इमरजेंसी फिल्म (Emergency Film) में कंगना रनौत (kangana Ranaut) हुबहू पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) लग रही हैं. कंगना के फर्स्ट लुक से नजरें हटाना मुश्किल है. कंगना को देखकर ऐसा महसूस हो रहा है कि हम सच में इंदिरा गांधी को देख रहे हैं. भाई मैं तो कंगना को देखकर हैरान रह गई. कंगना की आवाज से लग रहा है कि हम इंदिरा गांधी को बोलते हुए सुन रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि कंगना ने अपनी आवाज पर बहुत काम किया है.
हमने इस खबर को लिखने से पहले यू ट्यूब पर इंदिरा गांधी की तमाम वीडियो देखीं. जिस तरह इंदिरा गांधी कंपन के साथ बोलते हुए अपनी आंखें बार-बार झपका लेती थीं. जिस तरह कुछ सोचने पर वे गंभीर हो जाती थीं. जिस तरह उनके चेहरे का एक्सप्रेशन बदलता रहता था. जिस तरह सीरियस मूड में कुछ बोलने पर उनके होठ हिलने लगते थे. जिस तरह वह किसी भी सवाल का जवाब काफी सोच समझकर देती थीं. कंगना रनौत ने ठीक उसी तरह इंदिरा गांधी के इस रूप को आत्मसात कर लिया है.
इंदिरा गांधी दिखने में जितनी खूबसूरत थीं उतना ही तेज उनका दिमाग था. उनकी छवि एक मजबूत महिला की रही है. उनकी आंखों के साथ उनका चेहरा भी बोलता था. कंगना का देखने का अंदाज भी एकदम इंदिरा गांधी की तरह ही लग रहा है. जब टीजर में कंगना मुड़ती हैं उनके अंदाज में इंदिरा गांधी की छवि दिखाई देती है. हो सकता है कि कंगना ने इस रोल को करने से पहले उनकी काफी वीडियो देखी हों और खुद को उनके रूप में समाहित कर लिया हो. तभी तो 'इमरजेंसी' फिल्म में कंगना को देखकर लोग कह रहे हैं कि क्वीन इस बैक.
कंगना को लोग भले ही पसंद ना करें, लेकिन उनके अभिनय को कोई नकार नहीं सकता है. सच में इंदिरा...
इमरजेंसी फिल्म (Emergency Film) में कंगना रनौत (kangana Ranaut) हुबहू पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी (Indira Gandhi) लग रही हैं. कंगना के फर्स्ट लुक से नजरें हटाना मुश्किल है. कंगना को देखकर ऐसा महसूस हो रहा है कि हम सच में इंदिरा गांधी को देख रहे हैं. भाई मैं तो कंगना को देखकर हैरान रह गई. कंगना की आवाज से लग रहा है कि हम इंदिरा गांधी को बोलते हुए सुन रहे हैं. ऐसा लग रहा है कि कंगना ने अपनी आवाज पर बहुत काम किया है.
हमने इस खबर को लिखने से पहले यू ट्यूब पर इंदिरा गांधी की तमाम वीडियो देखीं. जिस तरह इंदिरा गांधी कंपन के साथ बोलते हुए अपनी आंखें बार-बार झपका लेती थीं. जिस तरह कुछ सोचने पर वे गंभीर हो जाती थीं. जिस तरह उनके चेहरे का एक्सप्रेशन बदलता रहता था. जिस तरह सीरियस मूड में कुछ बोलने पर उनके होठ हिलने लगते थे. जिस तरह वह किसी भी सवाल का जवाब काफी सोच समझकर देती थीं. कंगना रनौत ने ठीक उसी तरह इंदिरा गांधी के इस रूप को आत्मसात कर लिया है.
इंदिरा गांधी दिखने में जितनी खूबसूरत थीं उतना ही तेज उनका दिमाग था. उनकी छवि एक मजबूत महिला की रही है. उनकी आंखों के साथ उनका चेहरा भी बोलता था. कंगना का देखने का अंदाज भी एकदम इंदिरा गांधी की तरह ही लग रहा है. जब टीजर में कंगना मुड़ती हैं उनके अंदाज में इंदिरा गांधी की छवि दिखाई देती है. हो सकता है कि कंगना ने इस रोल को करने से पहले उनकी काफी वीडियो देखी हों और खुद को उनके रूप में समाहित कर लिया हो. तभी तो 'इमरजेंसी' फिल्म में कंगना को देखकर लोग कह रहे हैं कि क्वीन इस बैक.
कंगना को लोग भले ही पसंद ना करें, लेकिन उनके अभिनय को कोई नकार नहीं सकता है. सच में इंदिरा गांधी के रोल के लिए कंगना से बेहतर कोई अभिनेत्री हो ही नहीं सकती थी. मेकअप आर्टिस्ट के कमाल के साथ कंगना की मेहनत भी साफ झलक रही है.
कंगना इस रोल में पावरफुल और क्लासी लग रही हैं. फिल्म की कहानी 1975 की इमरजेंसी की घोषणा' के आस-पास बुनी गई है. कंगना रनौत ने अपने इंस्टाग्राम पर टीजर शेयर कर फिल्म का ऐलान कर दिया है.
टीजर में इंदिरा गांधी के रूप में कंगना रनौत अमेरिका के राष्ट्रपति को मैसेज देने को कहती हैं कि, "उन्हें दफ्तर में मैडम नहीं 'सर' कहा जाता है." कुल मिलाकर फिल्म के टीजर ने लोगों की एक्साइटमेंट बढ़ी दी है.
इससे पहले कंगना रनौत 'थलाइवी' फिल्म में तमिलनाडु की पूर्व मुख्यमंत्री जयललिता बनकर लोगों को हैरान कर चुकी हैं. थलाइवी फिल्म जब बन रही थी तो कुछ लोगों ने कहा था कि कंगना इस रोल के लिए फिट नहीं हैं. उनका मानना था कि जयललीता और कंगना की शारीरिक बनावट में काफी अंतर है.
हालांकि जब फिल्म का फर्स्ट लुक सामने आया तो लोगों को लगा कि, वे 'अम्मा' यानी जयललिता को ही देख रहे हैं, कंगना को नहीं. जी हां कंगना ने इस फिल्म में फिट होने के लिए प्रोस्थेटिक्स का इस्तेमाल किया था और वेट गेन किया था.
बाद में जब कंगना ने अपना वजन घटाया तो बताया था कि कैसे उनके शरीर माटापे ने निशान छोड़ दिया है. असल में जयललिता के रोल के लिए कंगना ने मेहनत को काफी की थी, लेकिन इस फिल्म में जयललिता की जिंदगी के कई शेड्स दिखाए गए थे. इस फिल्म में जयललिता के युवावस्था से लेकर वृद्धावस्था तक के जीवन को दिखाया गया था.
जयललिता जब फिल्मों की हीरोइन होती हैं तो अलग दिखती हैं और जब नेता बनती हैं तो उनका एक अलग रूप दिखाई देता है. हालांकि जयललीता के इस लुक को एकदम स्टिल रखा गया है. जैसे- हरे रंग के कपड़ों में खड़ीं जयललिता के चेहरे पर कोई भी भाव नहीं था, न ही चेहरे पर झुर्रियां या चेहरे की लकीरें दिख रही थीं.
फिर भी कंगना ने जयललीता के बदलते रूप और काया को काफी हद तक अपना लिया था. आखिर वे अपने चेहरे को किस हद तक फुला पातीं. हालांकि जब लोगों ने जब कंगना को जयललीता के रूप में देखा तो तारीफ की थी. फिल्म खास प्रदर्शन नहीं कर पाई लेकिन कंगना ने जयललीता की तरह अभिनय करने की काफी कोशिश की थी. तो अब बताइए, आपको कंगना रनौत किस रोल में एकदम फिट लग रही हैं, जयललीता या इंदिरा गांधी?
दोनों फिल्मों का टीजर देखें और फैसला करें-
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.