'मैं आंखें बंद करता हूं तो तुम्हे देखता हूं...आंखें खोलता हूं तो तुम्हे देखना चाहता हूं...तुम पास नहीं होती हो तो तुम्हे चारों ओर महसूस करता हूं...हर पल, हर घड़ी, हर वक्त'...शाहरुख खान की फिल्म 'कल हो न हो' का ये डायलॉग एक सच्चे आशिक के दिल की आवाज है, जो इश्क के सागर में गोते लगा रहा है, पागलपन की हद तक अपनी माशूका से मोहब्बत करता है. प्यार एक जादुई एहसास है. ये एहसास तब खूबसूरत हो जाता है, जब दो लोग मोहब्बत कर बैठते हैं. मोहब्बत, इश्क और प्यार कुछ ऐसे लफ्ज़ हैं जो हर सदी में जिंदा रहने की सलाहियत रखते हैं. मोहब्बत को महसूस करना तो आसान सा लगता है, लेकिन उस एहसास को बयां करने में अक्सर लफ्जों की कमी पड़ जाती है. कई बार फिल्में हमारे इस एहसास के लिए लफ्ज बन जाती हैं. ऐसा लगता है कि इन फिल्मों के किरदारों को हम जी रहे हैं.
फिल्म इंडस्ट्री 'प्यार' की पहली 'पाठशाला' मानी जाती है. यहां इश्क, रोमांस, जोश, जुनून और जज्बात का पाठ बखूबी पढ़ाया, दिखाया, समझाया और सिखाया जाता है. मोहब्बत और नफरत तो 'आदिम' हैं. सृष्टि के उद्भव से इंसान के अंदर हैं. लेकिन प्यार के साकार रूप का दर्शन फिल्मों के जरिए ही होता है. प्यार-मोहब्बत और रोमांस तो बॉलीवुड का पहला और पसंदीदा विषय है. अधिकतर हिन्दी फिल्मों में हीरो और हीरोइन के बीच प्यार और रोमांस को दिखाया जाता है. रिश्तों के ताने-बाने में उलझी जिंदगी का असली अनुभव फिल्मों से बेहतर और कहां मिल सकता है. तभी तो इंसान महज कुछ घंटों की फिल्म में रूपहले पर्दे पर दिखाए जा रहे जीवन को आत्मसात करके उसे जीने लगता है. किसी न किसी कलाकार में उसको अपनी छवि दिखाई देने लगती है. उसका आगाज और अंजाम उसे अपना सा लगने लगता है.
'मैं आंखें बंद करता हूं तो तुम्हे देखता हूं...आंखें खोलता हूं तो तुम्हे देखना चाहता हूं...तुम पास नहीं होती हो तो तुम्हे चारों ओर महसूस करता हूं...हर पल, हर घड़ी, हर वक्त'...शाहरुख खान की फिल्म 'कल हो न हो' का ये डायलॉग एक सच्चे आशिक के दिल की आवाज है, जो इश्क के सागर में गोते लगा रहा है, पागलपन की हद तक अपनी माशूका से मोहब्बत करता है. प्यार एक जादुई एहसास है. ये एहसास तब खूबसूरत हो जाता है, जब दो लोग मोहब्बत कर बैठते हैं. मोहब्बत, इश्क और प्यार कुछ ऐसे लफ्ज़ हैं जो हर सदी में जिंदा रहने की सलाहियत रखते हैं. मोहब्बत को महसूस करना तो आसान सा लगता है, लेकिन उस एहसास को बयां करने में अक्सर लफ्जों की कमी पड़ जाती है. कई बार फिल्में हमारे इस एहसास के लिए लफ्ज बन जाती हैं. ऐसा लगता है कि इन फिल्मों के किरदारों को हम जी रहे हैं.
फिल्म इंडस्ट्री 'प्यार' की पहली 'पाठशाला' मानी जाती है. यहां इश्क, रोमांस, जोश, जुनून और जज्बात का पाठ बखूबी पढ़ाया, दिखाया, समझाया और सिखाया जाता है. मोहब्बत और नफरत तो 'आदिम' हैं. सृष्टि के उद्भव से इंसान के अंदर हैं. लेकिन प्यार के साकार रूप का दर्शन फिल्मों के जरिए ही होता है. प्यार-मोहब्बत और रोमांस तो बॉलीवुड का पहला और पसंदीदा विषय है. अधिकतर हिन्दी फिल्मों में हीरो और हीरोइन के बीच प्यार और रोमांस को दिखाया जाता है. रिश्तों के ताने-बाने में उलझी जिंदगी का असली अनुभव फिल्मों से बेहतर और कहां मिल सकता है. तभी तो इंसान महज कुछ घंटों की फिल्म में रूपहले पर्दे पर दिखाए जा रहे जीवन को आत्मसात करके उसे जीने लगता है. किसी न किसी कलाकार में उसको अपनी छवि दिखाई देने लगती है. उसका आगाज और अंजाम उसे अपना सा लगने लगता है.
अब आइए आपको नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो, जी5, एमएक्स प्लेयर, अल्टबालाजी और सोनीलिव जैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म्स पर मौजूद टॉप 5 रोमांटिक वेब सीरीज से रूबरू कराते हैं, जो इस जॉनर की सारी शर्तें पूरी करती हैं. इनमें डायरेक्टर की क्रिएटिव अप्रोच, पसंदीदा और अपने से लगने वाले किरदार, उन किरदारों के बीच ऑन स्क्रिन केमिस्ट्री, यथार्थवाद और आखिर में कहानी का विचित्र लेकिन अनोखा अंत, किसी भी वेब सीरीज को सर्वश्रेष्ठ बनाता हैं. तो ये रही टॉप 5 रोमांटिंक वेब सीरीज की लिस्ट...
1. वेब सीरीज- बंदिश बैंडिट्स (Bandish Bandits)
कहां देख सकते हैं- अमेजन प्राइम वीडियो
कलाकार- ऋत्विक भौमिक, श्रेया चौधरी, नसीरुद्दीन शाह, अतुल कुलकर्णी, शीबा चड्ढा, कुणाल रॉय कपूर और राजेश तैलंग
निर्देशक- अमृतपाल सिंह बिंद्रा और आनंद तिवारी
IMDb रेटिंग- 8.7/10
प्रेम कहानी- इस रोमांटिक म्यूजिकल ड्रामा सीरीज में दो अलग-अलग दुनिया में रहने वाले ऐसे प्रेमी जोड़े की कहानी दिखाई गई, जिनके ख्वाब और ख्वाहिश तक जुदा हैं, लेकिन म्यूजिक के जरिए हुई मुलाकात कब मोहब्बत में तब्दील हो जाती है, ये उन दोनों को भी पता नहीं चलता. यह एक म्यूजिकल लव स्टोरी है.
2. वेब सीरीज- बारिश (Baarish) सीजन 1 और 2
कहां देख सकते हैं- ऑल्ट बालाजी और जी5
कलाकार- शरमन जोशी, आशा नेगी, प्रिया बनर्जी, बेनाफ पटेल, साहिल श्रॉफ, शुभांगी लाटकर और विक्रम सिंह चौहान
निर्देशक- बलजीत सिंह चड्ढा
IMDb रेटिंग- 8.3/10
प्रेम कहानी- अमीर और गरीब के बीच फासले इतने होते हैं कि इनके बीच की प्रेम कहानी अक्सर लोगों को लुभाती है. एक गरीब कामकाजी लड़की से एक बिजनेसमैन मोहब्बत कर बैठता है, उससे शादी कर लेता है, लेकिन इस दरमियान दोनों को बहुत संघर्ष करना पड़ता है. इसमें टीनएज का प्यार नहीं है, बल्कि मैच्योर कपल के सच्ची मोहब्बत की वो कहानी है, जिसने प्यार के मायने को खोखला नहीं होने दिया. इस रोमांटिक वेब सीरीज में परिवार, प्यार और रिश्तों के मायने बखूबी समझाए गए हैं.
3. वेब सीरीज- इश्क में मरजावां 2 (Ishq Mein Marjawan)
कहां देख सकते हैं- जी5 और वूट सिलेक्ट
कलाकार- रवि दुबे, निया शर्मा, विन राणा, सुधांशु पांडे, वरुण जैन और संजय स्वराज
निर्देशक- नोएल स्मिथ
IMDb रेटिंग- 9.8/10
प्रेम कहानी- कलर्स टीवी पर प्रसारित होने वाला सीरियल इश्क में मरजावां पहले से ही दर्शकों को पसंदीदा शो है, लेकिन ओटीटी प्लेटफॉर्म के बढ़ते चलन को देखते हुए इसे वूट सिलेक्ट पर रिलीज किया गया है. यदि आप प्यार और पैशन के साथ रिवेंज ड्रामा देखना चाहते हैं, तो ये आपके लिए बेहतरीन वेब सीरीज है.
4. वेब सीरीज- कर ले तू भी मोहब्बत सीजन 1, 2 और 3
कहां देख सकते हैं- ऑल्ट बालाजी
कलाकार- राम कपूर, साक्षी तंवर, हितेन तेजवानी, करिश्मा तन्ना
निर्देशक- एकता कपूर
IMDb रेटिंग- 8/10
प्रेम कहानी- कर ले तू भी मोहब्बत वेब सीरीज ओल्ड स्कूल वाली एक लव स्टोरी है और यही इस लव स्टोरी की खासियत है कि यह पुरानी या फीकी नहीं लगती है. यह मोहब्बत की उम्र पार कर चुके एक कपल की कहानी है, जिनकी अपनी उम्र भी बीत चुकी है, लेकिन उनका दिल अब भी प्यार के लिए उतना ही बेकरार है.
5. वेब सीरीज- लिटिल थिंग्स (Little Things)
कहां देख सकते हैं- नेटफ्लिक्स
कलाकार- मिथिला पाल्कर और ध्रुव सहगल
निर्देशक- अजय भुयन और रुचिर अरुन
IMDb रेटिंग- 8.3/10
प्रेम कहानी- आजकल लिव-इन-रिलेशनशिप एक फैशन सा बन गया है. लेकिन जो लोग इस रिश्ते को बाहर से देखते हैं, उनको लगता है कि सबकुछ बहुत अच्छा है. उन्हें नहीं पता कि दोनों के प्यार परेशानियां किस कदर होती हैं. इसी प्यार, नोंकझोंक और लड़ाईयों को इस वेब सीरीज के क्यूट लव स्टोरी में दिखाया गया है.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.