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Miss Universe 2021: हरनाज संधू का फाइनल जवाब कैसे भारी पड़ा रनरअप पर

    • मुकेश कुमार गजेंद्र
    • Updated: 13 दिसम्बर, 2021 08:41 PM
  • 13 दिसम्बर, 2021 03:57 PM
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हरनाज संधू (Harnaaz Sandhu) ने मिस यूनिवर्स 2021 (Miss Universe 2021) का खिताब जीतकर पूरी दुनिया में भारत का नाम रौशन किया है. 21 साल बाद किसी भारतीय सुंदरी को यह खिताब मिला है. उनसे पहले साल 2000 में लारा दत्ता और साल 1994 में सुष्मिता सेन मिस यूनिवर्स बनीं थीं.

21 साल बाद मिस यूनिवर्स का खिताब भारत को मिला है. ये कमाल किया है चंडीगढ़ की रहने वाली हरनाज संधू, जो मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में हिंदुस्तान का प्रतिनिधित्व कर रही थीं. आखिरी बार साल 2000 में बॉलीवुड एक्ट्रेस लारा दत्ता मिस यूनिवर्स बनीं थीं. उनसे पहले साल 1994 में फिल्म एक्ट्रेस सुष्मिता सेन के सिर मिस यूनिवर्स का ताज सजा था. तब से भारत इस खिताब का इंतजार कर रहा था. लेकिन 12 दिसंबर को इजरायल में आयोजित हुए 70वें मिस यूनिवर्स पेजेंट में भारत की हरनाज संधू ने 79 देशों की सुंदरियों को पीछे छोड़ते हुए मिस यूनिवर्स का ताज पहन लिया. मिस यूनिवर्स की रनर अप मिस पराग्वे नाडिया फेरेरा और सेकेंड रनर अप मिस साउथ अफ्रीका लालेला मस्वाने रहीं. एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला को मिस यूनिवर्स कॉन्टेस्ट को जज करने का मौका मिला था. वो ज्यूरी टीम का हिस्सा थीं.

हरनाज संधू ने मिस यूनिवर्स का खिताब जीतकर कहा, चक दे फट्‌टे इंडिया, चक दे फट्टे.

वैसे तो मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले उम्मीदवारों को सुंदरता के पैमाने पर आंका जाता है, लेकिन ये सुंदरता शारीरिक होने के साथ ही मानसिक और बौद्धिक भी होनी चाहिए होती है. उम्मीदवारों को प्रतियोगिता में तीन श्रेणियों के आधार पर आंका जाता है, इवनिंग गाउन, स्विमसूट और सवाल-जवाब का दौर, जिसमें उनकी सुंदरता और बौद्धिकता दोनों की परीक्षा ली जाती है. हरनाज संधू ने भी प्रतियोगिता के आखिरी दौर में ज्यूरी के एक सवाल का बेहतरीन जवाब देकर सभी का दिल जीत लिया. उनका ये जवाब पराग्वे की नाडिया फेरेरा और साउथ अफ्रीका की लालेला मस्वाने पर भारी पड़ा और वो विजेता घोषित कर दी गईं. फाइनल में हरनाज से पूछा गया, ''आपको देख रही युवतियों को क्या सलाह देना चाहेंगी, जो आज के दौर में दबाव का सामना कर रही हैं, उनको इसे कैसे डील करना चाहिए?''

21 साल बाद मिस यूनिवर्स का खिताब भारत को मिला है. ये कमाल किया है चंडीगढ़ की रहने वाली हरनाज संधू, जो मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में हिंदुस्तान का प्रतिनिधित्व कर रही थीं. आखिरी बार साल 2000 में बॉलीवुड एक्ट्रेस लारा दत्ता मिस यूनिवर्स बनीं थीं. उनसे पहले साल 1994 में फिल्म एक्ट्रेस सुष्मिता सेन के सिर मिस यूनिवर्स का ताज सजा था. तब से भारत इस खिताब का इंतजार कर रहा था. लेकिन 12 दिसंबर को इजरायल में आयोजित हुए 70वें मिस यूनिवर्स पेजेंट में भारत की हरनाज संधू ने 79 देशों की सुंदरियों को पीछे छोड़ते हुए मिस यूनिवर्स का ताज पहन लिया. मिस यूनिवर्स की रनर अप मिस पराग्वे नाडिया फेरेरा और सेकेंड रनर अप मिस साउथ अफ्रीका लालेला मस्वाने रहीं. एक्ट्रेस उर्वशी रौतेला को मिस यूनिवर्स कॉन्टेस्ट को जज करने का मौका मिला था. वो ज्यूरी टीम का हिस्सा थीं.

हरनाज संधू ने मिस यूनिवर्स का खिताब जीतकर कहा, चक दे फट्‌टे इंडिया, चक दे फट्टे.

वैसे तो मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में हिस्सा लेने वाले उम्मीदवारों को सुंदरता के पैमाने पर आंका जाता है, लेकिन ये सुंदरता शारीरिक होने के साथ ही मानसिक और बौद्धिक भी होनी चाहिए होती है. उम्मीदवारों को प्रतियोगिता में तीन श्रेणियों के आधार पर आंका जाता है, इवनिंग गाउन, स्विमसूट और सवाल-जवाब का दौर, जिसमें उनकी सुंदरता और बौद्धिकता दोनों की परीक्षा ली जाती है. हरनाज संधू ने भी प्रतियोगिता के आखिरी दौर में ज्यूरी के एक सवाल का बेहतरीन जवाब देकर सभी का दिल जीत लिया. उनका ये जवाब पराग्वे की नाडिया फेरेरा और साउथ अफ्रीका की लालेला मस्वाने पर भारी पड़ा और वो विजेता घोषित कर दी गईं. फाइनल में हरनाज से पूछा गया, ''आपको देख रही युवतियों को क्या सलाह देना चाहेंगी, जो आज के दौर में दबाव का सामना कर रही हैं, उनको इसे कैसे डील करना चाहिए?''

हरनाज के जवाब ने खिताब के साथ दिल भी जीता

इस सवाल पर भारत की हरनाज संधू ने जो जवाब दिया वो काफी प्रेरक था. उन्होंने कहा, "देखिए, मुझे लगता है कि आज का युवा जिस सबसे बड़े दबाव का सामना कर रहा है, वह है खुद पर विश्वास करना. यह जानना बहुत जरूरी है कि आप अद्वितीय हैं और यही बात आपको सुंदर बनाती है. अपनी तुलना दूसरों से करना बंद कर दें. दुनिया भर में हो रही अधिक महत्वपूर्ण चीजों के बारे में बात करें. मुझे लगता है कि आपको यही समझने की जरूरत है. बाहर आओ, अपने लिए अपने बारे में बात करो, क्योंकि तुम ही अपने जीवन के लीडर हो. तुम अपनी खुद की आवाज हो. मुझे खुद पर विश्वास है. इसलिए मैं आज यहां खड़ी हूं. धन्यवाद." देखा जाए तो हरनाज ने बिल्कुल सही बोला है. यदि उनको खुद पर विश्वास नहीं होता, तो आज वो हिंदुस्तान का नाम पूरी दुनिया में रौशन नहीं कर पातीं. मिस यूनिवर्स नहीं बन पातीं.

वीडियो में देखिए हरनाज संधू ने क्या जवाब दिया...

कभी हरनाज के दुबलेपन का मजाक बनाते थे लोग

एक वक्त जब लोग उनके शरीर का मजाक उड़ाते थे. 17 साल की उम्र तक वो बहुत डरी सहमी रहा करती थीं. स्कूल में उनके दुबलेपन का मजाक बनाया जाता था. इस वजह से कुछ समय के लिए वे डिप्रेशन में रहीं, लेकिन परिवार ने हमेशा उन्हें सपोर्ट किया. फिर एक दिन उनको एहसास हुआ कि उनको अपनी कमी को अपना सबसे मजबूत पक्ष बनाना है. उसके बाद उन्होंने अपने ऊपर ध्यान देना शुरू कर दिया. वे बहुत फूडी हैं, लेकिन फिटनेस पर भी ध्यान रखती हैं. उनका कहना है कि सभी को अपने मन का खाना खाना चाहिए, लेकिन वर्कआउट करना नहीं छोड़ना चाहिए. वो खुद भी अपनी पसंद की हर चीज खाती हैं. इससे पहले वो 2017 में टाइम्स फ्रेश फेस मिस चंडीगढ़, 2018 में मिस मैक्स इमर्जिंग स्टार, 2019 में फेमिना मिस इंडिया पंजाब और 2021 में मिस यूनिवर्स इंडिया का खिताब अपने नाम कर चुकी हैं.

फाइनल सवाल का जवाब रनर अप ने ये दिया

उसी सवाल पर पराग्वे की नाडिया फेरेरा ने कहा, ''मैं अपने जीवन में कई कठिन परिस्थितियों से गुजरी हूं. लेकिन मैंने इससे उबर लिया. इसलिए मैं चाहती हूं कि सभी महिलाएं, वे सभी व्यक्ति जो इस समय देख रहे हैं, सेना में शामिल हों, वह करें जो आप करना चाहते हैं, क्योंकि आप इसे कर सकते हैं. कोई भी स्थिति हो, आप इसे दूर कर सकते हैं, और आप हमेशा विजयी हो सकते हैं. आपको धन्यवाद.'' वहीं, साउथ अफ्रीका की लालेला मस्वाने ने कहा, "मैं आज युवतियों से आग्रह करती हूं कि वे सभी साहसी बनें. आगे बढ़ने और तरक्की करने का हर अवसर उन्हें मिले. मैं यह भी चाहूंगी कि युवातियां यह जानें कि वो कुछ भी हासिल कर सकती है, जो वो चाहती हैं. ऐसा करनी कि वो क्षमता रखती हैं. इतिहास इस बात का गवाह है. दुर्भाग्य से दुनिया ने हमें आश्वस्त किया कि हमने नहीं किया. धन्यवाद."

इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.

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