सलमान खान (Salman Khan) की फिल्म राधे योर मोस्ट वांटेड भाई (Radhe Your Most Wanted Bhai) कोरोना की दूसरी लहर के कारण सिनेमा घरों में रिलीज नहीं हो पाई थी. हालांकि अब महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना कर्फ्यू में ढील देने के साथ ही सिनेमाघर खोलने की अनुमति दे दी है. जिसके बाद यहां के दो सिनेमाघरों में प्रभु देवा के निर्देशन में बनी फिल्म 'राधे' बड़े पर्दे पर दिखाई जा रही है.
हालांकि इससे पहले 13 मई को त्रिपुरा के सिर्फ तीन सिनेमाघरों में फिल्म राधे रिलीज हुई थी. इनमें से 2 अगरतला और 1 धरमनगर का थिएटर शामिल है. हालांकि 5 दिन बाद ही कोरोना की दूसरी लहर के चलते लॉकडाउन लग गया था.
हमारी समझ में तो यह नहीं आ रहा है कि जो फिल्म पहले ही इतनी पिट चुकी है, उसे दोबोरा सिनेमाघरों में रिलीज करने की क्या जरूरत थी. क्या बेइज्जती खराब होने में कोई कसर बाकी रह गई थी. नहीं यह हम नहीं कह रहे बल्कि सिनेमा घरों में फिल्म देखने गए दर्शकों की संख्या कह रही है.
असल में राधे फिल्म को जिन दो सिनेमा घरों ने स्पेशल ट्रीट दी है उनमें से एक मालेगांव स्थित ड्राइव इन सिनेमा है और दूसरा औरंगाबाद स्टारर खिनवासरा सिनेप्लेक्स है जिसे पहले अप्सरा सिनेमा के नाम से जाना जाता था. फिल्म की डिस्ट्रीब्यूटिंग कंपनी जी स्टूडियो ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें शेयर करके यह बताने की कोशिश की है कि कैसे लोग मालेगांव के ड्राइव इन सिनेमा में फिल्म का लुत्फ उठा रहे हैं.
कसम से, अगर ये लोग हमसे मिलते तो हम ये बात जरूर पूछ लेते कि आखिर ऐसा कैसे कर लेते हो भैया, आखिर इतनी हिम्मत लाते कहां से हो. मतलब ऐसी फिल्म देखने के लिए कठोर कलेजा चाहिए क्योंकि खुद दबंग सलमान के पिता सलीम खान जी कह चुके हैं कि...
सलमान खान (Salman Khan) की फिल्म राधे योर मोस्ट वांटेड भाई (Radhe Your Most Wanted Bhai) कोरोना की दूसरी लहर के कारण सिनेमा घरों में रिलीज नहीं हो पाई थी. हालांकि अब महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना कर्फ्यू में ढील देने के साथ ही सिनेमाघर खोलने की अनुमति दे दी है. जिसके बाद यहां के दो सिनेमाघरों में प्रभु देवा के निर्देशन में बनी फिल्म 'राधे' बड़े पर्दे पर दिखाई जा रही है.
हालांकि इससे पहले 13 मई को त्रिपुरा के सिर्फ तीन सिनेमाघरों में फिल्म राधे रिलीज हुई थी. इनमें से 2 अगरतला और 1 धरमनगर का थिएटर शामिल है. हालांकि 5 दिन बाद ही कोरोना की दूसरी लहर के चलते लॉकडाउन लग गया था.
हमारी समझ में तो यह नहीं आ रहा है कि जो फिल्म पहले ही इतनी पिट चुकी है, उसे दोबोरा सिनेमाघरों में रिलीज करने की क्या जरूरत थी. क्या बेइज्जती खराब होने में कोई कसर बाकी रह गई थी. नहीं यह हम नहीं कह रहे बल्कि सिनेमा घरों में फिल्म देखने गए दर्शकों की संख्या कह रही है.
असल में राधे फिल्म को जिन दो सिनेमा घरों ने स्पेशल ट्रीट दी है उनमें से एक मालेगांव स्थित ड्राइव इन सिनेमा है और दूसरा औरंगाबाद स्टारर खिनवासरा सिनेप्लेक्स है जिसे पहले अप्सरा सिनेमा के नाम से जाना जाता था. फिल्म की डिस्ट्रीब्यूटिंग कंपनी जी स्टूडियो ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें शेयर करके यह बताने की कोशिश की है कि कैसे लोग मालेगांव के ड्राइव इन सिनेमा में फिल्म का लुत्फ उठा रहे हैं.
कसम से, अगर ये लोग हमसे मिलते तो हम ये बात जरूर पूछ लेते कि आखिर ऐसा कैसे कर लेते हो भैया, आखिर इतनी हिम्मत लाते कहां से हो. मतलब ऐसी फिल्म देखने के लिए कठोर कलेजा चाहिए क्योंकि खुद दबंग सलमान के पिता सलीम खान जी कह चुके हैं कि यह फिल्म अच्छी नहीं बनी है.
इतना ही नहीं कंपनी ने अपने कैप्शन में लिखा गया है कि "योर मोस्ट वांटेड भाई मालेगांव में आपसे मिलने का इंतजार कर रहा है. 'राधे' मालेगांव के ड्राइव इन सिनेमा में दिखाई जा रही है."
अब इनसे कोई यह बता दो कि रिव्यू पढ़ने के बाद हमारी तो हिम्मत नहीं हुई कि हम इस फिल्म को देख पाते. वहीं जिन लोगों ने देखने की जहमत उठाई उन्होंने भी इंटरवल से पहले ही बाय-बाय कर दिया और हैंगओवर उतारने के लिए वेब सीरीज देखी. जिन लोगों ने मान लिया था कि ट्यूबलाइट से ज्यादा खतरनाक फिल्म नहीं हो सकती उन्होंने राधे देखने के बात अपनी ही कही हुई बात पर पछताना पड़ा.
अब अगर कोई सलमान खान का इस कदर फैन हो कि सिनेमा हॉल में देखने का रिस्क उठा सकता है तो बात ही अलग है, उपर से दिशा पटानी को भी तो नहीं भूलाया जा सकता है.
दरअसल, मालेगांव के ड्राइव इन सिनेमा ने सिर्फ शाम के समय फिल्म के दो शो जबकि खिनवासरा सिनेप्लेक्स में फिल्म के चार शो रखे गए हैं. अब शो तो रख दिया लेकिन देखने आएगा कौन वो भी सच जानते हुए.
अब नई-नई फिल्म देखनी होती तो बात अलग होता लेकिन राधे के नाम मुंह सिकोड़ने वाले दर्शक से आप सिनेमा में देखने की उम्मीद कैसे कर सकते हैं. हां कोई जबरा फैन हो और लॉकडाउन में बड़े पर्दे को मिस किया हो तो वो हिम्मत उठा सकता है.
तुषार तिसागे के अनुसार पहले दिन फिल्म ने 6017.86 रुपए की कमाई की. जिसमें 7:30 बजे के शो में 22 लोगों ने कार में और 40 लोगों ने चेयर पर बैठकर फिल्म देखी. अब बड़ी बात यह हो गई कि दूसरे शो में फिल्म देखने कोई आया ही नहीं. इसलिए यह शो कैंसिल करना पड़ा.
अबतक हमने यह तो नहीं सुना था कि किसी फिल्म के शो को कैंसिल करना पड़ा हो. वहीं खिनवासरा सिनेप्लेक्स के मैनेजर सुहास कोटेचा के अनुसार यहां चारों शो में सिर्फ 22 टिकट बिके. इसके बाद भी इन्होंने फिल्म आगे भी चलाने का फैसला लिया है. हां यह हो सकता है कि शो की संख्या चार से घटाकर दो कर दी जाए.
भाई आपके हिम्मत और सहनशीलता को हम सलाम करते हैं. मतलब ऐसा करने के लिए बहुत बड़ा दिल होना चाहिए. उपर से इतनी बेइज्जती कराने के लिए भी बड़ा महान बनना पड़ता है. हमें कहने में यह बिल्कुल शर्म नहीं आ रही कि हम उन महान लोगों में शामिल नहीं हैं जो राधे को सिनेमा हाल में देख सकें.
अब सलमान खान को बुरा लगे तो हमें माफी दे देना क्योंकि हम अंदाज अपना-अपना 10वीं बार देख सकते हैं लेकिन राधे नहीं. अब आपका क्या कहना है, क्या आप राधे की टिकट खरीदकर सिनेमा घर में देखने की जहमत उठा सकते हैं?
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.