एक कश्मीरी लड़की जो अपने से छोटी जाति के लड़के के प्रेम में पड़ कर बावरी हो जाती है. उसे पता है कि उसके घरवाले शादी के लिए नहीं मानेंगे, इसलिए वह उसके साथ मुंबई भाग आती है. वह अपनी खुशियों के लिए पूरी तरह पति के भरोसे रहती है, शादी के बाद भारतीय महिलाओं की दुनिया पति में सिमट कर रह जाती हैं. वह अपने पति से बहुत प्यार करती है और पूरी उम्र उसके साथ बिताना चाहती है. वह बच्चे चाहती है, भरा पूरा परिवार चाहती है, वह अपने शादी को ताउम्र बनाए रखना चाहती है.
वह पति के साथ अपने सपने पूरा करना चाहती है. वह उम्मीदों में जीती है. वह फैंटसी और कल्पना में रहती है. वह अपने साथी के बिना जीने की कल्पना भी नहीं कर सकती है. वहीं एक सुबह जब वह सोकर जगती है तो पता चलता है कि उसका पति उसे हमेशा के लिए अकेला छोड़कर चला गया है. उसे इस बात पर यकीन नहीं होता है कि उसके पति ने उसे धोखा दे दिया है.
वह कहती है काम के वक्त में इसे मसखरी सूझ रही है. हम भारतीय महिलाएं भी तो इसी यकीन के साथ जीती हैं कि हमारा पति हमें कभी छोड़कर जा ही नहीं सकता.
वह साइकिल पर लगा एक छोटा सा नोट पढ़ती है, जिसमें लिखा है कि मैं इस शादी से बोर हो चुका हूं, मैं जा रहा हूं. इतना पढ़ते-पढ़ते वह घबराहट में हड़बड़ाने लगती है. उसकी सांसे तेज चलने लगती हैं. उसे यह खत भी मजाक लगता है, लेकिन वो ऐसा, मजाक में भी नहीं सुनना चाहती. वह कहती है, ''लुफ्ती तू मिल फिर तुझे बताती हूं.''
इस तरह वो अपने पति का इंतजार करती है, लेकिन जब पति का उसे पास मैसेज आता है कि, अपने व्हाट्एप की प्रोफाइल पिक बदल दे तब वह टूट जाती है. ठीक उसी तरह जिस तरह प्यार में धोखा मिलने पर हम आम महिलाएं टूट जाती हैं. आजकल के कपल में तो होने वाले झगड़े का पता भी उनकी व्हाट्सएप डीपी से चलता है.
इसके बाद वह चीखती है, चिल्लाती है और जल्दी से अपने पति को फोन लगाने लगती है, लेकिन उसका नंबर नहीं लगता है. वह कई बार कॉल लगाती है. वह नींद में पति का नाम...
एक कश्मीरी लड़की जो अपने से छोटी जाति के लड़के के प्रेम में पड़ कर बावरी हो जाती है. उसे पता है कि उसके घरवाले शादी के लिए नहीं मानेंगे, इसलिए वह उसके साथ मुंबई भाग आती है. वह अपनी खुशियों के लिए पूरी तरह पति के भरोसे रहती है, शादी के बाद भारतीय महिलाओं की दुनिया पति में सिमट कर रह जाती हैं. वह अपने पति से बहुत प्यार करती है और पूरी उम्र उसके साथ बिताना चाहती है. वह बच्चे चाहती है, भरा पूरा परिवार चाहती है, वह अपने शादी को ताउम्र बनाए रखना चाहती है.
वह पति के साथ अपने सपने पूरा करना चाहती है. वह उम्मीदों में जीती है. वह फैंटसी और कल्पना में रहती है. वह अपने साथी के बिना जीने की कल्पना भी नहीं कर सकती है. वहीं एक सुबह जब वह सोकर जगती है तो पता चलता है कि उसका पति उसे हमेशा के लिए अकेला छोड़कर चला गया है. उसे इस बात पर यकीन नहीं होता है कि उसके पति ने उसे धोखा दे दिया है.
वह कहती है काम के वक्त में इसे मसखरी सूझ रही है. हम भारतीय महिलाएं भी तो इसी यकीन के साथ जीती हैं कि हमारा पति हमें कभी छोड़कर जा ही नहीं सकता.
वह साइकिल पर लगा एक छोटा सा नोट पढ़ती है, जिसमें लिखा है कि मैं इस शादी से बोर हो चुका हूं, मैं जा रहा हूं. इतना पढ़ते-पढ़ते वह घबराहट में हड़बड़ाने लगती है. उसकी सांसे तेज चलने लगती हैं. उसे यह खत भी मजाक लगता है, लेकिन वो ऐसा, मजाक में भी नहीं सुनना चाहती. वह कहती है, ''लुफ्ती तू मिल फिर तुझे बताती हूं.''
इस तरह वो अपने पति का इंतजार करती है, लेकिन जब पति का उसे पास मैसेज आता है कि, अपने व्हाट्एप की प्रोफाइल पिक बदल दे तब वह टूट जाती है. ठीक उसी तरह जिस तरह प्यार में धोखा मिलने पर हम आम महिलाएं टूट जाती हैं. आजकल के कपल में तो होने वाले झगड़े का पता भी उनकी व्हाट्सएप डीपी से चलता है.
इसके बाद वह चीखती है, चिल्लाती है और जल्दी से अपने पति को फोन लगाने लगती है, लेकिन उसका नंबर नहीं लगता है. वह कई बार कॉल लगाती है. वह नींद में पति का नाम पुकारती है. उसकी 10 साल की शादी एक पल में खत्म होने के कगार दिखती है. यह घटना हम सब में से किसी के साथ भी हो सकती है.
यह सीन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हो रही 'मॉडर्न लव मुंबई' वेब सीरीज के पहले एपिसोड 'रात रानी' मे दिखाया गया है. इसे शोनाली बोस ने अपने अंदाज में डायरेक्ट किया है. जिसे फातिमा सना शेख ने अपने अभिनय के जरिए जिया है. इस सीरिज के बारे में आईचौक पहले ही लिख चुका है. मैं सिर्फ इसके पहले एपिसोड 'रात रानी' की बात कर रही हूं. जो कई महिलाओं को टूटने के बाद मूवऑन करने और खुश रहने की प्रेरणा दे रही है. इसमें फातिमा सना शेख अभिनित किरदार लाली का पति लुफ्ती हर बार कहता है, 'मजा नहीं आ रहा है''. यानी वो लाली के साथ अपनी जिंदगी से तंग आ चुका था, जबकि लाली उसके साथ पूरा जीवन जीना चाहती थी. लुफ्ती के जाने के बाद लाली एक पल के लिए लड़खड़ाई, लेकिन बहुत जल्द संभल गई. उसने अपनी जिंदगी की अपने अंदाज में जीना शुरू कर दिया. उसने अपना खुद छोटा ही सही कहवा चाय का बिजनेस सेटअप किया. उसकी कहवा चाय पी कर लोग कह उठते, ''वाह क्या बात है!''
इस कश्मीरी लड़की का नाम लाली है. जिसे आइसक्रीम खाने से खुशी मिलती है. वह अक्सर अपने पति से आइसक्रीम खाने की बात करती है. पहले सीन में दिखाया गया है कि वह समुंद्र किनारे अपने पति के लुत्फी के साथ एकदम फिल्मी रोमांस कर रही है. अगले दिन उसका पति उसके पास सिर्फ पुरानी टूटी साइकिल छोड़कर चला जाता है. वह लुफ्ती-लुफ्ती करती रहती है. वह रोकर आंखें सुजाकर लाल कर लेती है. वह भले ही उदास रहती है लेकिन काम पर जाना नहीं भूलती. वह पति की बेवकूफी पर खूब गुस्सा करती है.
हालांकि वह चाहती है कि उसका पति हर हाल में उसके पास लौट आए. उसे उस जेंस साइकिल से चिढ़ होती है जिसे पति उसकी दुपहिया स्कूटर की जगह छोड़ जाता है. वह उस कबाड़ा साइकिल से काम पर जाने की कोशिश करती है, लेकिन साइकिल गिर जाती है. वह बड़बड़ाते हुए साइकिल पर चढ़ने की कोशिश करती है.
वह डगमगाते हुए साइकिल चलाती है, मानो वह अभी गिरने वाली हो. आगे चलकर उसकी चप्पल निकल जाती है, वह साइकिल को पटक देती है. ऐसा लग रहा है जैसे वह अपने पति का सारा गुस्सा उस टूटी साइकिल पर निकाल रही है. वह एक मैडम के घर काम करती है. उसे साइकिल से फ्लाईओवर पार करना रहता है जिसमें उसे बड़ी परेशानी होती है.
वह एक खोली में रहती है. एक सुबह उसकी छत टूट जाती है. जिसकी मरम्मत कराने के लिए उसके पास पैसे नहीं है. वह पति को फोन कर अपनी सारी परेशानियां बताती है. वह उसे बहुत समझाती है, अपने 10 पुराने प्यार की याद दिलाती है. वह उसे यकीन दिलाती है कि वह सब कर लेगी बस वो लौट आए, लेकिन वह कहता है कि वह वापस नहीं आएगा और फोन काट देता है.
लाली को लगता है कि वह सब हार गई है. जब एक महिला प्रेम में छली जाती है तो वह जीना ही भूल जाती है. वहीं लाली छत की तरफ देखती है. वह ठानती है कि यह छत अपने लिए बनवाएगी. वह मेहनत करेगी, पैसे कमाएगी और खुश रहेगी. बस इसी सेल्फ लव को महिलाओं को अपनी लाइफ में शामिल करने की जरूरत है.
महिलाओं का कंडिशनिंग ही ऐसी होती है कि वे अपनी खुशी के बारे में ना सोचकर पहले सबके बारे में सोचती हैं. वे अपने ऊपर पैसे खर्च नहीं करना चाहतीं, वे अपने लिए समय नहीं निकालती हैं.
लाली घर की टूटी छत पर प्लास्टिक लगवा देती है. वह अब साइकिल ठीक से चलाने लगी है. वह एक दिन फ्लाईओवर भी पार कर लेती है. इसके बाद लाली की खुशी का ठिकाना नहीं रहता है. वह खुशी से झूमने लगती है. वह अपनी साइकिल को चूमती है. जैसे उसे अपने गमों से छुटकारा मिल गया हो. वह अपने मैडम के घर पहुंचती है जहां वह खुशी से चिल्लाकर कहती है कि उसने फ्लाईओवर पार कर लिया. फ्लाईओवर, साइकिल और महिला की तकलीफ का जबरदस्त कनेक्शन देखने को मिलता है.
तभी लाली को उसकी मालकिन उसे स्मूदी बनाने को कहती है, क्योंकि उसकी बहन आई हुई है जो मोटी है और उसका पति इसलिए उसे प्रताड़ित करता है. लाली उसकी बातें सुनती है और यह समझ जाती है कि पुरुषों की दुनिया में औरतों की हैसियत क्या है?
लाली को उसकी मालकिन पुराने जूते और हेडफोन गिफ्ट करती है. लाली अपने जिंदगी में फिर से रंग भरती है लेकिन किसी के साथ नहीं अकेले. वह अपने साइकिल को रंगने के साथ अपनी जिंदगी में भी रंग भर लेती है. उसकी साइकिल अब खूबसूरत और नई लग रही है और लाली की जिंदगी भी.
वह सड़क पर जोश के साथ साइकिल चलाते हुए बुदबुदाती है कि, लड़कियों को स्कूल जाना नॉट अलाउड, रात में बाहर जाना नॉट अलाउड, छोटी जाति के लड़के से प्यार करना नॉट अलाउड, ब्रेकअप के बाद खुश रहना नॉट अलाउड...औऱ क्या-क्या नॉट अलाउड है? वह साइकिल उस सड़क पर चलाती है जहां टू विलर का जाना नॉट अलाउड है. इस तरह वह अपनी इन सारी बाधाओं को पार करते जाती है.
वह पैसे कमाने के लिए अफनी साइकिल पर रात को कश्मीरी काहवा (चाय) बेचना शरु कर देती है, जिसे वह रातरानी स्पेशल नाम देती है. उसका यह बिजनेस चल पड़ता है. वह वह कहती है कि “लोग बोलते हैं रातरानी की फूलों की खुशबू से सांप निकल आते हैं. उस महक दबाने के लिए लोग उसके बगल में एक और पेड़ दिन का राजा लगा देते हैं. अरे अब दिन का राजा लगाओ, या बैंड का बाजा बजाओ...उससे रात रानी की खुशबू तो कम नहीं होती है ना...”
मतलब साफ है कि हमें खुद से प्यार करना कभी नहीं छोड़ना चाहिए. लाली चाहती तो उदास होकर जिंदगी बिताती, लेकिन उसने खुश रहना चुना. जो लोग जो कहते हैं कि कि प्यार में धोखा खाने के बाद रोना ही पड़ता है वो गलत हैं. लाली का किरदार, बाकी महिलाओं से यही कहता है कि जिंदगी खुशी से जीने के लिए है, किसी के नाम पर आंसू बहाने के लिए नहीं...
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