लक्ष्मण उटेकर के निर्देशन में आई मिमी (Mimi movie) लगातार सुर्ख़ियों में बनी हुई है. फैमिली एंटरटेनर साबित हो रही फिल्म में कृति सेनन (Kriti Sanon) और पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi) की जोड़ी ने दूसरे सहयोगी कलाकारों के साथ लाजवाब काम किया है. मिमी में रोमांस का एंगल नहीं है, मगर मनोरंजन के दूसरे मसाले भरपूर हैं. यही वजह है कि फीमेल सेंट्रिक फिल्म को हर वर्ग के दर्शक हाथोंहाथ ले रहे हैं. नेटफ्लिक्स और जियो सिनेमा पर मिमी के स्ट्रीम होने के बाद कई समीक्षकों ने तो यहां तक कहा कि इसे थियेटर में रिलीज होना चाहिए था. बॉक्स ऑफिस पर फिल्म काफी अच्छा बिजनेस करती.
वैसे महामारी की वजह से पिछले कुछ महीनों में फिल्मों को अलग-अलग ओटीटी प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीम किया जा रहा है. जब फ़िल्में थियेटर में आती थीं तब बॉक्स ऑफिस कलेक्शन से फिल्मों की सफलता का अंदाजा लगाया जाता था. मिमी मध्यम बजट में बनी साफ़ सुथरी फिल्म है और अपने मकसद में कामयाब साबित हो रही है. अब तक फिल्म को लेकर जो वर्ड ऑफ़ माउथ दिखा है वो बेहद शानदार है. हालांकि इस बात में कोई शक नहीं कि ओटीटी पर होने की वजह से तमाम दर्शक इसे नहीं देख पा रहे हैं. मिमी अगर थियेटर में रिलीज हुई होती तो बॉक्स ऑफिस पर फिल्म का प्रदर्शन वर्ड ऑफ़ माउथ के लिहाज से काफी बेहतरीन होता. एक प्रतिष्ठित बॉलीवुड वेबसाइट ने थियेटर रिलीज की स्थिति में मिमी के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन का अनुमान लगाया है.
तो बॉक्स ऑफिस पर इतने रुपये कमा लेती मिमी...
बॉलीवुड हंगामा की एक रिपोर्ट में ट्रेड एनालिस्ट के हवाले से बताया गया कि मिमी की ओपनिंग साधारण होती, मगर जो वर्ड ऑफ़ माउथ बनता उससे कमाई अगले दिनों में निश्चित बढ़ जाती. ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने कोई कलेक्शन फीगर तो नहीं दिया मगर मिमी के कंटेंट और कलाकारों के परफॉर्मेंस के आधार पर दावा किया कि...
लक्ष्मण उटेकर के निर्देशन में आई मिमी (Mimi movie) लगातार सुर्ख़ियों में बनी हुई है. फैमिली एंटरटेनर साबित हो रही फिल्म में कृति सेनन (Kriti Sanon) और पंकज त्रिपाठी (Pankaj Tripathi) की जोड़ी ने दूसरे सहयोगी कलाकारों के साथ लाजवाब काम किया है. मिमी में रोमांस का एंगल नहीं है, मगर मनोरंजन के दूसरे मसाले भरपूर हैं. यही वजह है कि फीमेल सेंट्रिक फिल्म को हर वर्ग के दर्शक हाथोंहाथ ले रहे हैं. नेटफ्लिक्स और जियो सिनेमा पर मिमी के स्ट्रीम होने के बाद कई समीक्षकों ने तो यहां तक कहा कि इसे थियेटर में रिलीज होना चाहिए था. बॉक्स ऑफिस पर फिल्म काफी अच्छा बिजनेस करती.
वैसे महामारी की वजह से पिछले कुछ महीनों में फिल्मों को अलग-अलग ओटीटी प्लेटफॉर्म पर स्ट्रीम किया जा रहा है. जब फ़िल्में थियेटर में आती थीं तब बॉक्स ऑफिस कलेक्शन से फिल्मों की सफलता का अंदाजा लगाया जाता था. मिमी मध्यम बजट में बनी साफ़ सुथरी फिल्म है और अपने मकसद में कामयाब साबित हो रही है. अब तक फिल्म को लेकर जो वर्ड ऑफ़ माउथ दिखा है वो बेहद शानदार है. हालांकि इस बात में कोई शक नहीं कि ओटीटी पर होने की वजह से तमाम दर्शक इसे नहीं देख पा रहे हैं. मिमी अगर थियेटर में रिलीज हुई होती तो बॉक्स ऑफिस पर फिल्म का प्रदर्शन वर्ड ऑफ़ माउथ के लिहाज से काफी बेहतरीन होता. एक प्रतिष्ठित बॉलीवुड वेबसाइट ने थियेटर रिलीज की स्थिति में मिमी के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन का अनुमान लगाया है.
तो बॉक्स ऑफिस पर इतने रुपये कमा लेती मिमी...
बॉलीवुड हंगामा की एक रिपोर्ट में ट्रेड एनालिस्ट के हवाले से बताया गया कि मिमी की ओपनिंग साधारण होती, मगर जो वर्ड ऑफ़ माउथ बनता उससे कमाई अगले दिनों में निश्चित बढ़ जाती. ट्रेड एनालिस्ट तरण आदर्श ने कोई कलेक्शन फीगर तो नहीं दिया मगर मिमी के कंटेंट और कलाकारों के परफॉर्मेंस के आधार पर दावा किया कि थियेटर में भी फिल्म काफी बेहतर प्रदर्शन करती. वहीं प्रोड्यूसर और फिल्म बिजनेस एनालिस्ट गिरीश जौहर ने कि मिमी बॉक्स ऑफिस पर 35 करोड़ से ज्यादा का कारोबार करती. ट्रेड एक्सपर्ट कोमल नाहटा का भी मानना है कि बड़े शहरों में मिमी काफी अच्छा करती और 25 करोड़ की कमाई कर लेती. पहले वीकएंड के बाद कलेक्शन और बढ़ जाता. रिपोर्ट के मुताबिक़ देश में मिमी का लाइफ टाइम कलेक्शन 60-70 करोड़ के बीच रहता.
वैसे आधिकारिक रूप से तो ये बात सामने नहीं आ पाई लेकिन मिमी की कुल लागत करीब 25 करोड़ रुपये के आसपास आंकी जा रही है. 25 करोड़ की लागत में 60 से 70 करोड़ का कलेक्शन किसी भी लिहाज से सुपरहिट माना जा सकता है. आईएमडीबी पर मिमी को यूजर रेटिंग भी जबरदस्त मिल रही है. अब तक फिल्म को 10 में से 8.3 रेट किया है. ये इस साल रिलीज फिल्मों में सबसे ज्यादा है.
मिमी 25 साल की लड़की की कहानी है. मिमी (कृति सेनन) हीरोइन बनना चाहती है लेकिन पैसों के लिए जयपुर में जूझ रही है. फिर एक टूरिस्ट ड्राइवर (पंकज त्रिपाठी) के जरिए विदेशी जोड़ा उसे सरोगेसी के लिए 20 लाख रुपये ऑफर करता है. मिमी इन पैसों से अपना करियर बनाना चाहती है. घरवालों से छिपकर सरोगेट मदर बनने के लिए राजी हो जाती है. ट्विस्ट तब आता है जब विदेशी जोड़ा बच्चा लेने से इनकार कर देता है और भाग जाता है. मिमी या तो करियर के लिए बच्चे को गर्भ में ही मार दे या उसे जन्म दे. मिमी बच्चे को जन्म देती है. कहानी में एक बार फिर ट्विस्ट आता है. विदेशी जोड़ा वापस आकर बच्चे की डिमांड करता है. कहानी काफी प्रेडिक्टेबल है मगर संवाद, अभिनय, कॉमेडी, इमोशन और लाजवाब ड्रामा ने इसे बेहतरीन बना दिया है. फिल्म अंत तक दर्शकों को बांधे रखती है.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.