साल 2002 में तेलुगु फिल्म 'ईश्वर' से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले 'बाहुबली' स्टार प्रभास 42 साल के हो गए हैं. प्रभास आज अपने करियर में इस मुकाम पर पहुंच गए हैं, जहां तक पहुंचना हर किसी के बस की बात नहीं है. मूलत: साउथ के टॉप स्टार्स में शुमार इस बेहतरीन अभिनेता की पहचान पैन इंडिया स्तर पर इस कदर हो चुकी है कि हर जगह इनके शानदार अभिनय का डंका बजता है. रजनीकांत, कमल हासन, महेश बाबू जैसे सुपरस्टारों के बीच प्रभास जिस तेजी से उभरे हैं, उससे पूरे देश में उनकी जबरदस्त फैन फॉलोइंग बढ़ी है. इसमें सबसे बड़ी भूमिका उनकी ब्लॉकबस्टर फिल्म 'बाहुबली' की है, जिसे एसएस राजामौली ने निर्देशित किया है. 'बाहुबली' फिल्म को सफल बनाने के लिए उन्होंने अपने 19 साल करियर में से 5 साल सिर्फ इसी प्रोजेक्ट को दिया है, जो उनके समर्पण को साबित करता है.
आइए जानते हैं उन पांच खास बातों के बारे में, जो प्रभास को सुपरस्टार बनाती हैं...
1. पैन इंडिया सुपरस्टार
एक वक्त था जब बॉलीवुड और साउथ फिल्म इंडस्ट्री की राहें जुदा थीं. दोनों जगह अपने-अपने ढंग की फिल्मों का निर्माण हो रहा था. लेकिन केबल टीवी के दौर में जब साउथ की फिल्मों का हिंदी डब प्रसारित होने लगा और लोग उसे पसंद करने लगे, तो कुछ हिंदी फिल्म निर्माताओं ने साउथ की फिल्मों की रीमेक बनानी शुरू कर दी. राउडी राठौर से लेकर दृश्मय तक ऐसी कई फिल्में हैं, जो साउथ की हिंदी रीमेक हैं. इसके बाद साल 2015 में फिल्म बाहुबली रिलीज हुई, जिसने पूरे देश में धमाका कर दिया. पहली बार ऐसा हुआ कि साउथ फिल्म इंडस्ट्री एक फिल्म को एक साथ तमिल, तेलुगू, मलायलम और हिंदी में रिलीज किया गया. बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ब्लॉकबस्टर तो साबित हुई ही, इसके साथ इसने कमाई के कई सारे ऐसे रिकॉर्ड बनाए, जिसे तोड़ना बहुत मुश्किल है.
साल 2002 में तेलुगु फिल्म 'ईश्वर' से अपने फिल्मी करियर की शुरुआत करने वाले 'बाहुबली' स्टार प्रभास 42 साल के हो गए हैं. प्रभास आज अपने करियर में इस मुकाम पर पहुंच गए हैं, जहां तक पहुंचना हर किसी के बस की बात नहीं है. मूलत: साउथ के टॉप स्टार्स में शुमार इस बेहतरीन अभिनेता की पहचान पैन इंडिया स्तर पर इस कदर हो चुकी है कि हर जगह इनके शानदार अभिनय का डंका बजता है. रजनीकांत, कमल हासन, महेश बाबू जैसे सुपरस्टारों के बीच प्रभास जिस तेजी से उभरे हैं, उससे पूरे देश में उनकी जबरदस्त फैन फॉलोइंग बढ़ी है. इसमें सबसे बड़ी भूमिका उनकी ब्लॉकबस्टर फिल्म 'बाहुबली' की है, जिसे एसएस राजामौली ने निर्देशित किया है. 'बाहुबली' फिल्म को सफल बनाने के लिए उन्होंने अपने 19 साल करियर में से 5 साल सिर्फ इसी प्रोजेक्ट को दिया है, जो उनके समर्पण को साबित करता है.
आइए जानते हैं उन पांच खास बातों के बारे में, जो प्रभास को सुपरस्टार बनाती हैं...
1. पैन इंडिया सुपरस्टार
एक वक्त था जब बॉलीवुड और साउथ फिल्म इंडस्ट्री की राहें जुदा थीं. दोनों जगह अपने-अपने ढंग की फिल्मों का निर्माण हो रहा था. लेकिन केबल टीवी के दौर में जब साउथ की फिल्मों का हिंदी डब प्रसारित होने लगा और लोग उसे पसंद करने लगे, तो कुछ हिंदी फिल्म निर्माताओं ने साउथ की फिल्मों की रीमेक बनानी शुरू कर दी. राउडी राठौर से लेकर दृश्मय तक ऐसी कई फिल्में हैं, जो साउथ की हिंदी रीमेक हैं. इसके बाद साल 2015 में फिल्म बाहुबली रिलीज हुई, जिसने पूरे देश में धमाका कर दिया. पहली बार ऐसा हुआ कि साउथ फिल्म इंडस्ट्री एक फिल्म को एक साथ तमिल, तेलुगू, मलायलम और हिंदी में रिलीज किया गया. बॉक्स ऑफिस पर फिल्म ब्लॉकबस्टर तो साबित हुई ही, इसके साथ इसने कमाई के कई सारे ऐसे रिकॉर्ड बनाए, जिसे तोड़ना बहुत मुश्किल है.
बाहुबली ने इतिहास कायम करने के साथ ही प्रभास को पैन इंडिया सुपरस्टार बना दिया. कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक उनके अभिनय का जादू हर किसी के सिर चढ़कर बोलने लगा. वैसे बताते चलें कि पैन का अर्थ होता है 'प्रेजेंस एक्रॉस नेशन'. इस तरह पैन इंडिया सुपरस्टार का मतलब हुआ कि जब कोई स्टार भारत में कई जगहों पर काम कर रहा हो, कई भाषाओं में उसकी फिल्म देखी और पसंद की जा रही हो, तो उसको पैन इंडिया सुपरस्टार कहते हैं. सिर्फ प्रभास ही नहीं रजनीकांत और यश को भी पैन इंडिया स्टार नाम से जाना जाता है, लेकिन सबसे ज्यादा पैन इंडिया स्टार नाम से कोई मशहूर हुआ है तो वो हैं प्रभास. आज भी कोई गूगल 'पैन-इंडिया स्टार' सर्च करता है, तो सबसे पहले प्रभास का नाम सामने आता है. बाहुबली के बाद बॉलीवुड और साउथ फिल्म इंडस्ट्री ने मिलकर काम करना शुरू कर दिया. इसके बाद साहो, KGF जैसी पैन इंडिया फिल्में रिलीज हो चुकी हैं और राधे श्याम, आरआरआर, रॉकेटरी: द नांबी इफेक्ट रिलीज होने वाली हैं.
2. बेस्ट एक्टर
सुपरस्टार प्रभास का असली नाम वेंकट सत्यनारायण प्रभास राजू उप्पलापति है. उन्होंने साल 2002 में तेलुगु फिल्म 'ईश्वर' से अपने करियर की शुरुआत की थी, लेकिन इसके जरिए कोई खास पहचान नहीं मिली. इसके बाद साल 2004 में आई फिल्म 'वर्षम' ने उनको हीरो के तौर पर स्थापित कर दिया. इस फिल्म की सफलता के बाद उन्होंने 'पौर्णमि', 'योगी', 'मुन्ना', 'बिल्ला', 'एक निरंजन' जैसी कई फिल्मों में काम किया, जिनमें कई हिट भी रही हैं. इसके बाद उनको मशहूर निर्देशक राजामौली का साथ मिला, जिसके बाद उनकी एक्टिंग में ऐसा निखार आया कि उन्होंने हर किसी का दिल जीत लिया.
साल 2005 में रिलीज हुई राजामौली की फिल्म 'छत्रपति' प्रभास के करियर की सबसे पहली सुपरहिट फिल्म साबित हुई, जिसमें उनके दमदार अभिनय को देखकर लोगों ने दांतों तले उंगलियां दबा ली. इसके बाद फिल्म मि. परफेक्ट ने उनको साउथ का सुपरस्टार बना दिया. इसमें एक्ट्रेस काजल अग्रवाल के साथ उनकी जोड़ी खूब सराही गई थी. साल 2010 में एक बार फिर प्रभास और राजामौली के एक साथ आए. दोनों ने फिल्म बाहुबली पर काम करना शुरू किया. करीब 5 साल बाद साल 2015 में फिल्म रिलीज की गई, जिसने प्रभास को पैन इंडिया सुपरस्टार बना दिया. इस फिल्म में बाहुबली के किरदार में प्रभास ने इतना शानदार अभिनय किया, जिसे देखकर लोग उनकी अदाकारी के दीवाने हो गए.
3. हैंडसम हंक
अभिनेता प्रभास आज पूरी दुनिया में मशहूर हैं. साउथ में उनके अभिनय के लिए उन्हें हमेशा ही सरहाना मिली है. उन्होंने साउथ सिनेमा के सबसे बेहतरीन सितारों में अपना नाम दर्ज करवाया है, लेकिन अपनी फिल्म बाहुबली के बाद से वो पूरी दुनिया के हो गए. इस फिल्म के बाद प्रभास के पास साउथ के साथ-साथ हिन्दी फिल्मों के भी कई प्रस्ताव हैं, जिसके लिए वो अच्छी खासी फीस लेते हैं. हैंडसम हंक प्रभास को उनकी दमदार बॉडी और शानदार लुक्स के लिए भी बहुत पसंद किया जाता है. यही वजह है कि उन्होंने मोस्ट हैंडसम मैन का खिताब भी जीता है.
साल 2021 की 'टॉप टेन मोस्ट हैंडसम' की लिस्ट जारी की गई. इसमें प्रभास ने सभी को पछाड़कर पहले स्थान पर अपना नाम दर्ज करवाया और उन्होने एशिया के सबसे हैंडसम मैन का खिताब अपने नाम करवाया है. इस लिस्ट में उन्होंने पाकिस्तानी अभिनेता फवाद खान और साउथ कोरिया के किम ह्यून जूंग को भी पछाड़ दिया है. हालांकि, हाल ही में उनको बॉडी शेमिंग का शिकार भी होना पड़ा, जिसकी वजह से वो ट्रोल भी हुए थे. दरअसल, प्रभास अपनी अगली फिल्म की तैयारी कर रहे हैं. इस दौरान डांस रिहर्सल से लौट रहे थे, तभी उनकी एक तस्वीर वायरल हो गई.
4. डेडिकेशन
प्रभास ने अपने 19 साल के फिल्मी करियर में दर्जनों हिट फिल्में दी हैं. इनमें से कुछ 'बाहुबली' फेम निर्देशक एस एस राजामौली के साथ ब्लॉकबस्टर रही हैं. उन्होंने पूरे करियर में 5 साल सिर्फ दो ही फिल्मों को दे दिए. यह फिल्म थी राजामौली की 'बाहुबली' और 'बाहुबली 2'. राजामौली के इस ग्रैंड प्रोजेक्ट को सक्सेसफुल बनाने के लिए प्रभास ने ना जाने कितनी ही फिल्मों के ऑफर छोड़े. उनकी जगह कोई और एक्टर होता तो शायद इतना लंबा वक्त किसी और फिल्म को ना दे पाता, लेकिन प्रभास ने अपने करियर के 5 साल इस फिल्म को दिए और इस दौरान उन्होंने कोई भी प्रोजेक्ट हाथ में नहीं लिया. इसे लेकर प्रभास ने एक बार कहा भी था कि राजामौली और उनकी 'बाहुबली' के लिए वो 5 तो क्या 7 साल भी दे सकते हैं. इसे कहते हैं अपने काम के प्रति सच्चा समर्पण, वरना उनकी जगह कोई भी अभिनेता होता, तो वो इतने लंबे समय तक के लिए किसी भी एक प्रोजेक्ट पर काम नहीं करता. वो भी अपने करियर के पीक समय में, जब उनके पास कई सारी फिल्मों के विकल्प खुले हुए थे. लेकिन प्रभास ने राजामौली पर भरोसा किया. अपने काम के प्रति समर्पित रहे. इसका परिणाम बाहुबली के रूप में पूरी दुनिया के सामने है.
5. डाउन टू अर्थ
फिल्म 'बाहुबली' के म्युजिक कंपोजर एमएम कीरवानी ने एक बार कहा था, 'प्रभास एक दयालु दिल वाले हैं. उनके अंदर जीरो एटिट्यूड है. एक सुपरस्टार कैसे नखरे करता है, ये तो वो जानते तक नहीं हैं. बिल्कुल साफ दिलवाले, बेहद विनम्र और डाउन टू अर्थ हैं. ऐसे कलाकारों के साथ काम करने का मजा ही अलग होता है. इनके साथ रहकर भी नहीं लगता कि आप किसी सुपरस्टार के साथ काम कर रहे हैं.' इसमें कोई दो राय नहीं कि प्रभास बेहद विनम्र और अपने काम के प्रति समर्पित रहने वाले कलाकार हैं. बाहुबली के लिए करीब पांच वर्षों तक लगातार एक ही टीम के साथ काम करने के बावजूद उनके व्यवहार में कभी कोई कमी नहीं निकाल पाता. यहां तक कि बाहुबली में अपने किरदार पर फोकस करने के लिए उन्होंने करीब 10 करोड़ के विज्ञापन को भी रद्द कर दिया था. हर साल, प्रभास चैरिटी के लिए लाखों रुपये खर्च करते हैं, लेकिन ज्यादातर मशहूर हस्तियों के विपरीत, वह इसके बारे में एक शब्द भी नहीं बोलते हैं. उनका यही स्वभाव उन्हें दूसरों सितारों से अलग और आकर्षित बनाता है.
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