कंगना रनौत, रजनीकांत, धनुष और मनोज बाजपेयी समेत फिल्म उद्योग से जुड़े तमाम कलाकारों को दिल्ली में आयोजित 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में सम्मानित किया गया. उपराष्ट्रपति एम वैंकैया नायडू ने कंगना रनौत को मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झांसी और पंगा में निभाई उल्लेखनीय भूमिका के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया. यह कंगना का चौथा राष्ट्रीय पुरस्कार है. इस मामले में कंगना समकालीन अभिनेत्रियों में इकलौती हैं जिन्हें चार बार बड़ा राष्ट्रीय पुरस्कार मिला. 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा इसी साल मार्च में की गई थी.
विज्ञान भवन में आयोजित सम्मान समारोह में बेस्ट मेल एक्टर का सम्मान तमिल अभिनेता धनुष को "असुरन" के लिए और मनोज बाजपेयी को "भोंसले" के लिए दिया गया. कई अलग-अलग श्रेणियों में भी राष्ट्रीय पुरस्कार दिए गए. दिग्गज अभिनेता और तमिल सुपरस्टार रजनीकांत को भी दादा साहब फाल्के अवॉर्ड देकर सम्मानित किया गया. सम्मान समारोह में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी प्रमुखता से मौजूद रहे.
साल 2019 में आई मणिकर्णिका पीरियड ड्रामा है जो स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह करने वाली झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जीवन और बलिदान पर आधारित है. फिल्म में कंगना ने लक्ष्मीबाई की भूमिका निभाई थी. जबकि साल 2020 में आई स्पोर्ट्स ड्रामा पंगा में कंगना ने एक महिला खिलाड़ी की उल्लेल्खानीय भूमिका निभाई थी. दोनों फिल्मों की खूब तारीफ़ हुई थी.
कंगना को मिला सम्मान हजम नहीं हो रहा
कंगना को सम्मान तो मिला लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ लोगों को यह बात हजम नहीं हो रही है. ट्विटर पर यूजर्स ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार का सपोर्ट करने की वजह से कंगना...
कंगना रनौत, रजनीकांत, धनुष और मनोज बाजपेयी समेत फिल्म उद्योग से जुड़े तमाम कलाकारों को दिल्ली में आयोजित 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में सम्मानित किया गया. उपराष्ट्रपति एम वैंकैया नायडू ने कंगना रनौत को मणिकर्णिका द क्वीन ऑफ़ झांसी और पंगा में निभाई उल्लेखनीय भूमिका के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का राष्ट्रीय पुरस्कार प्रदान किया. यह कंगना का चौथा राष्ट्रीय पुरस्कार है. इस मामले में कंगना समकालीन अभिनेत्रियों में इकलौती हैं जिन्हें चार बार बड़ा राष्ट्रीय पुरस्कार मिला. 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कारों की घोषणा इसी साल मार्च में की गई थी.
विज्ञान भवन में आयोजित सम्मान समारोह में बेस्ट मेल एक्टर का सम्मान तमिल अभिनेता धनुष को "असुरन" के लिए और मनोज बाजपेयी को "भोंसले" के लिए दिया गया. कई अलग-अलग श्रेणियों में भी राष्ट्रीय पुरस्कार दिए गए. दिग्गज अभिनेता और तमिल सुपरस्टार रजनीकांत को भी दादा साहब फाल्के अवॉर्ड देकर सम्मानित किया गया. सम्मान समारोह में केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर भी प्रमुखता से मौजूद रहे.
साल 2019 में आई मणिकर्णिका पीरियड ड्रामा है जो स्वतंत्रता संग्राम में अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह करने वाली झांसी की रानी लक्ष्मीबाई के जीवन और बलिदान पर आधारित है. फिल्म में कंगना ने लक्ष्मीबाई की भूमिका निभाई थी. जबकि साल 2020 में आई स्पोर्ट्स ड्रामा पंगा में कंगना ने एक महिला खिलाड़ी की उल्लेल्खानीय भूमिका निभाई थी. दोनों फिल्मों की खूब तारीफ़ हुई थी.
कंगना को मिला सम्मान हजम नहीं हो रहा
कंगना को सम्मान तो मिला लेकिन सोशल मीडिया पर कुछ लोगों को यह बात हजम नहीं हो रही है. ट्विटर पर यूजर्स ने आरोप लगाया कि बीजेपी सरकार का सपोर्ट करने की वजह से कंगना को राष्ट्रीय पुरस्कार दिया गया. ट्विटर पर एक यूजर ने लिखा- कंगना को चापलूसी करने का ईनाम मिला है. कुछ और यूजर्स ने भी इसी तरह से प्रतिक्रिया जाहिर की है. हालांकि सोशल मीडिया पर ऐसे लोगों की भी कमी नहीं जो सम्मान के लिए कंगना की जमकर तारीफ़ कर रहे हैं.
इससे पहले कंगना को कब-कब मिला अवॉर्ड
इससे पहले भी कंगना रनौत को राष्ट्रीय पुरस्कार मिल चुके हैं. सबसे पहले उन्हें साल 2008 में फैशन के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्ट्रेस का नेशनल अवॉर्ड मिला था. फैशन उल्लेखनीय फिल्म है जिसे मधुर भंडारकर ने बनाया था. फिर साल 2014 में क्वीन के लिए भी कंगना कोई सम्मानित किया गया. क्वीन में कंगना ने एक एक शक्तिशाली लड़की का बहुत ही दमदार किरदार निभाया था. कंगना को तीसरी बार साल 2015 में तनु वेड्स मनु के लिए बेस्ट एक्ट्रेस का राष्ट्रीय सम्मान मिला था.
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