करण जौहर के प्रोडक्शन में भारी भरकम बजट से बनाई गई 'लाइगर' का अंजाम टिकट खिड़की पर बहुत भयावह रहा. दर्शकों ने फिल्म को बहुत बुरी तरह खारिज किया. चार दिन का समय गुजारने के बावजूद देसी बॉक्स ऑफिस पर फिल्म मात्र 36.10 करोड़ कमाने में कामयाब रही. लाइगर को तेलुगु के अलावा हिंदी, तमिल, मलयालम और कन्नड़ में पैन इंडिया लाया गया था. लाइगर के जरिए करण जौहर ने दक्षिण की सिनेमा इंडस्ट्री में बॉलीवुड की तरह की बादशाहत बनाने की कोशिश की थी. मगर करण जौहर और बॉलीवुड की परछाई ने अल्लू अर्जुन, यश, प्रभास, रामचरण, जूनियर एनटीआर, धनुष और सुरिया की तरह विजय देवरकोंडा की योजनाओं को झुलसा दिया.
लाइगर की कहानी दर्शकों को घिसी पिटी और बॉलीवुड मार्का लगी. समीक्षकों ने भी कंटेंट की बहुत आलोचनाएं कीं. पिछले हफ्ते गुरुवार के दिन रिलीज फिल्म ने अपेक्षाओं से अलग पहले दिन मात्र 15.95 करोड़ का बिजनेस किया. अनुमान था कि फिल्म कम से कम 25 करोड़ कमा लेगी. पहले दिन के बिजनेस में तेलुगु को छोड़ हर जगह भयानक मंदी नजर आई. हिंदी का कंट्रीब्यूशन मात्र 1.25 करोड़ रहा और दक्षिण की दूसरी भाषाओं में भी कमाई कुछ हजार तक ही पहुंच कर सिमट गई. पहले दिन तमिल में मात्र 0.05 करोड़, मलयालम में 0.02 और कन्नड़ में 0.01 करोड़ ही रही.
हिंदी से भी बर्बाद बिजनेस है तेलुगु का, विजय के लिए यही सबसे हैरानी की बात होनी चाहिए
Sacnilk.com के मुताबिक़ दूसरे दिन भी मात्र 7.7 करोड़ की कमाई हुई. इसमें तेलुगु 2.92 करोड़, हिंदी 4.5 करोड़, तमिल 0.2 करोड़ और मलयालम का कंट्रीब्यूशन 0.08 करोड़ रहा. इसी तरह तीसरे दिन फिल्म की कमाई और नीचे गिरी. कुल 6.95 करोड़ कमाई में तेलुगु से 1.99 हिंदी से 4.7 करोड़, तमिल से 0.23 करोड़ और मलायम से 0.03 करोड़ ही रहा. रविवार की...
करण जौहर के प्रोडक्शन में भारी भरकम बजट से बनाई गई 'लाइगर' का अंजाम टिकट खिड़की पर बहुत भयावह रहा. दर्शकों ने फिल्म को बहुत बुरी तरह खारिज किया. चार दिन का समय गुजारने के बावजूद देसी बॉक्स ऑफिस पर फिल्म मात्र 36.10 करोड़ कमाने में कामयाब रही. लाइगर को तेलुगु के अलावा हिंदी, तमिल, मलयालम और कन्नड़ में पैन इंडिया लाया गया था. लाइगर के जरिए करण जौहर ने दक्षिण की सिनेमा इंडस्ट्री में बॉलीवुड की तरह की बादशाहत बनाने की कोशिश की थी. मगर करण जौहर और बॉलीवुड की परछाई ने अल्लू अर्जुन, यश, प्रभास, रामचरण, जूनियर एनटीआर, धनुष और सुरिया की तरह विजय देवरकोंडा की योजनाओं को झुलसा दिया.
लाइगर की कहानी दर्शकों को घिसी पिटी और बॉलीवुड मार्का लगी. समीक्षकों ने भी कंटेंट की बहुत आलोचनाएं कीं. पिछले हफ्ते गुरुवार के दिन रिलीज फिल्म ने अपेक्षाओं से अलग पहले दिन मात्र 15.95 करोड़ का बिजनेस किया. अनुमान था कि फिल्म कम से कम 25 करोड़ कमा लेगी. पहले दिन के बिजनेस में तेलुगु को छोड़ हर जगह भयानक मंदी नजर आई. हिंदी का कंट्रीब्यूशन मात्र 1.25 करोड़ रहा और दक्षिण की दूसरी भाषाओं में भी कमाई कुछ हजार तक ही पहुंच कर सिमट गई. पहले दिन तमिल में मात्र 0.05 करोड़, मलयालम में 0.02 और कन्नड़ में 0.01 करोड़ ही रही.
हिंदी से भी बर्बाद बिजनेस है तेलुगु का, विजय के लिए यही सबसे हैरानी की बात होनी चाहिए
Sacnilk.com के मुताबिक़ दूसरे दिन भी मात्र 7.7 करोड़ की कमाई हुई. इसमें तेलुगु 2.92 करोड़, हिंदी 4.5 करोड़, तमिल 0.2 करोड़ और मलयालम का कंट्रीब्यूशन 0.08 करोड़ रहा. इसी तरह तीसरे दिन फिल्म की कमाई और नीचे गिरी. कुल 6.95 करोड़ कमाई में तेलुगु से 1.99 हिंदी से 4.7 करोड़, तमिल से 0.23 करोड़ और मलायम से 0.03 करोड़ ही रहा. रविवार की छुट्टी के दिन अनुमान है कि करण जौहर के प्रोडक्शन की फिल्म ने मात्र 5.50 करोड़ कमाए हैं. अब कुल कमाई को जोड़ दिया जाए तो लाइगर ने सभी भाषाओं से देसी बॉक्स ऑफिस पर मात्र 36.10 करोड़ का कलेक्शन निकाला है. करीब 150-175 करोड़ से ज्यादा बजट में बनी फिल्म का लाइफटाइम कलेक्शन 50 करोड़ से पार जाता नहीं दिख रहा.
लाइगर की कलेक्शन रिपोर्ट से साफ़ पता चलता है कि दर्शकों ने हिंदी बेल्ट में करण जौहर की फिल्म वैसे ही झिड़क लगाईं जैसा वे दूसरी बॉलीवुड फिल्मों के साथ करते आए हैं. लेकिन हैरानी की बात यह है कि तेलुगु बॉक्स ऑफिस पर जहां विजय देवरकोंडा की फ़िल्में करोड़ों में बिजनेस करती हैं वहां भी लोगों ने बॉलीवुड मार्का फिल्म से हाथ जोड़ लिए. पहले दिन को छोड़ दिया जाए तो कलेक्शन में साफ़ दिख रहा कि लाइगर ने तेलुगु में हिंदी से भी बहुत कम कमाई की. कहने की बात नहीं कि फिल्म के कारोबार और आमिर खान की लाल सिंह चड्ढा का सपोर्ट करने की वजह से सोशल मीडिया पर विजय देवरकोंडा को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा.
बॉलीवुड के सपोर्ट में विजय के बयान से निराश थे लोग
खासकर उनके बयान कि आप हमारी फिल्म ना नहीं देखना चाहते तो ना देखें मगर इस तरह बायकॉट बॉलीवुड का विरोध तो ना करें. तमाम सिनेमाघर के मालिकों ने भी विजय के बयान की निंदा की थी. थियेटर मालिक मनोज देसाई ने भी देवरकोंडा और दूसरे तमाम लोगों की आलोचना की थी और कहा था कि दर्शकों के खिलाफ उन्हें इस तरह के बचकाने बयान नहीं देने चाहिए. अब लगता है कि लाइगर की नाकामी ने कम से कम विजय देवरकोंडा के दिमाग तो खोल कर रख दिया है. शायद यही वजह है कि तेलुगु एक्टर पुरानी गलतियों से सबक लेते दिख रहे हैं.
सोशल मीडिया पर फिल्म स्टार्स की आलोचना के बाद थियेटर मालिक मनोज देसाई का एक और वीडियो वायरल है. ख़ास बात यह है कि वीडियो में उनके साथ 'लाइगर' स्टार विजय देवरकोंडा भी नजर आ रहे हैं. विजय ने मनोज देसाई के पैर छूकर जाने अनजाने हुई गलतियों के लिए माफी मांगी. और बदले में मनोज देसाई ने भी कहा कि उन्होंने आवेश में आकर अपने छोटे भाई के लिए तमाम बातें कह दी थीं- उसका ध्यान ना दिया जाए. वीडियो का संकेत साफ है कि विजय अपनी भयंकर भूल का एहसास कर रहे हैं और इसके लिए उन्होंने मनोज देसाई के ऑफिस जाकर उनसे माफी मांगी.
एंटी बॉलीवुड कैम्पेन का असर तो जबरदस्त दिख रहा अब
इससे यह भी पता चल रहा कि सोशल मीडिया पर पब्लिक कैम्पेन का सितारों पर दबाव है. भारतीय संस्कृति, देश और समाज को लेकर लोग बॉलीवुड और कुछ सितारों की फितरत से नाराज हैं. किसी भी सूरत में ना तो फ़िल्में देखना चाहते हैं और दूसरों को भी ऐसा ही करने के लिए प्रेरित कर रहे हैं. विजय और दक्षिण के तमाम फिल्म मेकर्स को लाइगर के बाद समझ आ गया होगा कि दक्षिण की फिल्में नहीं हिट हो रही बल्कि बॉलीवुड से खार खाए हिंदी दर्शकों ने बॉलीवुड को सबक सिखाने भर के लिए दक्षिण के सिनेमा को चुना है जो उनके तमाम सवालों में परफेक्ट सिनेमा है.
पब्लिक प्रेशर में ही विजय मनोज देसाई के पास पहुंचे और अब तक बॉलीवुड बायकॉट ट्रेंड से बचे कार्तिक आर्यन ने 9 करोड़ मिलने के बावजूद पान मसाला का एड करने से मन कर दिया. जबकि शाहरुख खान, अक्षय कुमार और सलमान खान जैसे सितारे माउथ फ्रेशनर के नाम पर उन ब्रांड्स को एंडोर्स कर रहे हैं जो कैंसर जैसी जानलेवा बीमारी की सबसे बड़ी वजह पान मसाला बेंचते हैं.
बदलाव अच्छी चीज है. यह होते रहना चाहिए.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.