सलमान खान अपकमिंग प्रोजेक्ट में काफी व्यस्त चल रहे हैं. एक तरफ टाइगर 3 की शूटिंग तो दूसरी ओर बहनोई आयुष शर्मा की दूसरी फिल्म "अंतिम द फाइनल ट्रुथ" की रिलीज के लिए तैयारियां. दबंग खान लंबे वक्त से आयुष को बॉलीवुड में बतौर हीरो स्थापित करने में जुटे हैं. आयुष की पहली फिल्म लवयात्री सुपरफ्लॉप थी. सलमान बिलकुल नहीं चाहते कि दूसरी फिल्म का भी हाल वैसा ही हो. अंतिम फिल्म और आयुष को कामयाब बनाने का सारा दारोमदार इस बार सलमान ने खुद अपने कंधों पर लिया है. आयुष के साथ फिल्म के एक महत्वपूर्ण किरदार में हैं ताकि आयुष को अपनी स्टारडम की पीठ पर लादकर सफलता की वैतरणी पार करा सकें. आयुष की फिल्म तैयार बताई जा रही है. दिमाग इस बात में खपाया जा रहा है कि फिल्म को आखिर रिलीज कैसे किया जाए?
दरअसल, थियेटर मोह में फंसे निर्माताओं के लिए इस वक्त रिलीज एक बड़ा मसला बन गया है. सिनेमाघर रिलीज का पारंपरिक विकल्प है. दूसरा विकल्प ओटीटी है जिसकी अहमियत महामारी के दौरान ही दिखी. इसा वक्त सबसे कीमती मुंबई का सर्किट बंद है. जहां सिनेमाघर खुले हैं और फ़िल्में आ रही हैं वहां भी सुपर सितारे उम्मीद की अपेक्षा दर्शक जुटाने में नाकाम हो रहे हैं. बताना नहीं होगा कि इस सूरत-ए-हाल में 'अंतिम' के सामने कई तरह के जोखिम हैं. जोखिम इसलिए भी बड़ा है कि आयुष को रीलांच किया जा रहा है. वजहें चाहे जो भी हों फिल्म के पिटने के बाद आयुष को एक्टर के रूप में फिर खड़ा होने में परेशानियां होंगी. लेकिन लगता है कि सलमान ने हाल की घटनाओं से सबक लेकर बीच का रास्ता तलाश लिया है. राधे: योर मोस्ट वांटेड के बाद 'अंतिम' के लिए भी नए सलमान के नए रिलीज प्लान की चर्चा है. बॉलीवुड हंगामा ने रिपोर्ट किया है कि फिल्म के लिए 'हाइब्रिड रिलीज' योजना पर विचार किया जा रहा है.
सूत्रों के आधार पर बॉलीवुड हंगामा ने बताया कि जी 5 के साथ बात हो रही है. अंतिम की टीम हाइब्रिड रिलीज की योजना पर काम कर रही है. यानी फिल्म को जी 5 पर प्रीमियर किया ही जाएगा, देशभर के सिंगल स्क्रीन पर भी फिल्म रिलीज की जाएगी. सलमान...
सलमान खान अपकमिंग प्रोजेक्ट में काफी व्यस्त चल रहे हैं. एक तरफ टाइगर 3 की शूटिंग तो दूसरी ओर बहनोई आयुष शर्मा की दूसरी फिल्म "अंतिम द फाइनल ट्रुथ" की रिलीज के लिए तैयारियां. दबंग खान लंबे वक्त से आयुष को बॉलीवुड में बतौर हीरो स्थापित करने में जुटे हैं. आयुष की पहली फिल्म लवयात्री सुपरफ्लॉप थी. सलमान बिलकुल नहीं चाहते कि दूसरी फिल्म का भी हाल वैसा ही हो. अंतिम फिल्म और आयुष को कामयाब बनाने का सारा दारोमदार इस बार सलमान ने खुद अपने कंधों पर लिया है. आयुष के साथ फिल्म के एक महत्वपूर्ण किरदार में हैं ताकि आयुष को अपनी स्टारडम की पीठ पर लादकर सफलता की वैतरणी पार करा सकें. आयुष की फिल्म तैयार बताई जा रही है. दिमाग इस बात में खपाया जा रहा है कि फिल्म को आखिर रिलीज कैसे किया जाए?
दरअसल, थियेटर मोह में फंसे निर्माताओं के लिए इस वक्त रिलीज एक बड़ा मसला बन गया है. सिनेमाघर रिलीज का पारंपरिक विकल्प है. दूसरा विकल्प ओटीटी है जिसकी अहमियत महामारी के दौरान ही दिखी. इसा वक्त सबसे कीमती मुंबई का सर्किट बंद है. जहां सिनेमाघर खुले हैं और फ़िल्में आ रही हैं वहां भी सुपर सितारे उम्मीद की अपेक्षा दर्शक जुटाने में नाकाम हो रहे हैं. बताना नहीं होगा कि इस सूरत-ए-हाल में 'अंतिम' के सामने कई तरह के जोखिम हैं. जोखिम इसलिए भी बड़ा है कि आयुष को रीलांच किया जा रहा है. वजहें चाहे जो भी हों फिल्म के पिटने के बाद आयुष को एक्टर के रूप में फिर खड़ा होने में परेशानियां होंगी. लेकिन लगता है कि सलमान ने हाल की घटनाओं से सबक लेकर बीच का रास्ता तलाश लिया है. राधे: योर मोस्ट वांटेड के बाद 'अंतिम' के लिए भी नए सलमान के नए रिलीज प्लान की चर्चा है. बॉलीवुड हंगामा ने रिपोर्ट किया है कि फिल्म के लिए 'हाइब्रिड रिलीज' योजना पर विचार किया जा रहा है.
सूत्रों के आधार पर बॉलीवुड हंगामा ने बताया कि जी 5 के साथ बात हो रही है. अंतिम की टीम हाइब्रिड रिलीज की योजना पर काम कर रही है. यानी फिल्म को जी 5 पर प्रीमियर किया ही जाएगा, देशभर के सिंगल स्क्रीन पर भी फिल्म रिलीज की जाएगी. सलमान और जी को मालूम है कि इस योजना के तहत मल्टीप्लेक्स अंतिम दिखाने के लिए तैयार नहीं होंगे. ऐसे में देशभर के प्रशंसकों को सिंगल स्क्रीन के जरिए फिल्म दिखाई जा सकती है. हालांकि अभी मेकर्स ने अंतिम की रिलीज को लेकर कुछ कहा नहीं है. मगर ये फैसला बॉलीवुड को राह दिखा सकता है.
कैसे फायदेमंद है सलमान की योजना?
वैसे फिल्म का हिट या फ्लॉप होना कंटेंट पर ही निर्भर करता है. अंतिम का कंटेंट सही रहा तो सलमान योजना के जरिए मौजूदा हालात में सफल कारोबारी रास्ता तैयार कर सकते हैं. दर्शकों को ओटीटी का विकल्प तो मिलेगा ही, थियेटर की पहुंच वाले खासकर छोटे शहरों के दर्शक सिंगल स्क्रीन पर फ़िल्में देख सकते हैं. वे दर्शक भी जिनके पास ओटीटी एक्सेस नहीं है. एक्सक्लूसिव ओटीटी रिलीज की वजह से निर्माता भी लागत के मुकाबले बेहतर डिस्ट्रीब्यूटर और ओटीटी प्लेटफॉर्म दोनों से मुनाफा वसूल सकते हैं. सलमान ने राधे के लिए भी ऐसा ही बोल्ड स्टेप लिया था. राधे को 'पे पर व्यू' प्लान के साथ जी 5 और डीटीएच पर एक साथ रिलीज किया गया था.
शुरुआत में रेस्पोंस भी बहुत ही शानदार था. फिल्म को हाथोंहाथ लिया गया. स्ट्रीमिंग के बाद से ही लाखों यूजर राधे देखने पहुंचे. ये दूसरी बात है कि फिल्म का कंटेंट दर्शकों की अपेक्षाओं पर ज्यादा खरा नहीं उतरा. लेकिन सलमान ने साबित किया कि महामारी के बाद बदले हालात में नए रास्तों का इस्तेमाल बॉलीवुड कर सकता है. हालांकि बॉलीवुड थियेटर में कुछ ज्यादा ही भरोसा दिखा रहा था. बॉक्स ऑफिस पर बेलबॉटम, चेहरे और अब कंगना रनौत की थलाइवी का हश्र इतना साबित करने के लिए पर्याप्त है कि सलमान का फैसला कितना सही था? मिमी, शेरशाह की जबरदस्त कामयाबी भी इस बात को साबित करती है.
थलाइवी और बेलबॉटम केस स्टडी की तरह हैं. मल्टीप्लेक्स को भी बदले हालात में डिस्ट्रीब्यूशन के नए तरीके आजमाने पड़ेंगे. जिस तरह के हालात दिख रहे हैं उसमें इससे बेहतर शायद कोई और चारा नहीं है. 50 प्रतिशत क्षमता की वजह से कम दर्शक आ रहे हैं. लेकिन उन दर्शकों को कोई ऑप्शन नहीं मिल रहा है जो महामारी के खौफ में थियेटर जाने से बचने की कोशिश में हैं. या जिनकी पहुंच में ओटीटी प्लेटफॉर्म नहीं है. इसमें दर्शकों का नुकसान भी ज्यादा नहीं है. उन्हें देर सबेर फिल्म ओटीटी या टीवी प्रीमियर में मिल ही जाएगी, लेकिन नुकसान सिर्फ निर्माताओं और मल्टीप्लेक्स को ही उठाने पड़ेंगे. जिस तरह का नुकसान फिलहाल थलाइवी को झेलना पड़ रहा है.
आयुष का जो भी हो पर उनके लिए सलमान की कोशिशों में दूसरे लोग अपना रास्ता निकाल सकते हैं.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.