दिग्गज महिला क्रिकेटर मिताली राज के जीवन पर आधारित शाबास मिठू का ट्रेलर आ चुका है. पूर्व क्रिकेटर और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने ट्रेलर रिलीज किया. यह वायकॉम 18 स्टूडियोज के यूट्यूब पर उपलब्ध है. शाबास मिठू के ट्रेलर को खूब देखा भी जा रहा है. इसमें एक सामान्य महिला क्रिकेटर के संघर्ष और उसकी यात्रा की झलकियां नजर आ रही हैं. एक क्रिकेटर के रूप में मिताली की उपलब्धियां बेमिसाल हैं. वह महिला क्रिकेट इतिहास की सबसे कामयाब खिलाड़ियों में से एक हैं. माना जाता है कि मिताली की अगुआई में भारतीय महिला क्रिकेट की सूरत बदल गई. ठीक उसी तरह जैसे दो दशक पहले सौरव गांगुली की कप्तानी में टीम इंडिया का परंपरागत रूप ही बदल गया था.
ट्रेलर की शुरुआत क्रिकेट के खेल से ही होती है. क्रिकेट खेल रहे लड़कों ने गेंद पर एक जोरदार शॉट लगाया जिसे मैदान के बाहर चाव से मैच देख रही एक लड़की लपक लेती है. उसे झिड़का जाता है. लेकिन छोटी लड़की की दिलचस्पी तो क्रिकेट में है. वह कोई और नहीं बल्कि मिताली राज हैं. क्रिकेट को पुरुषों का खेल समझा जाता है. मिताली के लिए खेल के बारे में सोचना आसान भे इनहीं था. खासकर भारत के रुढ़िवादी समाज में जहां लड़कियों का क्रिकेट के प्रति झुकाव लोग अब भी सहजता से स्वीकार नहीं कर पाते. मिताली के साथ भी ऐसा ही हुआ था. हालांकि क्रिकेट के प्रति उनका आकर्षण भर नहीं है बल्कि इस खेल के लिए उनमें जुनून भी नजर आता है. यही वजह है कि मिताली ने कभी संघर्ष से हार नहीं माना.
कोच की दमदार भूमिका में हैं विजय राज
मिताली राज के कोच की भूमिका विजय राज ने निभाई है. मिताली के खेल को उनके कोच ने बचपन में ही पहचान लिया और उसे संवारकर दिशा दी. मिताली खूब मेहनत करती हैं और...
दिग्गज महिला क्रिकेटर मिताली राज के जीवन पर आधारित शाबास मिठू का ट्रेलर आ चुका है. पूर्व क्रिकेटर और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली ने ट्रेलर रिलीज किया. यह वायकॉम 18 स्टूडियोज के यूट्यूब पर उपलब्ध है. शाबास मिठू के ट्रेलर को खूब देखा भी जा रहा है. इसमें एक सामान्य महिला क्रिकेटर के संघर्ष और उसकी यात्रा की झलकियां नजर आ रही हैं. एक क्रिकेटर के रूप में मिताली की उपलब्धियां बेमिसाल हैं. वह महिला क्रिकेट इतिहास की सबसे कामयाब खिलाड़ियों में से एक हैं. माना जाता है कि मिताली की अगुआई में भारतीय महिला क्रिकेट की सूरत बदल गई. ठीक उसी तरह जैसे दो दशक पहले सौरव गांगुली की कप्तानी में टीम इंडिया का परंपरागत रूप ही बदल गया था.
ट्रेलर की शुरुआत क्रिकेट के खेल से ही होती है. क्रिकेट खेल रहे लड़कों ने गेंद पर एक जोरदार शॉट लगाया जिसे मैदान के बाहर चाव से मैच देख रही एक लड़की लपक लेती है. उसे झिड़का जाता है. लेकिन छोटी लड़की की दिलचस्पी तो क्रिकेट में है. वह कोई और नहीं बल्कि मिताली राज हैं. क्रिकेट को पुरुषों का खेल समझा जाता है. मिताली के लिए खेल के बारे में सोचना आसान भे इनहीं था. खासकर भारत के रुढ़िवादी समाज में जहां लड़कियों का क्रिकेट के प्रति झुकाव लोग अब भी सहजता से स्वीकार नहीं कर पाते. मिताली के साथ भी ऐसा ही हुआ था. हालांकि क्रिकेट के प्रति उनका आकर्षण भर नहीं है बल्कि इस खेल के लिए उनमें जुनून भी नजर आता है. यही वजह है कि मिताली ने कभी संघर्ष से हार नहीं माना.
कोच की दमदार भूमिका में हैं विजय राज
मिताली राज के कोच की भूमिका विजय राज ने निभाई है. मिताली के खेल को उनके कोच ने बचपन में ही पहचान लिया और उसे संवारकर दिशा दी. मिताली खूब मेहनत करती हैं और आगे चलकर वह पहले नेशनल और फिर इंटरनेशनल टीम का हिस्सा भी बनती हैं. नेशनल और इंटरनेशनल टीम का हिस्सा बनने के बावजूद मिताली का संघर्ष ख़त्म नहीं होता. उन्हें कभी टीम के साथी खिलाड़ियों और कभी क्रिकेट प्रशासकों से जूझना पड़ता है. वे अलग-अलग तरह के भेदभाव का भी शिकार होती रहती हैं. लेकिन अपने जुनूनी खेल से सभी का मुंह भी बंद करा देती हैं और एक दिन ऐसा भी आता है जब उनके खेल की वजह से महिला क्रिकेट में देश उल्लेखनीय उपलब्धियां हासिल करता जाता है.
मिताली राज की मुख्य भूमिका तापसी पन्नू ने निभाई है. फिल्म का निर्देशन श्रीजीत मुखर्जी के निर्देशन में बनी फिल्म में तापसी विजय राज के अलावा मुमताज सरकार, ब्रिजेन्द्र काला ने भी अहम किरदारों में हैं. फिलहाल ट्रेलर में सभी किरदार दमदार नजर आ रहे हैं. फिल्म 15 जुलाई को रिलीज होगी.
शाबास मिठू का ट्रेलर नीचे देख सकते हैं:-
ट्रेलर को लेकर क्या कह रहे हैं लोग?
ट्रेलर को लेकर मिला जुला रेस्पोंस हैं. कई लोगों ने तापसी पन्नू, श्रीजीत सरकार और शाबास मिठू की समूची टीम को धन्यवाद देते हुए फिल्म को प्रेरक बताया है. लोगों का मानना है कि ट्रेलर इस बात का सबूत है कि सिनेमाघरों में फिल्म देखते हुए कई तरह की भावनाएं उमड़ पड़ेंगी. एक ने तो तारीफ़ करते हुए यहां तक कहा कि शाबास मिठू की झलकी देखकर एहसास हो रहा कि यह फिल्म एक बायोपिक से कहीं कहीं ज्यादा बड़ी चीज है. इसमें खेल के साथ साथ लैंगिंक भेदभाव का भी बड़ा मुद्दा उठाया गया है जो परिवार, समाज और तमाम खेल बोर्डों तक में पसरा हुआ है. उम्मीद की जानी चाहिए कि यह फिल्म सफल हो.
कई लोगों ने तो ट्रेलर के बाद मिताली राज को शुभकामनाएं दीं और बताया कि वे लंबे वक्त से इसका इंतज़ार कर रहे थे. एक ने लिखा- फिल्म का ट्रेलर एक बार फिर साबित कर रहा कि किसी भी तरह की सफलता के पीछे बहुत सारा संघर्ष होता है. यह फिल्म जरूर लड़कियों को प्रेरणा देने वाली साबित होगी. हम उम्मीद कर सकते हैं कि मिताली राज की कहानी देश की कई बेटियों को क्रिकेट खेलने के लिए प्रेरित करेगी.
वैसे शाबास मिठू की आलोचना करने वाले भी कम नहीं हैं. कुछ लोगों ने तो तापसी को बॉलीवुड की ख़ास गैंग का बताते हुए शाबास मिठू के बहिष्कार की बात तक कही है. लोगों ने कहा कि अब समय आ गया है कि बेहूदा टिप्पणियां करने वाली तापसी पन्नू को भी सबक सिखाया जाए. वैसे भी यह फिल्म बहुत खराब बनी है और मिताली राज जैसे क्रिकेटर की भूमिका के साथ तापसी पन्नू पूरी तरह से न्याय नहीं कर पा रही हैं.
कौन हैं मिताली राज?
राजस्थान के जोधपुर में जन्मी 39 साल की मिताली राज ने हाल ही में क्रिकेट के नेशनल और इंटरनेशनल फॉर्मेट से संन्यास लिया है. इससे पहले मात्र 14 साल की उम्र में उनका चयन 1997 की वुमंस क्रिकेट विश्वकप के लिए हुआ था. हालांकि वह एक भी मैच नहीं खेल पाई थीं. उन्होंने 1999 में आयरलैंड के खिलाफ एक दिवसीय क्रिकेट में डेब्यू किया. डेब्यू के बाद मिताली राज ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा. मिताली राज ने 300 से ज्यादा टेस्ट, वनडे और टी20 मैच खेले हैं. उन्होंने तीनों फॉर्मेट में 10 हजार से ज्यादा रन बनाए. एक दिवसीय मैचों में उनकी बल्लेबाजी का औसत 50 से ज्यादा है. उन्होंने महिला टीम का नेतृत्व भी किया.
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