कबीर खान के निर्देशन में बनी स्पोर्ट्स ड्रामा 83 साल 2021 के आखिर में क्रिसमस वीक पर रिलीज हुई थी. रणवीर सिंह स्टारर क्रिकेटर ड्रामा से बहुत उम्मीदें थीं लेकिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ ख़ास नहीं कर पाई. स्पाइडरमैन: नो वे होम और पुष्पा: द राइज ने सिनेमाघरों में 83 के साथ दर्शक बांटे और क्रिसमस वीक पर ही ओटीटी पर आई धनुष, सारा अली खान और अक्षय कुमार स्टारर अतरंगी रे ने भी थोड़ा बहुत नुकसान पहुंचाया. रणवीर सिंह की 83 किसी तरह 100 करोड़ कमा पाई. आइए जानते हैं फिल्म की कुल लागत क्या थी, निर्माताओं के पैसे कहां-कहां खर्च हुए और फिल्म ने कहां-कहां कितनी कमाई करने में कामयाब हुई फिल्म.
रणवीर सिंह की 83 की लागत क्या है?
24 दिसंबर 2021 को रिलीज हुई रणवीर सिंह की 83 का वर्ड ऑफ़ माउथ बढ़िया था. यह फिल्म एकदिवसीय क्रिकेट विश्वकप में भारत की पहली ऐतिहासिक जीत पर आधारित थी. भारतीय टीम ने 1983 में कपिल देव की कप्तानी में सबको हैरान करते हुए खिताब जीता था. फिल्म में रिलायंस एंटरटेनमेंट समेत कई निर्माताओं ने निवेश किया था. 83 के बजट की बात करें तो 'बॉलीवुड हंगामा' के मुताबिक़ फिल्म का प्रोडक्शन कास्ट 195 करोड़ रुपये था. 15 करोड़ रुपये प्रिंट और पब्लिसिटी पर खर्च किए गए थे. जबकि निर्माताओं को 30 करोड़ रुपये का ब्याज भी चुकाना पड़ा.
इंट्रेस्ट कास्ट फिल्म की रिलीज लेट होने की वजह से बढ़ती गई. 83 के निर्माण की अनाउंसमेंट साल 2017 में हुई थी. सबसे पहले इसे अप्रैल 2019 में रिलीज करने की तैयारी थी. सबसे पहले प्री प्रोडक्शन और तमाम अन्य प्रक्रियाओं में फिल्म लेट हुई. इस वजह से इसकी रिलीज को पहले अगस्त तक के लिए टाल दिया गया. और साल 2020 में अप्रैल की नई तारीख पर फिल्म को रिलीज करने का फैसला लिया गया....
कबीर खान के निर्देशन में बनी स्पोर्ट्स ड्रामा 83 साल 2021 के आखिर में क्रिसमस वीक पर रिलीज हुई थी. रणवीर सिंह स्टारर क्रिकेटर ड्रामा से बहुत उम्मीदें थीं लेकिन फिल्म बॉक्स ऑफिस पर कुछ ख़ास नहीं कर पाई. स्पाइडरमैन: नो वे होम और पुष्पा: द राइज ने सिनेमाघरों में 83 के साथ दर्शक बांटे और क्रिसमस वीक पर ही ओटीटी पर आई धनुष, सारा अली खान और अक्षय कुमार स्टारर अतरंगी रे ने भी थोड़ा बहुत नुकसान पहुंचाया. रणवीर सिंह की 83 किसी तरह 100 करोड़ कमा पाई. आइए जानते हैं फिल्म की कुल लागत क्या थी, निर्माताओं के पैसे कहां-कहां खर्च हुए और फिल्म ने कहां-कहां कितनी कमाई करने में कामयाब हुई फिल्म.
रणवीर सिंह की 83 की लागत क्या है?
24 दिसंबर 2021 को रिलीज हुई रणवीर सिंह की 83 का वर्ड ऑफ़ माउथ बढ़िया था. यह फिल्म एकदिवसीय क्रिकेट विश्वकप में भारत की पहली ऐतिहासिक जीत पर आधारित थी. भारतीय टीम ने 1983 में कपिल देव की कप्तानी में सबको हैरान करते हुए खिताब जीता था. फिल्म में रिलायंस एंटरटेनमेंट समेत कई निर्माताओं ने निवेश किया था. 83 के बजट की बात करें तो 'बॉलीवुड हंगामा' के मुताबिक़ फिल्म का प्रोडक्शन कास्ट 195 करोड़ रुपये था. 15 करोड़ रुपये प्रिंट और पब्लिसिटी पर खर्च किए गए थे. जबकि निर्माताओं को 30 करोड़ रुपये का ब्याज भी चुकाना पड़ा.
इंट्रेस्ट कास्ट फिल्म की रिलीज लेट होने की वजह से बढ़ती गई. 83 के निर्माण की अनाउंसमेंट साल 2017 में हुई थी. सबसे पहले इसे अप्रैल 2019 में रिलीज करने की तैयारी थी. सबसे पहले प्री प्रोडक्शन और तमाम अन्य प्रक्रियाओं में फिल्म लेट हुई. इस वजह से इसकी रिलीज को पहले अगस्त तक के लिए टाल दिया गया. और साल 2020 में अप्रैल की नई तारीख पर फिल्म को रिलीज करने का फैसला लिया गया. हालांकि कोरोना महामारी के आने के बाद 2020 में फिल्म की रिलीज नहीं हो सकी. बाद में इसी साल क्रिसमस पर रिलीज की चर्चाएं सामने आईं. मगर यह भी संभव ना हो सका. 2021 में जनवरी से मार्च के बीच भी फिल्म को रिलीज करने की तैयारियां हुईं. हालांकि महामारी की वजह से किसी भी तारीख पर रिलीज संभव नहीं हो पाया.
आखिरकार साल 2021 के दिसंबर में निर्माताओं को रिलीज की सेफ विंडो लगी. फिल्म के लेट होने और कई मर्तबा रिलीज टलने की वजह से 83 की निर्माण लागत बढ़ गई. लागत में ब्याज के रूप में 30 करोड़ की चपत निर्माताओं को लगी. ब्याज समेत तमाम खर्चों को जोड़ने के बाद 83 की कुल लागत 240 करोड़ रुपये है.
240 करोड़ लगाकर फिल्म ने कमाए कितने?
अब सवाल है कि 240 करोड़ लगाकर फिल्म ने कमाई कितनी की. 83 हिंदी समेत रीजनल भाषाओं में भी रिलीज हुई थी. घरेलू बाजार में फिल्म का बॉक्स ऑफिस 107.73 करोड़ था. इसमें डिस्ट्रिब्यूटर का शेयर 53.87 करोड़ रहा. इसी तरह ओवरसीज बॉक्स ऑफिस 63.94 करोड़ था जिसमें डिस्ट्रिब्यूटर का शेयर 28.77 करोड़ रुपये रहा. बॉलीवुड हंगामा के मुताबिक़ हिंदी और सेटेलाईट राइट के बदले निर्माताओं को 55.00 करोड़ मिले. डिजिटल स्ट्रीमिंग राइट के बदले 30.00 करोड़, म्यूजिक राइट के लिए 12.00 करोड़ और रीजनल सैटेलाईट के बदले 8.00 करोड़ मिले. जबकि 30.00 करोड़ सब्सिडी के रूप में थी. फिल्म का ज्यादातर हिस्सा ब्रिटेन में शूट किया गया था और वहां निर्माताओं को सब्सिडी मिली.
लागत के मुकाबले निर्माताओं के मुनाफे को जोड़े तो 83 ने कुल 217.64 करोड़ कमाए. यानी 240 करोड़ लागत के मुकाबले निर्माताओं को सीधे-सीधे 22.35 करोड़ का नुकसान झेलना पड़ा. फिल्म अगर डिजिटल और म्यूजिक राइट के बदले पैसे ना कमा पाती तो निर्माताओं को और भी नुकसान झेलना पड़ता. साफ़ है कि फिल्म की रिलीज ज्यादा देर नहीं हुई होती तो निर्माताओं को घाटा नहीं होता.
83 के निर्माताओं में रिलायंस एंटरटेनमेंट के अलावा दीपिका पादुकोण, कबीर खान, विष्णु वर्धन और साजिद नाडियाडवाला ने भी पैसे लगाए थे.
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