इसे बॉलीवुड बायकॉट मुहिम का डर कहा जाए या फिर कानूनी पचड़े से बचने के लिए उठाया गया कदम, फिल्म 'थैंक गॉड' के मेकर्स ने जनता की डिमांड को मानने का फैसला कर लिया है. जी हां, अजय देवगन की आने वाली फिल्म 'थैंक गॉड' के खिलाफ बढते विरोध को देखते हुए मेकर्स ने बड़े बदलाव का ऐलान किया है. अब फिल्म में चित्रगुप्तजी के नाम को बदल कर 'सीजी' और यमदूत के नाम को बदल कर 'वाईडी' कर दिया गया है. फिल्म के ट्रेलर रिलीज के बाद से ही धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लग रहा है. अब रिलीज के तीन दिन पहले मेकर्स ने फिल्म के किरदारों के नाम बदलने का फैसला करके विरोध की हवा की गति को कम करने की कोशिश की है.
फिल्म 'थैंक गॉड' के ट्रेलर रिलीज के बाद से ही इसका विरोध शुरू हो गया था. फिल्म में अजय देवगन ने कायस्थ समाज के भगवान माने जाने वाले चित्रगुप्त का किरदार निभा रहे हैं. इस किरदार में वो लड़कियों के साथ डांस करते हुए भी दिख रहे हैं. कायस्थ समाज के लोगों का कहना है कि उनके भगवान को ऐसे दिखाकर उनका अपमान किया जा रहा है. इस तरह के जितने सीन फिल्म में उसे हटा दिया जाए. इतना ही नहीं फिल्म के मेकर्स की तरफ से एक हलफनामा भी दिया जाए कि चित्रगुप्त जी का अपमान करने वाला कोई सीन फिल्म में नहीं है. इस मामले में उत्तर प्रदेश के जौनपुर और राजस्थान के धौलपुर में फिल्म 'थैंक गॉड' के मेकर्स के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था.
इसमें फिल्म की निर्माता कंपनी टी-सीरीज, निर्देशक इंद्र कुमार और अभिनेता अजय देवगन को नामजद किया गया था. शिकायतकर्ताओं का आरोप था कि फिल्म के ट्रेलर में चित्रगुप्त के किरदार में दिखे अजय देवगन को काफी फैंसी कपड़ों में दिखाया गया है. वो लोग भगवान...
इसे बॉलीवुड बायकॉट मुहिम का डर कहा जाए या फिर कानूनी पचड़े से बचने के लिए उठाया गया कदम, फिल्म 'थैंक गॉड' के मेकर्स ने जनता की डिमांड को मानने का फैसला कर लिया है. जी हां, अजय देवगन की आने वाली फिल्म 'थैंक गॉड' के खिलाफ बढते विरोध को देखते हुए मेकर्स ने बड़े बदलाव का ऐलान किया है. अब फिल्म में चित्रगुप्तजी के नाम को बदल कर 'सीजी' और यमदूत के नाम को बदल कर 'वाईडी' कर दिया गया है. फिल्म के ट्रेलर रिलीज के बाद से ही धार्मिक भावनाएं आहत करने का आरोप लग रहा है. अब रिलीज के तीन दिन पहले मेकर्स ने फिल्म के किरदारों के नाम बदलने का फैसला करके विरोध की हवा की गति को कम करने की कोशिश की है.
फिल्म 'थैंक गॉड' के ट्रेलर रिलीज के बाद से ही इसका विरोध शुरू हो गया था. फिल्म में अजय देवगन ने कायस्थ समाज के भगवान माने जाने वाले चित्रगुप्त का किरदार निभा रहे हैं. इस किरदार में वो लड़कियों के साथ डांस करते हुए भी दिख रहे हैं. कायस्थ समाज के लोगों का कहना है कि उनके भगवान को ऐसे दिखाकर उनका अपमान किया जा रहा है. इस तरह के जितने सीन फिल्म में उसे हटा दिया जाए. इतना ही नहीं फिल्म के मेकर्स की तरफ से एक हलफनामा भी दिया जाए कि चित्रगुप्त जी का अपमान करने वाला कोई सीन फिल्म में नहीं है. इस मामले में उत्तर प्रदेश के जौनपुर और राजस्थान के धौलपुर में फिल्म 'थैंक गॉड' के मेकर्स के खिलाफ केस दर्ज कराया गया था.
इसमें फिल्म की निर्माता कंपनी टी-सीरीज, निर्देशक इंद्र कुमार और अभिनेता अजय देवगन को नामजद किया गया था. शिकायतकर्ताओं का आरोप था कि फिल्म के ट्रेलर में चित्रगुप्त के किरदार में दिखे अजय देवगन को काफी फैंसी कपड़ों में दिखाया गया है. वो लोग भगवान चित्रगुप्त की उपासना करते हैं. ऐसे में उनके साथ किसी तरह का मजाक बर्दाश्त नहीं किया जा सकता. इसे लेकर कायस्थ समाज ने गहरी आपत्ति जताई थी. फिल्म को लेकर पूरे देश में विरोध हो रहा था. यहां तक कि लोगों ने फिल्म के रिलीज पर रोक लगाने की मांग की थी. इसके लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की गई थी. इस मामले में जल्द सुनवाई करने की मांग भी की गई थी. हालांकि सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर तत्काल सुनवाई करने से इंकार कर दिया. कोर्ट ने इस मामले में सुनवाई की 21 नवंबर को रखी है. इससे पहले ही फिल्म के मेकर्स ने बदलाव का ऐलान कर दिया है.
फिल्म का ट्रेलर देखने के बाद कायस्थ महासभा के राष्ट्रीय वरिष्ठ उपाध्यक्ष संजीव श्रीवास्तव का कहना था कि हमारे समाज के भगवान श्री चित्रगुप्त जी को आधुनिक वेशभूषा में दिखाया गया है. वह 'अर्ध-नग्न महिलाओं' से घिरे हुए हैं. ऐसे करके उनका अपमान किया जा रहा है. इससे हमारी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं. इस तरह सामाजिक सद्भाव को नुकसान पहुंचाने की साजिश की जा रही है. फिल्म के आपत्तिजनक दृश्यों को हटाने के बाद ही रिलीज किया जाए. फिल्म के खिलाफ चौतरफा विरोध को देखते हुए इसके मेकर्स का फैसला स्वागतयोग्य है. लेकिन फिल्मों को लेकर होने वाले ज्यादातर विवाद फायदे का सौदा ही होते हैं. फिल्म को लेकर जितना ज्यादा विवाद होता है, उसे उतना ही फायदा मिलता है.
यकीन न हो तो संजय लीला भंसाली की फिल्मों की कमाई देख लीजिए. पिछले साल रिलीज हुई फिल्म 'गंगूबाई काठियावाड़ी' को लेकर विवाद हुआ था. कांग्रेस विधायक अमीन पटेल ने फिल्म का नाम बदलने की मांग की थी. उनका कहना था कि टाइटल में 'काठियावाड़ी' है, जिससे कि शहर की छवि खराब हो रही है. रिलीज से पहले फिल्म का खूब विरोध हुआ. इतना ही नहीं तब तक बॉलीवुड बायकॉट मुहिम की हवा भी तेज हो गई थी. इन सबके बावजूद फिल्म हिट रही. 180 करोड़ रुपए लागत में बनी इस फिल्म ने 212 करोड़ रुपए का कारोबार किया था. 2018 में रिलीज हुई दीपिका पादुकोण और रणवीर सिंह की फिल्म 'पद्मावत' पर भी विवाद हुआ था. ऐतिहासिक तथ्य गलत दिखाने का आरोप लगा था.
इसे लेकर राजपूतों के एक संगठन 'करणी सेना' ने पूरे देश में फिल्म बैन करने के लिए विरोध प्रदर्शन किया था. करीब एक साल तक इस फिल्म का विरोध होता रहा. सड़क से लेकर सुप्रीम कोर्ट तक यह मामला गूंजता रहा. बाद में इसका नाम बदलकर, विवादित सीन हटाकर रिलीज कर दिया गया. 180 करोड़ रुपए की लागत में बनी इस फिल्म ने 585 करोड़ रुपए का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया था. 2015 में रिलीज हुई फिल्म 'बाजीराव-मस्तानी' को लेकर मराठी मानुष ने बहुत विरोध किया था. आरोप लगाया कि इस फिल्म में ऐतिहासिक तथ्यों से जमकर छेड़छाड़ की गई है. विवाद के बावजूद फिल्म हिट साबित हुई. फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर करीब 200 करोड़ रुपए का कलेक्शन किया था.
इस तरह देखा जाए तो अजय देवगन, सिद्धार्थ मल्होत्रा स्टारर 'थैंक गॉड' की चर्चा विवाद की वजह से ही ज्यादा रही है. ये फिल्म दिवाली के मौके पर 25 अक्टूबर को सिनेमाघरों में रिलीज हो रही है. इंद्र कुमार के निर्देशन में बनी इस फिल्म से अजय देवगन को बहुत ज्यादा उम्मीदें हैं. उनकी आखिरी फिल्म रनवे 34 का बॉक्स ऑफिस पर बहुत बुरा हश्र हुा था. ऐसे में वो बिल्कुल नहीं चाहेंगे कि ये फिल्म फ्लॉप हो, लेकिन उनका मुकाबला बॉलीवुड के दूसरे एक्शन स्टार अक्षय कुमार से होने वाला है. उनकी फिल्म रामसेतु भी इसी दिन रिलीज हो रही है. ऐसे में दोनों सुपर सितारों की फिल्मों का बॉक्स ऑफिस पर टक्कर तय है. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि कौन सी फिल्म कितनी कमाई करती है.
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