OTT के इस दौर में निर्माता निर्देशकों के बीच गला काट प्रतियोगिता है. बात दर्शक की हो तो उसने भी अपना स्वभाव पूरी तरह से बदल लिया है. दर्शक उस कंटेंट को पसंद कर रहा है जो फिक्शन न होकर रियलिस्टिक हो. निर्माता निर्देशक भी इस बात को समझ चुके हैं और अब उनकी तरफ से भी प्रयास यही हो रहा है कि जो कंटेंट दर्शकों की थाली में परोसा जाए वो न केवल उन्हें एंटरटेनमेंट दे, बल्कि उससे उन्हें कुछ सीख भी मिले. मगर क्या हर बार ये प्रयोग सफल होता है? ये सवाल जितना आसान है. इसका जवाब उतना ही पेचीदा है और इसे जानने के लिए हमें निर्देशक प्रकाश झा (Prakash Jha) और एक्टर बॉबी देओल (Bobby Deol) की तरफ रुख करना पड़ेगा. अपनी वेब सीरीज आश्रम के कारण प्रकाश झा और बॉबी देओल दोनों ही मुसीबत में हैं (Aashram Web Series Controversy). वर्तमान में भले ही ये सीरीज लोगों को खूब पसंद आ रही हो लेकिन ऐसे भी लोग हैं जो इस सीरीज के विरोध में प्रकाश झा और बॉबी देओल के खिलाफ मोर्चा खोलकर बैठे हैं. ऐसे लोगों का तर्क है कि ऐसी सीरीज के जरिये एक साजिश के तहत हिंदू धर्म (Aashram Web Series Defaming Hindu Religion) और बाबाओं को बदनाम किया जा रहा है और नौबत कोर्ट कचहरी तक की आ गयी है. खबर है कि आश्रम के खिलाफ दायर मामले में जोधपुर की एक अदालत (Jodhpur Court On Aashram Controversy) ने अभिनेता बॉबी देओल और निर्माता प्रकाश झा को नोटिस जारी किया है. बताया जा रहा है कि मामले की सुनवाई 11 जनवरी को होगी.
बताते चलें कि डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन कोर्ट में जस्टिस रविंद्र जोशी की अदालत ने आदेश लॉयर कुश खंडेलवाल की याचिका के बाद दिया है. कोर्ट ने वेब सीरीज आश्रम के मद्देनजर एक्टर बॉबी देओल और डायरेक्टर प्रकाश झा पर...
OTT के इस दौर में निर्माता निर्देशकों के बीच गला काट प्रतियोगिता है. बात दर्शक की हो तो उसने भी अपना स्वभाव पूरी तरह से बदल लिया है. दर्शक उस कंटेंट को पसंद कर रहा है जो फिक्शन न होकर रियलिस्टिक हो. निर्माता निर्देशक भी इस बात को समझ चुके हैं और अब उनकी तरफ से भी प्रयास यही हो रहा है कि जो कंटेंट दर्शकों की थाली में परोसा जाए वो न केवल उन्हें एंटरटेनमेंट दे, बल्कि उससे उन्हें कुछ सीख भी मिले. मगर क्या हर बार ये प्रयोग सफल होता है? ये सवाल जितना आसान है. इसका जवाब उतना ही पेचीदा है और इसे जानने के लिए हमें निर्देशक प्रकाश झा (Prakash Jha) और एक्टर बॉबी देओल (Bobby Deol) की तरफ रुख करना पड़ेगा. अपनी वेब सीरीज आश्रम के कारण प्रकाश झा और बॉबी देओल दोनों ही मुसीबत में हैं (Aashram Web Series Controversy). वर्तमान में भले ही ये सीरीज लोगों को खूब पसंद आ रही हो लेकिन ऐसे भी लोग हैं जो इस सीरीज के विरोध में प्रकाश झा और बॉबी देओल के खिलाफ मोर्चा खोलकर बैठे हैं. ऐसे लोगों का तर्क है कि ऐसी सीरीज के जरिये एक साजिश के तहत हिंदू धर्म (Aashram Web Series Defaming Hindu Religion) और बाबाओं को बदनाम किया जा रहा है और नौबत कोर्ट कचहरी तक की आ गयी है. खबर है कि आश्रम के खिलाफ दायर मामले में जोधपुर की एक अदालत (Jodhpur Court On Aashram Controversy) ने अभिनेता बॉबी देओल और निर्माता प्रकाश झा को नोटिस जारी किया है. बताया जा रहा है कि मामले की सुनवाई 11 जनवरी को होगी.
बताते चलें कि डिस्ट्रिक्ट एंड सेशन कोर्ट में जस्टिस रविंद्र जोशी की अदालत ने आदेश लॉयर कुश खंडेलवाल की याचिका के बाद दिया है. कोर्ट ने वेब सीरीज आश्रम के मद्देनजर एक्टर बॉबी देओल और डायरेक्टर प्रकाश झा पर एफआईआर के आदेश देने से इनकार किया है. ज्ञात हो कि प्रकाश झा निर्देशित और बॉबी देओल अभिनीत वेब सीरीज आश्रम का शुमार 2020 की उन चुनिंदा वेब सीरीज में है जिसे दर्शकों ने खूब प्यार दिया और जैसा काम इस सीरीज में लोगों ने किया है उसकी खूब जमकर सराहना की है.
फिलहाल इस सीरीज के दो सीजन आ चुके है और दर्शक तीसरे सीजन के लिए उतावले हैं. सीजन के तीसरे भाग की शूटिंग अभी चल ही रही है और माना यही जा रहा है कि सीरीज का ये सीजन लोगों को पसंद आए इसके लिए इसके प्लाट में कुछ जरूरी फेर बदल किया गया है.
गौरतलब है कि OTT प्लेटफॉर्म एम एक्स प्लेयर पर रिलीज हुई आश्रम एक ऐसी वेब सीरीज है जो कि सच्ची घटना पर आधारित है. सीरीज में बॉबी देओल काशीपुर वाले बाबा निराला की भूमिका में है जो धर्म की आड़ लेकर हर वो काम करता है जिसकी इजाजत न तो सभ्य समाज देता है और न ही कानून. सीरीज में दिखाया गया है कि बाबा निराला न केवल मासूम और भोली भाली लड़कियों का यौन शोषण करता है बल्कि वो ड्रग्स के कारोबार में भी लिप्त है.
सीरीज में बाबा का कद बहुत मजबूत है इसलिए चाहे वो पुलिस हो समाजसेवी हों या फिर कानून और नेता हर कोई बाबा से दबता है और उसके कहे पर हां में हां मिलाता है. बात इस सीरीज के प्लॉट की हो तो कहा यही जाता है कि इस सीरीज के जरिये डेरा सच्चा सौदा प्रमुख बाबा गुरमीत राम रहीम के काले कारनामों को दिखाया गया है.
चूंकि इस सीरीज के चर्चा में आने की एक बड़ी वजह इसपर जारी विरोध है तो ये बताना भी बेहद जरूरी है कि देश में कई स्थानों पर इस सीरीज के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है. विरोध करने वाले संगठनों का कहना है कि इस सीरीज के जरिये हिंदू धर्म और आश्रम व्यवस्था को घेरे में लिया गया है.
बहरहाल इस लोकप्रिय सीरीज के दो सीजन से एक दर्शक के रूप में हम रू-ब-रू हो चुके हैं. सीरीज का तीसरा भाग जल्द ही हमारे बीच होगा जो कि कहीं ज्यादा मजेदार कहीं ज्यादा रोमांच लिए हुए है. बात एकदम सीधी और साफ है. जैसा रिस्पॉन्स पब्लिक ने सीरीज के पहले दो सीजन को दिया है उससे इतना तो साफ है कि सीरीज का तीसरा भाग यानी आश्रम 3 कई मायनों में परफेक्ट एंटरटेनर होगा.
बाक़ी बात अदालत में आश्रम को लेकर नोटिस से शुरू हुई है तो मामले पर अदालत अपना क्या फैसला देती है इसका जवाब तो वक़्त देगा लेकिन जैसा वर्तमान है और जिस तरह का टेस्ट दर्शकों का बना है साफ है कि सीरीज को लेकर बवाल जितना हो लेकिन जब भी सीरीज का तीसरा भाग आएगा इसे दर्शकों द्वारा हाथों हाथ लिया जाएगा.
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