वर्ष 2017 की टॉप टेन सर्वश्रेष्ठ कमाई वाली फिल्मों में अभिनेत्रियों का कोई खासा योगदान नहीं दिख रहा है. फिर चाहे वह फिल्म बाहुबली, टाइगर जिंदा है, गोलमाल अगेन, जुड़वा 2, रईस, टॉइलेट एक प्रेम कथा, काबिल, ट्यूबलाइट, जॉली एलएलबी-2 या फिर बद्री नाथ की दुल्हनियां ही क्यों न हो. सभी में अभिनेताओं के ही चर्चे आम होते दिख रहे हैं. ऐसा नहीं है कि महिला प्रधान फिल्मों के लिए यह वर्ष नहीं जाना जाएगा. इसी वर्ष बेगम जान, तुम्हारी सुलू, नूर, नाम शबाना, सीक्रेट सुपरस्टार, मॉम, हसीना पार्कर, अनारकली ऑफ आरा, सिमरन, लिपिस्टिक अंडर माई बुर्का, फुल्लू, जैसी फिल्में भी बनी हैं.
इनमें से कई अपने विषय को लेकर सराही गयी तो कई असफल भी हुईं. इन फिल्मों में से कुछ महिला की बदलती छवि का वर्णन करती हुई दिखती है तो कुछ सिनेमेटिक लापरवाही के चलते फ्लॉप भी हुई हैं. नूर और बेगम जान इसका उदाहरण हैं. फ्लॉप का आलम ये रहा है कि बड़ी से बड़ी अभिनेत्रियां इससे अछूती नहीं रहीं. वर्ष 2017 में रिलीज हुई फिल्मों के बहाने आइये जानते हैं वो कौन कौन सी अभिनेत्रियां हैं जिन्हें फ्लॉप का मुंह देखना पड़ा.
विद्या बालन
जगजाहिर है कि विद्या बालन कमाल की अदाकारा हैं. लेकिन बीते कुछ वर्षों में उनका फ्लॉप से राब्ता कुछ ज्यादा ही हो चला है. घनचक्कर, शादी के साइड इफेक्ट, बॉबी जासूस, हमारी कधूरी कहानी, कहानी 2 के...
वर्ष 2017 की टॉप टेन सर्वश्रेष्ठ कमाई वाली फिल्मों में अभिनेत्रियों का कोई खासा योगदान नहीं दिख रहा है. फिर चाहे वह फिल्म बाहुबली, टाइगर जिंदा है, गोलमाल अगेन, जुड़वा 2, रईस, टॉइलेट एक प्रेम कथा, काबिल, ट्यूबलाइट, जॉली एलएलबी-2 या फिर बद्री नाथ की दुल्हनियां ही क्यों न हो. सभी में अभिनेताओं के ही चर्चे आम होते दिख रहे हैं. ऐसा नहीं है कि महिला प्रधान फिल्मों के लिए यह वर्ष नहीं जाना जाएगा. इसी वर्ष बेगम जान, तुम्हारी सुलू, नूर, नाम शबाना, सीक्रेट सुपरस्टार, मॉम, हसीना पार्कर, अनारकली ऑफ आरा, सिमरन, लिपिस्टिक अंडर माई बुर्का, फुल्लू, जैसी फिल्में भी बनी हैं.
इनमें से कई अपने विषय को लेकर सराही गयी तो कई असफल भी हुईं. इन फिल्मों में से कुछ महिला की बदलती छवि का वर्णन करती हुई दिखती है तो कुछ सिनेमेटिक लापरवाही के चलते फ्लॉप भी हुई हैं. नूर और बेगम जान इसका उदाहरण हैं. फ्लॉप का आलम ये रहा है कि बड़ी से बड़ी अभिनेत्रियां इससे अछूती नहीं रहीं. वर्ष 2017 में रिलीज हुई फिल्मों के बहाने आइये जानते हैं वो कौन कौन सी अभिनेत्रियां हैं जिन्हें फ्लॉप का मुंह देखना पड़ा.
विद्या बालन
जगजाहिर है कि विद्या बालन कमाल की अदाकारा हैं. लेकिन बीते कुछ वर्षों में उनका फ्लॉप से राब्ता कुछ ज्यादा ही हो चला है. घनचक्कर, शादी के साइड इफेक्ट, बॉबी जासूस, हमारी कधूरी कहानी, कहानी 2 के बाद 2017 में रिलीज हुई बेगम जान तक, उनका फ्लॉप का सफर जारी रहा. हालिया रिलीज फिल्म तुम्हारी सुलू से उन्होंने अपने खत्म हो रहे कैरियर को संभाला है. हालांकि 17 करोड़ के बजट वाली तुम्हारी सुलू ने 50 करोड़ से ऊपर की कमाई भले कर ली हो लेकिन विद्या के लिए नया साल संघर्षों भरा ही मालूम दे रहा है. फिलहाल विद्या सीबीएफ़सी की सदस्य हैं.
सोनाक्षी सिन्हा
2010 में फिल्म दबंग से फिल्मी दुनिया में कदम रखने वाली सोनाक्षी ने खूब सुर्खियां बटोरी थी लेकिन बीते साल से शुरू हुए फ्लॉप के दौर ने जरूर उन्हें काफी परेशान कर दिया है. एक्शन जैक्सन, तेवर, अकीरा और 2017 में रिलीज हुई फिल्म नूर उनके फ्लॉप फिल्मों के इतिहास को आगे बढ़ाती हैं. कई जानकार मानते हैं कि उन्हें सोलो किरदार वाली फिल्मों से बचना चाहिए. 2017 में रिलीज फिल्म इत्तेफाक में सोनाक्षी का हम-उम्र एक्टर्स के साथ फिल्म करने से कैरियर खत्म होने से तो बचा लेकिन नए वर्ष में अगर उन्होंने फिल्मों के विषय चयन और किरदार पर ज़ोर नहीं दिया तो फ्लॉप फिल्मों के लिए ही वो आगे आने वाले समय में गिनी जाने लगेंगी.
कैटरीना कैफ
भाईजान के सहारे कैटरीना 2017 में तो सिनेमाई पर्दे पर जिंदा रह गईं. पर नया साल उनके लिए और भी मुश्किलों भरा होने वाला है. क्योंकि सलमान खान खुद अपने कैरियर को लेकर चिंतित हैं. ट्यूबलाइट के बाद जिस तरह सलमान ने अपनी फिल्मों के विषय पर ज़ोर देना शुरू किया है ऐसे में कैटरीना का बार बार उनके साथ फिल्म करना मुश्किल हो जाएगा. बीते सालों में कैटरीना लगातार फ्लॉप पे फ्लॉप ही दे रही थीं. फैन्टम, फितूर, बार बार देखो, जग्गा जासूस की असफलता से उन्हें अब सीख लेने की जरूरत है. उन्हे यह भी ध्यान रखना होगा कि टाइगर जिंदा है की सफलता में उनका योगदान कोई मायने नहीं रखता. उन्हे नए वर्ष में अपने कैरियर के लिए काफी मेहनत करनी पड़ सकती है.
परिणीति चोपड़ा
यह तो सच है कि परिणीति अपने सहारे एक भी फिल्म को सफलता के चरम बिन्दु तक नहीं ले जा सकती हैं. बीते सालों में उन्होंने जिस तरह से हंसी तो फंसी, दावते-इश्क, किल दिल, मेरी प्यारी बिन्दु जैसी फ्लॉप फिल्में दी हैं उससे यह तो सिद्ध है कि उनका किसी नए टैलेंट वाले अभिनेता के साथ भी चल पाना अब मुश्किल है. परिणीति को नए वर्ष में गोलमाल अगेन जैसी मल्टीस्टारर जोड़ी के साथ ही फिट हो-होकर अपने सफर को आगे बढ़ाए रखना होगा. इससे उनका बॉलीवुड में भी एक लंबा अनुभव हो जाएगा और खुद अभिनेत्री कहलाने के लिए बची रह पाएंगी.
तापसी पन्नु
रनिंग शादी और नाम शबाना की असफलता को भले ही तापसी जुड़वा 2 की सफलता से भुला चुकी हों पर उनके लिए नया वर्ष मुश्किलों भरा ही होने वाला है. हालांकि इससे पहले भी वह साउथ की फिल्मों में उतार चढ़ाव के दौर से गुजर चुकी हैं. लेकिन हिन्दी सिनेमा में उन्हें टिकने के लिए फिल्मों के चयन पर खासा ध्यान देने की जरूरत है. जानकारों कि मानें तो उन्हें डेविड धवन जैसे निर्देशकों के प्रोडक्ट की तरफ ही ज़ोर देना चाहिए. सोलो परफ़ोर्मेंस और सोशल इशू वाला सिनेमा उनसे लिए अब तक नुकसान का ही सौदा रहा है.
कंगना रनौट
कंगना भले ही 2017 में रिलीज फिल्मों में फ्लॉप रही हों लेकिन न्यूज /मीडिया में वह खूब चर्चित रहीं हैं. स्त्री-अस्मिता से लेकर अभिनेत्रियों की पारिवारिक बन्दिशों तक के बारे में उन्होंने पूरे साल जम कर अपनी बात रखी है. कह सकते हैं कि उनके बोलने पर अच्छे अच्छे अभिनेता कंगना के आगे चुप रहना ही पसंद करते हैं. जिनमें आदित्य पंचोली, रितिक रोशन,और निर्माता करण जौहर तक शामिल हैं. इसके बावजूद हमें यह देखना होगा कि कंगना की इस साल दो बड़ी फिल्में फ्लॉप का मुंह देख चुकी हैं. जिनमें विशाल भारद्वाज की रंगून और हंसल मेहता की सिमरन प्रमुख हैं. ऐसे में नए साल में कंगना के सामने दोहरी चुनौती सामने है. एक तो उगले गए जहर के दूरगामी असर और दूसरा नए साल में रिलीज होने वाली उनकी फिल्म मनिकर्णिका की संभावनाओं को लेकर भी है. कयास लगाए जा रहे हैं कि कंगना अपने विरोधियों को मुंह तोड़ जवाब देने को तैयार हैं.
हुमा कुरैशी
अनुराग कश्यप की फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर से डेब्यू करने वाली हुमा के लिए उस तरह की लोकप्रियता दोबारा हासिल कर पाना काफी मुश्किल होता दिख रहा है. एक थी डायन, डीडे, डेढ़ इश्किया की असफलता बताती है कि उन्होंने अपने फिल्मी रोल के संदर्भ में सावधानी नहीं बरती है. हुमा को 2 साल से लीड रोल वाली फिल्में भी नहीं मिली हैं ऐसे में उन्हें अच्छे और यादगार छोटे छोटे रोल का चयन करना चाहिए. बदलापुर और जॉली एलएलबी की सफलता के पीछे हुमा का कितना योगदान है वह तो हम सभी जानते हैं. खुद उनके सहयोगी एक्टर्स ने उनको क्रेडिट नहीं दिया तो हम आप कैसे दे सकते हैं.
बिपाशा बसु
बिपाशा की पहचान हॉरर फिल्मों की वजह से ही बची हुई है. आत्मा, हमशक्ल, क्रिएचर थ्रीडी,एलोन जैसी हॉरर फिल्मों का फ्लॉप हो जाना उनके कैरियर का ठप हो जाने जैसा ही है. ढाई साल से बिपाशा फ्री हैं. या कहें फ्लॉप के बाद फ्लॉप आने से वे सोच में पड़ गयी हैं. बक़ौल बिपाशा वह अच्छी हॉरर कहानी के साथ वापसी करेंगी. उम्मीद है नए साल में बिपाशा कुछ बेहतर कर पाएं.
कृति सेनन
तेलगू फिल्मों में अपनी पहचान बना चुकी कृति सेनन के लिए यह साल कुछ खास नहीं रहा. हीरोपंती से कृति हिन्दी सिनेमा में डेब्यू करते हुए अपनी पहचान तो बना ले गईं लेकिन फिल्म राब्ता तक आते आते उन्हे फ्लॉप का सामना करना पड़ गया. हालांकि 2017 में ही रिलीज हुई बरेली की बर्फी क्रिटिकली सफल साबित हुई है. ऐसे में कृति के लिए एक उम्मीद तो बढ़ी है. लेकिन नए साल में उनके लिए चुनौती कम नहीं मानी जाएगी.
सीधे तौर पर हम कह सकते है कि वर्ष 2017 का सफर स्थापित अभिनेत्रियों के लिए काफी मुश्किलों भरा रहा हैं. अभिनेताओं के सहारे जहां कई अभिनेत्रियों का कैरियर बचा तो कई अभिनेत्रियां ऐसी भी थीं जिन्हें फिल्म के विषय ने बचा लिया. नए साल में अभिनेत्रियों के सामने चुनौतियां कम नहीं हैं. क्योंकि बीते वर्ष 2017 में अमिताभ बच्चन (सरकार 3), सलमान खान (ट्यूबलाइट ), शाहरुख (जब हैरी मेट सेजल), संजय दत्त (भूमि), सैफ अली खान(शेफ) जैसे अभिनेताओं ने भी फ्लॉप का मुंह देखा है. हालांकि पुरुषों के लिए यह इंडस्ट्री काफी सपोर्टिव है. उन पर इन फ्लॉप का त्वरित असर देखने को नहीं मिलता जितना अभिनेत्रियों की फ्लॉप फिल्मों के बाद आम तौर पर मिल जाता है. इसीलिए अभिनेत्रियों से हम यही कहेंगे की वो अपनी मेहनत जारी रखें और अलर्ट हो जाएं.
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