबंध के परिणामस्वरूप राज्य में भारी हंगामा और विरोध हुआ है. राज्य सरकार ने कर्नाटक शिक्षा अधिनियम-1983 के 133 (2) को लागू किया है, जिसमें कहा गया है कि कपड़े की एक समान शैली अनिवार्य रूप से पहनी जानी चाहिए.
सोनम कपूर ने अपनी इंस्टाग्राम कहानियों को लिया और एक सोशल मीडिया पोस्ट साझा किया. इसमें पगड़ी में एक पुरुष और हिजाब में एक महिला की तस्वीर थी, और यह सवाल करता है कि पगड़ी एक विकल्प क्यों हो सकती है लेकिन एक हिजाब नहीं हो सकता.
दरअसल सोनम ने अपनी इंस्टाग्राम स्टोरी में एक सोशल मीडिया पोस्ट शेयर की है. पोस्ट में एक तस्वीर है जिसमें एक व्यक्ति ने पगड़ी बांधी है जबकि एक महिला हिजाब में है और इसी को लेकर सोनम ने सवाल दागा है कि जब पगड़ी चॉइस हो सकती है तो फिर हिजाब क्यों नहीं?
जिक्र हिजाब विवाद पर बॉलीवुड का हुआ है. साथ ही हम ये भी बता चुके हैं कि हिजाब के मद्देनजर बॉलीवुड दो वर्गों में विभाजित है ऐसे में हमें जावेद अख्तर का रुख भी कर ही लेना चाहिए. हिजाब मामले पर अभी बीते दिनों जावेद अख्तर ने ट्वीट किया है. ट्वीट में जैसा अंदाज जावेद अख्तर का था एक बार को यही लगा कि वो उन लोगों से खासे नाराज हैं जो हिजाब के विरोध में भगवा गमछे लहरा रहे हैं.
गौरतलब है कि जावेद अख्तर ने कर्नाटक में प्रदर्शनकारियों द्वारा महिलाओं के साथ बदसलूकी की निंदा की है. जावेद ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, 'मैं कभी भी हिजाब या बुर्का के पक्ष में नहीं रहा. मैं अब भी उस पर कायम हूं, लेकिन साथ ही मुझे गुंडों की इन भीड़ के लिए गहरी अवमानना के अलावा कुछ भी नहीं है जो लड़कियों के एक छोटे समूह को डराने की कोशिश कर रहे हैं और वह भी असफल रूप से. . क्या यही उनकी 'मर्दानगी' है? क्या अफ़सोस की बात है.
ये तो बात हो गयी जावेद अख्तर की. कर्नाटक में जारी हिजाब कंट्रोवर्सी पर कमल हासन ने भी अपना पक्ष रखा है. मामले पर अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजनेता और अभिनेता कमल हासन ने ट्वीट किया है कि, कर्नाटक में जो हो रहा है वह अशांति भड़का रहा है. झूठ नहीं बोलने वाले छात्रों के बीच धार्मिक जहर की दीवार खड़ी की जा रही है.
वहीं उन्होंने ये भी कहा है कि इस विवाद को किसी भी सूरत में तमिलनाडु नहीं पहुंचना चाहिए. कमल हासन का मानना है कि प्रगतिशील ताकतों को अधिक सावधान रहने का समय आ गया है.
बॉलीवुड हर दूसरे मुद्दे पर राय रखे या न रखे लेकिन हर सोशल इश्यू पर बहुत मुखर अंदाज में एक्टर स्वरा भास्कर अपनी बात कहती हैं. हिजाब मामले पर स्वरा भी चुप नहीं हैं और ट्विटर पर लगातार एक्टिव है. स्वरा के मामले में दिलचस्प तथ्य ये भी है कि राइट विंग से उनका छत्तीस का आंकड़ा है.
स्वरा की ही तरह एक्टर ऋचा चड्ढा का शुमार उन लोगों में है जो सरकार और नीतियों के विरोध में फ्रंट फुट पर आकर बैटिंग करती हैं. कर्नाटक में जारी हिजाब कंट्रोवर्सी पर अपना गुस्सा जाहिर करते हुए ऋचा ने ट्वीट किया है कि हिजाब अपने बेटों को बेहतर तरीके से पालें! बदसूरत, कायरों का एक झुंड एक अकेली महिला पर संगठित होकर हमला करता है और उस पर गर्व महसूस करता है?
ऋचा ने इन्हें लूजर्स की संज्ञा दी है और इनके कृत्य को शर्मनाक बताया है. ऋचा का मानना है कि ऐसे लोगों के लिए कोई सहानुभूति नहीं है. वहीं इसके बाद ऋचा ने एक ट्वीट और किया है और उसमें भी उन्होंने कुछ गौर करने लायक बातें की हैं.
तो ये तो हो गयी इंडस्ट्री के उन लोगों की बात जो या तो हिजाब के समर्थन में थे. या फिर उनपर अपनी दो टूक राय रख रहे थे जिन्होंने हिजाब का समर्थन किया. इंडस्ट्री में ऐसे भी लोग हैं जो हिजाब को गलत मानते हैं और उसे गुलामी और पैट्रिआर्क का प्रतीक मानते हैं. एक्टर कंगना रनौत ऐसे ही लोगों में हैं. कंगना रनौत ने कहा कि अगर हिम्मत ही दिखानी है तो अफगानिस्तान में बुर्का पहनकर दिखाओ.
तमाम मुद्दों पर अपनी बेबाक राय के लिए मशहूर कंगना ने हिजाब मामले पर अपना पक्ष रखने के लिए इंस्टाग्राम को हथियार बनाया है. कंगना रनौत ने इंस्टाग्राम स्टोरी में एक पोस्ट शेयर करके लिखा था कि,'हिम्मत ही दिखानी है तो अफगानिस्तान में बुर्का मत पहनो. स्वंतत्र होना सीखो न कि खुद को बांधकर रखना.’
अभी कंगना और कुछ लिखतीं इससे पहले ही एक्टर शबाना आजमी ने कंगना को निशाने पर ले लिया कंगना के बयान को शबाना आज़मी ने अपने इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया और कैप्शन देते हुए लिखा कि, 'अगर मैं गलत कह रही हूं तो सुधार दीजिए, लेकिन अफगानिस्तान एक धर्मशासित स्टेट है, लेकिन जब मैंने आखिरी बार चेक किया था तो भारत सेक्युलर, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक था?
बहरहाल एक ऐसे समय में जब हिजाब को लेकर फैसला कोर्ट के पास सुरक्षित हो मामले पर राजनीति बदस्तूर जारी है. बाकी जैसा माहौल तैयार हुआ है कोर्ट का फैसला चाहे हिजाब के पक्ष में आए या विरोध में बवाल की संभावनाएं हैं. बात चूंकि बॉलीवुड के परिदृश्य में हुई है तो चाहे वो बॉलीवुड के हिजाब समर्थक हों या विरोधी जैसी इनकी फैन फॉलोइंग है ये लोग और इनकी बातें आग में खर डालने का काम करेगी.
कुल मिलाकर अगले कुछ दिन हिजाब कंट्रोवर्सी के मद्देनजर देश की जनता को फूल ऑन एंटरटेनमेंट मिलने वाला है.
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