जिस वक्त बॉलीवुड बर्बाद हो रहा है आखिर क्या वजह है कि कार्तिक आर्यन में हिंदी सिनेमा इंडस्ट्री, अपार संभावनाएं देख रही है. बॉलीवुड के न्यूकर्मस में वह ऐसा गर्मागर्म चॉकलेट हैं जिसका स्वाद निर्माता और दर्शक- दोनों लेने को बेकरार दिखते हैं. आज की तारीख में बॉलीवुड का यह एक्टर कितना डिमांडिंग है, अंदाजा लगाना मुश्किल नहीं. उन्हें अक्षय कुमार पर भी वरीयता दी जाने लगी है. भूल भुलैया 2 के बाद अक्षय की हेराफेरी सीरीज भी उन्होंने हथिया ही ली. बावजूद कि अक्षय हेराफेरी का अगला पार्ट खुद करना चाहते थे. असल में यह खामखा नहीं हैं. कई चीजें ऐसी हैं जो कार्तिक के पक्ष में हैं और उन्हें इसका सीधा-सीधा फायदा मिल रहा है. वो तमाम चीजें क्या हैं उस पर आगे बात करेंगे मगर, उन्हीं की फिल्म शहजादा के पहले लुक पोस्टर में भी कुछ क्लू तो साफ़-साफ़ देख सकते हैं.
12 जनवरी को शहजादा का ट्रेलर आ रहा है. फिल्म अगले महीने 10 फरवरी के दिन रिलीज की जाएगी. उससे एक दिन पहले टी सीरीज ने शहजादा का फर्स्ट लुक पोस्टर जारी किया है. शहजादा का निर्देशन रोहित धवन कर रहे हैं. जबकि इसमें कार्तिक के साथ कृति सेनन और परेश रावल अहम भूमिकाओं में हैं. वैसे फिल्म का टीजर पहले ही आ चुका है. जिससे पता चलता है कि यह एक एक्शन एंटरटेनर है और कार्तिक ने बंटू नामके युवा हरफनमौला का किरदार निभाया है. बंटू जो नॉटी है, खूब नौटंकियां करता है और फाइट भी जोरदार करता है. यानी यह कार्तिक के करियर में एक मसाला एक्शन फिल्म हो सकती है. लुक उनका आम आदमी की तरह है. सिर पर गमछा बांधे हुए हैं. गले में लॉकेट और धागा. कलाई में कड़ा. आंख पर गॉगल चढ़ाए और मुंह में बीड़ी या रोल फंसाए एक्टर का अंदाज असरदार तो दिख रहा है. लुक पोस्टर पर कार्तिक को देखकर 90 के तमाम एक्शन कॉमेडी स्टार्स की याद आ जाए तो स्वाभाविक है. किरदार तो उनका बेशक अतरंगी है.
शहजादा में कार्तिक आर्यन का लुक.
टाइप्ड नहीं हैं कार्तिक आर्यन
1) असल में कार्तिक के सक्सेस की यही वजह भी है. उनके किरदार टाइप्ड नहीं दिखते. शहजादा से पहले उनकी फ्रेडी देख लीजिए. या उससे पहले भूल भुलैया 2 या फिर उससे भी पहले धमाका. और भी पहले की फ़िल्में देखी जा सकती हैं. शुरू-शुरू में लगा था कि यह एक्टर सिर्फ रोमांटिक कॉमेडी करता है. मगर जैसे-जैसे वे फ़िल्में करते जा रहे हैं उनके किरदारों में वेरायटी साफ़ दिख रही है. फ्रेडी के बाद अब शहजादा तगड़ा सबूत है. उनके किरदार भी आम से दिखते हैं. कार्तिक के पक्ष में जो माहौल बना है उसकी वजह बॉलीवुड बायकॉट के दौर में भी उनकी फिल्म का ब्लॉकबस्टर होना है. द कश्मीर फाइल्स के बाद भूल भुलैया 2 पहली ऐसी बॉलीवुड फिल्म रही जिसने हिंदी बेल्ट में जबरदस्त कामयाबी हासिल की. फिल्म की सफलता साफ़ सबूत है कि कार्तिक और उनकी फिल्म ने दर्शकों को कनेक्ट किया.
2) असल में दर्शकों के साथ यह कनेक्शन कार्तिक के फिल्मों के विषय की वजह से भी है. उनकी ज्यादातर फ़िल्में छोटे शहरों के बैकड्राप में आई हैं. पूरी तरह स्थानीयता को समेटे हुए आई हैं. छोटे शहरों का निम्न वर्ग या निम्न मध्य वर्ग कैसे रहता है कैसे सोचता है और वहां परिवार कैसे होता है- खूबसूरती से दिखाया गया. कार्तिक के किरदार के बाद यह दूसरा बड़ा फ्रंट है जिसकी वजह से उन्हें पसंद किया जा रहा और बॉलीवुड के तमाम निर्माताओं का भरोसा उनके प्रति बढ़ा है.
3) इसके अलावा बॉलीवुड को लेकर जो निगेटिव डिबेट खड़ी दिखती है एक तरह से उसने भी कार्तिक के पक्ष में माहौल बनाया है. इनकार नहीं किया जा सकता. मसलन कार्तिक आर्यन आउटसाइडर हैं. इस बीच करण जौहर के साथ एक प्रोजेक्ट को लेकर उनका जो विवाद सामने आया उसने उन्हें बायकॉट बॉलीवुड की आंच से बचाने में मदद की. करण जौहर को बॉलीवुड में भाई भतीजावाद का सबसे बड़ा प्रतीक बना दिया गया है. कहीं ना कहीं माना जा सकता है कि कार्तिक के पक्ष में एंटी बॉलीवुड वेव का भी सपोर्ट रहा. अक्षय को लेकर हेराफेरी से जुड़ी चीजें भी उन्हें मदद ही करती नजर आ रही हैं. वैसे भी अगर देखा जाए तो बायकॉट बॉलीवुड की आंच गिने चुने लोगों पर ही पड़ती दिखाई दे रही है. कुछ बड़े बैनर, कुछ बड़े निर्माता और कुछ बड़े एक्टर्स. बाकी बॉलीवुड के खिलाफ लोगों में वैसा गुस्सा नहीं है.
इसके सबूत भी मिलते हैं. बायकॉट ट्रेंड के बावजूद अजय देवगन की दृश्यम 2, राजश्री बैनर की ऊंचाई, वरुण धवन की भेड़िया ने जबरदस्त कमाई की. इन फिल्मों के खिलाफ निगेटिव कैम्पेन नहीं था. मगर यशराज और करण जौहर की फिल्मों, आमिर खान-अक्षय कुमार-रणबीर कपूर-रणवीर सिंह-शाहरुख खान की फिल्म के खिलाफ निगेटिव कैम्पेन देखने को मिलता है. ज्यादातर इन्हीं निर्माताओं और एक्टर्स की फ़िल्में भी फ्लॉप हो हुई हैं. शाहरुख की पठान का टेस्ट अभी टिकट खिड़की पर होना बाकी है.
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