यूं तो भारत पाकिस्तान की जंग को लेकर कई फ़िल्में बन चुकी हैं. बावजूद भारत-पाकिस्तान की जंग से जुड़ी असंख्य कहानियों का आना बाकी है. ऐसी ही एक कहानी को केंद्र में रखकर रंग दे बसंती और उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म देने वाले मेकर्स 'पिप्पा' लेकर आ रहे हैं. आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर पिप्पा का टीजर रिलीज किया गया है. पहली बार ईशान खट्टर एक युवा फौजी की भूमिका में नजर आ रहे हैं. उनके अपोजिट मृणाल ठाकुर हैं. पिप्पा का निर्देशन अक्षय कुमार के साथ एयरलिफ्ट जैसी सुपरहिट फिल्म दे चुके राजकृष्ण मेनन कर रहे हैं. जबकि दिग्गज संगीतकार एआर रहमान ने फिल्म का संगीत तैयार किया है.
स्वतंत्रता दिवस पर जारी टीजर में क्या है?
टीजर करीब 1.6 सेकेंड का है. टीजर की शुरुआत भारतीय एयरफील्ड पर हमले के बाद प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तरफ से पाकिस्तान द्वारा थोपे गए युद्ध की घोषणा के साथ शुरू होती है. और इसके बाद भारतीय थल सेना की तैयारियां नजर आती हैं. असल में यह वॉर ड्रामा बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में थलसेना के एक टैंक यूनिट की जबरदस्त बहादुरी और शौर्य की कहानी दिखाती है. ईशान खट्टर कहते नजर आते हैं कि दुनिया के इतिहास में यह पहला जंग होगा जो एक देश की आजादी के लिए लड़ा जाएगा. इसके बाद नजर आता है कि कैसे टैंक दस्ता बांग्लादेश की सीमा में घुसता है और वहां मुक्ति संग्राम के साथ पाकिस्तानी सेना से मोर्चा लेता है.
यहां नीचे पिप्पा का टीजर देख सकते हैं:-
किस बहादुर जवान की कहानी है पिप्पा?
संभवत: यह बॉलीवुड की पहली फिल्म है जिसके जरिए भारतीय थलसेना के टैंक दस्ते की बहादुरी को भारतीय दर्शक देखेंगे. यह कहानी थलसेना के बहादुर अफसर ब्रिगेडियर बलराम सिंह मेहता की है. ब्रिगेडियर बलराम सिंह के किरदार में ईशान खट्टर हैं. ब्रिगेडियर बलराम सिंह ने 1971 की भारत पाकिस्तान जंग में इस्टर्न फ्रंट पर बेजोड़ बहादुरी दिखाई थी. बांग्लादेश में पाकिस्तानी थलसेना संसाधनहीन मुक्ति...
यूं तो भारत पाकिस्तान की जंग को लेकर कई फ़िल्में बन चुकी हैं. बावजूद भारत-पाकिस्तान की जंग से जुड़ी असंख्य कहानियों का आना बाकी है. ऐसी ही एक कहानी को केंद्र में रखकर रंग दे बसंती और उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक जैसी ब्लॉकबस्टर फिल्म देने वाले मेकर्स 'पिप्पा' लेकर आ रहे हैं. आजादी के अमृत महोत्सव के मौके पर पिप्पा का टीजर रिलीज किया गया है. पहली बार ईशान खट्टर एक युवा फौजी की भूमिका में नजर आ रहे हैं. उनके अपोजिट मृणाल ठाकुर हैं. पिप्पा का निर्देशन अक्षय कुमार के साथ एयरलिफ्ट जैसी सुपरहिट फिल्म दे चुके राजकृष्ण मेनन कर रहे हैं. जबकि दिग्गज संगीतकार एआर रहमान ने फिल्म का संगीत तैयार किया है.
स्वतंत्रता दिवस पर जारी टीजर में क्या है?
टीजर करीब 1.6 सेकेंड का है. टीजर की शुरुआत भारतीय एयरफील्ड पर हमले के बाद प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की तरफ से पाकिस्तान द्वारा थोपे गए युद्ध की घोषणा के साथ शुरू होती है. और इसके बाद भारतीय थल सेना की तैयारियां नजर आती हैं. असल में यह वॉर ड्रामा बांग्लादेश मुक्ति संग्राम में थलसेना के एक टैंक यूनिट की जबरदस्त बहादुरी और शौर्य की कहानी दिखाती है. ईशान खट्टर कहते नजर आते हैं कि दुनिया के इतिहास में यह पहला जंग होगा जो एक देश की आजादी के लिए लड़ा जाएगा. इसके बाद नजर आता है कि कैसे टैंक दस्ता बांग्लादेश की सीमा में घुसता है और वहां मुक्ति संग्राम के साथ पाकिस्तानी सेना से मोर्चा लेता है.
यहां नीचे पिप्पा का टीजर देख सकते हैं:-
किस बहादुर जवान की कहानी है पिप्पा?
संभवत: यह बॉलीवुड की पहली फिल्म है जिसके जरिए भारतीय थलसेना के टैंक दस्ते की बहादुरी को भारतीय दर्शक देखेंगे. यह कहानी थलसेना के बहादुर अफसर ब्रिगेडियर बलराम सिंह मेहता की है. ब्रिगेडियर बलराम सिंह के किरदार में ईशान खट्टर हैं. ब्रिगेडियर बलराम सिंह ने 1971 की भारत पाकिस्तान जंग में इस्टर्न फ्रंट पर बेजोड़ बहादुरी दिखाई थी. बांग्लादेश में पाकिस्तानी थलसेना संसाधनहीन मुक्ति वाहिनी के सिपाहियों और बांग्ला नागरिकों का क्रूरता से दमन कर रही थी. लेकिन मोर्चे पर भारत के आने के बाद तस्वीर पलट गई और बांग्लादेश 25 साल बाद पाकिस्तान के दमनकारी उपनिवेश से मुक्त हुआ था. टीजर में फिल्म की कहानी पूरी तरह से साफ नहीं हो पाती मगर पहली झलकी में विजुअल भव्य और आकर्षक नजर आ रहे हैं. खासकर फ़ौजी के किरदार में ईशान खट्टर फैब रहे हैं.
पिप्पा कैसी फिल्म होगी- अभी कुछ कहना जल्दबाजी है. चूंकि फिल्म के मेकर्स राष्ट्रीय भावनाओं से ओतप्रोत और युद्ध आधारित बेहतरीन फ़िल्में बना चुके हैं तो उम्मीद करनी चाहिए कि यह भी बेहतर बनी होगी और दर्शकों को प्रभावित करे. वैसे अलग-अलग युद्धों में टैंक दस्ते की बेजोड़ कहानियों पर हॉलीवुड में शानदार फ़िल्में बनी हैं. इनमें सबसे बेजोड़ फिल्म ब्रैड पिट स्टारर Fury है. दूसरे विश्व युद्ध पर आधारित यह फिल्म साल 2014 में आई थी. उम्मीद की जानी चाहिए कि दर्शकों को Fury जैसी बेजोड़ कहानी 'पिप्पा' में भी देखने को मिले. जो दर्शक Fury देखना चाहें फिल्म उन्हें ओटीटी प्लेटफॉर्म पर मिल जाएगी.
फिलहाल पिप्पा में युद्ध के सीन प्रभावशाली कहे जा सकते हैं. बॉलीवुड ने भले ही युद्ध आधारित कई फिल्मों का निर्माण किया है लेकिन कोई भी फिल्म हकीकत और बॉर्डर के बेंचमार्क के आगे दूसरी फ़िल्में नहीं जा पाई हैं. बॉर्डर जहां पाकिस्तान के साथ पश्चिमी सीमा पर लादे गए युद्ध की कहानी है वहीं हकीकत चीन के साथ जंग पर बनी भारतीय सिनेमा की क्लासिक है. जिन दर्शकों की रूचि वॉर फिल्मों में रही है, हो सकता है कि पिप्पा में टैंक दस्ते की लड़ाई को विस्तारपूर्वक देखना उनके लिए बेहतरीन अनुभव हो. वैसे दूरदर्शन के मशहूर शो परमवीर चक्र और तमाम दूसरी फिल्मों में भारतीय दर्शकों ने युद्ध के मैदान में टैंक दस्तों के शौर्य को देखा है.
2 दिसंबर को फिल्म आएगी, रिलीज की तारीख का मतलब है
फिल्म को इसी साल 2 दिसंबर के दिन रिलीज किया जाएगा. असल में 1971 में 3 दिसंबर की तारीख को पाकिस्तानी वायुसेना ने भारतीय एयरबेस को निशाना बनाया था. ऐतिहासिक युद्ध की वर्षगांठ से एक दिन पहले निर्माताओं ने पिप्पा को रिलीज करने का फैसला किया है. फिल्म का निर्माण रॉनी स्क्रूवाला और सिद्धार्थ रॉय कपूर ने किया है.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.