साल 2023 में यशराज फिल्म्स की दो बड़ी फिल्मों पर समूचे फिल्म ट्रेड सर्किल की निगाहें हैं- पठान और टाइगर 3. दोनों फिल्मों की कहानियों का बैकड्राप जासूसी है. पठान रिपब्लिक डे वीक पर 25 जनवरी को रिलीज के लिए बिल्कुल तैयार है. हालांकि रिलीज से डेढ़ महीना पहले फिल्म के विरोध का जो सिलसिला शुरू हुआ है वह फिलहाल अपने चरम पर है. और यही एक ऐसी बात है जिसे लेकर सलमान खान को जरूर परेशानी होगी. पूरे मामले पर उनकी नजर होगी. पठान का टीजर और कुछ गाने मेकर्स ने जारी कर दिए हैं. रिलीज में एक महीने से भी कम समय बचा है लेकिन अभी तक ट्रेलर नहीं आया है.
कहा जा रहा कि ट्रेलर क्रिसमस के मौके पर रिलीज किया जाना था. लेकिन बेशरम रंग गाने को लेकर जिस तरह विवाद खड़ा हुआ- निर्माताओं के हाथपांव फूल गए हैं. सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद टिकट खिड़की पर यशराज की फिल्मों को लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा है. अब तक बैनर की कई बड़ी फ़िल्में बहुत बुरी तरह से नाकाम हो चुकी हैं. कहां तो मेकर्स ने सोचा था कि बेशरम रंग की ट्रिक से पठान के दूसरे गानों को हाइप मिलेगी और फिल्म के पक्ष में जबरदस्त माहौल बनेगा. लेकिन चीजें खिलाफ जाती दिख रही हैं. बेशरम रंग के बाद आए दूसरे गाने पर लोगों की ठंडी प्रतिक्रिया का तो यही संकेत है. लोगों ने भाव ही नहीं दिया. अब नए समीकरण मेकर्स के मनमुताबिक़ नहीं हैं तो पठान को लेकर उनकी झिझक समझी जा सकती है. संभवत: इसी वजह से निर्माताओं ने ट्रेलर को नए साल के पहले हफ्ते में रिलीज करने का फैसला लिया हो.
एडवांस बुकिंग में भी लेट- यशराज की तरफ से आ रहे तमाम रुझान क्या कहते हैं?
अभी ट्रेलर भी नहीं आया है और पठान की एडवांस बुकिंग भी नहीं शुरू हुई है. यशराज के लिए ये संकेत खराब ही कहे...
साल 2023 में यशराज फिल्म्स की दो बड़ी फिल्मों पर समूचे फिल्म ट्रेड सर्किल की निगाहें हैं- पठान और टाइगर 3. दोनों फिल्मों की कहानियों का बैकड्राप जासूसी है. पठान रिपब्लिक डे वीक पर 25 जनवरी को रिलीज के लिए बिल्कुल तैयार है. हालांकि रिलीज से डेढ़ महीना पहले फिल्म के विरोध का जो सिलसिला शुरू हुआ है वह फिलहाल अपने चरम पर है. और यही एक ऐसी बात है जिसे लेकर सलमान खान को जरूर परेशानी होगी. पूरे मामले पर उनकी नजर होगी. पठान का टीजर और कुछ गाने मेकर्स ने जारी कर दिए हैं. रिलीज में एक महीने से भी कम समय बचा है लेकिन अभी तक ट्रेलर नहीं आया है.
कहा जा रहा कि ट्रेलर क्रिसमस के मौके पर रिलीज किया जाना था. लेकिन बेशरम रंग गाने को लेकर जिस तरह विवाद खड़ा हुआ- निर्माताओं के हाथपांव फूल गए हैं. सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद टिकट खिड़की पर यशराज की फिल्मों को लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ा है. अब तक बैनर की कई बड़ी फ़िल्में बहुत बुरी तरह से नाकाम हो चुकी हैं. कहां तो मेकर्स ने सोचा था कि बेशरम रंग की ट्रिक से पठान के दूसरे गानों को हाइप मिलेगी और फिल्म के पक्ष में जबरदस्त माहौल बनेगा. लेकिन चीजें खिलाफ जाती दिख रही हैं. बेशरम रंग के बाद आए दूसरे गाने पर लोगों की ठंडी प्रतिक्रिया का तो यही संकेत है. लोगों ने भाव ही नहीं दिया. अब नए समीकरण मेकर्स के मनमुताबिक़ नहीं हैं तो पठान को लेकर उनकी झिझक समझी जा सकती है. संभवत: इसी वजह से निर्माताओं ने ट्रेलर को नए साल के पहले हफ्ते में रिलीज करने का फैसला लिया हो.
एडवांस बुकिंग में भी लेट- यशराज की तरफ से आ रहे तमाम रुझान क्या कहते हैं?
अभी ट्रेलर भी नहीं आया है और पठान की एडवांस बुकिंग भी नहीं शुरू हुई है. यशराज के लिए ये संकेत खराब ही कहे जाएंगे. आमतौर पर बड़ी बॉलीवुड से आने वाली बड़ी फिल्मों की एडवांस बुकिंग प्राय: रिलीज से एक महीने पहले शुरू हो जाती है. हो सकता है कि मेकर्स को बुकिंग के खिलाफ किसी कैम्पेन के खड़े होने का अंदेशा हो. इस वजह से चीजों में लेट लतीफी की रही है. उन्हें लग रहा हो कि समय के साथ लोगों का गुस्सा शांत हो जाएगा. जहां तक बात फिल्मों की एडवांस बुकिंग की है तो कई मर्तबा उन्हें रिलीज के आसपास भी शुरू किया जाता है. उदाहरण भरे पड़े हैं. मगर कॉन्टेंट को लेकर जो निर्माता आश्वस्त रहते हैं वे बहुत पहले ही एडवासं बुकिंग शुरू कर देते हैं. उदाहरण के लिए अभी पिछले महीने रिलीज हुई अजय देवगन की दृश्यम 2 की एडवांस बुकिंग भी बहुत पहले शुरू हो गई थी. रिलीज से पहले रिकॉर्ड बुकिंग हुई और कलेक्शन में उसका असर भी दिखा. पठान के साथ ट्रेलर या एडवांस बुकिंग को लेकर क्या योजनाएं हैं- यह निर्माताओं को ही बेहतर पता होगा.
यशराज के किए पठान अग्नि परीक्षा से कम नहीं है. यशराज के बैनर को बॉलीवुड की ब्लॉकबस्टर फ़िल्में देने के लिए जाना जाता है. पिछले चार दशक से बॉलीवुड पर उनका वर्चस्व दिखता है. वो चाहे अमिताभ बच्चन रहे हों या खान सितारे- यशराज की फिल्मों ने ही पिछले चार दशक में बॉलीवुड के सुपरस्टार्स को तय किया है. लेकिन कोविड की शुरुआत और फिर सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमय मौत के बाद बैनर लोगों के निशाने पर आ गया. बैनर पर सुशांत को प्रताड़ित करने और उनका करियर तबाह करने के आरोप भी लगे. तमाम मुद्दों पर बॉलीवुड का विरोध करने वालों ने आसमान सिर पर उठा लिया. सुशांत की मौत के बाद देखा जा सकता है कि यशराज की अब तक जितनी फ़िल्में आई हैं- सबकी सब फ्लॉप हुई हैं. यहां तक कि लोगों ने अक्षय कुमार के साथ सम्राट पृथ्वीराज चौहान के जीवन पर बनी फिल्म को भी नहीं छोड़ा.
निशाने पर क्यों हैं यशराज की फ़िल्में, सलमान के खिलाफ भी पब्लिक चार्जशीट गंभीर
कहने की बात नहीं कि यशराज पर बॉलीवुड में मठवाद को बढ़ावा देने के गंभीर आरोप लगे हैं. आउटसाइडर एक्टर्स को प्रताड़ित करने, हिंदुओं को गलत तरह से चित्रित करने, भारतीय संस्कृति का गलत चित्रण करने और फिल्मों के जरिए खतरनाक राजनीतिक एजेंडा फैलाने के आरोप लगाए गए. यशराज की जो फ़िल्में फ्लॉप हुईं उनका विरोध इन्हीं मुद्दों पर किया गया था. पठान और टाइगर 3 के लिए दिक्कत यह है कि इसके खिलाफ यशराज और खान सितारे- दोनों बड़े मुद्दे हैं जो विरोध करने वालों के लिए बड़ा मुद्दा बन चुके हैं. बावजूद कि टाइगर 3 एक सक्सेसफुल फ्रेंचाइजी का हिस्सा है. लेकिन सोशल मीडिया पर पहले ब्रह्मास्त्र, फिर लाल सिंह चड्ढा और अब पठान को लेकर एक नकारात्मक माहौल बना हुआ है- टाइगर 3 को भी सुरक्षित नहीं माना जा सकता. काफी हद तक. फिलहाल का तो यही है.
वैसे भी सलमान के खिलाफ सोशल मीडिया पर लोगों की चार्जशीट कम गंभीर नहीं नजर आती. उनका करियर विवादों से भरा रहा है. ऐश्वर्या राय बच्चन से विवाद का मामला, विवेक ओबेरॉय, डेविड धवन से झड़प, सड़क पर सो रहे लोगों को गाड़ी से कुचलने, हिरणों के शिकार जैसे आरोप लगे हैं. कुछ मामले कोर्ट में हैं. इसके अलावा मुंबई धमाकों के मामले में एक आतंकी की फांसी पर उनके कई ट्वीट आज तक लोगों की जेहन से गायब नहीं हुए हैं. तमाम फिल्मों के बायकॉट के जो नतीजे रहे हैं- विरोध करने वाले धडों का उत्साह चरम पर है.
मान सकते हैं कि टाइगर 3 खतरे की जद से बाहर नहीं है. यह फिल्म भी ना सिर्फ यशराज बल्कि सलमान के लिए भी बहुत जरूरी है. सलमान का स्टारडम भी पिछले कुछ सालों से शाहरुख की राह पर ही दिखता है. एक लंबा वक्त हो गया जब उन्होंने कोई ब्लॉकबस्टर डिलीवर की हो. उनकी फिल्मों और किरदारों पर तमाम सवाल भी उठ चुके हैं. टाइगर 3 टिकट खिड़की पर हादसे का शिकार हुई तो यशराज की बर्बादी तो तय ही है- बतौर सुपरस्टार सलमान का भी स्टारडम मुश्किल में फंस सकता है.
टाइगर 3 को इसी साल के अंत तक 10 नवंबर के दिन रिलीज करने की खबरें हैं. टाइगर 3 का निर्देशन मनीष शर्मा ने किया है.
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