इंडियन सिनेमा में कास्टिंग काउच का नाम भले ही आज चर्चित हो, लेकिन यहां शारीरिक शोषण कोई नया शब्द नहीं है. इंडस्ट्री के साथ ही साथ ये भी चलता आ रहा है. आज इस बात का जिक्र इसलिए निकला क्योंकि यासीर उस्मान द्वारा लिखी गई रेखा की बायोग्राफी 'रेखा, द अनटोल्ड स्टोरी' में कुछ ऐसा ही खुलासा किया गया है.
इस किताब में रेखा के जीवन की उन महत्वपूर्ण बातों का जिक्र किया गया है जो शायद अब तक कोई नहीं जानता था. ये भी नहीं कि, इस शोषण से सुपर स्टार रेखा भी नहीं बच सकी थीं.
उस्मान लिखते हैं-
'महबूब स्टूडियो में फिल्म 'अन्जाना सफर'(1969) की शूटिंग चल रही थी. राजा नवाथे फिल्म के निर्देशक थे. हीरो विश्वजीत थे. राजा और विश्वजीत ने प्लान बनाया और निशाना थीं रेखा. उस दिन रेखा और विश्वजीत पर एक किसिंग सीन फिल्माया जाना था. शूट से पहले ही इस प्लान की सारी तैयारियां कर ली गई थीं, कैमरा हर एक पल को रिकॉर्ड करने के लिए तैयार था. जैसे ही डायरेक्टर ने कहा 'एक्शन', विश्वजीत ने रेखा को अपनी बाहों में लिया और अपने होंठ उनके होठों पर गड़ा दिए. रेखा स्तब्ध थीं. इस किस के बारे में उन्हें कुछ भी नहीं बताया गया था. कैमरा चलता रहा, न तो डायरेक्टर ने 'कट' कहा और न ही विश्वजीत ने उन्हें छोड़ा. करीब 5 मिनट तक विश्वजीत उन्हें किस करते रहे. यूनिट के लोग सीटियां बजा रहे थे और उत्साह बढ़ा रहे थे. ये आवाजें काफी समय तक रेखा के कानों में गूजती रहीं. उन्होंने आंखे मींच रखीं थीं लेकिन वो आंसुओं से भरी हुई थीं.'
ये भी पढ़ें- फिल्मों में कैसे शूट होते हैं किसिंग सीन, सच जानकर हैरान हो जाएंगे आप!
इंडियन सिनेमा में कास्टिंग काउच का नाम भले ही आज चर्चित हो, लेकिन यहां शारीरिक शोषण कोई नया शब्द नहीं है. इंडस्ट्री के साथ ही साथ ये भी चलता आ रहा है. आज इस बात का जिक्र इसलिए निकला क्योंकि यासीर उस्मान द्वारा लिखी गई रेखा की बायोग्राफी 'रेखा, द अनटोल्ड स्टोरी' में कुछ ऐसा ही खुलासा किया गया है. इस किताब में रेखा के जीवन की उन महत्वपूर्ण बातों का जिक्र किया गया है जो शायद अब तक कोई नहीं जानता था. ये भी नहीं कि, इस शोषण से सुपर स्टार रेखा भी नहीं बच सकी थीं. उस्मान लिखते हैं- 'महबूब स्टूडियो में फिल्म 'अन्जाना सफर'(1969) की शूटिंग चल रही थी. राजा नवाथे फिल्म के निर्देशक थे. हीरो विश्वजीत थे. राजा और विश्वजीत ने प्लान बनाया और निशाना थीं रेखा. उस दिन रेखा और विश्वजीत पर एक किसिंग सीन फिल्माया जाना था. शूट से पहले ही इस प्लान की सारी तैयारियां कर ली गई थीं, कैमरा हर एक पल को रिकॉर्ड करने के लिए तैयार था. जैसे ही डायरेक्टर ने कहा 'एक्शन', विश्वजीत ने रेखा को अपनी बाहों में लिया और अपने होंठ उनके होठों पर गड़ा दिए. रेखा स्तब्ध थीं. इस किस के बारे में उन्हें कुछ भी नहीं बताया गया था. कैमरा चलता रहा, न तो डायरेक्टर ने 'कट' कहा और न ही विश्वजीत ने उन्हें छोड़ा. करीब 5 मिनट तक विश्वजीत उन्हें किस करते रहे. यूनिट के लोग सीटियां बजा रहे थे और उत्साह बढ़ा रहे थे. ये आवाजें काफी समय तक रेखा के कानों में गूजती रहीं. उन्होंने आंखे मींच रखीं थीं लेकिन वो आंसुओं से भरी हुई थीं.' ये भी पढ़ें- फिल्मों में कैसे शूट होते हैं किसिंग सीन, सच जानकर हैरान हो जाएंगे आप!
इस वक्त रेखा की उम्र केवल 14 साल की थी और विश्वजीत 30 के आस-पास रहे होंगे. ये वो जमाना था जब होठों पर चुंबन लेना टैबू समझा जाता था. प्रेमी गाने गाकर रोमांस करते थे और अगर कभी सेक्सुअल कॉन्टैक्ट दिखाना होता था, तो फूलों को आपस में जुड़ते दिखाया जाता था. लेकिन इस फिल्म में जबरदस्ती के इस 'बोल्ड सीन' ने उस जमाने में रेखा को भी एक 'बोल्ड एक्ट्रेस' का तमगा दे दिया. ये भी पढ़ें- Kissing सीन जिस पर कैंची चलाना भूल गया सेंसर बोर्ड
हम जब फिल्मों में किसिंग सीन्स देखते हैं, तो हमारा ध्यान उस तरफ जाता ही नहीं कि ये किसिंग सीन किन परिस्थितियों में फिल्माए गए होंगे. हिरोइन को पहले से पता होगा या नहीं, हिरोइन इसके लिए तैयार थी या नहीं, हमें जानकर भी क्या करना है, हमारे सामने सिर्फ इंटरटेनमेंट परोसा जाता है और हम इंटरटेन हो जाते हैं. पर जरा सोचिए एक 14 साल की उस बच्ची पर क्या गुजरी होगी जब उसे एक आदमी जबरदस्ती पूरी यूनिट के सामने 5 मिनट तक चूमता रहा होगा. नाबालिग रेखा के साथ इस तरह का सीन फिल्माया गया, और उनसे इस बारे में सहमति तो दूर उन्हें कुछ बताया तक नहीं गया था. शर्मिंदगी से भरी रेखा शायद उस वक्त चुप रह गई होंगी और वहां भी रेखा की चुप्पी को उनकी सहमति ही समझा गया. पर यहां एक 14 साल की बच्ची से आवाज उठाने की उम्मीद भी नहीं की जा सकती थी. ये भी पढ़ें- बॉलीवुड हिरोइनों के लिए इतने क्रूर कायदे क्यों !
पर इस घटना की खास बात ये रही कि रेखा ने इसका असर खुदपर पड़ने नहीं दिया, वो रुकी नहीं आगे बढ़ती रहीं, क्योंकि उनका परिवार उनके साथ था. वो जो बनने आईं थीं, वो बनीं, इंडस्ट्री के कुछ कड़वे अनुभव भी उनके इरादे तोड़ नहीं पाए और आज रेखा फिल्म इंडस्ट्री का वो सितारा हैं जो कल से भी ज्यादा चमक रहा है. फिल्म इंडस्ट्री की चकाचौंध हमें भाती तो बहुत है लेकिन इसके पीछे का अंधेरा उतना ही स्याह है जितना हमारी दुनिया का. शारीरिक शोषण चाहे बाहरी दुनिया में हो या फिर फिल्म इंडस्ट्री में, पर हमारे समाज का ही घिनौना चेहरा दिखाता है. इसपर न तब कोई बॉलीवुड से बोला और न आज कोई आवाज उठाता है. ये घिनौना चेहरा जो शायद सदियों से कभी नहीं बदला... और आगे उम्मीद भी नहीं है...
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है. ये भी पढ़ेंRead more! संबंधित ख़बरें |