किरण राव (Kiran Rao divorced) के तलाक के बाद उनके सफेद बालों को देखकर उनकी बदहाली की मजाक उड़ाने वाले अब क्या करेंगे...तलाक पर तो बहुत बात हो चुकी है लेकिन किरण राव इस बात की जीती जागती उदाहरण हैं कि महिलाएं कमजोर नहीं हैं. आज हम किरण के ऊपर ही बात करेंगे.
हालांकि यह बात उन लोगों को गले उतर पाना मुश्किल है जिन्होंने कुछ दिन पहले किरण के सफेद बालों को देखकर यह कहा था कि आमिर खान (Aamir Khan) से अलग होने के बाद बेचारी का क्या हाल हो गया है? अब किरण ने जिस तरह एंट्री मारी है वह इनके मुंह पर तमाचा है. जी हां किरण राव एक बार फिर से डायरेक्शन (Kiran Rao comeback Movie) के मैदान में उतर आई हैं. उन्होंने बता दिया है कि तलाक के बाद जिंदगी खत्म नहीं होती है बल्कि एक नई शुरुआत होती है. हालांकि इसके लिए महिलाओं का मजबूत होना जरूरी है. यानी किरण एक स्ट्रांग वुमेन हैं.
तलाक के बाद जिंदगी खत्म नहीं होती
क्या हमारे साथ हासदा होने पर हमें संमभले के लिए थोड़ा वक्त नहीं लगता? किसी रिश्ते को खत्म करके आगे बढ़ना आसान नहीं होता. हम हर पर उस शख्स के साथ भावानात्मक रिश्ते में जुड़े होते हैं ऐसे में अलग होने पर तकलीफ तो होती है. किरण राव ने समाज के संदेश दिया है जिंदगी जीने के लिए या खुश रहने के लिए किसी महिला को किसी पुरुष की जरूरत नहीं होती. जरूरी नहीं है कि तलाक के बाद कोई महिला किसी पुरुष के लिए मरी जा रही हो. हालांकि किसी के साथ रिश्ते में आगे बढ़ने में कोई बुराई भी नहीं है लेकिन यह महिलाओं की कमजोरी की निशानी नहीं है. एक महिला साथी चाहती है उसे किसी सहारे की जरूरत नहीं है. समाज के तानों के साथ तलाकशुदा महिला और...
किरण राव (Kiran Rao divorced) के तलाक के बाद उनके सफेद बालों को देखकर उनकी बदहाली की मजाक उड़ाने वाले अब क्या करेंगे...तलाक पर तो बहुत बात हो चुकी है लेकिन किरण राव इस बात की जीती जागती उदाहरण हैं कि महिलाएं कमजोर नहीं हैं. आज हम किरण के ऊपर ही बात करेंगे.
हालांकि यह बात उन लोगों को गले उतर पाना मुश्किल है जिन्होंने कुछ दिन पहले किरण के सफेद बालों को देखकर यह कहा था कि आमिर खान (Aamir Khan) से अलग होने के बाद बेचारी का क्या हाल हो गया है? अब किरण ने जिस तरह एंट्री मारी है वह इनके मुंह पर तमाचा है. जी हां किरण राव एक बार फिर से डायरेक्शन (Kiran Rao comeback Movie) के मैदान में उतर आई हैं. उन्होंने बता दिया है कि तलाक के बाद जिंदगी खत्म नहीं होती है बल्कि एक नई शुरुआत होती है. हालांकि इसके लिए महिलाओं का मजबूत होना जरूरी है. यानी किरण एक स्ट्रांग वुमेन हैं.
तलाक के बाद जिंदगी खत्म नहीं होती
क्या हमारे साथ हासदा होने पर हमें संमभले के लिए थोड़ा वक्त नहीं लगता? किसी रिश्ते को खत्म करके आगे बढ़ना आसान नहीं होता. हम हर पर उस शख्स के साथ भावानात्मक रिश्ते में जुड़े होते हैं ऐसे में अलग होने पर तकलीफ तो होती है. किरण राव ने समाज के संदेश दिया है जिंदगी जीने के लिए या खुश रहने के लिए किसी महिला को किसी पुरुष की जरूरत नहीं होती. जरूरी नहीं है कि तलाक के बाद कोई महिला किसी पुरुष के लिए मरी जा रही हो. हालांकि किसी के साथ रिश्ते में आगे बढ़ने में कोई बुराई भी नहीं है लेकिन यह महिलाओं की कमजोरी की निशानी नहीं है. एक महिला साथी चाहती है उसे किसी सहारे की जरूरत नहीं है. समाज के तानों के साथ तलाकशुदा महिला और मजबूत हो जाती है.
तलाक के बाद दूसरी पारी की शुरुआत
साल 2010 में किरण राव ने फिल्म धोबी घाट से एक डायरेक्टर के तौर पर अपना डेब्यू किया था. इस फिल्म में उनके काम के लिए काफी सराहना मिली थी. अब 11 सालों बाद एक बार फिर किरण किरण एक कॉमेडी ड्रामा फिल्म से डायरेक्टर के तौर पर वापसी करने वाली हैं. इस फिल्म को कोई और नहीं बल्कि आमिर खान प्रोडक्शंस कंपनी प्रोड्यूसर करेगी. असल में आमिर को फिल्म की स्क्रिप्ट काफी पसंद आई है कि एक प्रोड्यूसर के तौर पर वे इससे जुड़ने के तैयार हो गए. फिल्म की शूटिंग 20 जनवरी से शुरू हो जाएगी जिसे महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में शूट किया जाएगा.
किरण राव की कहानी
किरण राव की मुलाकात आमिर खान से लगान के सेट पर हुई थी. आमिर खान फिल्म के लीड एक्टर थे और किरण एक असिस्टेंट के तौर पर काम कर रही थीं. वहीं दोनों की पहली मुलाकात हुई और मिलना-जुलना शुरू हुआ. आमिर खान ने किरण राव से शादी करने के लिए अपनी पहली पत्नी रीना दत्ता से तलाक लिया था जिसके लिए 50 करोड़ रुपए की कीमत भी चुकाई थी. आमिर खान जहां 12वीं पास हैं वहीं किरण राव ने मास कम्यूनिकेशन में पोस्ट ग्रेजुएट हैं. हालांकि शादी 15 सालों बाद आमिर खान और किरण राव ने 03 जुलाई 2021 को एक संयुक्त बयान जारी करके अपने तलाक की घोषणा की थी. इन्होंने अपने एक बयान में कहा था कि, "इन 15 खूबसूरत सालों में हमने एक साथ जीवन भर के अनुभव, आनंद और हंसी शेयर की है, और हमारा रिश्ता केवल विश्वास, सम्मान और प्यार में बढ़ा है. अब हम अपने जीवन में एक नया अध्याय शुरू करना चाहेंगे- अब पति-पत्नी के रूप में नहीं, बल्कि एक-दूसरे के लिए सह-माता-पिता और परिवार के रूप में...
तलाक के बाद दोस्ती कायम करने के लिए जिगरा चाहिए
देखने में आता है कि शादी के बाद जोड़े एक-दूसरे की शक्ल तक नहीं देखना चाहते. एक-दूसरे के बारे में उल्टे-सीधे बयान देते हैं. एक- दूसरे को नीचा दिखाते हैं लेकिन किरण ने एक अलग ही उदाहरण पेश किया है. तलाक के बाद महिलाएं भावानात्मक रूप से टूट जाती हैं लेकिन किरण काफी मजबूत महिला हैं. वे न सिर्फ अपने पूर्व पति आमिर की एक दोस्त बनी हुई हैं बल्कि उनके साथ काम भी कर रही हैं. ऐसा सुनने में भले लगे कि कोई बड़ी हात नहीं है लेकिन अपने एक्स के साथ किसी भी तरह का रिश्ता रखने के लिए जिगरा चाहिए.
ताकतवर महिला के लिए तलाक बोझ नहीं
सहारे की जरूरत उस महिला को पड़ती है जो अपने पैरों पर खड़ी नहीं रहती. जो पढ़ी-लिखी नहीं रहती. जिसके पास करने को कुछ काम नहीं होता. जो पैसे नहां कमाती. जो आत्मनिर्भर नहीं रहती. ऐसे में उसके मायके वाले भी उसे बोझ समझने लगते हैं. वहीं अगर महिला मजबूत है. अगर वह हालातों को सामना धैर्य के साथ करती है. अगर वह परिस्थियों से घबराती नहीं है. अगर वह अपने सभी छोटे-मोटे काम खुद करती है. अगर वह खुद कार चला लेती है. अगर वह बैंक के काम खुद कर लेती है. अगर वह सभी फॉर्म खुद भर लेती है. अगर वह खुद अपने फाइनेंशियल फैसले लेती है. वह अपने फैसले खुद लेती है तो उसके लिए तलाक कोई बोझ नहीं लगता. वह यह नहीं सोचती कि पति के छोड़ने के बाद अब कहां जाऊं. उसे किसी के सहारे की जरूरत नहीं पड़ती. उसकी सेल्फ रिस्पेक्ट बनी रहती है. मजबूत महिला तलाक के बाद भी खुश रह सकती है. अपना काम कर सकती है और दुनिया को बता सकती है कि वह भी बाकी लोगों की तरह ही सामान्य है. उसका सिर्फ तलाक ही हुआ है जिंदगी नहीं बदली.
सब सही है तो तलाक क्यों?
माना जाता है कि तलाक की वजहें दहेज उत्पीड़न, धोखा, यौन हिंसा, सबंध में कमी और बात करने की कमी से होती है. तो अगर दो लोगों के बीच सब सही है तो फिर तलाक क्यों होता है? असल में जब हम जब नए रिश्ते में जुड़ते हैं तो यह सोचते हैं कि यह रिलेशनशिप उम्र भर साथ रहेगी. हम पार्टनर के साथ पूरी जिंदगी की प्लानिंग कर लेते हैं. हमें लगता है कि यह रिश्ता हमेशा के लिए है, लेकिन कुछ दिन साथ रहने के बाद समझ आता है कि अब पहले वाली बात नहीं रही. हम खुद को ठगा हुआ महसूस करते हैं. हम यह सोचने लगते हैं कि क्या सच में पूरी जिंदगी उसके साथ बिताना चाहते हैं या नहीं. हम अपनी कमिटमेंट और किए गए वादों की वजह से चाहकर भी उस रिश्ते से अलग नहीं हो पाते. इस बात को समझिए कि वैसे तो शादी का रिश्ता तो सात जन्मों का होता है लेकिन कभी-कभी पति-पत्नी में नहीं बनती और वे तलाक लेकर अलग हो जाते हैं.
बॉलीवुड में कई अभिनेत्रियों का तलाक
बॉलीवुड में कई जोड़ियों का तलाक हुआ है. जिसमें करिश्मा कपूर, मलाइका अरोड़ा, कोंकणा सेन, चित्रांगदा सिंह और मनीषा कोईराला का नाम शामिल हैं. इन अभिनेत्रियों को काफी कुछ झेलना पड़ा है. करिश्मा कपूर की कहानी तो सभी जानते हैं. ये बॉलीवुड की एक्ट्रेस अपनी शादी में परेशान थीं. इसके बाद इन्होंने तलाक लेने की सोची और अब एक खुशहाल जिंदगी जी रही हैं. इन हसीनाओं ने दुनियां को दिखा दिया कि खुश रहने के लिए किसी गलत इंसान के साथ रहने से अच्छा अकेले रहना है. ये अभिनेत्रियां काम भी कर रही हैं और अपने बच्चों का ख्याल भी रख रही हैं. इन बॉलीवुड हस्तियों ने समाज को आईना दिखाया है जो तलाकशुदा महिला को बेचारी और दुखी औरत समझते हैं. यही बात आम महिलाओं पर भी लागू होता है.
जिस तरह आमिर खान और किरण राव के अचानक तलाक की खबर ने सभी को चौंका दिया थी. उसी तरह अब किरण के दोबारा डायरेक्टर के रूप में काम करने पर भी हो रही है. लोगों को शायद तलाकशुदा महिलाओं को दुखी देखने की आदत हो गई है. वह बेचारी बनी रहीं दूसरों के सहारे पलती रहें लेकिन किरण राव ने बता दिया है कि तलाक के बाद किस तरह कोई महिला अपनी दूसरी पारी भी शुरु कर सकती है...आप क्या चाहते हैं? तलाक के बाद कोई महिली दुखी रहकर दूसरों के सहारे पलती रहे या फिर अपने दम पर अपनी जिंदगी खुशी-खुशी जीएं. महिला चाहें आम हो या सेलिब्रेटी अगर वह मजबूत है तो उसकी जिंदगी कभी रूकती नहीं है...
यह आर्टिकल तलाकशुदा महिलाओं की जिंदगी के बारे में बहुत कुछ साफ कर देगा, जरूर पढ़ें-
सर्वे कहता है 55% तलाकशुदा महिलाएं नए रिश्ते में बंधना चाहती हैं, क्यों आसान नहीं दूसरी शादी?
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