अमेजन प्राइम वीडियो की वेब सीरीज मिर्जापुर बेहतरीन स्टोरी और परफॉर्मेंस के साथ ही किरदारों के डायलॉग्स के लिए भी जानी जाती है. लेकिन इन सबसे बड़ी बात ये है कि अब मिर्जापुर वेब सीरीज के कुछ सीन्स की लोग अब अपने दोस्तों के साथ हंसी-ठिठोली और भौकाल दिखाने के लिए कॉपी करने लगे हैं और इसी से मिर्जापुर की लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है. चाहे कालीन भैया का शांत-सौन्य खतरनाक अवतार हो, मुन्ना त्रिपाठी की गुंडई और गाली हो, गुड्डू भैया की भोलेपन से भरी बदमाशी हो या वीणा त्रिपाठी से वासनामय अदा, इन सभी किरदारों ने फैंस के दिलों पर ऐसी छाप छोड़ी है कि मिर्जापुर एक वेब सीरीज न होकर, एक पहचान हो गई है, जिसके हर किरदार की कॉपी कर लोग अलग दिखना चाहते हैं. इन सबके बीच एक और बात है जो मिर्जापुर को प्रासंगिक बनाती है, वो है इस वेब सीरीज से निकले ज्ञान. हालांकि, ये ज्ञान किताबी नहीं, बल्कि व्यावहारिक हैं और लोग अपनी दैनिक जिंदगी में इसका इस्तेमाल करते हैं या दूसरों को देते हैं. जिस तरह मिर्जापुर वेब सीरीज से जुड़ी कोई भी खबर पल भर में वायरल हो जाती है, उसी तरह मिर्जापुर से जुड़े ज्ञान भी लोगों के बीच उतने ही वायरल हैं.
बीते दिनों अमेजन प्राइम वीडियो ने शिक्षक दिवस के मौके पर मिर्जापुर वेब सीरीज से जुड़ा एक वीडियो क्लिप जारी किया, जिसमें तरह-तरह के मनोभावों से जुड़े ज्ञान थे. ये ज्ञान भले मिर्जापुर के काल्पनिक किरदारों पर आधारित थे, लेकिन इसकी प्रासंगिकता हकीकत की दुनिया में भी उतनी ही है, जितनी कि काल्पनिक दुनिया में. आइए, आपको कुछ संवाद के जरिये इन व्यावहारिक ज्ञान की कहानी बयां करते हैं. मिर्जापुर वेब सीरीज के एक सीन में अखंडानंद त्रिपाठी उर्फ कालीन भैया अपने पिता सत्यानंद त्रिपाठी से बातचीत के दौरान कहते हैं- ‘सांप को चाहे कितना भी दूध पिला दो, एक बार दुश्मनी हो गई तो हमेशा दुश्मन ही रहता है’. इसके बाद सत्यानंद त्रिपाठी कहते हैं- ‘सांप कितना भी बड़ा दुश्मन हो जाए, पर कंट्रोल सपेरे के हाथ में ही होता है’. इस तरह के...
अमेजन प्राइम वीडियो की वेब सीरीज मिर्जापुर बेहतरीन स्टोरी और परफॉर्मेंस के साथ ही किरदारों के डायलॉग्स के लिए भी जानी जाती है. लेकिन इन सबसे बड़ी बात ये है कि अब मिर्जापुर वेब सीरीज के कुछ सीन्स की लोग अब अपने दोस्तों के साथ हंसी-ठिठोली और भौकाल दिखाने के लिए कॉपी करने लगे हैं और इसी से मिर्जापुर की लोकप्रियता का अंदाजा लगाया जा सकता है. चाहे कालीन भैया का शांत-सौन्य खतरनाक अवतार हो, मुन्ना त्रिपाठी की गुंडई और गाली हो, गुड्डू भैया की भोलेपन से भरी बदमाशी हो या वीणा त्रिपाठी से वासनामय अदा, इन सभी किरदारों ने फैंस के दिलों पर ऐसी छाप छोड़ी है कि मिर्जापुर एक वेब सीरीज न होकर, एक पहचान हो गई है, जिसके हर किरदार की कॉपी कर लोग अलग दिखना चाहते हैं. इन सबके बीच एक और बात है जो मिर्जापुर को प्रासंगिक बनाती है, वो है इस वेब सीरीज से निकले ज्ञान. हालांकि, ये ज्ञान किताबी नहीं, बल्कि व्यावहारिक हैं और लोग अपनी दैनिक जिंदगी में इसका इस्तेमाल करते हैं या दूसरों को देते हैं. जिस तरह मिर्जापुर वेब सीरीज से जुड़ी कोई भी खबर पल भर में वायरल हो जाती है, उसी तरह मिर्जापुर से जुड़े ज्ञान भी लोगों के बीच उतने ही वायरल हैं.
बीते दिनों अमेजन प्राइम वीडियो ने शिक्षक दिवस के मौके पर मिर्जापुर वेब सीरीज से जुड़ा एक वीडियो क्लिप जारी किया, जिसमें तरह-तरह के मनोभावों से जुड़े ज्ञान थे. ये ज्ञान भले मिर्जापुर के काल्पनिक किरदारों पर आधारित थे, लेकिन इसकी प्रासंगिकता हकीकत की दुनिया में भी उतनी ही है, जितनी कि काल्पनिक दुनिया में. आइए, आपको कुछ संवाद के जरिये इन व्यावहारिक ज्ञान की कहानी बयां करते हैं. मिर्जापुर वेब सीरीज के एक सीन में अखंडानंद त्रिपाठी उर्फ कालीन भैया अपने पिता सत्यानंद त्रिपाठी से बातचीत के दौरान कहते हैं- ‘सांप को चाहे कितना भी दूध पिला दो, एक बार दुश्मनी हो गई तो हमेशा दुश्मन ही रहता है’. इसके बाद सत्यानंद त्रिपाठी कहते हैं- ‘सांप कितना भी बड़ा दुश्मन हो जाए, पर कंट्रोल सपेरे के हाथ में ही होता है’. इस तरह के संवाद अक्सर हमारे और आपके घर में बड़े बुजुर्गों के बीच देखने को मिल जाते हैं.
कालीन त्रिपाठी और मुन्ना त्रिपाठी का अनोखा ज्ञान
अमेजन प्राइम वीडियो की वेब सीरीज मिर्जापुर के पहले सीजन में जिस एक किरदार ने लोगों को सबसे ज्यादा हैरान किया, वो है मुन्ना त्रिपाठी. कालीन त्रिपाठी के नालायक बेटे के रूप में मुन्ना त्रिपाठी के एक से बढ़कर एक डायलॉग ने लोगों को ऐसी दुनिया से रूबरू कराया, जहां मनमानी, बदमाशियां, गुंडई और हत्या जैसी बातें इसलिए आम होती हैं कि ऐसा करने वाले अपने बाप-दादा के नाम पर जुर्म का नंगा नाच करते हैं. मिर्जापुर के एक सीन में जब मुन्ना त्रिपाठी को पता चलता है कि छात्रसंघ के चुनाव में उसके खिलाफ कोई खड़ा होने वाला है तो वह क्लास में घुसकर एक छात्र को बुरी तरीके से पिटता है और कहता है- पचास बार बोले हैं कि पढ़ने लिखने वाले लड़कों को राजनीति से दूर रहना चाहिए. हम सब ने मुन्ना जैसे एक न एक किरदार को जरूर अपने छात्र जीवन में देखा है, जो कॉलेज में इस तरह की गुंडई करते दिख जाता है. मुन्ना त्रिपाठी की एक समस्या ये थी कि उसे हमेशा लगता था कि गुड्डू और बब्लू की वजह से उसके पिता उसे भाव नहीं देते हैं, एक बार वह अपने पिता से इस बारे में बात करता है कि हमें गुड्डू और बल्लू से बदला लेना है. इसपर कालीन भैया मुन्ना तो दार्शनिक अंदाज में ज्ञान देते हैं कि इससे बड़ा बदला क्या होगा कि जिससे तुम्हें परेशानी है, वो आने वाले समय में तुम्हारे नीचे काम करेंगे. आज अगर हमें वफादार बनाएंगे तो ये कल तुम्हारे लिए वफादार बने रहेंगे.
गुड्डू पंडित और बब्लू पंडित की जोड़ी गजब
मिर्जापुर वेब सीरीज में गुड्डू और बल्लू पंडित के किरदार ने लोगों को जितना मेसेज दिया, उतना किसी किरदार ने नहीं दिया. जहां गुड्डू पंडित के रूप में अली फजल ने बैल बुद्धि वाले एक लंपट लड़के का किरदार निभाया है, जो कालीन भैया के गैंग में शामिल होता है और बिना सोचे किसी को भी मार पीट देता है या हत्या कर देता है. वहीं गुड्डू के विपरीत बब्लू पंडित के रूप में विक्रांत मेसी समझदार और धैर्यवान लड़के के रूप में जुर्म की दुनिया में भी इमानदार रहता है और अच्छे लोगों के साथ अच्छी तरह पेश आता है. गुड्डू और बब्लू के किरदार को देखकर ऐसा लगता है कि हम अपने गली मोहल्ले के लड़कों को देख रहे हैं, जिनमें से कुछ बस बॉडी बनाने और बदमाशी करने में आगे रहते हैं और कुछ वाकई समझदार होते हैं, जो परिस्थिति के अनुसार खुद को ढाल लेते हैं और मौके का फायदा उठाने में माहिर होते हैं.
23 अक्टूबर को मचेगा धमाल
उल्लेखनीय है कि अमेजन प्राइम वीडियो की वेब सीरीज मिर्जापुर के दूसरे सीजन यानी मिर्जापुर 2 का दर्शकों को बेसब्री से इंतजार है और आगामी 23 अक्टूबर को मिर्जापुर 2 रिलीज हो रही है. अगले कुछ दिनों में मिर्जापुर 2 का पोस्टर और ट्रेलर रिलीज कर दिया जाएगा, जिससे लोगों को अंदाजा हो जाएगा कि मिर्जापुर के दूसरे सीजन में पंकज त्रिपाठी, अली फजल, दिव्येंदू शर्मा, श्वेता त्रिपाठी, रसिका दुग्गल और विजय वर्मा क्या नया करने वाले हैं. माना जा रहा है कि मिर्जापुर का दूसरा सीजन और ज्यादा खतरनाक और रोमांच से भरपूर रहने वाला है. फरहान अख्तर और रितेश शिदवानी की प्रोडक्शन कंपनी एक्सेल एंटरटेनमेंट के बैनर तले बनी मिर्जापुर 2 को एक बार फिर गुरमीत सिंह ही निर्देशित करने वाले हैं और इस बार करण अंशुमन की जगह मिहिर देसाई उनका साथ देंगे.
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