डिजिटल क्रांति की वजह से दुनिया तेजी से बदल रही है. हर हाथ में मोबाइल और आटा से सस्ता डाटा होने की वजह से इंटरनेट की खपत भी तेजी से बढ़ी है. अब लोग टीवी की बजाए मोबाइल के जरिए ही मनोरंजन कर रहे हैं. यहां टीवी सीरियल, वेब सीरीज, क्रिकेट मैच देखने से लेकर ऑनलाइन गेम्स भी खेल रहे हैं. यही वजह है कि टीवी पर दर्शकों की संख्या में तेजी कमी आई है, जिसका असर टीवी टीआरपी पर भी देखने को मिला है. इससे दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग इंडियन प्रीमियर लीग भी अछूती नहीं है. इस बात की गवाही आईपीएल के मीडिया राइट्स का ऑक्शन दे रहा है. जी हां, आईपीएल के मीडिया राइट्स ऑक्शन में डिजिटल ने पारंपरिक माध्यम टीवी को पीछे छोड़ दिया है.
इंडियन प्रीमियर लीग के मीडिया राइट्स ऑक्शन के दौरान डिज्नी स्टार ने पहले पैकेज 'ए' के लिए 23,758 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी. इसके बाद दूसरे पैकेज 'बी' के लिए रिलायंस से जुड़ी कंपनी वायकॉम18 ने 20,500 करोड़ रुपए की बोली लगाई. चूंकि दोनों ही अधिकतम बोलियां थी, इस वजह से डिज्नी को पैकेज 'ए' के तहत सैटेलाइट राइट्स और वायकॉम 18 को पैकेज 'बी' के तहत डिजिटल राइट्स दे दिए गए. इसके बाद पैकेज 'सी' के लिए जब ऑक्शन शुरू हुआ तो वायकॉम 18 ने इसके लिए 3,273 करोड़ रुपए की बोली लगाई. उसने इस पैकेज के तहत प्रसारण के सभी अधिकार खरीद लिए. इस तरह वायकॉम 18 ने डिज्नी स्टार के मुकाबले सबसे ज्यादा 23,758 करोड़ रुपए की बोली लगाई है.
मीडिया राइट्स ऑक्शन में बीसीसीआई की बल्ले
इस बार मीडिया राइट्स ऑक्शन में बीसीसीआई की बल्ले-बल्ले हो गई है. बोर्ड ने ऑक्शन से 48,390.52 करोड़ रुपए हासिल किए हैं. जो कि अबतक कि सबसे बड़ी नीलामी है. पिछले साल के मुकाबले 3 गुना अधिक पैसा मिला है. साल 2017 के ऑक्शन में स्टार ने सैटेलाइट और डिजिटल राइट्स 16,348 करोड़ रुपए में खरीदे थे. अब...
डिजिटल क्रांति की वजह से दुनिया तेजी से बदल रही है. हर हाथ में मोबाइल और आटा से सस्ता डाटा होने की वजह से इंटरनेट की खपत भी तेजी से बढ़ी है. अब लोग टीवी की बजाए मोबाइल के जरिए ही मनोरंजन कर रहे हैं. यहां टीवी सीरियल, वेब सीरीज, क्रिकेट मैच देखने से लेकर ऑनलाइन गेम्स भी खेल रहे हैं. यही वजह है कि टीवी पर दर्शकों की संख्या में तेजी कमी आई है, जिसका असर टीवी टीआरपी पर भी देखने को मिला है. इससे दुनिया की सबसे बड़ी क्रिकेट लीग इंडियन प्रीमियर लीग भी अछूती नहीं है. इस बात की गवाही आईपीएल के मीडिया राइट्स का ऑक्शन दे रहा है. जी हां, आईपीएल के मीडिया राइट्स ऑक्शन में डिजिटल ने पारंपरिक माध्यम टीवी को पीछे छोड़ दिया है.
इंडियन प्रीमियर लीग के मीडिया राइट्स ऑक्शन के दौरान डिज्नी स्टार ने पहले पैकेज 'ए' के लिए 23,758 करोड़ रुपए की बोली लगाई थी. इसके बाद दूसरे पैकेज 'बी' के लिए रिलायंस से जुड़ी कंपनी वायकॉम18 ने 20,500 करोड़ रुपए की बोली लगाई. चूंकि दोनों ही अधिकतम बोलियां थी, इस वजह से डिज्नी को पैकेज 'ए' के तहत सैटेलाइट राइट्स और वायकॉम 18 को पैकेज 'बी' के तहत डिजिटल राइट्स दे दिए गए. इसके बाद पैकेज 'सी' के लिए जब ऑक्शन शुरू हुआ तो वायकॉम 18 ने इसके लिए 3,273 करोड़ रुपए की बोली लगाई. उसने इस पैकेज के तहत प्रसारण के सभी अधिकार खरीद लिए. इस तरह वायकॉम 18 ने डिज्नी स्टार के मुकाबले सबसे ज्यादा 23,758 करोड़ रुपए की बोली लगाई है.
मीडिया राइट्स ऑक्शन में बीसीसीआई की बल्ले
इस बार मीडिया राइट्स ऑक्शन में बीसीसीआई की बल्ले-बल्ले हो गई है. बोर्ड ने ऑक्शन से 48,390.52 करोड़ रुपए हासिल किए हैं. जो कि अबतक कि सबसे बड़ी नीलामी है. पिछले साल के मुकाबले 3 गुना अधिक पैसा मिला है. साल 2017 के ऑक्शन में स्टार ने सैटेलाइट और डिजिटल राइट्स 16,348 करोड़ रुपए में खरीदे थे. अब अगले पांच साल तक टीवी प्रसारण के लिए एक मैच के बदले डिज्नी स्टार को 57.5 करोड़ रुपए देने होंगे, वहीं वायकॉम 18 डिजिटल प्लेटफॉर्म्स पर प्रसारण के लिए हर मैच के लिए 50 करोड़ रुपए देना होगा. इसी तरह हर सीजन में नॉन एक्सक्लूसिव डिजिटल राइट्स (ओपनिंग मैच, फाइनल, प्ले ऑफ और डबल हेडर) के लिए वायकॉम18 प्रति मैच 33.24 करोड़ रुपए देगा.
मीडिया राइट्स के 4 पैकेज में 3 रिलायंस के नाम
जानकारी के लिए बता दें कि इस बार आईपीएल के मीडिया राइट्स ऑक्शन में कुल चार पैकेज ए, बी, सी और डी शामिल किए गए थे. पहले पैकेज 'ए' में केवल भारतीय उपमहाद्वीप के लिए सैटेलाइट राइट्स शामिल है. पैकेज 'बी' में केवल भारतीय उपमहाद्वीप में प्रसारण के लिए डिजिटल राइट्स शामिल हैं. पैकेज 'सी' में नॉन एक्सक्लूसिव डिजिटल राइट्स (हर सीजन का ओपनिंग मैच, फाइनल, प्ले-ऑफ और हर डबल हेडर (दिन में दो मैच वाले दिन) का रात वाला मुकाबला) शामिल है. पैकेज 'डी' में भारतीय उपमहाद्वीप के बाहर के सैटेलाइट और डिजिटल राइट्स शामिल हैं. इस ऑक्शन में पैकेज 'डी' की बोली वायकॉम 18 और टाइम्स इंटरनेट ने संयुक्त रूप से 1324 करोड़ रुपए में जीती है.
डिजिटल राइट्स में बढ़ोतरी की ये है असली वजह
भारत में इंटरनेट तेजी से ग्रोथ कर रहा है. जनवरी 2022 तक देश में 626 मिलियन इंटरनेट यूजर्स दर्ज किए गए हैं, जो कि कुल आबादी का 47 फीसदी हिस्सा हैं. मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो आगामी पांच वर्षों में 45 फीसदी की दर से ग्रोथ होने की संभावना है. इस तरह साल 2025 तक 900 मिलियन एक्टिव इंटरनेट यूजर्स होने की संभावना जताई जा रही है. इन आंकड़ों से डिजिटल की ताकत को समझा जा सकता है. यदि तुलनात्मक ग्रोथ की बात की जाए तो टीवी के 8 फीसदी, जबकि डिजिटल के 30 फीसदी की दर से बढ़ने की संभावना है. इतना ही नहीं डिजिटल पर आईपीएल की व्यूअरशिप भी पिछले कुछ वर्षों में तेजी से बढ़ी है. साल 2021 में 421 मिलियन व्यूअरशिप थी, जबकि 2020 और 2019 में क्रमशः 375 मिलियन और 325 मिलियन थी. डिजिटल दर्शकों की संख्या में जिस हिसाब से वृद्धि हो रही है, साल 2023 तक 722 मिलियन तक पहुंचने का अनुमान है.
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