कोरोना महामारी में लंबे समय बाद सिनेमाघरों के बाहर रौनक लौटती दिख रही है. संजय लीला भंसाली की पीरियड ड्रामा गंगूबाई काठियावाड़ी बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त बिजनेस कर रही है. दीपावली पर रिलीज हुई अक्षय कुमार की सूर्यवंशी के बाद यह दूसरा मौका है जब बॉलीवुड की टिकट खिड़की गुलज़ार है. गंगूबाई की सफलता से वो निर्माता भी खुश हैं जिनकी फ़िल्में अगले कुछ महीनों में रिलीज के लिए तैयार हैं. इस बीच निर्माताओं के लिए एक और अच्छी खबर सामने आई है. मुंबई, उसके उपनगरीय इलाकों समेत आसपास के 14 जिलों में सिनेमाघरों से 50 प्रतिशत दर्शक क्षमता की शर्त को हटा दिया गया है.
स्कूलों के खुलने के बाद सिनेमाघरों के लिए सरकारी निर्देश के तहत हुआ यह बदलाव अच्छे दिनों के वापस लौटने का संकेत है. अब सिनेमाघर 100 प्रतिशत दर्शक क्षमता के साथ ऑपरेट होंगे. मुंबई में इस बदलाव की देखा देखी आने वाले दिनों में अन्य जगहों पर भी सिनेमाघरों के लिए कई शर्तें हटाई जा सकती हैं. कहने की जरूरत नहीं कि 100 प्रतिशत दर्शक क्षमता के साथ ऑपरेट हो रहे सिनेमाघर गंगूबाई को बढ़िया बिजनेस में मदद करेंगे.
शर्तिया 100 करोड़ से ज्यादा कमाने जा रही है आलिया की गंगूबाई
गंगूबाई काठियावाड़ी पिछले शुक्रवार को रिलीज हुई थी. फिल्म ने अब तक अनुमानों से काफी बेहतर प्रदर्शन किया है. बड़े पैमाने पर दर्शक फिल्म देखने सिनेमाघर पहुंच रहे हैं. अब तक देसी बॉक्स ऑफिस पर 63.53 करोड़ कमा चुकी गंगूबाई ने पहले दिन 10.50 करोड़ के साथ ओपनिंग की थी. ट्रेड सर्किल में फिल्म की ओपनिंग कलेक्शन से लोग हैरान रह गए थे. गंगूबाई काठियावाड़ी ने वीकएंड में शनिवार और रविवार को भी बेहतरीन कारोबार किया था. महाशिवरात्रि की छुट्टी का भी फिल्म को फायदा मिला. यह निर्माताओं के लिए...
कोरोना महामारी में लंबे समय बाद सिनेमाघरों के बाहर रौनक लौटती दिख रही है. संजय लीला भंसाली की पीरियड ड्रामा गंगूबाई काठियावाड़ी बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त बिजनेस कर रही है. दीपावली पर रिलीज हुई अक्षय कुमार की सूर्यवंशी के बाद यह दूसरा मौका है जब बॉलीवुड की टिकट खिड़की गुलज़ार है. गंगूबाई की सफलता से वो निर्माता भी खुश हैं जिनकी फ़िल्में अगले कुछ महीनों में रिलीज के लिए तैयार हैं. इस बीच निर्माताओं के लिए एक और अच्छी खबर सामने आई है. मुंबई, उसके उपनगरीय इलाकों समेत आसपास के 14 जिलों में सिनेमाघरों से 50 प्रतिशत दर्शक क्षमता की शर्त को हटा दिया गया है.
स्कूलों के खुलने के बाद सिनेमाघरों के लिए सरकारी निर्देश के तहत हुआ यह बदलाव अच्छे दिनों के वापस लौटने का संकेत है. अब सिनेमाघर 100 प्रतिशत दर्शक क्षमता के साथ ऑपरेट होंगे. मुंबई में इस बदलाव की देखा देखी आने वाले दिनों में अन्य जगहों पर भी सिनेमाघरों के लिए कई शर्तें हटाई जा सकती हैं. कहने की जरूरत नहीं कि 100 प्रतिशत दर्शक क्षमता के साथ ऑपरेट हो रहे सिनेमाघर गंगूबाई को बढ़िया बिजनेस में मदद करेंगे.
शर्तिया 100 करोड़ से ज्यादा कमाने जा रही है आलिया की गंगूबाई
गंगूबाई काठियावाड़ी पिछले शुक्रवार को रिलीज हुई थी. फिल्म ने अब तक अनुमानों से काफी बेहतर प्रदर्शन किया है. बड़े पैमाने पर दर्शक फिल्म देखने सिनेमाघर पहुंच रहे हैं. अब तक देसी बॉक्स ऑफिस पर 63.53 करोड़ कमा चुकी गंगूबाई ने पहले दिन 10.50 करोड़ के साथ ओपनिंग की थी. ट्रेड सर्किल में फिल्म की ओपनिंग कलेक्शन से लोग हैरान रह गए थे. गंगूबाई काठियावाड़ी ने वीकएंड में शनिवार और रविवार को भी बेहतरीन कारोबार किया था. महाशिवरात्रि की छुट्टी का भी फिल्म को फायदा मिला. यह निर्माताओं के लिए मुश्किल हालात इमं सोने पर सुहागा वाली स्थिति की तरह ही है.
गंगूबाई का डेवाइज बिजनेस देखें तो फिल्म ने सोमवार को 8.19 करोड़, मंगलवार को 10.01 करोड़ (महाशिवरात्रि) और बुधवार को 6.21 करोड़ का कारोबार किया. गुरुवार को भी फिल्म के 6 करोड़ से ज्यादा कमाने की संभावना है. यानी फिल्म पहले हफ्ते में ही 70 करोड़ रुपये की कमाई का आंकड़ा पार कर लेगी. यह इस बात को पुख्ता करता है कि भंसाली की फिल्म बहुत आसानी से दूसरे हफ्ते तक 100 करोड़ की कमाई का पहला लक्ष्य हासिल कर लेगी.
ध्यान रखना चाहिए कि सिनेमाघरों में 50 प्रतिशत दर्शक क्षमता रखने की शर्त को ख़त्म करने से बॉक्स ऑफिस पर गंगूबाई को तो फायदा मिलेगा ही रिलीज होने वाली फिल्मों की कमाई भी बढ़ सकती है. हिंदी फिल्मों का सबसे ज्यादा रेवेन्यू मुंबई सर्किट से ही निकलकर आता है. 50% दर्शक क्षमता के बावजूद मुंबई रीजन का कंट्रीब्यूशन अब तक सबसे ज्यादा दिखा है सूर्यवंशी और गंगूबाई की कमाई में. गंगूबाई ओवरसीज में भी बढ़िया कारोबार कर रही हैं. जो ओवरसीज कलेक्शन रिपोर्ट्स हैं उसके मुताबिक़ फिल्म ने वीकडेज में ही 20 करोड़ से ज्यादा की कमाई कर ली है. फिल्म में आलिया भट्ट गंगूबाई की मुख्य भूमिका निभा रही हैं. जबकि अजय देवगन, जिम सरभ, सीमा पाहवा और विजय राज भी अहम भूमिकाओं में हैं.
सिनेमाघरों में रिलीज से पहले नागराज की झुंड को मिला बढ़िया मौका, पर भिड़ंत में द बैटमैन भी
ठीक एक दिन बाद यानी 4 मार्च को नागराज मंजुले के निर्देशन में बनी बायोग्राफिकल स्पोर्ट्स ड्रामा झुंड रिलीज हो रही है. फिल्म का सब्जेक्ट बहुत अलग और प्रेरक है. अमिताभ बच्चन मुख्य भूमिका निभा रहे हैं. ख़ास बात यह भी है कि फिल्म की कहानी महाराष्ट्र के आने वाले एक ऐसे व्यक्ति की है जिन्हें झुग्गी झोपडी में रहने वाले हाशिए के समाज के बच्चों को फुटबाल से जोड़ने के लिए जाना जाता है. झुंड की सच्ची कहानी विजय बोरसे के जीवन पर आधारित है. अमिताभ विजय की ही भूमिका में हैं. महाराष्ट्र के नागपुर शहर में विजय के काम ने देशभर का ध्यान खींचा था.
विजय बोरसे की प्रेरक कहानी फिल्म से काफी पहले बहुत सरे दर्शकों को पता होगी. दरअसल, आमिर खान के चर्चित शो सत्यमेव जयते में पहली बार विजय बोरसे की कहानी बड़े पैमाने पर सामने आई थी. नागराज ने फिल्म को मौलिक बनाने के लिए उसका काफी हिस्सा नागपुर में ही शूट किया है. कहने की बात नहीं कि फिल्म की कहानी, नागराज का उससे जुड़ा होना खासकर महाराष्ट्र और मुंबई में दर्शकों को आकर्षित करेगा. वैसे भी नागराज की सैराट और फैंड्री बहुत सामान्य बजट और बिना शोर-शराबे के बनाई गई थीं लेकिन उसे मराठी दर्शकों ने हाथोहाथ लिया था. फिल्म अपने कंटेंट की वजह से खुद ब खुद मराठी के बाहर तक पहुंची. 100 प्रतिशत दर्शक क्षमता का शुरू होना मंजुले की झुंड को भी कारोबारी लिहाज से काफी फायदा पहुंचाएगी.
झुंड मंजुले की पहली हिंदी फिल्म है. बॉक्स ऑफिस पर इसके कारोबार पर लोगों की नजरें होंगी. हालांकि टिकट खिड़की पर झुंड को भंसाली की गंगूबाई काठियावाड़ी के साथ ही हॉलीवुड की सुपरहीरो फिल्म द बैटमैन से मुकाबला करना होगा. यह अमेरिकन फिल्म डीसी कॉमिक कैरेक्टर बैटमैन पर आधारित है. रॉबर्ट पैन्टीसन मुख्य भूमिका में हैं.
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