''मोहब्बत रूह की खुराक है. यह वो अमृत बूंद है, जो मरे हुए भावों को जिंदा करती है. यह जिंदगी की सबसे पाक, सबसे ऊंची, सबसे मुबारक बरकत है''...मशहूर उपन्यासकार और कहानीकार मुंशी प्रेमचंद की ये पंक्तियां बताती हैं कि प्यार एक ऐसा एहसास है, जिसे सिर्फ आत्मा से महसूस किया जा सकता है. यह उस अनादि अनंत ईश्वर की तरह है, जो सृष्टि के कण-कण में विद्यमान है. हमारे जीवन में प्यार कई रूपों में सामने आता है. एहसास दिलाता है कि जीवन कितना खूबसूरत है. ऐसे ही प्यार के कई स्वरूपों का दर्शन कराती है अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हुई एंथोलॉजी वेब सीरीज 'मॉर्डन लव मुंबई', जिसमें जिंदगी की 6 अलग-अलग कहानियां हैं, जो एक शहर के प्यार के अद्भुत रूप को पेश करती हैं. ये सीरीज न्यूयॉर्क टाइम्स के कॉलम 'मॉर्डन लव' से प्रेरित है. इसकी अलग-अलग कहानियों को विशाल भारद्वाज, हंसल मेहता, नुपर अस्थाना, अलंकृता श्रीवास्तव, ध्रुव सहगल और शोनाली बोस जैसे निर्देशकों ने निर्देशित किया है. फातिमा सना शेख, चित्रांगदा सिंह, अरशद वारसी, प्रतीक गांधी, मसाबा गुप्ता जैसे कलाकार अहम किरदारों में हैं.
इस एंथोलॉजी सीरीज 'मॉर्डन लव मुंबई' की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसकी हर कहानी का स्वतंत्र अस्तित्व है. हर कहानी का अपना एक हीरो है, जो अपने प्यार की तलाश करता है. अंत में जब उसका प्यार उसे मिलता है, तो सुखद एहसास कराता है. इसकी हर कहानी का टाइटल अलग है. इनके नाम 'रात रानी', 'बाई', 'मुंबई ड्रैगन', 'माय ब्यूटीफुल रिंकल्स', 'आई लव ठाणे' और 'कटिंग चाय' हैं. पहली कहानी 'रात रानी' की हीरो फातमा सना शेख हैं, दूसरी कहानी 'बाई' में प्रतीक गांधी और तनूजा, तीसरी कहानी 'मुंबई ड्रैगन' में मियांग चेंग और...
''मोहब्बत रूह की खुराक है. यह वो अमृत बूंद है, जो मरे हुए भावों को जिंदा करती है. यह जिंदगी की सबसे पाक, सबसे ऊंची, सबसे मुबारक बरकत है''...मशहूर उपन्यासकार और कहानीकार मुंशी प्रेमचंद की ये पंक्तियां बताती हैं कि प्यार एक ऐसा एहसास है, जिसे सिर्फ आत्मा से महसूस किया जा सकता है. यह उस अनादि अनंत ईश्वर की तरह है, जो सृष्टि के कण-कण में विद्यमान है. हमारे जीवन में प्यार कई रूपों में सामने आता है. एहसास दिलाता है कि जीवन कितना खूबसूरत है. ऐसे ही प्यार के कई स्वरूपों का दर्शन कराती है अमेजन प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हुई एंथोलॉजी वेब सीरीज 'मॉर्डन लव मुंबई', जिसमें जिंदगी की 6 अलग-अलग कहानियां हैं, जो एक शहर के प्यार के अद्भुत रूप को पेश करती हैं. ये सीरीज न्यूयॉर्क टाइम्स के कॉलम 'मॉर्डन लव' से प्रेरित है. इसकी अलग-अलग कहानियों को विशाल भारद्वाज, हंसल मेहता, नुपर अस्थाना, अलंकृता श्रीवास्तव, ध्रुव सहगल और शोनाली बोस जैसे निर्देशकों ने निर्देशित किया है. फातिमा सना शेख, चित्रांगदा सिंह, अरशद वारसी, प्रतीक गांधी, मसाबा गुप्ता जैसे कलाकार अहम किरदारों में हैं.
इस एंथोलॉजी सीरीज 'मॉर्डन लव मुंबई' की सबसे बड़ी खासियत ये है कि इसकी हर कहानी का स्वतंत्र अस्तित्व है. हर कहानी का अपना एक हीरो है, जो अपने प्यार की तलाश करता है. अंत में जब उसका प्यार उसे मिलता है, तो सुखद एहसास कराता है. इसकी हर कहानी का टाइटल अलग है. इनके नाम 'रात रानी', 'बाई', 'मुंबई ड्रैगन', 'माय ब्यूटीफुल रिंकल्स', 'आई लव ठाणे' और 'कटिंग चाय' हैं. पहली कहानी 'रात रानी' की हीरो फातमा सना शेख हैं, दूसरी कहानी 'बाई' में प्रतीक गांधी और तनूजा, तीसरी कहानी 'मुंबई ड्रैगन' में मियांग चेंग और वामिका गब्बी, चौथी कहानी 'माय ब्यूटीफुल रिंकल्स' में सारिका और दानिश रिजवी, पांचवीं कहानी 'आई लव ठाणे' में मसाबा गुप्ता और रित्विक भौमिक, छठी कहानी 'कटिंग चाय' में चित्रांगदा सिंह और अरशद वारसी लीड रोल में हैं. एंथोलॉजी की हर कहानी एक से बढ़कर एक है, लेकिन सबसे अव्वल है 'रात रानी'. इसकी कहानी जितनी कमाल की है, उतना ही गजब फातिमा सना शेख ने अभिनय किया है. अद्भुत अदाकारी, यकीनन जिसे देखने के बाद आपको फातिमा के किरदार लाली से बेइंतहा प्यार हो जाएगा.
'रात रानी' की कहानी
''वाह क्या बात है''...जीवन संघर्ष के बीच लाली (फातिमा सना शेख) जब कश्मीर के मशहूर कहवा चाय की रेड़ी लगाना शुरू करती है, तो उसका कहवा पीने वाला हर ग्राहक उससे यही कहता है. वरना पति से तो उसे यही सुनने की आदत पड़ चुकी थी कि ''मजा नहीं आ रहा है''. यही कहते हुए सिक्योरिटी गार्ड का काम करने वाला उसका महा बोरिंग पति लुत्फी (भूपेंद्र जदावत) उसे बिना बताए एक रात सोता हुआ छोड़कर चला जाता है. सुबह उठने पर जब लाली अपने पति को नहीं पाती, तो पागल हो जाती है. अपनी साइकिल लेकर उसे हर तरफ खोजती है, लेकिन उसका कोई अता-पता नहीं होता. अंत में थक हारकर उस घर को चली जाती है, जहां वो मेड का काम करती है. वहां जाकर अपना दर्द मालकिन से कह सुनाती है. इस बीच उसके व्हाट्सअप पर मैसेज आता है, ''मुझे भूल जाओ, अपने व्हाट्सअप की प्रोफाइल पिक्चर से मेरी फोटो हटाकर अपनी सिंगल फोटो लगा लो. मुझे कॉल करने की कोशिश भी मत करना.'' इस मैसेज को पढ़ने के बाद लाली चीख-चीख कर रोती है. उसे लगता है कि पूरी दुनिया में अब वो अकेली है. उसका सिर्फ लुत्फी था, जो छोड़ गया.
लाली की आंखों के सामने 10 साल पहले का वो दृश्य तैरने लगता है, जब वो लुत्फी के साथ भागकर कश्मीर से मुंबई आई थी. यहां के एक झुग्गी बस्ती में दोनों ने अपना आशियाना बनाया था. दोनों निकाह करके एक साथ रह रहे थे. उसने एक-एक पैसे जोड़कर घर बनाया, लुत्फी के लिए स्कूटर खरीदा, जिस पर बैठकर दोनों समंदर किनारे एक साथ आइसक्रीम खाया करते थे, लेकिन जब लुत्फी का मन भर गया, तो वो कहने लगा, ''मजा नहीं आ रहा है''. लाली को क्या पता कि जिसको इतना प्यार करेगी, वो उसे ऐसे छोड़कर गायब हो जाएगा. उस रोज रात को लाली घर आई, तो देखा कि छत भी किसी ने तोड़ दी है. अगले दिन घर मरम्मत कराया. पुरानी साइकिल लेकर निकल पड़ी शहर में. उस फ्लाइओवर को साइकिल से ही पार कर दिया, जिसे पार करने का वो सपना देखा करती थी. इस तरह लाली में एक कॉन्फिडेंस आ गया. उसे तय किया कि वो अब अपने लिए जिएगी. खुद से प्यार करेगी. लाली ने यही किया. लुत्फी के पास जाकर उसे तलाक बोला और उसके सामने से चली आई. लाली की जिंदगी कई महिलाओं के लिए प्रेरणा है. उसकी कहानी प्रेरक है.
'रात रानी' की समीक्षा
एंथोलॉजी सीरीज 'मॉर्डन लव मुंबई' के पहले चैप्टर 'रात रानी' का निर्देशन शोनाली बोस ने किया है. शोनाली को साल 2019 में रिलीज हुई फरहान अख्तर-प्रियंका चोपड़ा की फिल्म 'द स्काई इज पिंक', साल 2012 में रिलीज हुई मनोज बाजपेयी-नवाजुद्दीन सिद्दकी की फिल्म 'चटगांव' और साल 2005 में रिलीज हुई कोंकणा सेन शर्मा की फिल्म 'अमु' के निर्देशन के लिए जाना जाता है. इसमें फिल्म अमु के लिए शोनाली को नेशनल फिल्म अवॉर्ड भी मिल चुका है. अपनी प्रतिभा के मुताबिक उन्होंने इस एंथोलॉजी सीरीजी की कहानी 'रात रानी' का बेहतरीन निर्देशन किया है. फातिमा सना शेख वैसे तो टैलेंटेड एक्ट्रेस हैं, लेकिन उनकी हरफनमौला अदाकारी से पहली बार परिचय इस सीरीज के जरिए ही हो रहा है. इसका असली श्रेय शोनाली को जाता है. एक सफल निर्देशक कलाकारों से बेहतरीन अभिनय कराने में सक्षम होता है. इस दिल छू लेने वाली कहानी में एक दर्द है, उससे पार पाकर जो जीत हासिल होती है, उस खुशी की कोई सीमा नहीं होती है. इसके साथ ही सीरीज की इस कहानी में तीन तलाक जैसे सामाजिक मुद्दे को भी बहुत ही संवेदनशीलता के साथ पेश किया गया है.
'रात रानी' की असली हीरो तो फातिमा सना शेख है. बिंदास और बेबाक लाली के किरदार में उन्होंने अपने कमाल के अभिनय से जान डाल दी है. लाली जब मुंबई के सी-लिंक पर, जहां दो पहिया स्कूटर और साइकल की एंट्री बैन है, वहां अपनी साइकिल दौड़ाती, उस वक्त उसकी खुशी देखते बनती है. उसके सपनों की उड़ान, उसके हौसलों की उड़ान, उसकी आजादी की उड़ान, यह संदेश देती है कि मुंबई सिर्फ शहर नहीं है, ये लोगों के सपनों को साकार करती है, लोगों को जीना सीखाती है. लाली को देखने के बाद आप भी यही कहेंगे कि इस किरदार में फातिमा सना शेख से बेहतर कोई नहीं हो सकता है. कहानी के साथ इसका संगीत समां बांध देता है. इसके टाइटल ट्रैक 'मौसम है प्यार' को निखिल डीसूजा ने गाया है. राम संपथ ने संगीत बद्ध किया है. मियांग चेंग, विशाल भरद्वाज, सोनू निगम और निकिता गांधी सहित कई अन्य गायकों की सुरीली आवाज भी सुनने को मिलेगी. कुल मिलाकर, 'मॉर्डन लव मुंबई' एक बेहतरीन एंथोलॉजी सीरीज है. नेटफ्लिक्स की एंथोलॉजी रे के बाद प्राइम वीडियो पर स्ट्रीम हुई ये सीरीज आपको जरूर पसंद आएगी.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.