शाहिद कपूर और उनकी स्पोर्ट्स ड्रामा जर्सी के लिए पीछे कुआं और आगे खाईं जैसी स्थितियां बनी हुई हैं. पहले कोरोना महामारी की वजह से पिछले साल फिल्म की रिलीज टालनी पड़ी थी. इसके बाद शाहिद-मृणाल ठाकुर की फिल्म ने 14 अप्रैल की तारीख चुनी. हालांकि यहां मुकाबले के लिए केजीएफ 2 आ गई. लेकिन यह मुकाबला हो पाता उससे पहले ही यश की फिल्म के रिकॉर्डतोड़ बुकिंग को देखते हुए निर्माताओं ने आनन-फानन में क्लैश से बाहर आने का फैसला लिया. जर्सी की रिलीज डेट खिसका दी गई. अब केजीएफ 2 हिंदी बॉक्स ऑफिस पर जिस तरह रोजाना रिकॉर्ड्स को ध्वस्त करते हुए आगे बढ़ रही है, उसे देख लग रहा कि एक हफ्ते का गैप भी शाहिद के लिए राहत देने वाली बात नहीं.
रिलीज के चार दिन बीत जाने के बावजूद केजीएफ 2 के लिए दर्शकों का प्यार कम होता नहीं दिख रहा है. चार दिन के वीकएंड में फिल्म के हिंदी वर्जन ने 193.99 करोड़ कमा लिए हैं. पहले यह रिकॉर्ड एसएस राजमौली की बाहुबली 2 के नाम दर्ज था. यश अब हिंदी में सबसे तेज 200 करोड़ कमाने के रिकॉर्ड के मुहाने पर पर हैं. सबसे तेज 200 करोड़ कमाने का रिकॉर्ड भी बाहुबली 2 के नाम दर्ज है. बाहुबली 2 ने 6 दिन में 185 करोड़ से ज्यादा कमाकर यह करिश्मा किया था जबकि केजीएफ 2 सिर्फ पांच दिन में ही आराम से रिकॉर्ड ध्वस्त करने जा रही है. और इस बात की संभावना बनी हुई है कि केजीएफ 2 बाहुबली 2 के 510 करोड़ को पीछे छोड़कर हिंदी में सबसे ज्यादा कमाने वाली फिल्म बन जाए.
हिंदी के व्यापक इलाकों के मद्देनजर दर्शकों के लिहाज से दूसरे पार्ट में मेकर्स ने जिस तरह कास्टिंग और कुछ दूसरे फेरबदल किए थे- उसका असर साफ़ दिख रहा है. संजय दत्त और रवीना टंडन के काम की तारीफ़ ने भी फिल्म के प्रति हिंदी पट्टी के इलाकों में दिलचस्पी बनाने में भूमिका निभाई...
शाहिद कपूर और उनकी स्पोर्ट्स ड्रामा जर्सी के लिए पीछे कुआं और आगे खाईं जैसी स्थितियां बनी हुई हैं. पहले कोरोना महामारी की वजह से पिछले साल फिल्म की रिलीज टालनी पड़ी थी. इसके बाद शाहिद-मृणाल ठाकुर की फिल्म ने 14 अप्रैल की तारीख चुनी. हालांकि यहां मुकाबले के लिए केजीएफ 2 आ गई. लेकिन यह मुकाबला हो पाता उससे पहले ही यश की फिल्म के रिकॉर्डतोड़ बुकिंग को देखते हुए निर्माताओं ने आनन-फानन में क्लैश से बाहर आने का फैसला लिया. जर्सी की रिलीज डेट खिसका दी गई. अब केजीएफ 2 हिंदी बॉक्स ऑफिस पर जिस तरह रोजाना रिकॉर्ड्स को ध्वस्त करते हुए आगे बढ़ रही है, उसे देख लग रहा कि एक हफ्ते का गैप भी शाहिद के लिए राहत देने वाली बात नहीं.
रिलीज के चार दिन बीत जाने के बावजूद केजीएफ 2 के लिए दर्शकों का प्यार कम होता नहीं दिख रहा है. चार दिन के वीकएंड में फिल्म के हिंदी वर्जन ने 193.99 करोड़ कमा लिए हैं. पहले यह रिकॉर्ड एसएस राजमौली की बाहुबली 2 के नाम दर्ज था. यश अब हिंदी में सबसे तेज 200 करोड़ कमाने के रिकॉर्ड के मुहाने पर पर हैं. सबसे तेज 200 करोड़ कमाने का रिकॉर्ड भी बाहुबली 2 के नाम दर्ज है. बाहुबली 2 ने 6 दिन में 185 करोड़ से ज्यादा कमाकर यह करिश्मा किया था जबकि केजीएफ 2 सिर्फ पांच दिन में ही आराम से रिकॉर्ड ध्वस्त करने जा रही है. और इस बात की संभावना बनी हुई है कि केजीएफ 2 बाहुबली 2 के 510 करोड़ को पीछे छोड़कर हिंदी में सबसे ज्यादा कमाने वाली फिल्म बन जाए.
हिंदी के व्यापक इलाकों के मद्देनजर दर्शकों के लिहाज से दूसरे पार्ट में मेकर्स ने जिस तरह कास्टिंग और कुछ दूसरे फेरबदल किए थे- उसका असर साफ़ दिख रहा है. संजय दत्त और रवीना टंडन के काम की तारीफ़ ने भी फिल्म के प्रति हिंदी पट्टी के इलाकों में दिलचस्पी बनाने में भूमिका निभाई है. यश का अपना स्टारडम तो है ही. हिंदी बॉक्स ऑफिस के इतिहास में यश की फिल्म सबसे ज्यादा ओपनिंग वीकएंड कलेक्शन निकालने वाली फिल्म बन चुकी है. पांच सौ करोड़ से ज्यादा ग्रॉस कलेक्शन के साथ कन्नड़ के इतिहास की सबसे बड़ी फिल्म भी बन चुकी है. हिंदी बॉक्स ऑफिस पर केजीएफ 2 की मौजूदा सफलता और ट्रेंड ही जर्सी के लिए तबाही साबित हो सकती है.
जर्सी ने केजीएफ 2 से बचने की जो कोशिश की थी उसी में फंसी नजर आ रही है
अगर यह पूछा जाए कि क्या जर्सी ने क्लैश से बचकर एक हफ्ते का जो गैप लिया, केजीएफ 2 से मुकाबले में शाहिद की फिल्म को इसका कोई फायदा मिल सकता है? कहने में संकोच नहीं करना चाहिए कि जर्सी को कोई फायदा नहीं मिलने जा रहा है. कम से कम केजीएफ 2 की रिलीज से पहले एक मामूली संभावना दिख रही थी, लेकिन चार दिन का बॉक्स ऑफिस ट्रेंड उन संभावनाओं को बुरी तरह खारिज कर रहा है. एक हफ्ता गैप होने के बावजूद भी जर्सी असल में बहुत चुनौतीपूर्ण क्लैश में फंसी हुई है. अभी भी हिंदी पट्टी में यश की फिल्म की एडवांस बुकिंग रिपोर्ट्स बेहतरीन निकलकर सामने आ रही हैं. 22 अप्रैल को रिलीज से चार दिन पहले शाहिद की फिल्म हलचल मचाते नहीं दिख रही.
ट्रेड सर्किल में माना जा रहा है की जर्सी को कामयाब होने के लिए केजीएफ 2 को दबाना होगा. केजीएफ 2 को दबाने का मतलब है कि थियेटर एग्जीबिटर यश की फिल्म के स्क्रीन और शोकेसिंग घटाकर जर्सी को दे दें. अब यह एक तरह से खयाली पुलाव पकाने जैसा है. कम से कम मास एंटरटेनर फिल्म को लेकर जिस तरह का शोर बना हुआ है उसमें कोई थियेटर एग्जीबिटर जर्सी को ज्यादा शोकेस करने का जोखिम क्यों उठाएंगे. जबकि एक फिल्म पहले से ही हिंदी के इतिहास में सबसे बेहतरीन कलेक्शन निकाल रही है.
आरआरआर को रोक सकते हैं जर्सी पर और मौके नहीं
ट्रेड सर्किल में यह जरूर माना जा रहा है कि 22 अप्रैल को जर्सी की रिलीज के बाद एसएस राजमौली की आरआरआर पर असर पड़ सकता है. वैसे भी शुक्रवार से आरआरआर का टिकट खिड़की पर पांचवां हफ्ता होगा और चौथे हफ्ते में फिल्म की रफ़्तार अब उतनी मजबूत नहीं दिख रही जितना कि पहले तीन हफ़्तों में थी. जर्सी के लिए कुआं-खाईं वाली स्थिति है. यानी एक तरफ सामने यश की मजबूत फिल्म है दूसरे निर्माता एक बार फिर 22 अप्रैल की तारीख स्किप करने का फैसला लें तो उन्हें हाल फिलहाल के महीनों में कोई सोलो डेट भी नहीं मिलती. लगभग सभी बेहतरीन तारीखों पर फ़िल्में पहले से शेड्यूल हैं.
22 अप्रैल को लड़ाई अच्छी और बहुत अच्छी फिल्म होने भर का नहीं है. हालांकि यह बहुत दावे से तो नहीं कहा जा सकता लेकिन जर्सी को बहुत अच्छी फिल्म साबित होकर दिखाना होगा. भले उसे कम स्क्रीन मिले. जैसे 700 से कम स्क्रीन पर रिलीज होकर द कश्मीर फाइल्स ने दमदार वर्ड ऑफ़ माउथ और बिजनेस की वजह से वीकएंड के बाद ज्यादा स्क्रीन्स और शोकेसिंग हथियाती गई. जर्सी के लिए जादुई करिश्मा उसका कंटेंट ही कर सकता है. वैसे भी हिंदी टिकट खिड़की पर इस तरह के जादू कभी कभार ही देखने को मिले हैं. भिड़ंत होगी कि नहीं और होगी तो किस तरह, शुक्रवार को इसी पर नजर रखना चाहिए.
जर्सी की रिलीज से केजीएफ 2 के सामने कोई फर्क नहीं पड़ने वाला. बस होगा यह कि आरआरआर की शोकेसिंग घट जाएगी.
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