दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) की छपाक (Chhapaak) और अजय देवगन (Ajay Devgan) की तानाजी (Tanhaji: The nsung Warrior) एक साथ एक ही दिन पर रिलीज हुई हैं. बॉक्स ऑफिस (Box office) पर अपने-अपने समय के योद्धा आपस में भिड़ रहे हैं. एक ने मैदान में जंग लड़ी, तो एक ने अदालत में. लेकिन फिल्हाल ये दोनों फिल्में box office पर लड़ रही हैं. लेकिन पलड़ा तानाजी का ही भारी है. देश के वीर सिपाही के पराक्रम को देखने के लिए लोगों को तानाजी रिव्यू (Tanhaji Review) की जरूरत भी नहीं है.
कोई कलाकार जब अपनी 100वीं फिल्म करता है तो वो सिर्फ अभिनय नहीं करता बल्कि उसमें अपने जीवन का सारा अनुभव उडेल देता है. और उस अनुभव के निचोड़ से जो फिल्म बनती है वो होती है तानाजी (Tanahji). तनाजी अजय देवगन के बॉलीवुड करियर की 100वीं फिल्म है. और इसलिए बेहद खास भी. ये फिल्म अजय देवगन फिल्मस के बैनर तले ही बनी है और इसके निर्देशक हैं ओम राउत. एक्शन पसंद करने वालों के लिए अच्छी बात ये है कि फिल्म 3D में भी है.
वीरगाथाएं कभी बोरिंग नहीं होतीं
ये फिल्म छत्रपति शिवाजी के दरबार के सूबेदार तान्हाजी की वीरगाथा है. तान्हाजी मालुसरे मराठा इतिहास का ऐसे योद्धा हैं जिनका नाम न सिर्फ इतिहास की किताबों में लिखा है बल्कि उनके नाम पर ढेरों लोककथाएं प्रचलित हैं. फिल्म एक पीरियड ड्रामा है जो सन 1670 की सच्ची घटना पर आधारित है. मुगल कोंढाणा पर फतह करना चाहते हैं. जबकि मराठा कोंढाणा पर फिर से भगवा लहराने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. छत्रपति शिवाजी महाराज सूबेदार तानाजी मालूसरे को इस जंग की जिम्मेदारी सौंपते हैं. कोंढाणा को जीतने के लिए मराठा और मुगलों के बीच जंग ही फिल्म का आधार है जिसे बेहद...
दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) की छपाक (Chhapaak) और अजय देवगन (Ajay Devgan) की तानाजी (Tanhaji: The nsung Warrior) एक साथ एक ही दिन पर रिलीज हुई हैं. बॉक्स ऑफिस (Box office) पर अपने-अपने समय के योद्धा आपस में भिड़ रहे हैं. एक ने मैदान में जंग लड़ी, तो एक ने अदालत में. लेकिन फिल्हाल ये दोनों फिल्में box office पर लड़ रही हैं. लेकिन पलड़ा तानाजी का ही भारी है. देश के वीर सिपाही के पराक्रम को देखने के लिए लोगों को तानाजी रिव्यू (Tanhaji Review) की जरूरत भी नहीं है.
कोई कलाकार जब अपनी 100वीं फिल्म करता है तो वो सिर्फ अभिनय नहीं करता बल्कि उसमें अपने जीवन का सारा अनुभव उडेल देता है. और उस अनुभव के निचोड़ से जो फिल्म बनती है वो होती है तानाजी (Tanahji). तनाजी अजय देवगन के बॉलीवुड करियर की 100वीं फिल्म है. और इसलिए बेहद खास भी. ये फिल्म अजय देवगन फिल्मस के बैनर तले ही बनी है और इसके निर्देशक हैं ओम राउत. एक्शन पसंद करने वालों के लिए अच्छी बात ये है कि फिल्म 3D में भी है.
वीरगाथाएं कभी बोरिंग नहीं होतीं
ये फिल्म छत्रपति शिवाजी के दरबार के सूबेदार तान्हाजी की वीरगाथा है. तान्हाजी मालुसरे मराठा इतिहास का ऐसे योद्धा हैं जिनका नाम न सिर्फ इतिहास की किताबों में लिखा है बल्कि उनके नाम पर ढेरों लोककथाएं प्रचलित हैं. फिल्म एक पीरियड ड्रामा है जो सन 1670 की सच्ची घटना पर आधारित है. मुगल कोंढाणा पर फतह करना चाहते हैं. जबकि मराठा कोंढाणा पर फिर से भगवा लहराने के लिए आंदोलन कर रहे हैं. छत्रपति शिवाजी महाराज सूबेदार तानाजी मालूसरे को इस जंग की जिम्मेदारी सौंपते हैं. कोंढाणा को जीतने के लिए मराठा और मुगलों के बीच जंग ही फिल्म का आधार है जिसे बेहद रोमांचक तरीके से फिल्माया गया है.
फिल्म में तानाजी बने हैं अजय देवगन और उनकी पत्नी सावित्रिबाई मालुसरे का किरदार निभाया है उन्हीं की पत्नी काजोल(Kajol). फिल्म अजय और काजोल को एक साथ देखना अच्छा लगा है. जबकि काजोल हर एक फ्रेम में बेहद खूबसूरत लग रही हैं. सैफ अली खान उदय भान के किरदार में हैं और शरद केलकर (Sharad Kelkar) छत्रपति शिवाजी महाराज के किरदार में हैं. ल्यूक केनी (Luke Kenny) औरंगजेब के किरदार में प्रभावित करते हैं.
फिल्म का सबसे strong point है इसके विजुअल इफेक्ट्स. special effects इतने शानदार हैं कि ये फिल्म हॉलीवुड फिल्मों के समकक्ष ही नजर आती है. बताया जा रहा है कि फिल्म के स्पेशल इफेक्ट और प्री प्रोडक्शन में ही करीब तीन साल का समय लगा लेकिन उस हिसाब से फिल्म का बजट जो 100 करोड़ का है, चौंकाता है.
फिल्म को मिली है जबरदस्त रेटिंग
क्रिटिक्स की मानें तों फिल्म पैसा वसूल है, बहुत शानदार है . इस फिल्म को क्रिटिक्स ने 4 - 4.5 स्टार दिए हैं.
अजय देवगन ने फिल्म में कोई कमी नहीं छोड़ी है. हर बात में परफेक्ट है फिल्म.
लोगों का कहना है कि इतिहास के लिए फिल्म देखना जरूरी है.
अजय देवगन की फिल्म को फायदा कहीं और से भी मिला है
बहुत से लोगों को लगता है कि आजकल देश का माहौल ऐसा है कि देश, देश भक्ति, वीरता, हिंदुत्व और राष्ट्रवाद पर अगर कोई फिल्म बने तो वो हिट ही होती है. लेकिन ये सच नहीं. पिछले साल आशुतोश गोवारिकर की फिल्म पानीपत बुरी तरह फ्लॉप हुई थी, जबकि निर्देशक को ऐसी फिल्मों के मास्टर कहा जाता है. लेकिन तानाजी फिल्म को अच्छा रिस्पॉन्स इसलिए तो मिल ही रहा है कि वो मराठा इतिहास का गौरव रहे हैं, बल्कि इस फिल्म को कुछ फायदा तो दीपिका पादुकोण की कंट्रोवर्सी से भी मिला है.
एक पोल के नतीजे बताते हैं कि करीब 54% लोगों ने माना कि दीपिका पादुकोण की फिल्म छपाक का बहिष्कार होना चाहिए. जाहिर है दीपिका जेएनयू जाकर एंटिनेशनल करार दी गईं, जबकि अजय देवगन तानाजी के किरदार में देश के हीरो बन गए. लोगों ने सारा प्यार तानाजी पर लुटा दिया, इसलिए भी कि इससे दीपिका की फिल्म को नुक्सान हो. हालांकि ये भी नहीं कहा जा सकता कि फिल्म इसलिए चल रही है क्योंकि छपाक का बहिष्कार हुआ. तानाजी को तो हिट होना ही था. फिल्हाल box office से जिस तरह के नतीजे आ रहे हैं, वो बता रहे हैं कि तानाजी ने box office की लड़ाई भी जीत ली है. तानाजी साल 2020 की पहली सुपहिट फिल्म साबित हो चुकी है, और इसमें कोई शक नहीं है.
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