बस कुछ घंटों का इंतेजार और. कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की फिल्म पंगा (Panga movie) हमारे सामने होगी. लेकिन कंगना ने अपनी छवि के मुताबिक Nirbhaya case मामले में बयान देकर 'बुद्धिजीवियों' से पंगा ले लिया है. निर्भया केस के दोषियों की फांसी में हो रही देरी पर उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को तो चौराहे पर फांसी देना चाहिए, ताकि उनके जैसे लोग जान सकें कि रेप करने का मतलब क्या होता है. चुपके से उन्हें फांसी दे दी, तो क्या फायदा होगा. जब कंगना से वकील इंदिरा जयसिंह के सिलसिले में सवाल किया गया कि उन्होंने निर्भया के दोषियों को माफ कर देने की अपील की है, कंगना ने दो-टूक लहजे में कहा कि इंदिरा जयसिंह को चार दिन के लिए निर्भया के दोषियों के साथ जेल में बंद कर देना चाहिए, ताकि उन्हें पता चले कि ये दरिंदे कैसे हैं. कंगना के इन बयानों को मीडिया में अजीब और आपत्तिजनक कहा जा रहा है, वहीं उनके समर्थक कई लोग यही तर्क दे रहे हैं कि कंगना ने तो बहुसंख्यक लोगों के दिल की बात कही है.
खैर, कंगना के हिस्से में आया ये पंगा कोई नहीं बात नहीं है. चलिए एक बार फिर कंगना की उस फिल्म पर लौटते हैं, जिसका नाम ही पंगा है. जिस तरह का फिल्म का ट्रेलर है ये बात खुद में साफ़ है कि स्पोर्ट्स की चाशनी में डालकर महिला सशक्तिकरण (Panga portraying Women Empowerment) को दर्शाती ये फिल्म हिट होगी और बॉक्स ऑफिस (Panga movie Box Office collection) को अच्छा कलेक्शन देगी. फिल्म में कंगना एक ऐसी हाउस वाइफ बनी हैं. जो किसी ज़माने में इंडियन कबड्डी टीम की कैप्टन रह चुकी हैं. फिल्म में कंगना ने उस हाउस वाइफ के कमबैक को परदे पर दर्शाया है. फिल्म का ट्रेलर इसकी तस्दीख करता नजर आता है कि वो खिलाड़ी जो खेल के मैदान से निकलकर घर गृहस्थी के तारों में उलझ चुका है उसके लिए मैदान में वापसी बिलकुल भी आसान नहीं होती. ऐसा खिलाड़ी न सिर्फ अपने आप से लड़ता है बल्कि उसके सामने घर परिवार भी किसी बड़ी चुनौती की तरह होते हैं जो मौके बेमौके उसका रास्ता रोकते हैं.
बस कुछ घंटों का इंतेजार और. कंगना रनौत (Kangana Ranaut) की फिल्म पंगा (Panga movie) हमारे सामने होगी. लेकिन कंगना ने अपनी छवि के मुताबिक Nirbhaya case मामले में बयान देकर 'बुद्धिजीवियों' से पंगा ले लिया है. निर्भया केस के दोषियों की फांसी में हो रही देरी पर उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को तो चौराहे पर फांसी देना चाहिए, ताकि उनके जैसे लोग जान सकें कि रेप करने का मतलब क्या होता है. चुपके से उन्हें फांसी दे दी, तो क्या फायदा होगा. जब कंगना से वकील इंदिरा जयसिंह के सिलसिले में सवाल किया गया कि उन्होंने निर्भया के दोषियों को माफ कर देने की अपील की है, कंगना ने दो-टूक लहजे में कहा कि इंदिरा जयसिंह को चार दिन के लिए निर्भया के दोषियों के साथ जेल में बंद कर देना चाहिए, ताकि उन्हें पता चले कि ये दरिंदे कैसे हैं. कंगना के इन बयानों को मीडिया में अजीब और आपत्तिजनक कहा जा रहा है, वहीं उनके समर्थक कई लोग यही तर्क दे रहे हैं कि कंगना ने तो बहुसंख्यक लोगों के दिल की बात कही है.
खैर, कंगना के हिस्से में आया ये पंगा कोई नहीं बात नहीं है. चलिए एक बार फिर कंगना की उस फिल्म पर लौटते हैं, जिसका नाम ही पंगा है. जिस तरह का फिल्म का ट्रेलर है ये बात खुद में साफ़ है कि स्पोर्ट्स की चाशनी में डालकर महिला सशक्तिकरण (Panga portraying Women Empowerment) को दर्शाती ये फिल्म हिट होगी और बॉक्स ऑफिस (Panga movie Box Office collection) को अच्छा कलेक्शन देगी. फिल्म में कंगना एक ऐसी हाउस वाइफ बनी हैं. जो किसी ज़माने में इंडियन कबड्डी टीम की कैप्टन रह चुकी हैं. फिल्म में कंगना ने उस हाउस वाइफ के कमबैक को परदे पर दर्शाया है. फिल्म का ट्रेलर इसकी तस्दीख करता नजर आता है कि वो खिलाड़ी जो खेल के मैदान से निकलकर घर गृहस्थी के तारों में उलझ चुका है उसके लिए मैदान में वापसी बिलकुल भी आसान नहीं होती. ऐसा खिलाड़ी न सिर्फ अपने आप से लड़ता है बल्कि उसके सामने घर परिवार भी किसी बड़ी चुनौती की तरह होते हैं जो मौके बेमौके उसका रास्ता रोकते हैं.
फिल्म आने में अभी कुछ वक़्त है सिर्फ ट्रेलर हमारे सामने है. ट्रेलर बता रहा है कि फिल्म में जैसी एक्टिंग कंगना ने की है वो वाकई काबिले तारीफ है और दर्शकों को सीट पर रोके रहेगी.
इन तमाम बातों के बाद बात अगर फिल्म के एक अन्य दिलचस्प पहलू की हो तो फिल्म के नाम और खुद कंगना रनौत में तमाम तरह की समानताएं हैं. फिल्म में भले ही कंगना अपने समाज से, अपने परिवेश से Panga ले रही हों मगर विषय जब निजी जीवन होता है तो उसमें भी कंगना पंगे लेते रहती हैं और वो अपनी इस अदा के लिए खासी मशहूर भी हैं.
हाल फ़िलहाल में जब कंगना ने लिया दीपिका से पंगा
कंगना हिमाचल के एक बहुत छोटे से शहर से आती हैं. जैसा जीवन या ये कहें कि जिस तरह का स्ट्रगल कंगना ने किया है कंगना को सफलता और असफलता की कीमत पता है. कंगना के जीवन में कुछ हवा हवाई नहीं है और चूंकि वो सफल हैं इसलिए भी वो उन आलोचकों को मुंह तोड़ जवाब देती हैं जो मौके बेमौके उनकी आलोचना में व्यस्त रहते हैं. इतनी बातें ये स्पष्ट करने के लिए काफी हैं कि कंगना चीजों के प्रति संवेदनशील तो हैं ही साथ ही उन्हें अच्छे और बुरे दोनों की समझ भी खूब है.
बात चूंकि पंगे के सन्दर्भ में हुई है तो पता दें कि हाल फिलहाल में कंगना का जो सबसे बड़ा पंगा चल रहा है वो किसी और से नहीं बल्कि सुपर स्टार Deepika Padukone से है. दरअसल हुआ कुछ यूं था कि दीपिका ने टिकटॉक पर एक वीडियो डाला था. वायरल हो रहे इस वीडियो में वो मेकअप आर्टिस्ट को छपाक लुक बनाने के लिए कह रही हैं. इंडिया टुडे के साथ एक्सक्लूसिव बातचीत में कंगना ने कहा कि मेरी बहन एसिड अटैक सर्वाइवर हैं और वे दीपिका के इस वीडियो से काफी हर्ट हुई हैं.
कंगना के अनुसार ये काफी असंवेदनशील वीडियो था और मैं उम्मीद करती हूं कि दीपिका के पास इसे बनाने का कोई ना कोई कारण होगा. इतना कहने के बाद कंगना ने अपनी चतुराई का परिचय देते हुए बहुत ही सधे हुए लहजे में अपनी बात रखी. कंगना ने कहा कि कई बार ऐसा होता है कि आपकी मार्केटिंग टीम लगातार फिल्म के प्रमोशन्स के लिए कुछ ना कुछ तैयार कर रही होती है और कई बार आप अनचाहे तरीके से कुछ असंवेदनशील कर जाते हो. ये कोई मेकअप लुक नहीं है और किसी को भी इस तरह का लुक अचीव करने की कोशिश नहीं करनी चाहिए और मुझे लगता है कि इस तरह की असंवेदनशीलता के लिए उन्हें माफी मांगनी चाहिए क्योंकि गलतियां इंसानों से ही होती है.
साथ ही कंगना दीपिका के जेएनयू जाने से भी खासी खफा नजर आईं. दीपिका की जेएनयू यात्रा पर कंगना ने कहा कि ये बहुत ट्रिकी है. महिलाओं को महिलाओं का सपोर्ट करना चाहिए लेकिन दीपिका ने जो किया, मैं ऐसा कभी नहीं कर सकती हूं. उन्होंने आगे कहा कि, दीपिका जानती हैं कि वो क्या कर रही हैं और वो किसके लिए खड़ी हो रही हैं. दीपिका के पास अपने डेमोक्रेटिक राइट्स को एक्सप्रेस करने का अधिकार है और उन्होंने ऐसा ही किया है लेकिन मैं टुकड़े-टुकड़े गैंग को सपोर्ट नहीं कर सकती हूं.
कंगना का कहना था कि मुझे समझ नहीं आता कि ये कौन खुराफाती लोग हैं जो सैनिकों के शहीद होने पर जश्न मनाते हैं, या निर्भया के रेपिस्ट्स की फांसी पर हाय हाय कर रहे हैं लेकिन इन लोगों को बुद्धिजीवी कहा जाता है. मुझे नहीं समझ आता कि इनका लॉजिक क्या होता है. मुझे नहीं समझ आता कि ये क्या चाहते हैं.
अब अगर हम कंगना की इस बात पर गौर करें तो मिलता है कि सफलता के नए आयाम छू रही कंगना का अपना पॉलिटिकल नैरेटिव है जिसको लेकर कंगना किसी भी तरह के कॉम्प्रोमाइज की स्थिति में नहीं हैं.
भारत और महाभारत पर का बैठीं सैफ अली खान से पंगा
बात बीते दिनों की है. एक्टर सैफ अली खान ने भारत को लेकर एक बयान दिया है. बयान के बाद सैफ चर्चा में हैं. सैफ ने बयान हालिया फिल्म तान्हाजी पर दिया था और कहा था कि, फिल्म में जो दिखाया गया है, वो इतिहास नहीं है. साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि, 'मुझे नहीं लगता कि ब्रिटिश से पहले इंडिया की कोई अवधारणा थी. सैफ की इस बात से कंगना को गुस्सा आया है और उन्होंने कड़ी प्रतिक्रिया दी है.
कंगना ने सैफ के इस बयान की आलोचना की है और इसे खारिज किया है. कंगना ने सैफ से सवाल किया है कि ब्रिटिश से पहले इंडिया की कोई नहीं अवधारणा था तो फिर महाभारत क्या था? और वेद व्यास ने क्या लिखा था?
सैफ अली खान पर लहजा सख्त करते हुए कंगना ने कहा था कि कुछ लोग अपने वही विचार रखते हैं जो उन्हें सही लगते हैं लेकिन महाभारत में श्रीकृष्ण ने साफ तौर पर जिक्र किया है कि भारत उस समय भी मौजूद था. सैफ अली खान को इतिहास का पाठ देते हुए कंगना ने ये भी कहा था कि |पुराने दौर में भी अलग-अलग राजा एक समान पहचान के लिए लड़े हैं जिसे 'भारत' कहा जाता था.
जब प्रियंका चोपड़ा के समर्थन में ले लिया था पंगा
बात 2019 की है अपने एक प्रोग्राम में प्रियंका ने भारतीय सेना का समर्थन किया था. पाकिस्तान की एक नामी गिरामी महिला प्रियंका के इस जवाब से आहत हो गयी थी और उसने प्रियंका को ढोंगी बताया था और मांग की थी कि प्रियंका को यूनिसेफ की गुडविल अम्बेसडर के पद से हटाया जाए जिसपर कंगना खुलकर प्रियंका के समर्थन में आई थीं.
एक निजी चैनल को इंटरव्यू में कंगना ने प्रियंका का बचाव करते हुए कहा था कि, 'यह कोई सरल चुनाव नहीं था. जब आप आपके कर्तव्य और संवेदनाओं के बीच फंस जाते हैं. यूनिसेफ के गुडविल अम्बेसडर के तौर पर भले ही आप अपने आपको एक देश तक सीमितकर न रख सकों लेकिन हम कितनी बार अपनी दिनचर्या में दिमाग की बजाय दिल से काम लेते है.
बहरहाल ऊपर जितनी भी बातें हुईं हैं अगर उनपर गौर करा जाए तो ये बात भी साफ़ हो जाती है कि कंगना व्यर्थ में पंगे नहीं लेती. उनके कुछ तय मानदंड हैं. कोई भी व्यक्ति जब उन्हें पार कर देता है तो कंगना को गुस्सा आ जाता है और वो पंगा ले बैठती हैं. कंगना द्वारा लिए गए पंगों में एक अच्छी बात ये है कि वो ज्यादातर जायज होते हैं और उन्हें पार लगाने के लिए कंगना को किसी बड़ी चुनौती का सामना नहीं करना होता.
ये भी पढ़ें -
Panga movie trailer: Kangana ने देश की कामकाजी महिलाओं की ओर से ये 'पंगा' लिया है
Jai Mummy Di review: कहना तो नहीं चाहिए लेकिन फिल्म का डब्बा गोल है!
Love Aaj Kal trailer की 5 बातें जिन्हें झुठला नहीं सकते !
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.