कोरोना काल में गरीबों के मसीहा बनकर उभरे अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood income tax raid) के घर और दफ्तर पर आयकर विभाग ने छापा क्या डाला चारों तरफ हो हल्ला मच गया. हर तरफ उन्हीं की बातें, खबरों में हेडलाइन...भला मसीहा को कोई गलत कैसे कह सकता है? अभी तो उनपर 20 करोड़ की चोरी की टैक्स का आरोप ही लगा है. फिलहाल चांज हो रही है, कुछ दिनों में नतीजा सामने भी आ जाएगा.
सोनू सूद ने सफाई ना देने की बात कही थी लेकिन बहुत कुछ अपने फेवर में बोल भी चुके हैं, जैसे कि कर भला हो भला वाला उनका पोस्ट इशारों ही इशारों में काफी कहानी कह रह है.
अब सोशल मीडिया के दौर में लोग इतने भी नादान नहीं है. उन्होंने यह भी कहा था कि वे 4 दिन से मेहमानों की सेवा में लगा था. उनके चाहने वालों की कमी भी नहीं है. अब जो इंसान मजदूरों की सेवा करेगा, जिसकी तस्वीर लगाकर स्पाइस जेट सैल्यूट करेगा उसके खिलाफ बोलने वालों की क्या हालत होगी आप समझ ही सकते हैं.
सोनू सूद लोगों के लिए देवता हैं, फरिश्ता है, कुछ तो उन्हें अपना भगवान ही मान बैठे हैं. जब कोई इंसान इस कदर लोगों के दिल में अपनी जगह बना लेता है तो लोग उसे गलत मान भी नहीं सकते. एक ऐसा टाइम आ जाता है जब अगर वो गलत होगा तो भी लोग उसे अपना लेंगे.
उनके दिल में जो सहानुभूति रहेगी और ज्यादा बढ़ जाएगी. खैर, सोनू सूद के खिलाफ जांच होने पर हंगामा तो होना ही था. उनकी लोकप्रियता इस वक्त चरम पर है. वे राजनीति में एक उभरता चेहरा हैं. वे लोगों की ट्वीटर के जरिए मदद करते हैं.
लोग आज भी उनके पास मदद के लिए जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर उनके लिए हैशटैग चलाया जा रहा है. वे एक ऐसे अभिनेता हैं जिन्हें लोग निगेटिव रोल में भी पसंद करते हैं. ऐसा अक्सर...
कोरोना काल में गरीबों के मसीहा बनकर उभरे अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood income tax raid) के घर और दफ्तर पर आयकर विभाग ने छापा क्या डाला चारों तरफ हो हल्ला मच गया. हर तरफ उन्हीं की बातें, खबरों में हेडलाइन...भला मसीहा को कोई गलत कैसे कह सकता है? अभी तो उनपर 20 करोड़ की चोरी की टैक्स का आरोप ही लगा है. फिलहाल चांज हो रही है, कुछ दिनों में नतीजा सामने भी आ जाएगा.
सोनू सूद ने सफाई ना देने की बात कही थी लेकिन बहुत कुछ अपने फेवर में बोल भी चुके हैं, जैसे कि कर भला हो भला वाला उनका पोस्ट इशारों ही इशारों में काफी कहानी कह रह है.
अब सोशल मीडिया के दौर में लोग इतने भी नादान नहीं है. उन्होंने यह भी कहा था कि वे 4 दिन से मेहमानों की सेवा में लगा था. उनके चाहने वालों की कमी भी नहीं है. अब जो इंसान मजदूरों की सेवा करेगा, जिसकी तस्वीर लगाकर स्पाइस जेट सैल्यूट करेगा उसके खिलाफ बोलने वालों की क्या हालत होगी आप समझ ही सकते हैं.
सोनू सूद लोगों के लिए देवता हैं, फरिश्ता है, कुछ तो उन्हें अपना भगवान ही मान बैठे हैं. जब कोई इंसान इस कदर लोगों के दिल में अपनी जगह बना लेता है तो लोग उसे गलत मान भी नहीं सकते. एक ऐसा टाइम आ जाता है जब अगर वो गलत होगा तो भी लोग उसे अपना लेंगे.
उनके दिल में जो सहानुभूति रहेगी और ज्यादा बढ़ जाएगी. खैर, सोनू सूद के खिलाफ जांच होने पर हंगामा तो होना ही था. उनकी लोकप्रियता इस वक्त चरम पर है. वे राजनीति में एक उभरता चेहरा हैं. वे लोगों की ट्वीटर के जरिए मदद करते हैं.
लोग आज भी उनके पास मदद के लिए जा रहे हैं. सोशल मीडिया पर उनके लिए हैशटैग चलाया जा रहा है. वे एक ऐसे अभिनेता हैं जिन्हें लोग निगेटिव रोल में भी पसंद करते हैं. ऐसा अक्सर साउथ के एक्टर के साथ होता है जैसा सोनू सूद के साथ हो रहा है. साउथ के लोग जिस तरह जयललीता और रजनीकांत को मानते हैं, वैसे ही सोनू सूद ने नॉर्थ के लोगों के दिलों में अपनी जगह बना ली है.
भारत में जो दिखता है वो बिकता है. वैसे तो कई ऐसे लोग हैं जो गुमनाम तरीके से लोगों की मदद करते हैं. लॉकडाउन में कई ऐसे लोग भी सामने आए जिन्होंने अपना नाम ना बताकर, कोई फोटो ना खिचवाकर भी लोगों की मदद की. सोनू सूद के नाम का हल्ला है तो उनके खिलाफ टैक्स सर्वे पर हल्ला तो मचना ही था. असल में इससे पहले भी बॉलीवुड के कई सितारों के घर आयकर विभाग का छापा पड़ चुका है, लेकिन हंगामा नहीं हुआ, क्योंकि वे सोनू सूद जो नहीं थे. चलिए बताते हैं...
1- जिसमें सबसे उपर नाम सलमान खान का है. सलमान खान के शहर भर के सभी आवासों और पनवेल में भी साल 2000 में आईटी विभाग ने छापा मारा था. उनके भाई अरबाज खान से भी पूछताछ की थी. अब लोगों को तो सलमान भाई से चिढ़ है. इन्हें पंसद करने वाले भी हैं लेकिन नफरत करने वाले ज्यादा ही हैं. उपर से इन्होंने राजनीति में कोई दिलचस्पी भी नहीं दिखाई है. इनके उपर कई केस भी चल रहे हैं. इनपर बॉलीवुड में भाई-भतीजावाद फैलाने का भी आरोप लगता रहता है. ना तो ये बेचारे हैं ना ही इनके पास कोई इमोशलन एंगल है, तो लोगों ने कोई मतलब नहीं रखा.
2- एकता कपूर के घर भी इनटैक्स की रेड पड़ चुकी है. फिल्म 'शूटआउट एट वडाला' की रिलीज से एक दिन पहले संभावित टैक्स चोरी को लेकर एकता कपूर के घर और बालाजी टेलीफिल्म्स स्टूडियो की तलाशी लेने के लिए करीब सौ अधिकारी मौके पर मौजूद थे. उस वक्त आईटी विभाग के अधिकारियों ने जुहू में एकता के घर सहित सात स्थानों पर छापेमारी की थी.
3- कटरीना कैफ भी इनटैक्स डिपार्टमेंट की नजरों से बच नहीं पाई थीं. कटरीना कैफ पर कर चोरी का शक था. उस वक्त ऐसी बातें सामने आईं थीं कि वे टैक्स देने में सक्षम नहीं थीं.
4- आपको यकीन नहीं होगा लेकिन धक-धक गर्ल माधुरी दीक्षित नेने के घर भी छापेमारी पड़ चुकी है. वो भी काफी खतरनाक तरीके की छापेमारी, जिसमें आयकर विभाग ने माधुरी दीक्षित नेने के घर की दीवारों को तोड़ दिया था. उन्हें संदेह था दीवारों के भीतर सीक्रेट मनी छिपी हुई है.
5- देसी गर्ल प्रियंका चोपड़ा जोनस भी इनकम टैक्स रेड से नहीं बच पाईं. अधिकारियों ने उस वक्त 60 मिलियन रुपए की छिपी हुई आय का पता लगाया था. उस वक्त उनके पिता से 15 मिलियन रुपए की छिपी संपत्ति के बारे में भी कुछ बातें हुईं थीं.
6- आयकर विभाग ने 2012 में संजय दत्त के घर की तलाशी उनके लग्जरीयस लाइफ स्टाइल को देखकर ली थी. रिपोर्ट्स की माने तो संजय की करोड़ों डॉलर की कस्टम-मेड घड़ी के लिए जांच की गई थी. वहीं छापे से ठीक एक दिन पहले ही उनकी पत्नी मान्यता दत्त को करीब 5-6 मिलियन रुपए की एक घड़ी पहने देखा गया था.
7- तापसी पन्नू का मामला तो अभी ताजा-ताजा ही है. तापसी कतिथ तौर पर टैक्स चोरी को लेकर सुर्खियों में थी. हालांकि वह सोनू सूद जितनी चर्चा में नहीं आईं थीं. आयकर विभाग ने करीब 20 ठिकानों पर खोजबीन की थी.
असल में इन सितारों ने ऐसा कुछ किया नहीं है कि लोग इनसे अपना इमोशलन कनेक्शन जोड़ सकें. लोग तो सोनू सूद का नाम लेकर बाकी सितारों को ताना मारते हैं और ट्रोल करते हैं कि वे लोगों की भलाई का काम क्यों नहीं करते. देश की गरीब जनता सबसे भोली है, कोई उनके लिए जरा सा कर दे वे उनकी तरफ की रूख कर लेती है.
ऐसे में सोनू सोद का सामने आकर उनके लिए काम करना, उनकी मदद करना और अपना नाम कमाना छोटी बात नहीं है. लोगों का कहना है कि सरकार का काम सोनू सूद कर रहे हैं, लोगों को नहीं मतलब कि वे पैसे सही तरीके से आ रहे हैं या गलत तरीके से. उन्हें बस इतना पता है कि सोनू हमारे लिए मसीहा हैं. चाहें कैसे भी हों. उपर से सोनू सूद को सपोर्ट करने वाले कोई छोटे-मोटे लोग नहीं है. वे राजनीति औऱ समाज में अपनी पकड़ रखते हैं.
नियम के अनुसार तो जिसतरह बाकी सितारों के यहां रेड पड़ी वैसे ही सोनू सूद के यहां भी पड़ी लेकिन इससे राजनीतिक फायदे के लिए भुनाने का काम किया गया. जहां राजनीति आ जाए, जहां सोशल मीडिया पर उनका नाम ट्रेंड बन जाए, वहां उनके खिलाफ जाने पर हल्ला तो मचेगा ही. अब ये सितारें तो अपना काम करते हैं, एक्टिंग करते हैं, पैसा कमाते हैं. उन्हें राजनीति और जनता की सेवा से क्या मतलब है? हां अगर कंगना रनौत के यहां रेड पड़े तो बात दूसरी है.
इस जमाने में जब लोग पैसे लेकर वोट देते हैं तो भला सहानुभूति मुफ्त में क्यों देंगे? अब नियत तो सबसे लिए एक समान होना चाहिए चाहें कोई नेता हो, अभिनेता हो या आम नागरिक. जब आप सही हो तो फिर डर किस बात का है? जितनी ज्यादा चर्चा, उतना ही प्रचार, उतनी ही बातें और उतनी ही सहानुभूति. भला है बुरा है जैसा भी है सोनू सूद हमारा देवता है, बस यही गाना बाकी रह गया है...
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