डिजनी प्लस हॉटस्टार सोशल मीडिया पर विवादों में फंसता दिख रहा है. दरअसल, मुगलों के इतिहास पर बने डिजनी के एक्सक्लूसिव सीरीज द एम्पायर (The Empire web series) को लेकर सोशल पर एक समूह ने जबरदस्त नाराजगी दिखाई है. यूजर्स का आरोप है कि वेब सीरीज के जरिए मुगलों को महिमामंडित किया जा रहा है. द एम्पायर का पहला सीजन स्ट्रीम हो रहा है जिसकी कहानी भारत में मुग़ल साम्राज्य की स्थापना करने वाले बाबर पर आधारित है. इसमें अफगानिस्तान से भारत पहुंचने, इब्राहिम लोदी को हराकर दिल्ली में सल्तनत बनाने तक की कहानी को दिखाया गया है. पिछले दिनों मनोज मुंतशिर ने मुगलों को "डकैत" करार दिया था और बाद में मशहूर निर्देशक कबीर खान ने एक इंटरव्यू में मुगलों को हिंदुस्तान का राष्ट्रनिर्माता करार दिया था. सोशल मीडिया खासकर ट्विटर पर दोनों के बयानों को लेकर खूब बहस देखने को मिली.
हकीकत में पिछले तीन दिनों से लगातार मुगलों को लेकर तीखी बहस जारी है. लेकिन बहस उस वक्त और बढ़ता दिखा जब डिजनी के आधिकारिक हैंडल पर द एम्पायर का एक छोटा वीडियो साझा कर शो स्ट्रीम होने की जानकारी दी गई. ट्वीट के बाद बहिष्कार और डिजनी हॉटस्टार के एप को अनइंस्टॉल करने की मुहिम चलने लगी. कुछ यूजर्स ने तो सीधे सीधे डिजनी पर मुग़ल आक्रमणकारियों को महिमामंडित करने की कोशिश को शर्मनाक करार दिया है. अलग अलग ट्रेंड पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ देखने को मिल रही है. कई हैशटैग जैसे #TheEmpireStreamingNow#ninstallHotstar #ISupportManojMuntashir और #बाबर टॉप ट्रेंड में है. ट्विटर पर यूजर्स एप को अनइंस्टॉल और डिलीट कर स्क्रीनशॉट भी साझा कर रहे हैं. विरोध करने वालों में कई बीजेपी नेता भी शामिल हैं. हरियाणा बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अरुण यादव ने भी एक ट्वीट में हॉटस्टार के एप को अनइंस्टॉल और बहिष्कार करने की अपील की.
विरोध में आ रही कुछ प्रतिक्रियाओं...
डिजनी प्लस हॉटस्टार सोशल मीडिया पर विवादों में फंसता दिख रहा है. दरअसल, मुगलों के इतिहास पर बने डिजनी के एक्सक्लूसिव सीरीज द एम्पायर (The Empire web series) को लेकर सोशल पर एक समूह ने जबरदस्त नाराजगी दिखाई है. यूजर्स का आरोप है कि वेब सीरीज के जरिए मुगलों को महिमामंडित किया जा रहा है. द एम्पायर का पहला सीजन स्ट्रीम हो रहा है जिसकी कहानी भारत में मुग़ल साम्राज्य की स्थापना करने वाले बाबर पर आधारित है. इसमें अफगानिस्तान से भारत पहुंचने, इब्राहिम लोदी को हराकर दिल्ली में सल्तनत बनाने तक की कहानी को दिखाया गया है. पिछले दिनों मनोज मुंतशिर ने मुगलों को "डकैत" करार दिया था और बाद में मशहूर निर्देशक कबीर खान ने एक इंटरव्यू में मुगलों को हिंदुस्तान का राष्ट्रनिर्माता करार दिया था. सोशल मीडिया खासकर ट्विटर पर दोनों के बयानों को लेकर खूब बहस देखने को मिली.
हकीकत में पिछले तीन दिनों से लगातार मुगलों को लेकर तीखी बहस जारी है. लेकिन बहस उस वक्त और बढ़ता दिखा जब डिजनी के आधिकारिक हैंडल पर द एम्पायर का एक छोटा वीडियो साझा कर शो स्ट्रीम होने की जानकारी दी गई. ट्वीट के बाद बहिष्कार और डिजनी हॉटस्टार के एप को अनइंस्टॉल करने की मुहिम चलने लगी. कुछ यूजर्स ने तो सीधे सीधे डिजनी पर मुग़ल आक्रमणकारियों को महिमामंडित करने की कोशिश को शर्मनाक करार दिया है. अलग अलग ट्रेंड पर प्रतिक्रियाओं की बाढ़ देखने को मिल रही है. कई हैशटैग जैसे #TheEmpireStreamingNow#ninstallHotstar #ISupportManojMuntashir और #बाबर टॉप ट्रेंड में है. ट्विटर पर यूजर्स एप को अनइंस्टॉल और डिलीट कर स्क्रीनशॉट भी साझा कर रहे हैं. विरोध करने वालों में कई बीजेपी नेता भी शामिल हैं. हरियाणा बीजेपी आईटी सेल के प्रभारी अरुण यादव ने भी एक ट्वीट में हॉटस्टार के एप को अनइंस्टॉल और बहिष्कार करने की अपील की.
विरोध में आ रही कुछ प्रतिक्रियाओं को नीचे पढ़ सकते हैं:-
मौजूदा राजनीतिक परिस्थितियों में विदेशी आक्रमणकारी खासकर मुगलों का राजनीतिक इतिहास एक वर्ग के निशाने पर हैं. पिछले कुछ सालों के दौरान देखने को मिला है कि बॉलीवुड में ऐसे संवेदनशील विषयों को छूने में निर्माताओं ने दिलचस्पी नहीं दिखाई. खबर तो यह भी थी कि मुगलिया इतिहास के एक हिस्से पर बन रही करण जौहर की तख़्त में निवेशकों ने विषय की वजह से हाथ पीछे कर लिए थे. निवेशकों में कुछ ओटीटी प्लेटफॉर्म भी शामिल थे. वजह देश का मौजूदा सियासी माहौल. आशंका थी कि लोग ऐसी कहानियों को खारिज कर देंगे. बजट और निवेशकों के रवैये की वजह से करण जौहर को फिलहाल तख़्त से पीछे हटना पड़ा है. ये बात कुछ हफ्ते पहले ही सामने आई थी. मौजूदा परिस्थितियों में "द एम्पायर" के साथ डिजनी का स्ट्रीम होना बोल्ड स्टेप है. सीरीज को डिजनी प्लस हॉटस्टार के लिए निखिल आडवाणी ने क्रिएट किया है. निर्देशन मीताक्षारा कुमार का है. ऐतिहासिक पीरियड सीरीज में बाबर से औरंगजेब तक मुग़ल साम्राज्य का इतिहास दिखाया जा रहा है.
क्या द एम्पायर में बाबर का महिमामंडन है?
द एम्पायर अलेक्स रदरफोर्ड की किताब "एम्पायर ऑफ़ द मुग़ल" पर आधारित है. किताब में बाबर के बचपन से लेकर जवानी तक और भारत में उसके प्रवेश, मुग़ल साम्राज्य की स्थापना के बारे में विस्तार से चर्चा है. बाबर के बाद औरंगजेब तक की दास्ताने किताब में हैं. चूंकि सीरीज किताब पर आधारित है, और किताब में नायक मुग़ल ही हैं. स्वाभाविक रूप से विपरीत हालत में अफगानिस्तान से निकलकर साम्राज्य बनाने तक की कहानी में बाबर हीरो की तरह नजर आता है. इतिहास का यह फैक्ट भी है. बाबर की बहादुरी, नेतृत्व क्षमता, युद्ध कौशल आदि की तारीफें मिलती हैं. मध्यकाल में बाबर ने एक ऐसे सल्तनत की नींव रखी थी जिसने आगे चलकर अंग्रेजों के आगमन तक देश के सर्वाधिक हिस्से पर सबसे लंबे समय तक राज किया. उस दौर की राजनीतिक व्यवस्था में योद्धा जिस तरह से परस्पर लूटपाट, संघर्ष और उत्पीडन में शामिल रहते थे- बाबर ने भी वैसे ही किया. लेकिन यह भी फैक्ट है कि बाबर हमलावर था और साम्राज्य बनाने के क्रम में उसने खौफनाक लड़ाइयां कीं. उसपर तलवार के बूते धर्मांतरण, हिंदू मंदिरों और ऐतिहासिक स्थलों को तोड़ने के आरोप भी हैं. इतिहास में इन चीजों को जानबूझकर तवज्जों नहीं देने का आरोप लगाया जाता है. फिलहाल मुगलों और बाबर के विरोध के पीछे यही वजहें अहम हैं.
द एम्पायर एक साम्राज्य बनने की कहानी है. योद्धा बाबर कहानी का नायक है. स्वाभाविक है कि इसमें उसकी उपलब्धियों की गाथा है. कहानी के नायक बाबर या मुग़ल ही हैं. और यही वजह है कि ऐतिहासिक आधार पर मुगलों का विरोध करने वालों को द एम्पायर में मुगलों का महिमामंडन दिख रहा है. द एम्पायर में कुणाल कपूर ने बाबर की भूमिका निभाई है. शबाना आजमी दौलत बेगम की भूमिका में हैं. दौलत बेगम एक तरह से बाबर की निगरानी करती हैं. दृष्टि धामी ने बाबर की बहन का किरदार निभाया है है. वजीर खान की भूमिका में राहुल देव हैं. डिनो मोरिया ने मोहम्मद शयबानी की भूमिका निभाई है. असल में मोहम्मद शयबानी ही द एम्पायर के पहले सीजन का खलनायक है जो नायक बाबर के खिलाफ साजिशकर्ता, उत्पीड़क और वहशी नजर आता है.
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