सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के सुपरहिट शो 'कुछ रंग प्यार के ऐसे भी' का तीसरा सीजन नए रंग रूप में लॉन्च हो गया. इसमें शहीर शेख और एरिका फर्नांडिस, देव और सोनाक्षी के अपने पुराने किरदारों में ही नजर आ रहे हैं. सुप्रिया पिलगांवकर देव की मां ईश्वरी के रोल में हैं. तीसरे सीजन में प्यार में डूबी देव और सोनाक्षी की जोड़ी के बदलते वक्त के साथ बदलते रिश्तों को उजागर करेगा. 'कुछ रंग प्यार के ऐसे भी' के पहले सीजन में देव और सोनाक्षी मिले थे. उनके बीच प्यार हुआ और फिर वो एक दूसरे के साथ रहने के लिए हर मुश्किलों से लड़े जिनमें जरूरत से ज्यादा अधिकार जताने वाली देव की मां ईश्वरी भी शामिल थीं.
इसके बाद 'कुछ रंग प्यार के ऐसे भी' के दूसरे सीजन में दिखाया गया कि देव और सोनाक्षी किस तरह भावनाओं के भंवर से गुजरते हैं. वहां उनके सामने एक-दूसरे के साथ समझौते और परवरिश की समस्याएं आती हैं. तीसरे सीजन में देव और सोनाक्षी की जिंदगी का नया अध्याय इस बात की पड़ताल करेगा कि अनजानी परिस्थितियों में रिश्तों में मिठास बरकरार रखने के लिए क्या जरूरी होता है और क्या नहीं. देव और सोनाक्षी इससे पहले दर्शकों को अलग-अलग भावनाओं से रूबरू करा चुके हैं, जिसमें एक दूसरे का साथ, आपसी समझ, प्यार, समझौता, नाराजगी, जुदाई और परवरिश जैसे पहलुओं को बड़ी खूबसूरती से दर्शाया गया था.
आइए जानते हैं किन वजहों से शाहीर शेख-एरिका फर्नांडिस का शो Must Watch है...
1. देव और सोनाक्षी का 'पवित्र रिश्ता'
सोनी टीवी के मशहूर शो 'कुछ रंग प्यार के ऐसे भी 3' को देखने की सबसे पहली और महत्वपूर्ण वजह है देव और सोनाक्षी की जोड़ी और उनके बीच का पवित्र...
सोनी एंटरटेनमेंट टेलीविजन के सुपरहिट शो 'कुछ रंग प्यार के ऐसे भी' का तीसरा सीजन नए रंग रूप में लॉन्च हो गया. इसमें शहीर शेख और एरिका फर्नांडिस, देव और सोनाक्षी के अपने पुराने किरदारों में ही नजर आ रहे हैं. सुप्रिया पिलगांवकर देव की मां ईश्वरी के रोल में हैं. तीसरे सीजन में प्यार में डूबी देव और सोनाक्षी की जोड़ी के बदलते वक्त के साथ बदलते रिश्तों को उजागर करेगा. 'कुछ रंग प्यार के ऐसे भी' के पहले सीजन में देव और सोनाक्षी मिले थे. उनके बीच प्यार हुआ और फिर वो एक दूसरे के साथ रहने के लिए हर मुश्किलों से लड़े जिनमें जरूरत से ज्यादा अधिकार जताने वाली देव की मां ईश्वरी भी शामिल थीं.
इसके बाद 'कुछ रंग प्यार के ऐसे भी' के दूसरे सीजन में दिखाया गया कि देव और सोनाक्षी किस तरह भावनाओं के भंवर से गुजरते हैं. वहां उनके सामने एक-दूसरे के साथ समझौते और परवरिश की समस्याएं आती हैं. तीसरे सीजन में देव और सोनाक्षी की जिंदगी का नया अध्याय इस बात की पड़ताल करेगा कि अनजानी परिस्थितियों में रिश्तों में मिठास बरकरार रखने के लिए क्या जरूरी होता है और क्या नहीं. देव और सोनाक्षी इससे पहले दर्शकों को अलग-अलग भावनाओं से रूबरू करा चुके हैं, जिसमें एक दूसरे का साथ, आपसी समझ, प्यार, समझौता, नाराजगी, जुदाई और परवरिश जैसे पहलुओं को बड़ी खूबसूरती से दर्शाया गया था.
आइए जानते हैं किन वजहों से शाहीर शेख-एरिका फर्नांडिस का शो Must Watch है...
1. देव और सोनाक्षी का 'पवित्र रिश्ता'
सोनी टीवी के मशहूर शो 'कुछ रंग प्यार के ऐसे भी 3' को देखने की सबसे पहली और महत्वपूर्ण वजह है देव और सोनाक्षी की जोड़ी और उनके बीच का पवित्र रिश्ता, जो प्यार की ऐसी डोर से बंधा है, जिसे कोई भी झंझावात डिगा नहीं सकता. छोटे पर्दे की सबसे मशहूर जोड़ियों में से एक इस जोड़ी के बीच की केमिस्ट्री अब तक की सबसे अनोखी और प्यारी है. उनका किरदार ऐसा है, जैसे कोई अपना हो. उनका प्यार हमारे दिल को झकझोर देता है, जो दर्द हमें रोने पर मजबूर कर देता है. तीसरा सीज़न उनके रिश्ते के बदलते आयाम और उन तरीकों पर प्रकाश डालेगा जिनसे दोनों चुनौतियों से पार पाएंगे. इसकी झलक पहले एपिसोड में मिल गई है.
2. हर उम्र और वर्ग के दर्शकों का ख्याल
इस शो से हर उम्र और वर्ग के दर्शकों को कनेक्ट करने के लिए कंटेंट और कैरेक्टर का खास ख्याल रखा गया है. नए प्यार की दहलीज़ पर कदम रखने वाली युवा जोड़ियां, जिंदगी की उलझनें सुलझाते विवाहित जोड़े, बुजुर्ग माता-पिता और किशोरों तक के लिए इसमें भरपूर मनोरंजन है. इस शो की मानसिकता न केवल नए और आधुनिक बल्कि उन लोगों के लिए भी है जो प्यार के पारंपरिक विचार में विश्वास करते हैं. शहीर शेख और एरिका फर्नांडिस एक बार फिर साबित किया है कि वे बेहतरीन कलाकार हैं. दोनों के किरदार मैच्योर हो चुके हैं. सुप्रिया पिलगांवकर हमेशा की तरह उनकी मां ईश्वरी के किरदार में गहरी छाप छोड़ने में सफल होती हैं.
3. परिवार की मनोरंजक कहानी
किसी भी फिल्म या शो का सबसे मजबूत पहूल उसकी कहानी होती है. 'कुछ रंग प्यार के ऐसे भी 3' की भी सबसे बड़ी खासियत इसकी कहानी है. इसमें एक ऐसे कपल का जीवन सफर दिखाया गया है, जो हर परिस्थिति में एक-दूसरे के साथ रहता है. सुख हो या दुख, एक-दूसरे का हाथ पकड़े ये प्रेमी जोड़ा निरंतर आगे बढ़ता रहता है. यह एक परिपक्व कहानी है, जो ना सिर्फ दर्शकों को अपनी सी लगेगी, बल्कि इसे देखना भी एक शानदार अनुभव होगा. तीसरे सीजन में दिखाया गया है कि देव और सोनाक्षी अपने करियर में बिजी रहते हुए अमीर तो हो गए हैं, लेकिन शादी में पहले वाली बात नहीं रही. दोनों अपनी निजी जिंदगी में परेशानियों का सामना कर रहे हैं.
4. भावनाओं का बेहतरीन मिश्रण
'कुछ रंग प्यार के ऐसे भी' में केवल एक कपल का रोमांस ही नहीं है. यह शो उन सभी भावनाओं का बेहतरीन मिश्रण है, जिनसे एक व्यक्ति गुजरता है, जैसे खुशी, गम, संजीदगी और हंसी-मजाक. इस शो की पटकथा बिल्कुल चुस्त और सटीक है. इसमें हर पहलू पर बारीकी और गहराई से ध्यान दिया गया है. इस शो का तीसरा सीज़न दर्शकों के लिए एक मनोरंजक सफर साबित होगा, जिसमें बहुत से ट्विस्ट एंड टर्न आएंगे. एक दिलचस्प कहानी देखने को मिलेगी. इसकी शुरूआत पहले एपिसोड से ही हो चुकी है. दूसरे सीजन में इश्क के आगोश में डूबा देव और सोनाक्षी का रिश्ता तीसरे सीजन में अंगड़ाई लेने लगा है. दूरियां दर्द बनकर उभर रही हैं.
5. रिश्तों का सुनहरा जाल
परिवार रिश्तों का एक सुनहरा जाल होता है. इसमें प्रेम के धागे से हर रिश्ता बंधा होता है. 'कुछ रंग प्यार के ऐसे भी' के तीसरे सीज़न में पुराने रिश्तों के साथ नए रिश्तों को भी अलग रोशनी में दिखाया जा रहा है. प्रेमी-प्रेमिका, मां-बेटे, पति-पत्नी, मां-बाप, अभिभावक-बच्चे और दादा-दादी के साथ बच्चों के रिश्ते को नई संवेदनाओं में पिरोया गया है. देव और सोनाक्षी अब मैच्योर कपल बन चुके हैं. उनके बच्चे हैं. उनकी मां बूढ़ी हो चली है. समय के साथ बदले हुए हालात में इन सभी के बीच कैसा रिश्ता है, इसे बखूबी दिखाया गया है, जो देखने के बाद ऐसा लगता है कि हर घर की कहानी है. हमारी कहानी है. हमारे परिजनों की कहानी है.
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