Indian Workship Cricket. मतलब हिंदुस्तान में क्रिकेट पूजा जाता है. क्रिकेट को छोड़ दें तो हमारे देश में बचे खेलों की क्या स्थिति है किसी से छुपी नहीं है. क्रिकेट के अलावा व्यक्ति अगर हॉकी, बैंडमिंटन, टेनिस, कुश्ती खेले तो भी लोग उसे याद रख लेंगे मगर ऐसे तमाम खेल हैं, जो खेले तो जाते हैं मगर उन खेलों से जुड़े खिलाड़ियों को शायद ही कोई याद रखता हो. कुछ ऐसा ही हाल कबड्डी का भी है. कबड्डी से देश के गिने चुने लोग जुड़े हैं और इनमें भी कितने लोग कबड्डी के खिलाड़ी को याद रखते होंगे हमें कुछ कहने की जरूरत नहीं है. बात कबड्डी की चल रही है तो बता दें कि कंगना रनौत की आने वाली फिल्म 'पंगा' (Kangna Starrer Panga Tariler Out) का ट्रेलर रिलीज हुआ है. फिल्म के पोस्टर्स पहले ही रिलीज हो चुके थे जिन्हें सिनेमा के शौकीनों के आलवा क्रिटिक्स तक ने खूब सराहा था. ट्रेलर की शुरुआत कबड्डी (Kabaddi In Panga) के एक सीन से होती है जिसमें जया (कंगना) के नाम की टीशर्ट और उन्हें कबड्डी खेलते हुए दिखाया गया है. ट्रेलर में बताया गया है कि जया निगम (कंगना) 2010 की इंडिया कैप्टेन (Kangna Ranaut Captain Of Indian Kabaddi team) हैं और अपने वक़्त की बेहतरीन लीडर हैं. इस सीन के फ़ौरन बाद अगले ही दृश्य में कंगना एक शादीशुदा नार्मल वर्किंग वुमन हैं. ट्रेलर (Panga Trailer) में कंगना को इस तरह दिखाया गया है कि वो घर और दफ्तर के बीच सामंजस्य तो स्थापित कर रही हैं. लेकिन उनके मन में रह रहकर एक टीस उठती है कि लोग उन्हें एल शादीशुदा वर्किंग वुमन की तरह नहीं बल्कि एक कबड्डी खिलाड़ी की तरह पहचाने.
बात फिल्म 'पंगा' के ट्रेलर की चल रही है तो बताना जरूरी है कि इसमें एक खिलाड़ी की पूरी मनोस्थिति का बखूबी...
Indian Workship Cricket. मतलब हिंदुस्तान में क्रिकेट पूजा जाता है. क्रिकेट को छोड़ दें तो हमारे देश में बचे खेलों की क्या स्थिति है किसी से छुपी नहीं है. क्रिकेट के अलावा व्यक्ति अगर हॉकी, बैंडमिंटन, टेनिस, कुश्ती खेले तो भी लोग उसे याद रख लेंगे मगर ऐसे तमाम खेल हैं, जो खेले तो जाते हैं मगर उन खेलों से जुड़े खिलाड़ियों को शायद ही कोई याद रखता हो. कुछ ऐसा ही हाल कबड्डी का भी है. कबड्डी से देश के गिने चुने लोग जुड़े हैं और इनमें भी कितने लोग कबड्डी के खिलाड़ी को याद रखते होंगे हमें कुछ कहने की जरूरत नहीं है. बात कबड्डी की चल रही है तो बता दें कि कंगना रनौत की आने वाली फिल्म 'पंगा' (Kangna Starrer Panga Tariler Out) का ट्रेलर रिलीज हुआ है. फिल्म के पोस्टर्स पहले ही रिलीज हो चुके थे जिन्हें सिनेमा के शौकीनों के आलवा क्रिटिक्स तक ने खूब सराहा था. ट्रेलर की शुरुआत कबड्डी (Kabaddi In Panga) के एक सीन से होती है जिसमें जया (कंगना) के नाम की टीशर्ट और उन्हें कबड्डी खेलते हुए दिखाया गया है. ट्रेलर में बताया गया है कि जया निगम (कंगना) 2010 की इंडिया कैप्टेन (Kangna Ranaut Captain Of Indian Kabaddi team) हैं और अपने वक़्त की बेहतरीन लीडर हैं. इस सीन के फ़ौरन बाद अगले ही दृश्य में कंगना एक शादीशुदा नार्मल वर्किंग वुमन हैं. ट्रेलर (Panga Trailer) में कंगना को इस तरह दिखाया गया है कि वो घर और दफ्तर के बीच सामंजस्य तो स्थापित कर रही हैं. लेकिन उनके मन में रह रहकर एक टीस उठती है कि लोग उन्हें एल शादीशुदा वर्किंग वुमन की तरह नहीं बल्कि एक कबड्डी खिलाड़ी की तरह पहचाने.
बात फिल्म 'पंगा' के ट्रेलर की चल रही है तो बताना जरूरी है कि इसमें एक खिलाड़ी की पूरी मनोस्थिति का बखूबी वर्णन किया गया है. ट्रेलर बता रहा है कि खिलाड़ी तक क्या सोचता है? उसे तब क्या तकलीफ होती है जब बेमिसाल प्रदर्शन के बावजूद लोग उसे भूल जाते हैं. 3 मिनट के इस ट्रेलर में वो तमाम उथल हैं जिनको देखकर महसूस होता है कि बतौर खिलाड़ी, कंगना अपनी पहचान को लेकर फिक्रमंद हैं और उन्हें वो कोई हुई पहचान दिलाने के लिए उनका परिवार जिसमें उनका पति और बीटा शामिल हैं खुल कर सामने आते हैं और उसका सपोर्ट करते हैं.
एक ऐसे खेल से जो कम ही लोग खेलते हैं, से जुड़ा खिलाड़ी कितना बेबस है. इसे ट्रेलर के उस डायलॉग से भी समझ सकते हैं जिसमें कंगना ये कहती हैं कि,' कबड्डी वालीं को कौन पहचानता है. साथ ही उनके सीनियर का उनसे कहना कि वो दिन हवा हुए जब आप रेलवे के लिए कबड्डी खेला करती थीं.
ट्रेलर में उस मज़बूरी का भी जिक्र है जिसका उस औरत को सामना करना पड़ता है जो खिलाड़ी बाद में है पहले एक मां हैं. ट्रेलर में कंगना इस बात को स्वीकार रही हैं कि इस देश में महिला सशक्तिकरण की बातें तो खूब होती हैं. मगर जब उसे अमली जमा पहनाने की बात आई हैं तो प्रायः लोग अपनी बगलें झांकते नजर आते हैं. ट्रेलर में कंगना का ये कहना कि मैं एक मां हूं और मां के कोई सपने नहीं होते बता रहा है कि फिल्म हिट है.
जैसा कि हम पहले ही बता चुके हैं फिल्म में कंगना को उनके पति और बेटे से समर्थन मिलता है. ट्रेलर में बच्चे का अपने पिता से ये पूछना कि उसकी मां की उम्र क्या है? क्या वो कम बैक कर सकती है. उस मनोस्थिति का बखान करता है जो उन परिवारों में होती है जिसका कोई सदस्य उसमें से भी महिला खिलाड़ी होती है जिसने तमाम अलग अलग मोर्चों पर अपने देश की नुमाइंदगी की होती है.
वो खिलाड़ी जो अपना खेल छोड़ चुका है और एक नार्मल जिंदगी जी रहा है. किन मुश्किलों का सामना करता है उसे भी इस ट्रेलर में बड़ी ही खूबसूरती के साथ दिखाया गया है. फिल्म का ट्रेलर देखने पर इस बात की अनुभूति खुद-ब-खुद हो जाती है कि 'पंगा' स्पोर्ट्स पर आधारित मूवी तो है ही मगर इसमें परिवार का अपना रोल है. फिल्म इस बात का साफ़ संकेत दे रही है कि व्यक्ति तब तक कुछ नहीं कर सकता जब तक उसे अपने परिवार का समर्थन न मिले.
बहरहाल, 3 मिनट के ट्रेलर से एक फिल्म को जज नहीं किया जा सकता मगर जो पंगा का ट्रेलर है वो इस बात को साफ़ तौर पर बता रहा है कि अगर व्यक्ति में चाह हो तो वो कुछ भी कर सकता है. किसी भी सीमा पर जा सकता है. और अपनी खोई पहचान वपास हासिल कर सकता है. पंगा बॉक्स ऑफिस पर क्या गुल खिलाती है इसका फैसला वक़्त करेगा मगर ट्रेलर ये ये बता दिया है कि कंगना एक बेहतरीन एक्टर हैं जिन्हें ये बता है कि चुनौतियों को सफलता में कैसे बदला जाता है.
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