भोजपुरी फिल्म-म्युजिक इंडस्ट्री के दो दिग्गज कलाकारों पवन सिंह (Pawan Singh) और खेसारी लाल यादव (Khesari Lal Yadav) के बीच का विवाद आग की तरह फैलता जा रहा है. सोशल मीडिया पर दोनों सुपरस्टार्स की जुबानी जंग के बीच इंडस्ट्री के दूसरे कलाकार भी दोनों खेमों के बीच बंट गए हैं. कोई पवन सिंह के समर्थन में अपनी राय जाहिर कर रहा है, तो कोई खेसारी लाल के पक्ष में बयान दे रहा हैं. इनके बीच एक खेमा ऐसा भी है, जो बिना किसी का पक्ष लिए दोनों को नसीहतें देते हुए भोजपुरी इंडस्ट्री के सम्मान को बचाने की बात कह रहा है. हालांकि, ज्यादातर लोग इस वक्त खेसारी के विरोध में नजर आ रहे हैं, क्योंकि उनके हालिया वायरल हुए वीडियो में उनका अहंकार हर किसी को दिखाई दे रहा है. जबकि पवन सिंह ने फेसबुक पर सार्वजनिक रूप से माफी मांगकर सहानुभूति हासिल कर ली है.
दरअसल सारे विवाद की जड़ खेसारी लाल यादव का एक वीडियो है, जिसमें वो भोजपुरी इंडस्ट्री के कुछ कलाकारों को अपशब्द कहते हुए उनका अपमान करते हुए नजर आ रहे हैं. वीडियो में वो कहते हैं कि प्रमोद प्रेमी, रितेश, कल्लू और समर सिंह की औकात 5 लाख से ज़्यादा की नहीं है. इसके बाद भोजपुरी अभिनेता सह गायक रितेश पांडे ने वीडियो को शेयर करते हुए उनपर जमकर जुबानी हमला बोला था. कहा तो यहां तक कि जा रहा है कि समर सिंह कुछ लोगों के साथ खेसारी पर हमला बोलने के लिए वाराणसी तक पहुंच गए थे, जहां उनकी शूटिंग हो रही थी. लेकिन यहां कोई विवाद होता, इससे पहले खेसारी वहां से चले गए थे. इस मुद्दे पर पवन सिंह ने पटना के एक प्रोग्राम में खेसारी का नाम लिए बिना उनको जमक बुरा-भला कहा था. यहां तक कि भद्दे इशारे भी किए थे, जिसके बाद मामला आग की तरह भड़क उठा है.
पवन सिंह और खेसारी लाल यादव के बीच विवाद पर कौन किसके पक्ष में है, आइए जानते हैं...
पवन सिंह और खेसारी लाल यादव के बीच हो रहे विवाद के बीच भोजपुरी सिनेमा के कई दिग्गज कूद पड़े हैं.
1. अक्षरा सिंह: स्टारडम पचाना सबके बस की बात नहीं है!
भोजपुरी एक्ट्रेस और सिंगर अक्षरा सिंह एक जमाने में पवन सिंह की सबसे करीबी दोस्त हुआ करती थीं, लेकिन तीन साल पहले दोनों के बीच हुए विवाद के बाद ब्रेकअप हो गया था. इसके बाद सोशल मीडिया और मीडिया के जरिए अक्षरा सिंह ने पवन सिंह के खिलाफ जमकर हमला बोला था. दोनों के बीच यह झगड़ा कुछ वैसा ही मुद्दा बना था, जैसा कि इस वक्त पवन सिंह और खेसारी लाल का विवाद बना हुआ है. अक्षरा और पवन एक-दूसरे के जानी दुश्मन हैं, ऐसे में जाहिर सी बात है कि वो खेसारी का पक्ष ही लेंगी. हालांकि, उन्होंने बिना नाम लिए पवन सिंह के खिलाफ खूब बोला है. अक्षरा ने कहा, ''इतना लाइव-लाइव क्या कर रहे हो आप लोग. आप लोग प्रूफ क्या करना चाहते हैं. आप हमेशा भोजपुरी के सम्मान की बात करते हैं, लेकिन कौन से सम्मान की बात अभी कर रहे हैं. यहां का सबसे बड़ा दुर्भाग्य ये है कि चार दिन के आए लोग, जिनके एक दो गाने हिट होते हैं वो खुद को भगवान समझने लगते हैं. सब पर राज करने की कोशिश करते हैं. स्टारडम पचाना सबकी बसकी बात नहीं है. स्टारडम पचाना सीखना है तो रवि किशन और मनोज तिवारी के पास जाकर सीखिए. उनका समय खत्म नहीं हुआ है. वह आज तक काम कर रहे हैं.''
''रवि किशन और मनोज तिवारी सिर्फ भोजपुरी और भारत में काम नहीं करते. बल्कि दुनियाभर में लोग उन्हें जानते हैं. आज हर जगह रवि किशन जी भोजपुरी को सम्मान दिला रहे हैं. उनके लेवल पर जाकर देखिए. चार गाना हिट हो गए तो एक-दूसरे को गाली दे दिए. गाना गाकर बहुत बड़े सुपरस्टार बन गए हैं. पहले चीजों को सीखो. दूसरी इंडस्ट्री में जाकर देखो. कैसे वहां के लोग एक-दूसरे को सपोर्ट करते हैं. वहां एक का गाना आता है तो पूरी इंडस्ट्री जुट जाती है सपोर्ट करने के लिए. लेकिन यहां तो चीजें कुछ और ही हैं. अपनी सोच बदलो. शुरुआत किसने की पहले. कौन भगवान बन रहा था. आप लोग तो मुद्दा बनाते हैं. आप देखते हैं कि कहां पर फायदा होता है और आपके इस काम पर क्या ही मैं बोलूं. किसी स्टार के तलवे चाटने वाले जितने भी चम्चे हैं, वो कहां थे जब एक अबला का चीर हरण हो रहा था और बात ही करनी है तो मेरे सामने आकर करो. मैं एक-एक को जवाब दूंगी.''
2. दिनेश लाल यादव 'निरहुआ': क्या लेकर आए हो, क्या लेकर जाना है!
भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री के सुपरस्टार दिनेश लाल यादव 'निरहुआ' सिनेमा से सियासत तक अपनी पारी खेल रहे हैं. वो लगातार फिल्मों की शूटिंग करते हैं, गाने गाते हैं और चुनाव प्रचार भी करते हैं. पवन-खेसारी मामले में बिना किसी का पक्ष लिए वो भोजपुरी इंडस्ट्री की बात करते हुए नजर आते हैं. उनका कहना है, ''ये विवाद भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री में नहीं है, बल्कि एलबम इंडस्ट्री में काम करने वाले कुछ लोगों के बीच है. मुझे लगता है कि कोई व्यक्ति जब किसी भी क्षेत्र में खुद को बादशाह समझने लगता है, तो उसे दिक्कत होती है. ऐसे लोगों को समझना चाहिए कि आज आप जहां है, वहां पहले कोई दूसरा था और आपके बाद भी कोई दूसरा आएगा. हम क्या लेकर आए हैं और क्या लेकर जाएंगे. आज जो तुम्हारा है, कल किसी और का होगा.'' गीता का सार बताते हुए निरहुआ दोनों पक्षों को संदेश देना चाहते हैं. इसके साथ ही उन्होंने पवन और खेसारी के किस्से भी शेयर किए हैं. उनके मुताबिक, खेसारी की आदत है कि वह जब भी मिलते हैं तो अपनी प्रॉपर्टी-पैसे के बारे में बात करते हैं.
उन्होंने एक किस्सा शेयर करते हुए बताया, ''एक बार खेसारी और पवन की मुलाकात हुई. वहां हम लोग भी मौजूद थे. खेसारी ने जैसे ही पवन को देखा, तो बोले कि भइया मैं मुंबई के मीरा रोड पर एक बंगला ले रहा हूं. इसके साथ ही 70 एकड़ का एक जमीन भी ले रहा हूं. इस पवन सिंह बिदक गए. मुझसे बोले कि मैंने इतना काम करने के बाद तीन बीएचके फ्लैट लिया है और वह रोज इतनी बिल्डिंग खरीदता है. यही सोच कर मेरा दिमाग खराब हो जाता है.'' निरहुआ ने एक दूसरा किस्सा भी सुनाया, ''पवन सिंह एक बार शूटिंग के लिए दिल्ली गए, तो खेसारी भी वहां पहुंच गए. ऐसे में खेसारी ने पवन से मिलने की जिद की तो उन्होंने उसे मिलने बुला लिया. खेसारी जैसे ही पवन से मिले तो बोले कि भैया मैं पानी के बीच में ऐसे ही होटल बना रहा हूं. खेसारी की यह बात सुनते ही पवन उठे और कमरे की खिड़की खोल कर बोले कि तुम क्या चाहते हो मैं यहां से कूदकर जान दे दूं. इस समय कमरे में सिर्फ हम दोनों ही हैं. ऐसे में मेरी मौत के जिम्मेदार तुम ही होगें.
निरहुआ के किस्से कहानियों से एक बात तो जरूर समझ में आती है कि खेसारी बड़बोले हैं. उनको अपनी प्रॉपर्टी और पैसे दिखाने की आदत है. वैसे भी इस विवाद से जुड़े उनके जितने भी वीडियो वायरल हुए हैं, उनमें उनका अहंकार साफ दिख रहा है. वो अपनी एक्टिंग, बॉडी, सिंगिंग और पैसों पर घमंड करते नजर आए हैं.
3. रितेश पांडेय: औकात का पैमाना कभी पैसा नहीं होता है!
'पियवा से पहिले हमार रहलू' और 'हैलो कौन' जैसे भोजपुरी गानों से सुर्खियों में आए सिंगर-एक्टर रितेश पांडे ने ही सबसे पहले इस मामले को उठाया था. उन्होंने ही खेसारी लाल का विवादास्पद वीडियो अपने इंस्टाग्राम से शेयर करते हुए उनकी भाषा और विचार पर सवाल खड़े किए थे. उन्होंने वीडियो के साथ कैप्शन लिखा था, ''वाह क्या भाषा है आपकी प्रमोद प्रेमी, रितेश, कल्लू और समर सिंह की औकात 5 लाख से ज़्यादा की नहीं है, तो इनमें से किसके घर का खर्च आप चलाते हैं? अपने से छोटों को आप इस नज़रिए से देखते हैं? बहुत घटिया है आपकी मानसिकता. इतना घमंड ठीक नहीं है''. इसके बाद जब खेसारी का नया वीडियो आया, तो उस पर भी रितेश ने उनको आड़े हाथों लेते हुए अपना एक वीडियो शेयर किया. इसमें रितेश कहते हैं, ''औकात का पैमाना कभी पैसा नहीं होता है. औकात सब चीज से मिलकर बनता है. ज्यादा पैसा कमा लेने से लोग बड़े नहीं होते. ऐसे तो अंबानी किसी को जीने नहीं देते. औकात का पैमाना पढ़ाई, लिखाई और आपके संस्कार से बनती है.
खेसारी पर निशाना साधते हुए रितेश ने कहा, ''पैसा तो वेश्याएं भी कमाती हैं. शुरू से लेकर आजतक हमेशा विवाद में आप रहना चाहे हैं. आप इस फिल्म इंडस्ट्री में केवल विवाद की वजह से हैं. इसी से आपको फायदा मिला है. लेकिन हम लोग बिल्कुल भी विवाद में नहीं रहना चाहते. आपने हम लोगों की औकात देखी है, जो कि हम इस मामले में आपसे बहुत आगे हैं. आप बोलते हैं कि आपकी बुद्धि घुटने में है, क्योंकि आप यादव हैं. एक बार यही बात यादवों के शिरमौर अखिलेश यादव के सामने जाकर ये कहिएगा, वो विदेश से पढ़कर आए हैं. आपने अपनी बिरादरी के लिए भी क्या मदद की है? आपकी ही बिरादरी के प्रमोद यादव प्रेमी जी हैं, आपने उनकी क्या मदद की है, जरा बताइए? आपके बिरादरी के बहुत सारे लोग संघर्ष कर रहे हैं, आपने क्या भला किया है उनका? आपने ये बोलकर कि हमारी औकात 5 लाख से ज्यादा की हैं, बहुत गलत बयानबाजी की है. आपको अपने पैसे, एक्टिंग और बॉडी पर घमंड है. केवल इंजेक्शन लगाने से बॉडी नहीं बनती है.''
4. मनोज टाइगर: ये तो अहंकार की पराकाष्ठा है, माफी मांगनी चाहिए!
हिंदी, भोजपुरी, मराठी, तमिल आदि भाषाओं में बनने वाली करीब 150 फिल्मों में काम कर चुके मनोज टाइगर मुख्य रूप से भोजपुरी सिनेमा में सक्रिय हैं. वह फिल्मों में अपनी कॉमेडी और विलेन के किरदार के लिए जाने जाते हैं. इस विवाद में सबसे पहले उन्होंने खेसारी लाल यादव का समर्थन किया था. उन्होंने शुरू में कहा कि खेसारी एक अच्छे अभिनेता और इंसान है. वो हमेशा अपने बड़ों का सम्मान करते हैं. वो जब भी उनसे मिलते हैं तो पैर छूकर प्रणाम करते हैं. लेकिन खेसारी के वायरल वीडियो के सामने आने के बाद मनोज भी उनके विरोधी हो गए. उन्होंने कहा, ''ये तो अहंकार की पराकाष्ठा है. फिल्म इंडस्ट्री में हर तरह के कलाकार होते हैं. यहां अमिताभ बच्चन से लेकर पंकज त्रिपाठी तक, हर ओहदे के अभिनेता हैं. सभी की अपनी पहचान और महत्व है. ऐसे में पैसों से किसी का मूल्याकांन करना गलत है. मुझे अफसोस है कि मैंने खेसारी के समर्थन में वीडियो बनाया. उनकी तारीफ की है. लेकिन उनका वीडियो देखने के बाद मैं हैरान हूं. खेसारी को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए. हर कोई मेहनत करके अपना मुकाम पाया है. हम किसी का अपमान नहीं कर सकते. हम सब परिवार है. परिवार की रोटी हम सब खा रहे हैं.''
5. काजल राघवानी: पांडेयजी संग काम करो तो सिंहजी नाराज होते हैं!
भोजपुरी एक्ट्रेस काजल राघवानी को मुख्य रूप से खेसारी लाल यादव के साथ काम करने के लिए जाना जाता है. हालांकि, उन्होंने गुजराती फिल्मों में भी बहुत ज्यादा काम किया है, लेकिन भोजपुरी में उनकी ज्यादातर फिल्में और एलबम खेसारी के साथ ही हैं. उन्होंने इस विवाद पर सीधा कुछ भी बोलने की बजाए एक बड़ी समस्या की ओर लोगों का ध्यान दिलाया है. उनका कहना है कि भोजपुरी इंडस्ट्री जाति में बंटी है. इस जाति के साथ काम करो तो वे नाराज हो जाते हैं. उस जाति के साथ काम करो तो ये नाराज हो जाते हैं. काजल ने यहां तक कहा कि गुजराती फ़िल्म इंडस्ट्री में वो 30 से ज्यादा फिल्में कर चुकी हूं, लेकिन वहां कभी जाति वाली समस्या से सामना नहीं करना पड़ा. लेकिन, भोजपुरी में सिंह जी के साथ काम करो तो यादव जी नाराज और पांडेय जी के साथ काम करो तो सिंह जी नाराज हो जाते हैं.
पवन-खेसारी विवाद पर काजल राघवानी ने कहा, ''खेसारीलाल यादव और पवन सिंह दोनों एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं. जिस तरीके का माहौल अभी बना है, वह जल्द से जल्द सॉल्व हो जाएगा. यही कामना करती हूं. बहुत सारे ऐसे लोग हैं जो आग लगने पर पानी नहीं डालते हैं, बल्कि घी डालने डालने का काम करते हैं. इसी के कारण मामले ने काफी तूल पकड़ लिया है, लेकिन जल्द ही सॉल्व हो जाएगा. मुझे इसके बारे में तो मुझे ज्यादा नहीं कहना है लेकिन मैं चाहती हूं कि जल्दी से हर चीज सॉल्व हो जाए, क्योंकि दोनों मेरे लिए खास हैं, दोनों मेरे दोस्त हैं. ऐसे में मैं बस यही चाहती हूं कि जल्दी ये मामला सॉल्व हो जाए, ताकि दोनों फिर से एक हो जाएं.''
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.