रामायण हो या महाभारत इन गाथाओं को भारत में सदियों से सुना जा रहा है. लेकिन अब वो दौर नहीं जब ये ग्रंथ या पौराणिक गाथाएं सिर्फ किताबों तक सीमित हों. इनका सार लोगों तक पहुंचे इसके लिए इन गाथाओं को पर्दे पर उतारा गया. इन्हें हर माध्यम जैसे टीवी सीरियल, फिल्मों और एनिमेशन फिल्मों के जरिए दिखाया जाता रहा है.
लेकिन भारत की पौराणिक कथाएं सिर्फ भारत तक सीमित न रहें बल्कि अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों तक भी पहुंचें, इसके लिए तीन युवा फिल्मकार 'रामायण' पर फिल्म बनाने जा रहे हैं. ये फिल्म हॉलीवुड में बनाई जाएगी. अमेरिका के क्रिएटिव डायरेक्टर रोनी एलमन के साथ मिलकर निर्देशक विनीत सिन्हा और एस ग्राहम ‘रामायण’ को अंग्रेजी में बनाना चाहते हैं. इनका कहना है कि हॉलीवुड, जापान और चीन में बैटमैन, सुपरमैन, स्टारवार्स और पोकीमान जैसी फिल्मों से पूरी दुनिया परिचित है, लेकिन भारतीय कथाएं उस तरह से प्रसिद्ध नहीं हो पाई हैं.
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फिल्म निर्माताओं का दावा है कि आधुनिक तकनीक की मदद से इस फिल्म को हॉलीवुड की फिल्मों 'लार्ड ऑफ द रिंग्स' और 'प्लेनेट ऑफ द एप्स' से भी अच्छा बनाया जा सकता है. वे रामायण की कथा को 3डी और आइमैक्स के जरिए पेश करेंगे. ये एक मेगा बजट मूवी होगी. अब तक की सबसे भारत में अब तक सबसे महंगी फिल्म की लागत करीब ढाई करोड़ डॉलर (करीब 160 करोड़ रुपए) रही है, लेकिन इस फिल्म की लागत इससे दुगनी होगी. कहा जा रहा है कि भारत और विदेश के दर्शकों की उम्मीदों को एक साथ पूरा करने के लिए इन्हें हर चीज का ध्यान रखना होगा. टेक्नोलॉजी का जबरदस्त इस्तेमाल के साथ-साथ भारत के लोगों की भावनाओं का भी ख्याल रखना होगा.
ऐसा पहली बार नहीं है कि हॉलिवुड में भारत के धार्मिक ग्रंथों पर कोई फिल्म...
रामायण हो या महाभारत इन गाथाओं को भारत में सदियों से सुना जा रहा है. लेकिन अब वो दौर नहीं जब ये ग्रंथ या पौराणिक गाथाएं सिर्फ किताबों तक सीमित हों. इनका सार लोगों तक पहुंचे इसके लिए इन गाथाओं को पर्दे पर उतारा गया. इन्हें हर माध्यम जैसे टीवी सीरियल, फिल्मों और एनिमेशन फिल्मों के जरिए दिखाया जाता रहा है.
लेकिन भारत की पौराणिक कथाएं सिर्फ भारत तक सीमित न रहें बल्कि अंतर्राष्ट्रीय दर्शकों तक भी पहुंचें, इसके लिए तीन युवा फिल्मकार 'रामायण' पर फिल्म बनाने जा रहे हैं. ये फिल्म हॉलीवुड में बनाई जाएगी. अमेरिका के क्रिएटिव डायरेक्टर रोनी एलमन के साथ मिलकर निर्देशक विनीत सिन्हा और एस ग्राहम ‘रामायण’ को अंग्रेजी में बनाना चाहते हैं. इनका कहना है कि हॉलीवुड, जापान और चीन में बैटमैन, सुपरमैन, स्टारवार्स और पोकीमान जैसी फिल्मों से पूरी दुनिया परिचित है, लेकिन भारतीय कथाएं उस तरह से प्रसिद्ध नहीं हो पाई हैं.
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फिल्म निर्माताओं का दावा है कि आधुनिक तकनीक की मदद से इस फिल्म को हॉलीवुड की फिल्मों 'लार्ड ऑफ द रिंग्स' और 'प्लेनेट ऑफ द एप्स' से भी अच्छा बनाया जा सकता है. वे रामायण की कथा को 3डी और आइमैक्स के जरिए पेश करेंगे. ये एक मेगा बजट मूवी होगी. अब तक की सबसे भारत में अब तक सबसे महंगी फिल्म की लागत करीब ढाई करोड़ डॉलर (करीब 160 करोड़ रुपए) रही है, लेकिन इस फिल्म की लागत इससे दुगनी होगी. कहा जा रहा है कि भारत और विदेश के दर्शकों की उम्मीदों को एक साथ पूरा करने के लिए इन्हें हर चीज का ध्यान रखना होगा. टेक्नोलॉजी का जबरदस्त इस्तेमाल के साथ-साथ भारत के लोगों की भावनाओं का भी ख्याल रखना होगा.
ऐसा पहली बार नहीं है कि हॉलिवुड में भारत के धार्मिक ग्रंथों पर कोई फिल्म बनाई जा रही हो. इससे पहले भी निर्देशक पीटर ब्रुक 'महाभारत' से प्रभावित होकर फिल्म 'द महाभारत' बना चुके हैं. ये फिल्म 1989 में बनाई गई थी जो भारतीय फिल्मों और सीरियल से काफी अलग थी. लेकिन पिछले दो दशकों में फिल्म टेक्नोलॉजी में काफी बदलाव आए हैं, जिसकी वजह से हॉलीवुड एक्शन फिल्में हो या फिर साइंस फिक्शन, वो दर्शकों पर अलग ही प्रभाव छोड़ती हैं. ऐसे में रामायण जैसे भव्य ग्रंथ को हॉलीवुड की नजर से देखना अपने आप में रोचक होगा. अब जब तक फिल्म की शुरुआत नहीं होती, लोगों में ये जानने की उत्सुकता भी रहेगी कि कौन सा अभिनेता राम के किरदार में अच्छा लगेगा और सीता का किरदार कौन सी अभिनेत्री निभाएगी. ये सितारे हॉलीवुड से होंगे या बॉलीवुड से इसपर अभी विचार नहीं किया गया है.
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