''मैंने जिस दिन एक्टर बनने का निर्णय लिया था तभी से सोच लिया था कि मेरा करियर अस्थिर रहने वाला है. मैं जानती थी कि मैं इस इंडस्ट्री में आउटसाइडर हूं. मुझे कई चुनौतियों का सामना करना होगा. हर परिस्थिति में खुश रखना सीखना होगा. सुशांत सिंह राजपूत की मौत हम आउटसाइडर के लिए सबसे बड़ा झटका था. वो बहुत ही टैलेंटेड थे. हम सबके लिए प्रेरणा थे. फिल्म इंडस्ट्री में एक आउटसाइडर होने का एक अलग ही स्ट्रेस है. इससे हर कोई गुजरता है. इस स्ट्रगल से बस मैंने हर पल पॉजिटिव जीना सीखा है.'' ये कहना है एक्ट्रेस अदा शर्मा का, जिन्होंने इस समय की सबसे विवादित फिल्म 'द केरल स्टोरी' में लीड रोल किया है. इस फिल्म में उनके अभिनय की हर कोई तारीफ कर रहा है. वो मुखर होकर फिल्म के पक्ष में वकालत भी कर रही हैं. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि अदा ने साल 2008 में फिल्म '1920' से बॉलीवुड डेब्यू किया था.
विक्रम भट्ट के निर्देशन में बनी हॉरर फिल्म '1920' की रिलीज के वक्त अदा शर्मा की उम्र महज 15 साल थी. अपनी पहली ही फिल्म में उन्होंने अपनी अलहदा अदाकारी से हर किसी का दिल जीत लिया था. उनकी खूबसूरती लोगों का मन मोह ली थी. इस फिल्म के लिए उनको बेस्ट फीमेल डेब्यूट का फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला था. किसी भी एक्ट्रेस को आगे बढ़ने के लिए ऐसी शुरूआत बहुत मानी जाती है, लेकिन अफसोस अदा के लिए उनकी अलहदा अदाकारी काम नहीं आई. नेपोटिज्म की शिकार इस फिल्म इंडस्ट्री में उनको कोई काम नहीं मिला. अंत में विक्रम भट्ट की पहल पर एक हॉरर फिल्म में उनको कास्ट किया गया. गिरीश धामजी के निर्देशन में बनी फिल्म 'फिर' में उनको लीड रोल मिला था, जो कि साल 2011 में रिलीज हुई थी. इस तरह उनकी दूसरी फिल्म के रिलीज होते-होते तीन साल गुजर गए. फिल्म 'फिर' का बॉक्स ऑफिस पर औसत प्रदर्शन रहा था.
''मैंने जिस दिन एक्टर बनने का निर्णय लिया था तभी से सोच लिया था कि मेरा करियर अस्थिर रहने वाला है. मैं जानती थी कि मैं इस इंडस्ट्री में आउटसाइडर हूं. मुझे कई चुनौतियों का सामना करना होगा. हर परिस्थिति में खुश रखना सीखना होगा. सुशांत सिंह राजपूत की मौत हम आउटसाइडर के लिए सबसे बड़ा झटका था. वो बहुत ही टैलेंटेड थे. हम सबके लिए प्रेरणा थे. फिल्म इंडस्ट्री में एक आउटसाइडर होने का एक अलग ही स्ट्रेस है. इससे हर कोई गुजरता है. इस स्ट्रगल से बस मैंने हर पल पॉजिटिव जीना सीखा है.'' ये कहना है एक्ट्रेस अदा शर्मा का, जिन्होंने इस समय की सबसे विवादित फिल्म 'द केरल स्टोरी' में लीड रोल किया है. इस फिल्म में उनके अभिनय की हर कोई तारीफ कर रहा है. वो मुखर होकर फिल्म के पक्ष में वकालत भी कर रही हैं. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि अदा ने साल 2008 में फिल्म '1920' से बॉलीवुड डेब्यू किया था.
विक्रम भट्ट के निर्देशन में बनी हॉरर फिल्म '1920' की रिलीज के वक्त अदा शर्मा की उम्र महज 15 साल थी. अपनी पहली ही फिल्म में उन्होंने अपनी अलहदा अदाकारी से हर किसी का दिल जीत लिया था. उनकी खूबसूरती लोगों का मन मोह ली थी. इस फिल्म के लिए उनको बेस्ट फीमेल डेब्यूट का फिल्म फेयर अवॉर्ड मिला था. किसी भी एक्ट्रेस को आगे बढ़ने के लिए ऐसी शुरूआत बहुत मानी जाती है, लेकिन अफसोस अदा के लिए उनकी अलहदा अदाकारी काम नहीं आई. नेपोटिज्म की शिकार इस फिल्म इंडस्ट्री में उनको कोई काम नहीं मिला. अंत में विक्रम भट्ट की पहल पर एक हॉरर फिल्म में उनको कास्ट किया गया. गिरीश धामजी के निर्देशन में बनी फिल्म 'फिर' में उनको लीड रोल मिला था, जो कि साल 2011 में रिलीज हुई थी. इस तरह उनकी दूसरी फिल्म के रिलीज होते-होते तीन साल गुजर गए. फिल्म 'फिर' का बॉक्स ऑफिस पर औसत प्रदर्शन रहा था.
इसके दो साल बाद अदा शर्मा की फिल्म 'हम हैं राही कार के' रिलीज हुई थी. ज्योतिन गोयल के निर्देशन में बनी इस फिल्म में उन्होंने देव गोयल, संजय दत्त, चंकी पांडे, अनुपम खेर और जूही चावला जैसे कलाकारों के साथ काम किया था. लेकिन ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर बुरी तरह से फ्लॉप हो गई. इस तरह तीन फिल्में करने के बाद अदा को समझ में आ गया कि बॉलीवुड में उनकी दाल गलने वाली नहीं है. जो फिल्में ऑफर भी हो रही हैं, उनमें कोई दम नहीं होता है. इस वजह से उन्होंने साउथ फिल्म इंडस्ट्री की ओर रुख किया. अदा तमिल ब्राह्मण हैं. उनके पिता तमिल हैं, तो मां मलयाली हैं. इस तरह उनका साउथ कनेक्शन पहले से ही था, जो कि फिल्मों में काम आया. अदा की पहली तेलुगू फिल्म 'हर्ट अटैक' साल 2014 में रिलीज हुई थी. पुरी जगन्नाथ के निर्देशन में बनी ये फिल्म बॉक्स ऑफिस पर ब्लॉकबस्टर रही थी. इसने 40 करोड़ रुपए कलेक्शन किया था.
इस तरह साउथ में धमाकेदार एंट्री के साथ साल 2014 से 2017 के बीच उन्होंने लगातार सात फिल्मों में काम किया है. इसमें 'सन ऑफ सत्यमूर्ति' (तेलुगू), 'राणा विक्रम' (कन्नड़), 'सुब्रमण्यम फॉर सेल' (तेलुगू), 'गरम' (तेलुगू), 'कशनाम' (तेलुगू) और 'इधु नम्मा आलू' (तेलुगू) जैसी फिल्मों का नाम शामिल है. इस दौरान उन्होंने अल्लू अर्जुन, पुनीथ राजकुमार और सामंता रुथ प्रभु जैसे साउथ सिनेमा के सुपर सितारों के साथ काम करने का मौका मिला था. इसी बीच साल साल 2014 में हिंदी फिल्म 'हंसी तो फंसी' भी रिलीज हुई थी. इसमें अदा ने फिल्म की लीड एक्ट्रेस परिणीति चोपड़ा की छोटी बहन का किरदार किया था. 20 करोड़ के बजट में बनी इस फिल्म ने 63 करोड़ रुपए का बॉक्स ऑफिस कलेक्शन किया था. लेकिन साइड रोल होने की वजह से इसका क्रेडिट अदा को नहीं मिल पाया था. हालांकि, बॉलीवुड की बजाए साउथ सिनेमा में वो एक स्थापित नाम बन चुकी थी.
इसी बीच उनकी मुलाकात बॉलीवुड के एक्शन हीरो विद्युत जामवाल से हुई. दोनों जिमनास्ट हैं. इसलिए एक-दूसरे का स्वभाव पसंद आया. यही वजह है कि विद्युत ने अपनी आने वाली फिल्म 'कमांडो 2' के लिए उनका नाम आगे बढ़ा दिया. अदा शर्मा को फिल्म में लीड एक्ट्रेस कास्ट कर लिया गया. उन्होंने इसमें एनकाउंटर स्पेशलिस्ट इंस्पेक्टर भावना रेड्डी का किरदार किया है. फिल्म साल 2017 में रिलीज हुई थी. इसका बॉक्स ऑफिस पर औसत प्रदर्शन रहा था. इसके साथ इसके सीक्वल 'कमांडो 3' में भी वो इसी किरदार में नजर आई थी, जो कि साल 2019 में रिलीज हुई थी. अदा आखिरी बार इसी साल रिलीज हुई अक्षय कुमार की फिल्म 'सेल्फी' में कैमियो रोल में नजर आई थीं. हालांकि, इसमें नोटिस होने लायक उनका रोल नहीं था. लेकिन 5 मई को रिलीज हुई फिल्म 'द केरल स्टोरी' ने उनको स्टार बना दिया है. कम से कम हिंदी पट्टी में जिस पहचान के लिए वो 15 वर्षों से तपस्या कर रही थीं, वो उनकी मिल चुकी है. इस वक्त अदा 30 साल की हो चुकी हैं. लेकिन अभी ये उनकी शुरूआत है. उन्हें अभी अपने करियर में बहुत आगे जाना है.
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