'बी-टाउन' ( B-Town) यानि बॉलीवुड (Bollywood) सुशांत केस (Sushant Singh Rajput Death Case) के बाद से ही दो धड़ों में बंटा हुआ है. कोई पक्ष में हैं, तो कोई विपक्ष में. यहां इस वक्त तटस्थता (Neutrality) की बात बेमानी हो चुकी है. बॉलीवुड सेलेब्स के कुछ भी कहने या लिखने का मतलब, वह किस साइड में है, उसके हिसाब से निकाला जाता है. इस वक्त यहां एक नई बहस चल रही है. 'B-ग्रेड लोगों' की 'B-ग्रेड सोच' पर. अब 'B-ग्रेड' लोग कौन हैं और 'B-ग्रेड सोच' सोच किसकी है? यह बहस किसके बीच चल रही है? यह तो आपको आगे की बातचीत में ही पता चल पाएगा.
बॉलीवुड एक्ट्रेस तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) ने एक ट्वीट किया. इसमें उन्होंने लिखा, 'यदि एक ट्वीट आपकी एकता को तोड़ता है, एक मजाक आपके विश्वास को चीर देता है या एक शो आपके धार्मिक विश्वास को चीर देता है, तो आपको अपने विश्वास के सिस्टम को मजबूत करने की जरूरत है, दूसरे के लिए 'प्रोपेगेंडा टीचर' न बनें.' तापसी ने ये बात अमेरिकन पॉप सिंगर रिहाना के उस ट्वीट पर कही थी, जिसके बाद पूरे देश में बवाल मच गया. अक्षय कुमार, एकता कपूर, करण जौहर से लेकर अजय देवगन तक, कई सेलिब्रिटी ने इस प्रोपगैंडा के खिलाफ ट्वीट किया और इसकी निंदा की थी.
तापसी पन्नू के इस ट्वीट पर कोई और अपनी प्रतिक्रिया देता, उससे पहले फायरब्रांड एक्ट्रेस कगंना रनौत (Kangana Ranaut) कूद पड़ी. उन्होंने गुस्से में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए तपासी की सोच को 'बी ग्रेड' तक बता दिया. कंगना ने तापसी के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, 'बी ग्रेड लोगों की बी ग्रेड सोच. हर किसी को अपनी...
'बी-टाउन' ( B-Town) यानि बॉलीवुड (Bollywood) सुशांत केस (Sushant Singh Rajput Death Case) के बाद से ही दो धड़ों में बंटा हुआ है. कोई पक्ष में हैं, तो कोई विपक्ष में. यहां इस वक्त तटस्थता (Neutrality) की बात बेमानी हो चुकी है. बॉलीवुड सेलेब्स के कुछ भी कहने या लिखने का मतलब, वह किस साइड में है, उसके हिसाब से निकाला जाता है. इस वक्त यहां एक नई बहस चल रही है. 'B-ग्रेड लोगों' की 'B-ग्रेड सोच' पर. अब 'B-ग्रेड' लोग कौन हैं और 'B-ग्रेड सोच' सोच किसकी है? यह बहस किसके बीच चल रही है? यह तो आपको आगे की बातचीत में ही पता चल पाएगा.
बॉलीवुड एक्ट्रेस तापसी पन्नू (Taapsee Pannu) ने एक ट्वीट किया. इसमें उन्होंने लिखा, 'यदि एक ट्वीट आपकी एकता को तोड़ता है, एक मजाक आपके विश्वास को चीर देता है या एक शो आपके धार्मिक विश्वास को चीर देता है, तो आपको अपने विश्वास के सिस्टम को मजबूत करने की जरूरत है, दूसरे के लिए 'प्रोपेगेंडा टीचर' न बनें.' तापसी ने ये बात अमेरिकन पॉप सिंगर रिहाना के उस ट्वीट पर कही थी, जिसके बाद पूरे देश में बवाल मच गया. अक्षय कुमार, एकता कपूर, करण जौहर से लेकर अजय देवगन तक, कई सेलिब्रिटी ने इस प्रोपगैंडा के खिलाफ ट्वीट किया और इसकी निंदा की थी.
तापसी पन्नू के इस ट्वीट पर कोई और अपनी प्रतिक्रिया देता, उससे पहले फायरब्रांड एक्ट्रेस कगंना रनौत (Kangana Ranaut) कूद पड़ी. उन्होंने गुस्से में अपनी प्रतिक्रिया देते हुए तपासी की सोच को 'बी ग्रेड' तक बता दिया. कंगना ने तापसी के ट्वीट का जवाब देते हुए लिखा, 'बी ग्रेड लोगों की बी ग्रेड सोच. हर किसी को अपनी मातृभूमि और परिवार के विश्वास के लिए खड़ा होना चाहिए. यही कर्म है और यही धर्म भी है...फ्री फंड का सिर्फ खाने वाले मत बनो...इस देश का बोझ...इसलिए मैं इन्हें बी ग्रेड का कहती हूं...उन्हें मुफ्त लोडर अनदेखा करें...' बस फिर क्या था कंगना की इस जवाब के बाद बवाल ही मच गया.
अब आप सोच रहे होंगे कि तापसी पन्नू ने ये ट्वीट क्यों किया? कंगना को इसकी जवाब देने की क्या जरूरत पड़ गई? चलिए हम आपको बताते हैं. दरअसल, अमेरिकी पॉप सिंगर रिहाना (Pop Singer Rihanna) ने भारत में कृषि कानूनों के खिलाफ चल रहे किसान आंदोलन से संबंधित एक स्टोरी लिंक शेयर करते हुए ट्विटर पर लिखा था, 'हम इसके बारे में बात क्यों नहीं कर रहे हैं? #किसानआंदोलन.' चूंकि रिहाना एक ग्लोबल आइकन हैं. वह 9 बार प्रतिष्ठित ग्रैमी अवार्ड जीत चुकी हैं. ऐसे में उनके ट्वीट पर नेशनल और इंटरनेशनल लेवल पर प्रतिक्रिया हुई. उनके ट्वीट के बाद क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग, पॉर्न स्टार मिया खलिफा और अमेरिकी उपराष्ट्रपति कमला हैरिस की भतीजी मीना हैरिस ने भी किसान आंदोलन को लेकर अपनी राय रख दी. इसके बाद पूरे देश में खलबली मच गई. इसे भारत के खिलाफ प्रोपगैंडा बताया गया.
राजनीतिक, फिल्म, खेल सहित हर क्षेत्र की बड़ी हस्तियों ने ट्वीट करके इस प्रोपगैंडा के खिलाफ अपनी राय रखी. हालांकि, विपक्ष सहित बॉलीवुड के कुछ कलाकारों ने इसका समर्थन भी किया. इसमें दिलजीत दोसांझ, स्वरा भास्कर और रिचा चढ्डा का नाम प्रमुख है. इसी क्रम में तापसी पन्नू ने भी अपनी राय ट्विटर पर जाहिर कर दी. राज्यसभा में आरजेडी सांसद मनोज कुमार झा (RJD MP Manoj Kumar Jha) ने भी कुछ ऐसी ही राय सदस्यों के सामने रखी थी. राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चल रही चर्चा के दौरान उन्होंने कहा, 'हमारा लोकतंत्र मजबूत है और किसी के ट्वीट करने से यह कमजोर नहीं हो जाएगा.'
तापसी पन्नू से पहले कंगना ने रिहाना को भी जवाब दिया था. उन्होंने लिखा था, 'कोई भी इनके बारे में इसलिए बात नहीं कर रहा क्योंकि ये किसान नहीं हैं, ये आतंकवादी हैं, जो भारत को तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं. ताकि चीन हमारे कमजोर टूटे हुए राष्ट्र पर कब्जा कर सके और अपनी कॉलोनी बना सके, जैसा कि उसने यूएसए में किया है. चुप बैठो मूर्ख, हम तुम्हारी तरह अपने देश को बेचने वाले नहीं है.' इसके बाद भी वह चुप नहीं बैठीं, उन्होंने रिहाना के सम्मान में गाना रिलीज करने वाले दिलजीत दोसांझ को भी जवाब दिया, 'इसको भी अपने 2 रुपये बनाने हैं. ये सब कबसे प्लान हो रहा है? वीडियो को तैयार करने और फिर अनाउंस करने में कम से कम एक महीना तो लगेगा और वो चाहते हैं कि हम विश्वास करें कि यह सब ऑर्गैनिक है. #IndiaAgainstPropoganda.'
बॉलीवुड में इस वक्त कंगना रनौत सबसे ज्यादा मुखर दिख रही हैं. वह सोशल मीडिया पर बहुत सक्रिय हैं, खासर ट्विटर पर. अपने तमाम फिल्म प्रोजेक्ट के बीच वह एक भी एंटी नेशनल (जो उनके हिसाब से लगता है) ट्वीट को जवाब दिए बिना चैन से नहीं बैठती हैं. ऐसा लगता है कि वह इस वक्त अपना पूरा फोकस ट्विटर पर ही बनाए हुए हैं. हालांकि, हाल ही में उन्होंने कांग्रेस की आइकन लीडर और देश की पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के जीवन पर एक फिल्म बनाने की घोषणा की थी, जिसमें आयरन लेडी का किरदार वह खुद निभाने वाली हैं. वैसे इस फिल्म में ऑपरेशन ब्लू स्टार और इमरजेंसी को प्रमुखता से दिखाया जाना है.
सोशल मीडिया पर चल रहे इस पूरे विवाद की जड़ में है दिल्ली में चल रहा किसान आंदोलन. केंद्र सरकार द्वारा हाल ही में पारित किए गए तीन कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले कई महीनों से आंदोलन किया जा रहा है. इसमें दिल्ली की पंजाब-हरियाणा और यूपी सीमा पर सैकड़ों की संख्या में किसान धरना दे रहे हैं. बीते 26 जनवरी को शक्ति प्रदर्शन के लिए किसानों द्वारा एक ट्रैक्टर परेड का आयोजन किया गया था. इस दौरान भारी हिंसा के बीच लालकिले पर भयंकर बवाल हुआ. कुछ अराजक तत्वों द्वारा लालकिले की प्राचीर से धार्मिक झंडा तक फहरा दिया गया. कुछ जगहों पर हंगामे की भी खबर थी. इस घटना के बाद से ही सरकार और किसानों के बीच लड़ाई ने एक अलग ही मोड़ ले लिया. कुछ किसान संगठनों ने विरोध प्रदर्शन वापस ले लिया, तो कुछ अभी भी जमे हुए हैं. नए तेवर के साथ लड़ाई जारी है. देखते हैं अंजाम क्या होता है.
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