पिछले साल आज की ही तारीख यानि 14 जून को फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की हुई रहस्यमयी मौत ने मायानगरी में कोहराम मचा दिया था. पुलिस ने जब इसे आत्महत्या बताया, तो सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक कोहराम मच गया. पूरा देश दो धड़ों में बंट गया. एक जो सुशांत के लिए इंसाफ की मांग कर रहा था, तो दूसरा जो सरकार और सिस्टम के साथ था. इस मामले में सबसे पहला आरोप लगा सुशांत की कथित गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती पर, दूसरा आरोप लगा महाराष्ट्र पुलिस, सरकार और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे पर, तीसरा आरोप लगा फिल्म प्रोड्यूसर-डायरेक्टर करण जौहर पर, इस तरह इस केस से कई नाम जुड़ते चले गए. इसके बाद सीबीआई और ईडी के साथ जब एनसीबी शामिल हुई तो उसकी जांच के दौरान इस फेहरिस्त में कई बॉलीवुड हस्तियों का नाम भी शामिल होता चला गया था.
एनसीबी की जांच में रिया चक्रवर्ती और उनके भाई के अलावा फिल्म एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण, श्रद्धा कपूर, रकुलप्रीत सिंह और सारा अली खान के नाम भी आए. उनसे पूछताछ भी हुई. इस मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी भी हुई. इधर, सुशांत के पिता केके सिंह ने जब बिहार की राजधानी पटना में रिया के खिलाफ केस दर्ज कराया, तो इसमें बिहार पुलिस भी इन्वॉल्व हो गई. इसके बाद तत्कालीन डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे भी खूब सुर्खियों में बने रहे. मुंबई पुलिस के तत्कालीन मुखिया परमबीर सिंह तो पहले से ही चर्चा में थे. महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख और शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत भी उनदिनों खूब चर्चा में रहे. इसके साथ ही मीडिया में सुशांत केस की पैरवी कर रहीं एक्ट्रेस कंगना रनौत तो अपने बेबाक बोल की वजह से विवादों में बनी रहीं. आइए जानते हैं सुशांत केस से जुड़े लोगों की जिंदगी में क्या बदलाव आया है...
पिछले साल आज की ही तारीख यानि 14 जून को फिल्म अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की हुई रहस्यमयी मौत ने मायानगरी में कोहराम मचा दिया था. पुलिस ने जब इसे आत्महत्या बताया, तो सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक कोहराम मच गया. पूरा देश दो धड़ों में बंट गया. एक जो सुशांत के लिए इंसाफ की मांग कर रहा था, तो दूसरा जो सरकार और सिस्टम के साथ था. इस मामले में सबसे पहला आरोप लगा सुशांत की कथित गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती पर, दूसरा आरोप लगा महाराष्ट्र पुलिस, सरकार और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे पर, तीसरा आरोप लगा फिल्म प्रोड्यूसर-डायरेक्टर करण जौहर पर, इस तरह इस केस से कई नाम जुड़ते चले गए. इसके बाद सीबीआई और ईडी के साथ जब एनसीबी शामिल हुई तो उसकी जांच के दौरान इस फेहरिस्त में कई बॉलीवुड हस्तियों का नाम भी शामिल होता चला गया था.
एनसीबी की जांच में रिया चक्रवर्ती और उनके भाई के अलावा फिल्म एक्ट्रेस दीपिका पादुकोण, श्रद्धा कपूर, रकुलप्रीत सिंह और सारा अली खान के नाम भी आए. उनसे पूछताछ भी हुई. इस मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी भी हुई. इधर, सुशांत के पिता केके सिंह ने जब बिहार की राजधानी पटना में रिया के खिलाफ केस दर्ज कराया, तो इसमें बिहार पुलिस भी इन्वॉल्व हो गई. इसके बाद तत्कालीन डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे भी खूब सुर्खियों में बने रहे. मुंबई पुलिस के तत्कालीन मुखिया परमबीर सिंह तो पहले से ही चर्चा में थे. महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख और शिवसेना प्रवक्ता संजय राउत भी उनदिनों खूब चर्चा में रहे. इसके साथ ही मीडिया में सुशांत केस की पैरवी कर रहीं एक्ट्रेस कंगना रनौत तो अपने बेबाक बोल की वजह से विवादों में बनी रहीं. आइए जानते हैं सुशांत केस से जुड़े लोगों की जिंदगी में क्या बदलाव आया है...
1. रिया चक्रवर्ती
सुशांत सिंह राजपूत की कथित गर्लफ्रेंड रिया चक्रवर्ती इस केस में प्राइम सस्पेक्ट रही हैं. रिया और सुशांत लिव इन में रह रहे थे. दोनों ने एक बार विदेश यात्रा भी एक साथ की थी. रिया सुशांत और उनके घर की देखभाल किया करती थीं. यहां तक कहा जाता है कि उनके सारे फाइनेंसियल मैटर रिया ही देखा करती थी. यही वजह है कि सुशांत की मौत के कुछ दिन बाद ही उनके पिता केके सिंह ने रिया के खिलाफ खुदकुशी के लिए उकसाने और वित्तीय धोखाधड़ी के संबंध में केस दर्ज कराया था. इसके बाद एनसीबी की जांच में यह खुलासा हुआ कि रिया ही सुशांत को ड्रग्स मुहैया कराती थीं. इस मामले में उनके भाई सहित रिया को एनसीबी ने गिरफ्तार भी किया था, लेकिन दोनों फिलहाल जमानत पर बाहर हैं. सीबीआई, ईडी और एनसीबी तीनों जांच एजेंसियां लगातार उनके संपर्क में हैं. रिया फिलहाल अपने करियर पर ध्यान देने की कोशिश कर रही है. अमिताभ बच्चन और इमरान हाशमी के साथ उनकी एक फिल्म चेहरे भी बहुत जल्दी रिलीज होने वाली है.
2. केके सिंह
केके सिंह यानि कृष्ण कुमार सिंह सुशांत सिंह राजपूत के पिता है. इनका नाम पहली बार तब सुर्खियों में आया था, जब उन्होंने सुशांत की कथित गर्लफ्रेंड रिया के खिलाफ पटना में केस दर्ज कराया था. इसी के संबंध में पूछताछ के लिए बिहार पुलिस मुंबई गई थी, जब उनके एक पुलिस अफसर को जबरन क्वारंटाइन कर लिया गया था. इसके बाद पूरे देश में काफी हंगामा हुआ था. केके सिंह पिछले एक साल से इंसाफ के लिए कानूनी जंग लड़ रहे हैं. उनके बुढ़ापे की लाठी इकलौते सुशांत ही थे, जो अब इस दुनिया में नहीं है. 18 साल पहले उनकी पत्नी का भी निधन हो गया था. फिलहाल उनकी चार बेटियां हैं, जिनकी शादी हो चुकी है. उनकी एक बेटी की शादी हरियाणा के एक आईपीएस अफसर से हुई है, जो फरीदाबाद में रहते हैं. केके सिंह इनदिनों कभी पटना, तो कभी फरीदाबाद रहकर अपने बेटे लिए कानूनी लड़ाई लड़ रहे हैं.
3. आदित्य ठाकरे
सुशांत सिंह राजपूत की रहस्यमयी मौत के बाद इस केस ने सियासी रंग ले लिया था. उस वक्त बिहार चुनाव होने वाले थे, इसलिए कुछ दल इसका राजनीतिक फायदा उठाना चाहते थे. देश की राजनीति उस वक्त दो भागों में बंट गई थीं. एक पक्ष कह रहा था कि सुशांत की हत्या हुई है, तो दूसरा उसे आत्महत्या बता रहा था. इसी बीच केस में शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे का नाम आने लगा. कहा गया कि आदित्य ने ही सुशांत और उनकी एक्स मैनेजर दिशा की हत्या कराई है. महाराष्ट्र की प्रमुख विपक्षी पार्टी बीजेपी ने प्रेस कॉन्फेंस करके उनके खिलाफ ये आरोप लगाया. हालांकि, आदित्य लगातार आरोप को खारिज करते रहे. इस मामले में जब सीबीआई जांच के बाद भी कुछ नहीं निकला तब जाकर आदित्य के खिलाफ मामला थोड़ा शांत हुआ. इसी बीच बिहार चुनाव भी निकल गया. अपेक्षानुसार इसका फायदा जेडीयू और बीजेपी को मिला. उनकी सरकार वापस सत्ता में आई. इन दोनों दलों ने सुशांत केस को बहुत तूल दिया था. फिलहाल आदित्य सार्वजनिक जीवन में पहले की तरह कार्यरत हैं.
4. करण जौहर
14 जून 2020 को सुशांत का शव मिलने के बाद सबसे ज्यादा लोगों के गुस्से का कोई शिकार हुआ, तो वो हैं फिल्म प्रोड्यूसर और डायरेक्टर करण जौहर. इनके खिलाफ सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक इस कदर विरोध हुआ कि वो डिप्रेशन में चले गए. यहां तक कई महीनों तक सोशल मीडिया से दूर रहे. इस दौरान उनकी एक फिल्म डिब्बा बंद हो गई, तो कई प्रोजेक्ट लेट हो गए. करण जौहर पर आरोप लगा कि उन्होंने सुशांत सिंह राजपूत के खिलाफ गैंगबाजी करते हुए उनसे फिल्में छीन लीं. सुशांत ने जब करण की फिल्मों को साइन करने से मना कर दिया, तो वो बदला लेने के लिए उनको हर फिल्म से बाहर निकलवाने लगे. करण पर बॉलीवुड में नेपोटिज्म का भी आरोप लगा. कहा गया कि वो फिल्म इंडस्ट्री में भाई-भतीजावाद को बढ़ावा देते हैं. इन सभी आरोपों के बाद वो बुरी तरह घिर गए थे. लेकिन धीरे-धीरे जब मामला शांत हो गया और जांच एजेंसियों को इन आरोपों के पक्ष में कोई सबूत नहीं मिला, तो वो अपनी सामान्य जिंदगी जीने लगे हैं. हालांकि, हालही में कार्तिक आर्यन को दोस्ताना 2 से निकालने के बाद करण जौहर एक बार फिर चर्चा में हैं. वैसे इनदिनों नेटफ्लिक्स के लिए ओरिजिनल कंटेंट पर काम कर रहे हैं.
5. परमबीर सिंह
सुशांत सिंह राजपूत का शव जब संदिग्ध परिस्थितियों में उनके अपार्टमेंट में पाया गया, तो सबसे पहले वहां मुंबई पुलिस ही पहुंची थी. उस वक्त शव के पोस्टमार्टम के बाद मुंबई पुलिस के तत्कालीन डिप्टी कमिश्नर अभिषेक त्रिमुखे ने कहा था कि पोस्टमार्ट्म की रिपोर्ट से पता चलता है कि सुशांत की मौत फांसी लगाने के चलते दम घुटने से हुई है. इसके बाद मुंबई पुलिस सुशांत के फैंस और परिवार के निशाने पर आ गई. उस वक्त परमबीर सिंह मुंबई पुलिस के मुखिया थे, ऐसे स्वाभाविक है कि उनका नाम इस मामले में शामिल होगा ही. सुशांत सिंह के परिजनों ने मुंबई पुलिस की जांच पर सवाल उठाए. यह सवाल पूछे जा रहे थे कि मुंबई पुलिस इस मामले में केस क्यों नहीं दर्ज कर रही है? मुंबई पुलिस पर मामले को दबाने के आरोप भी लग रहे थे. यह सवाल भी पूछा जा रहा था कि अभियोजन पक्ष को क्यों बचाया जा रहा है? इन आरोपों को परमबीर लगातार नकारे रहे, लेकिन बाद में केस को सीबीाई को सौंप दिया गया. इसके कुछ महीनों बाद अंबानी घर मिले विस्फोटक मामले के बाद परमबीर को उनके पद से हटा दिया गया. उन्होंने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख पर करोड़ों रुपए की उगाही का आरोप लगाया, सुप्रीम कोर्ट तक गए.
6. गुप्तेश्वर पांडे
केके सिंह ने सुशांत की कथित गर्लफ्रेंड रिया के खिलाफ जब पटना में केस दर्ज कराया, तो उस वक्त वहां के डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे थे. उन्होंने मामले को हाथोंहाथ लिया. मीडिया और सोशल मीडिया फ्रेंडली पुलिस अधिकारी पांडे जी की पहल पर बिहार पुलिस की एक टीम मुंबई पहुंच गई. जांच के दौरान मुंबई पुलिस ने जब असहयोग करना शुरू किया तो एक आईपीएस अफसर को बिहार से भेजा गया. लेकिन उनको मुंबई एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही पुलिस और नगर निगम ने कोरोना वायरस का हवाला देकर जबरन क्वारंटाइन कर लिया. इसके बाद खूब हंगामा हुआ. गुप्तेश्वर पांडे हर चैनल पर आकर सुशांत के परिवार के प्रवक्ता की तरह पक्ष रखना शुरु कर दिए. खूब नेमफेम हुआ. इसी बीच बिहार चुनाव से ठीक पहले उन्होंने वीआरएस ले लिया. कहा जाता है कि उनको जेडीयू से टिकट देने और मंत्री बनाने का ऑफर था, लेकिन चुनाव से ऐन वक्त पहले खेल हो गया. उनको टिकट ही नहीं मिला. इसके बाद मीडिया तो छोड़िए सोशल मीडिया से भी आजकल गैरहाजिर नजर आते हैं.
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