बॉक्स ऑफिस पर एक तरफ साउथ सिनेमा की सुनामी चल रही है, तो वहीं दूसरी तरफ बॉलीवुड की फिल्में तबाह हो रही हैं. इस तबाही का असर अब फिल्म इंडस्ट्री के साथ सितारों पर भी पड़ने लगा है. वो जमाना लद गया जब फिल्मी सितारों के स्टारडम के भरोसे फिल्में चल जाया करती थीं. यदि नहीं भी चली तो भी फिल्म मेकर्स की इतनी हैसियत नहीं होती थी कि वो उनसे सवाल कर सके. लेकिन समय बदल चुका है. फिल्म मेकर्स किसी भी हाल में घाटा सहन नहीं करना चाहते. उनके पास विकल्पों की कमी नहीं है.
फिल्म के प्रोड्यूसर अब किसी कुमार या खान के भरोसे नहीं रहना चाहते. नए कलाकारों पर भरोसा जता रहे हैं. जरूरत पड़ी तो पहले से तय सितारों को फिल्म से चलता कर दे रहे हैं. मन की नहीं हुई तो फिल्म बनाना ही बंद कर दे रहे हैं. कुछ ऐसा ही आमिर खान की नई फिल्म 'मोगुल' के साथ हुआ है. इसको फिल्म के प्रोड्यूसर भूषण कुमार ने बॉक्स ऑफिस पर 'लाल सिंह चड्ढा' का हाल देखकर ठंडे बस्ते में डाल दिया है. 'मोगुल' के अलावा आमिर खान के पास कोई दूसरा फिल्म प्रोजेक्ट लाइनअप नहीं है.
इस वक्त जिस तरह का माहौल चल रहा है. सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक बॉलीवुड फिल्मों का बहिष्कार किया जा रहा है. करण जौहर एंड गैंग्स के साथ खान तिकड़ी यानी शाहरुख खान, सलमान खान और आमिर खान का विरोध किया जा रहा है. उसे देखते हुए कोई भी प्रोड्यूसर आमिर को अपनी फिल्म देने से डरेगा. यदि किसी ने हिम्मत किया भी तो उसे बड़े बजट के साथ लंबा समय निवेश करना होगा. उसके बाद भी बॉक्स ऑफिस पर सफलता की गारंटी कोई नहीं है. जो कि पहले कम से कम हुआ करती थी.
ऐसे में आमिर खान का करियर अब डगमगाने लगा है. निश्चित तौर पर ये बात आमिर के फैंस को जल्दीबाजी में कही...
बॉक्स ऑफिस पर एक तरफ साउथ सिनेमा की सुनामी चल रही है, तो वहीं दूसरी तरफ बॉलीवुड की फिल्में तबाह हो रही हैं. इस तबाही का असर अब फिल्म इंडस्ट्री के साथ सितारों पर भी पड़ने लगा है. वो जमाना लद गया जब फिल्मी सितारों के स्टारडम के भरोसे फिल्में चल जाया करती थीं. यदि नहीं भी चली तो भी फिल्म मेकर्स की इतनी हैसियत नहीं होती थी कि वो उनसे सवाल कर सके. लेकिन समय बदल चुका है. फिल्म मेकर्स किसी भी हाल में घाटा सहन नहीं करना चाहते. उनके पास विकल्पों की कमी नहीं है.
फिल्म के प्रोड्यूसर अब किसी कुमार या खान के भरोसे नहीं रहना चाहते. नए कलाकारों पर भरोसा जता रहे हैं. जरूरत पड़ी तो पहले से तय सितारों को फिल्म से चलता कर दे रहे हैं. मन की नहीं हुई तो फिल्म बनाना ही बंद कर दे रहे हैं. कुछ ऐसा ही आमिर खान की नई फिल्म 'मोगुल' के साथ हुआ है. इसको फिल्म के प्रोड्यूसर भूषण कुमार ने बॉक्स ऑफिस पर 'लाल सिंह चड्ढा' का हाल देखकर ठंडे बस्ते में डाल दिया है. 'मोगुल' के अलावा आमिर खान के पास कोई दूसरा फिल्म प्रोजेक्ट लाइनअप नहीं है.
इस वक्त जिस तरह का माहौल चल रहा है. सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक बॉलीवुड फिल्मों का बहिष्कार किया जा रहा है. करण जौहर एंड गैंग्स के साथ खान तिकड़ी यानी शाहरुख खान, सलमान खान और आमिर खान का विरोध किया जा रहा है. उसे देखते हुए कोई भी प्रोड्यूसर आमिर को अपनी फिल्म देने से डरेगा. यदि किसी ने हिम्मत किया भी तो उसे बड़े बजट के साथ लंबा समय निवेश करना होगा. उसके बाद भी बॉक्स ऑफिस पर सफलता की गारंटी कोई नहीं है. जो कि पहले कम से कम हुआ करती थी.
ऐसे में आमिर खान का करियर अब डगमगाने लगा है. निश्चित तौर पर ये बात आमिर के फैंस को जल्दीबाजी में कही गई लग रही होगी. लेकिन उनको पता होना चाहिए कि यश राज फिल्म्स के बैनर तले बनी मेगा बजट फिल्म ठग्स ऑफ हिंदोस्तान के फ्लॉप होने के चार साल बाद आमिर की कोई फिल्म रिलीज हुई है. जबकि वो हर साल एक फिल्म करने के लिए जाने जाते हैं. उनकी फिल्मों की सफलता पर तो कोई शक नहीं होता था. आज भी देश में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली फिल्म का रिकॉर्ड उनके नाम ही है.
उनकी फिल्म दंगल ने 2100 करोड़ रुपए की कमाई करके इतिहास कायम किया हुआ है. लेकिन ठग्स ऑफ हिंदोस्तान के फ्लॉप होने के बाद समय तेजी से बदला है. इस दौरान सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमयी मौत हुई. इसी दौरान बॉलीवुड के कई काले कारनामे जैसे कि नेपोटिज्म, ड्रग्स, कास्टिंग काऊच आदि जैसे मामले सामने आए. कोरोना जैसी महामारी आई. इन सबने बॉलीवुड को बुरी तरह से प्रभावित किया. हिंदी बेल्ट में साउथ सिनेमा के बढ़ते प्रभाव के साथ लोग बॉलीवुड का तेजी से बायकॉट करने लगे.
इन सबका नतीजा क्या हुआ आमिर खान तो चार साल बाद पर्दे पर भी दिखाई दिए हैं, लेकिन शाहरुख खान अभी भी इंतजार में हैं. उनकी फिल्म पठान अगले साल जनवरी में रिलीज होगी, तबतक सिनेमा से दूर हुए उनके पांच साल पूरे हो चुके होंगे. सलमान खान ने बीच में दो फिल्में रिलीज करके हिम्मत दिखाई, लेकिन अंजाम क्या हुआ, सबके सामने है. ऐसे में बहुत मुश्किल है कि आमिर को अब कोई नई फिल्म ऑफर करे. यदि ऐसा नहीं हुआ तो आमिर को या तो फिल्म इंडस्ट्री छोड़नी होगी या फिर नए तरह के किरदार के साथ समझौता करना होगा. जैसे कि इनदिनों संजय दत्त और सैफ अली खान को देखा जा सकता है. दोनों ने अपनी हीरो वाली छवि को तोड़कर जो मिल रहा है, श्रद्धा पूर्वक वो काम कर रहे हैं.
वैसे हॉलीवुड फिल्म फॉरेस्ट गंप की इस ऑफिशियल हिंदी रीमेक से आमिर को क्या पूरे बॉलीवुड को उम्मीदें थीं. हर किसी को लग रहा था कि बॉलीवुड के लिए बॉक्स ऑफिस पर जो सूखा है, उसे आमिर ही खत्म कर सकते हैं. ऐसा उनका रिकॉर्ड भी रहा है. वो साल में भले ही एक फिल्म करें, लेकिन जो करते हैं वो धमाकेदार होता है. उनकी हर फिल्म हर किरदार अनोखा माना जाता है. उनकी फिल्में बेहतरीन कारोबार करती रही हैं. लेकिन इस बार ऐसा कुछ नहीं हुआ है. बॉलीवुड बायकॉट की आंधी में आमिर की फिल्म भी उड़ गई. आलम ये रहा कि 180 करोड़ रुपए की लागत में बनी ये फिल्म वर्ल्डवाइड 120 करोड़ की कमाई ही कर पाई है. इंडियन बॉक्स ऑफिस पर तो बहुत बुरा हाल है.
फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' पैन इंडिया हिंदी, तमिल और तेलुगू में रिलीज हुई थी. लेकिन इस फिल्म ने हिंदी वर्जन से 55.86 करोड़ रुपए, तमिल वर्जन से 15 लाख रुपए और तेलुगू वर्जन से 9 हजार रुपए की कमाई की है. इस फिल्म ने जितनी कमाई की है, उसके दोगुना फीस तो अक्षय कुमार अपनी एक फिल्म में ले लेते हैं. उनकी फीस 100 करोड़ रुपए के आसपास है. लेकिन अपनी फिल्म रक्षा बंधन की लागत वो भी नहीं निकाल पाए हैं. 120 करोड़ रुपए में बनी उनकी फिल्म महज 43 करोड़ रुपए ही कमा पाई है. इस तरह से देखा जाए तो बॉलीवुड के लिए बहुत मुश्किल वक्त चल रहा है. खासकर खान बंधुओं का तो बुरा हाल है. ऐसे में अगले साल रिलीज फिल्मों का क्या हश्र होता है, देखना दिलचस्प होगा.
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