2014 में नरेंद्र मोदी के सत्ता में आने के बाद से ही केंद्र सरकार फिल्म इंडस्ट्री मेहरबान रही है. अब इसे प्रधानमंत्री का फिल्मी कलाकारों के प्रति प्रेम कहें या फिर सिनेमा की समाज में भूमिका, ऐसे कई मौके देखे गए हैं, जिसमें मोदी फिल्मी सितारों से रूबरू होते रहे हैं. इतना ही नहीं आम बजट के दौरान फिल्म इंडस्ट्री की डिमांड का भी हमेशा ध्यान रखा गया है. फिलहाल नई सूचना ये है कि बीजेपी सरकार ने अभिनेता सलमान खान, अक्षय कुमार और अनुपम खेर को सुरक्षा मुहैया कराई है. इसमें सलमान को Y+, अक्षय कुमार और अनुपम खेर को X सिक्योरिटी दी गई है. यहां सलमान को सुरक्षा दिए जाने के पीछे की वजह तो समझ आ रही है, लेकिन अक्षय और अनुपम को क्यों दिया गया, इस पर लोग सवाल खड़े कर सकते हैं. हालांकि, सभी जानते हैं कि ये दोनों अभिनेता मोदी के मुरीद हैं. उनके पक्ष में लगातार बोलते रहते हैं.
सलमान खान को सुरक्षा दिए जाने की सबसे बड़ी वजह ये है कि उनको पिछले कई वर्षों से लॉरेंस बिश्नोई गैंग से जान से मारने की धमकी मिल रही है. ये गैंग काले हिरण शिकार मामले में सलमान को दोषी मानता है. उनका कहना है कि काले हिरण उनके समुदाय के लिए पूज्यनीय है. ऐसे में उनके शिकार करने वाले सलमान को वो जिंद नहीं छोड़ेंगे. करीब तीन महीने की बात है. सलमान के पिता सलीम मॉर्निंग वॉक पर निकले थे. उनको वॉकिंग ट्रैक के पास एक बेंच पर एक अज्ञात पत्र मिला, जिसमें उन्हें और सलमान को जान से मारने की धमकी दी गई थी. उस लेटर में लिखा गया था, ''सलीम, सलमान बहुत जल्द आपका हाल मूसेवाला जैसा होगा.'' नीचे जीबी और एलबी कोडनेम लिखा था. इसके बाद सलीम खान ने बांद्रा थाने में जाकर अज्ञात लोगों के खिलाफ केस दर्ज कराया था. इसके बाद से ही सलमान खान की सुरक्षा बढ़ा दी गई थी.
अक्षय और अनुपम से पहले कंगना को ईनाम
इन तीनों कलाकारों से पहले अभिनेत्री कंगना रनौत को केंद्र सरकार की तरफ से Y कैटेगरी की सुरक्षा मिली है. कंट्रोवर्सी क्वीन कंगना के बारे में सभी जानते हैं कि वो मोदी और बीजेपी की कट्टर समर्थक है. उनके पक्ष में लगातार बोलती रहती हैं. अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमयी मौत के बाद उन्होंने ही बॉलीवुड और तत्कालीन शिवसेना सरकार को कटघरे में खड़ा किया था. उस वक्त इन सभी के खिलाफ मुखर हो कर बोला था. पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उनके बेटे आदित्य ठाकरे और शिवसेना के खिलाफ उनके बोलने की वजह से तत्कालीन सरकार ने कंगना के दफ्तर पर बुलडोजर तक चला दिया था. इसी दौरान शिवसेना नेता संजय राउत ने अभिनेत्री को धमकी भी दी थी. उनको मुंबई आने पर देख लेने की बात कही थी. इसी के बाद गृह मंत्रालय ने उनको ये सुरक्षा प्रदान कर दिया. सुरक्षा मिलते ही मोदी शाह की मुरीद कंगना ज्यादा दहाड़ने लगी.
मोदी फिल्म इंडस्ट्री में मेहरबान क्यों हैं?
समाज पर सिनेमा के प्रभाव के बारे में हर कोई जानता है. इसका अंदाजा इसी लगाया जा सकता है कि फिल्मों में दिखाए जाने वाले स्टाइल बहुत जल्द लोगों के बीच पॉपुलर हो जाते हैं. किसी हीरो की हेयरस्टाइल, किसी हिरोइन की ड्रेस की स्टाइल या फिर कोई कार या बाइक. फिल्म में देखने के बाद लोग उसे कॉपी करने की कोशिश करते हैं. इसी तरह सिनेमा का लोगों के विचारों पर भी बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ता है. सिनेमा के जरिए प्रोपेगैंडा क्रिएट किया जा सकता है. ये बात नरेंद्र मोदी बहुत अच्छे से समझते हैं. यही वजह है कि सत्ता में आते ही उन्होंने सबसे पहले सिनेमा से जुड़े लोगों को साधना शुरू कर दिया. उनको अपनी विचारधारा से जुड़े फिल्में बनाने के लिए प्रेरित करना शुरू किया. इसका असर भी हुआ. इस वक्त बॉलीवुड में बड़ी संख्या में बीजेपी की विचारधारा से जुड़े विषयों पर फिल्में बनी हैं. कई फिल्मों के जरिए कांग्रसे का माखौल भी उड़ा गया है.
बॉलीवुड से 1 महीने में 3 बार हुई मुलाकात
इन फिल्मों में 'द एक्सीडेंटल प्राइम मिनिस्टर', 'पीएम नरेंद्र मोदी', 'द ताशकंद फाइल्स', 'बाटला हाउस' और 'रामराज्य' का नाम प्रमुख है. मोदी जब अपने पहले शासनकाल के बाद दूसरे चुनाव की तरफ बढ़ रहे थे, उस वक्त भी उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री के लोगों से कई बार मुलाकात की थी. 2019-20 में एक महीने में उन्होंने रिकॉर्ड तीन बार मुलाकात थी. सबसे पहले 18 दिसंबर 2019 में मुंबई के राज भवन में बॉलीवुड प्रोड्यूसर्स और एक्टर्स से उनकी मुलाकात हुई थी. इसमें थिएटर टिकट पर लगने वाले जीएसटी टैक्स को घटाने पर चर्चा हुई थी. इसके बाद जीएसटी दर कम भी कर दी गई थी. इसके बाद 10 जनवरी 2020 को प्रधानमंत्री ने दिल्ली में बॉलीवुड कलाकारों को आमंत्रित किया था. इसमें करण जौहर, रणबीर कपूर, रणवीर सिंह, आलिया भट्ट, एकता कपूर, राजकुमार राव, आयुष्मान खुराना, वरुण धवन, सिद्धार्थ मल्होत्रा, भूमि पेडनेकर सहित कई कलाकार शामिल हुए थे. इस मुलाकात के दौरान 'देश के विकास में बॉलीवुड कैसे मदद कर सकता है' विषय पर चर्चा की गई थी. मोदी ने गांधीजी पर फिल्म बनाने के लिए भी कहा था.
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