पिछले कुछ हफ़्तों से बायकॉट बॉलीवुड कैम्पेन का जोर कमजोर नजर आ रहा था. लगा कि लाल सिंह चड्ढा और ब्रह्मास्त्र के बाद सबकुछ सामान्य होने लगा है. बॉलीवुड की कुछ फ़िल्में भी इधर के दिनों में कामयाब हुईं. सब सामान्य नजर आने लगा था. बॉलीवुड के तमाम फिल्ममेकर्स को टिकट खिड़की के लिहाज से बॉलीवुड को लेकर एक सौहार्द्रपूर्ण वातावरण की सख्त जरूरत भी है. शाहरुख खान की फिल्म 'पठान' नए साल की शुरुआत के बाद रिपब्लिक डे वीक पर 25 जनवरी को रिलीज होने जा रही है. दो दिन पहले तक शाहरुख के पक्ष में माहौल दिख रहा था. टिकट खिड़की पर बदले-बदले हालात में लोग अंदाजा लगा रहे थे कि पठान आसानी से टिकट खिड़की पर मुश्किल वैतरणी पार कर लेगी. मगर आमिर खान की कुछ वायरल तस्वीरों ने साफ़ कर दिया कि असल में खान सितारों के खिलाफ जो माहौल शांत नजर आ रहा था वह तो एक बड़ी सुनामी से पहले का सन्नाटा है.
आमिर की तस्वीरों पर आ रही प्रतिक्रियाओं से तो यही लगता है कि तमाम लोग अभी कुछ भी भूलने को तैयार नहीं हैं. असल में अद्वैत चंदन ने हाल ही में सोशल मीडिया पर आमिर खान की कुछ तस्वीरें डालीं. मुस्लिम होने के बावजूद तस्वीरों में आमिर हिंदू विधि-विधान से पूजा पाठ करते दिखे. सिर पर नेहरू टोपी, गले में गमछा (महाराष्ट्र में इस तरह की ड्रेस पारंपरिक पहचान पा चुकी है), माथे पर बड़ा लाल टीका, हाथ में तगड़ा कलावा बांधे दिखे. वह कलश को भक्तिभाव से सिर पर चढ़ाते दिखे. पत्नी के साथ भावविभोर होकर आरती करते नजर आए. आमिर की पूजा किस मकसद से थी इसका बहुत पता तो नहीं चला, लेकिन पूजा के अनुष्ठान 'आमिर खान प्रोडक्शंस' के कार्यालय में हुए. चूंकि आमिर की मजहबी पहचान इस्लाम है और वह हज भी कर चुके हैं- इस वजह से इस्लामिक कट्टरपंथियों के निशाने पर आना लाजिमी था. वे निशाने पर हैं और गुनाहों से तौबा करने की सलाह मिल रही है.
आमिर खान और पठान का पोस्टर.
निशाने पर आमिर लेकिन डर शाहरुख खान को क्यों लगना चाहिए
दूसरी तरह हिंदुओं का धड़ा इसे ढोंग बता रहा. वे कह रहे कि दो फिल्मों के लगातार फ्लॉप हो जाने के बाद मिस्टर परफेक्शनिस्ट का दिमाग ठिकाने आ चुका है. आमिर की दो फ़िल्में- ठग्स ऑफ़ हिन्दोस्तान और लाल सिंह चड्ढा टिकट खिड़की पर बहुत बड़ा डिजास्टर साबित हुई हैं. जबकि इससे पहले आमिर की फ़िल्में भले कम आती रही हैं लेकिन उन्हें सफलता की गारंटी माना जाता था. आमिर की सिलसिलेवार सफलता खंडित हो चुकी है. बताते चलें कि तस्वीरों पर आपत्ति जताने वाले लोग अन्य नहीं हैं. ये वही लोग हैं जो अभी कुछ ही दिन पहले लाल सिंह चड्ढा की रिलीज से पहले सोशल मीडिया पर जबरदस्त तरीके से फिल्म का बहिष्कार कर रहे थे. कैम्पेन के असर का अंदाजा सिर्फ इस बात से लगा सकते हैं कि वीकएंड में ही धराशायी हो गई. आमिर ने तो बतौर एक्टर ब्रेक तक ले लिया है और लंबी छुट्टी पर जा चुके हैं. कहा तो यह भी जा रहा है कि यशराज का बैनर जिसने शाहरुख की पठान बनाई है- वह आमिर के बेटे की डेब्यू फिल्म पूरी होने के बावजूद रिलीज करने से बच रहा है. उसे नाकामी का अंदेशा है.
वैसे यशराज को भी बायकॉट बॉलीवुड कैम्पेन का बहुत नुकसान उठाना पड़ा है. यशराज की पिछली नाकाम फिल्मों में सम्राट पृथ्वीराज, शमशेरा, जयेश भाई जोरदार और बंटी और बबली 2 जैसी फ़िल्में हैं. सभी फ़िल्में बुरी तरह से फ्लॉप हुईं. यशराज का बैनर भी लोगों के निशाने पर था. शाहरुख को सुपरस्टार असल में यशराज और करण जौहर के बैनर ने ही बनाया. शाहरुख की एक्शन एंटरटेनर कमबैक फिल्म पठान भी यशराज की ही है. आमिर की तस्वीरों पर उठे बवाल से साफ़ संकेत मिल रहे हैं कि भविष्य में शाहरुख खान, यशराज फिल्म्स और उनकी फिल्म पठान को एक तगड़े तीखे कैम्पेन का सामना करना पड़ेगा. तस्वीरों पर आई तमाम प्रतिक्रियाओं में ट्रोल्स की योजना दिख रही है. किंग खान का जिस तरह से नाम लिया जा रहा है- उनके खिलाफ निगेटिविटी महसूस की जा सकती है.
लोगों का गुस्सा शांत नहीं हुआ है, पठान कैसे मुश्किलें पार करेगी
वैसे भी जब पठान या शाहरुख खान की किसी नई फिल्म को लेकर नए अपडेट आते हैं उनके आलोचक टूट पड़ते हैं. किंग खान के विरोध की बातें होती हैं. उनकी आने वाली फिल्मों को सबक सिखाने की अपील होने लगती है. उन्हें पता नहीं क्या-क्या कहा जाता है- तुनकमिजाज, घमंडी, और भी ना जाने क्या क्या. बावजूद किंग खान पिछले कुछ सालों से चुप हो चुके हैं. वे संवेदनशील विषयों पर बयान देने से बचते हैं. अपने काम से काम रखते नजर आते हैं. हालांकि पठान की मेकिंग के दौरान बेटे आर्यन खान के ड्रग्स मामले की वजह से उन्हें एक बुरे दौर से गुजरना पड़ा था. तमाम कैम्पेन सीधे शाहरुख खान को निशाना बनाकर चलाए गए. किंग खान की जीरो के खिलाफ भी माहौल दिखा था और यह कमबैक फिल्म फ्लॉप हो गई थी. जीरो से पहले भी किंग खान की कई फ़िल्में नाकाम साबित हुई हैं.
बतौर एक्टर शाहरुख खान के भविष्य का बहुत सारा दारोमदार पठान की कामयाबी पर टिका है. पठान के बाद शाहरुख की दो और बड़ी फ़िल्में जवान और डंकी आने वाली हैं. पठान को लेकर लोगों की राय क्या रहती है यह देखने वाली बात होगी. वैसे मेकर्स की तरफ से फिल्म का कैम्पेन शुरू हो चुका है. इसी कड़ी में 12 दिसंबर को फिल्म का ट्रैक बेशरम रिलीज किया जाएगा. पठान में शाहरुख के साथ दीपिका पादुकोण और जॉन अब्राहम अहम भूमिकाओं में हैं.
अच्छा होगा कि पठान के खिलाफ कोई कैम्पेन ना चले. बॉलीवुड खासकर यशराज फिल्म्स को कारोबारी लिहाज से बहुत भारी नुकसान हो सकता है. आमिर की लाल सिंह चड्ढा बहुत बुरी तरह से बर्बाद हुई थी.
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