फॉरेस्ट गंप का आधिकारिक बॉलीवुड अडाप्शन 'लाल सिंह चड्ढा' इसी हफ्ते गुरुवार को सिनेमाघरों में व्यापक रूप से रिलीज की गई थी. पैन इंडिया ड्रामा होने के बावजूद भारतीय दर्शकों ने लाल सिंह चड्ढा को बुरी तरह से खारिज कर दिया. दर्शकों की बेरुखी का सीधा असर आमिर खान, करीना कपूर खान और नागा चैतन्य स्टारर फिल्म के पहले दो दिन के कारोबार पर साफ़ देखा जा सकता है. आमिर की फिल्म ने जहां पहले दिन भारतीय बॉक्स ऑफिस पर मात्र 12 करोड़ की मामूली ओपनिंग पाई, वहीं दूसरे दिन की कमाई भी उम्मीदों के अनुरूप नहीं हो पाई. दूसरे दिन फिल्म ने महज 7.44 करोड़ कमाए हैं. जबकि दूसरे दिन रक्षा बंधन की तुलना में लाल सिंह चड्ढा का बिजनेस 35% के रूप में ज्यादा नीचे गिरा दिख रहा है. रक्षा बंधन ने दूसरे दिन 6.40 कमाए हैं जो पहले दिन की तुलना में मात्र 22 प्रतिशत गिरावट समेटे है.
कहां तो लाल सिंह चड्ढा के मेकर्स को उम्मीद थी कि फिल्म भारत के साथ-साथ विदेशों में भी धूम मचा सकती है. खासकर पाकिस्तान और चीन. इसी उम्मीद में पाकिस्तान के एक मीडिया ग्रुप ने फिल्म को रिलीज करने की कोशिशें की थी. मगर नाकामी हाथ लगी. कुछ रिपोर्ट्स का दावा है कि सिनेपेक्स मीडिया ग्रुप ने पाकिस्तान सरकार से सिनेमाघरों में आमिर की फिल्म की स्क्रीनिंग के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट की मांग की थी. मगर वहां की सरकार ने उसे खारिज कर दिया है. मांग मां ली जाती तो लाल सिंह चड्ढा की स्क्रीनिंग की जा सकती थी.
पैरामाउंट को मिला है विदेशों में फिल्म दिखने/बेंचने का अधिकार
लाल सिंह चड्ढा का ग्लोबली डिस्ट्रीब्यूशन राइट पैरामाउंट पिक्चर्स को दिया गया है. पैरामाउंट हॉलीवुड फिल्मों के डिस्ट्रीब्यूशन के लिए मशहूर है. लाल सिंह चड्ढा जिस...
फॉरेस्ट गंप का आधिकारिक बॉलीवुड अडाप्शन 'लाल सिंह चड्ढा' इसी हफ्ते गुरुवार को सिनेमाघरों में व्यापक रूप से रिलीज की गई थी. पैन इंडिया ड्रामा होने के बावजूद भारतीय दर्शकों ने लाल सिंह चड्ढा को बुरी तरह से खारिज कर दिया. दर्शकों की बेरुखी का सीधा असर आमिर खान, करीना कपूर खान और नागा चैतन्य स्टारर फिल्म के पहले दो दिन के कारोबार पर साफ़ देखा जा सकता है. आमिर की फिल्म ने जहां पहले दिन भारतीय बॉक्स ऑफिस पर मात्र 12 करोड़ की मामूली ओपनिंग पाई, वहीं दूसरे दिन की कमाई भी उम्मीदों के अनुरूप नहीं हो पाई. दूसरे दिन फिल्म ने महज 7.44 करोड़ कमाए हैं. जबकि दूसरे दिन रक्षा बंधन की तुलना में लाल सिंह चड्ढा का बिजनेस 35% के रूप में ज्यादा नीचे गिरा दिख रहा है. रक्षा बंधन ने दूसरे दिन 6.40 कमाए हैं जो पहले दिन की तुलना में मात्र 22 प्रतिशत गिरावट समेटे है.
कहां तो लाल सिंह चड्ढा के मेकर्स को उम्मीद थी कि फिल्म भारत के साथ-साथ विदेशों में भी धूम मचा सकती है. खासकर पाकिस्तान और चीन. इसी उम्मीद में पाकिस्तान के एक मीडिया ग्रुप ने फिल्म को रिलीज करने की कोशिशें की थी. मगर नाकामी हाथ लगी. कुछ रिपोर्ट्स का दावा है कि सिनेपेक्स मीडिया ग्रुप ने पाकिस्तान सरकार से सिनेमाघरों में आमिर की फिल्म की स्क्रीनिंग के लिए नो ऑब्जेक्शन सर्टिफिकेट की मांग की थी. मगर वहां की सरकार ने उसे खारिज कर दिया है. मांग मां ली जाती तो लाल सिंह चड्ढा की स्क्रीनिंग की जा सकती थी.
पैरामाउंट को मिला है विदेशों में फिल्म दिखने/बेंचने का अधिकार
लाल सिंह चड्ढा का ग्लोबली डिस्ट्रीब्यूशन राइट पैरामाउंट पिक्चर्स को दिया गया है. पैरामाउंट हॉलीवुड फिल्मों के डिस्ट्रीब्यूशन के लिए मशहूर है. लाल सिंह चड्ढा जिस मूल फिल्म फॉरेस्ट गंप का अडाप्शन है- उसे पैरामाउंट ने ही वितरीत किया था. सिनेपैक्स के जनरल मैनेजर साद बेग ने खुद लाल सिंह चड्ढा को लेकर चीजों को कन्फर्म किया कि कंपनी ने समूचे पाकिस्तान में फिल्म रिलीज को लेकर अनुमति मांगी है. उन्होंने NOC मिलने की उम्मीद भी जताई है.
हालांकि सेंट्रल बोर्ड ऑफ़ फिल्म सर्टिफिकेशन और सिंध बोर्ड ऑफ़ फिल्म सर्टिफिकेशन ने इस बारे में कोई डिटेल साझा नहीं की है मगर सूचना प्रसारण मंत्रालय सूत्रों के हवाले से बताया जा रहा कि मामला विचाराधीन है. जबकि एक दूसरे सूत्र का दावा है कि पाकिस्तान सरकार ने सिनेपैक्स को साफ मन कर दिया कि भारत में बनी कोई फिल्म या प्रोजेक्ट पाकिस्तान में रिलीज नहीं हो पाएगी.
क्यों पाकिस्तान में रिलीज नहीं हो रही हैं बॉलीवुड फ़िल्में?
असल में साल 2019 में एक पर एक कई आतंकी घटनाएं हुई कि उसका असर भारत-पाकिस्तान के आपसी रिश्तों पर पड़ा. कुछ आतंकी घटनाओं और एयरस्ट्राइक ने दोनों देशों के रिश्ते को नाजुक मोड़ पर पहुंचा दिया. इसके बाद जब भारत सरकार ने जम्मू कश्मीर के विशेष राज्य का दर्जा ख़त्म करते हुए धारा 370 को हटा दिया और केंद्र शासित क्षेत्रों के रूप में विभाजित कर दिया- पाकिस्तान की सरकार ने भारत को लेकर कई दिखावे की कार्रवाइयां कीं जिसमें भारतीय फिल्मों पर भी बैन लगाना शामिल है. 5 अगस्त 2019 के बाद से अब तक बॉलीवुड की कोई फिल्म वहां रिलीज नहीं हुई है.
क्या पैरामाउंट को जानबूझकर डिस्ट्रीब्यूशन राइट दिया गया था?
पाकिस्तान में बॉलीवुड फिल्मों का जबरदस्त माहौल रहा है बिल्कुल भारत की तरह. बॉलीवुड कंटेंट को वहां खूब पसंद किया जाता है. इसका अंदाजा इस बात से भी लगा सकते हैं कि भारतीय फिल्मों पर बैन के बाद पाकिस्तान में मनोरंजन कारोबार खासकर सिनेमाघरों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ा रहा है. इस वक्त वहां हॉलीवुड की डब फिल्मों से काम चलाया जा रहा है. हो सकता है कि मेकर्स को लगा हो कि पैरामाउंट के रूप में एक विदेशी कंपनी को डिस्ट्रीब्यूशन राइट देने और इस तरह बॉलीवुड की फिल्मों को सीधे भारत की बजाए हॉलीवुड के रास्ते पाकिस्तान में दिखाया जा सकता है.
इस प्रक्रिया में बहुत हद तक पाकिस्तान में रिलीज के लिए भारत के निर्माता या वितरक इन्वाल्व नहीं होते, और पाकिस्तान की वजह से फिल्म से जुड़ा कोई विवाद पनपने की आशंका भी ख़त्म हो जाती. पुख्ता तो नहीं कहा जा सकता मगर लाल सिंह चड्ढा को वहां दिखाने के लिए शायद इसी रास्ते विकल्प तलाशने की कोशिश की जा रही हो. अगर पाकिस्तान सरकार राजी होती तो फिल्म को वहां दिखाया जा सकता था. निश्चित ही इसका फायदा लाल सिंह चड्ढा के निवेशकों को तो मिलता ही, पाककिस्तान की खस्ताहाल पड़े सिनेमाघरों को भी संजीवनी मिल जाती. दुनिया के तमाम देशों में जहां आपसी रिश्ते नहीं हैं वहां तीसरे मुल्कों के जरिए इस तरह की कारोबारी प्रक्रिया नजर आती है.
अब आमिर खान की फिल्म को चीन से कारोबारी उम्मीद!
पाकिस्तान में फिल्म दिखाई जाएगी या नहीं दिखाई जाएगी इस बारे में कुछ भी दावे से नहीं कहा जा सकता. अगर फिल्म दिखाई जाती है तो काफी संभावना है कि भारत में हुए कारोबारी नुकसान की कुछ हद तक भरपाई वहां हो जाती. मगर अभी भी चीन आमिर के लिए एक बढ़िया विकल्प है. चीन में आमिर की फ़िल्में चाव से देखी जाती है. दंगल ने तो चीन में कमाई के कीर्तिमान ही बना दिए थे. यहां तक कि एक्टर की साल 2017 में आई सीक्रेट सुपरस्टार भारत में 100 करोड़ भी नहीं कमा पाई थी मगर फिल्म ने चीन में रिकॉर्डतोड़ बिजनेस किया. चीन में लाल सिंह चड्ढा रिलीज होती है तो वहां बेहतर कारोबार की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता.
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