पौराणिक कथाओं और ऐतिहासिक विषयों पर बनने वाली फिल्मों का इतिहास बहुत पुराना है. सही मायने में कहें तो हिंदी सिनेमा की शुरूआत ही इस कैटेगरी की फिल्म के साथ हुई है. दादा साहेब फाल्के ने साल 1913 में फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' का निर्माण किया था. 'महाभारत' से ली गई कहानी पर आधारित इस फिल्म की सफलता ने कई फिल्म मेकर्स को इस तरह के विषय पर आधारित फिल्में बनाने के लिए प्रोत्साहित किया. इसके बाद 'रामायण', 'महाभारत' और 'भगवत पुराण' से ली गई कहानियों पर आधारित बड़ी संख्या में फिल्मों का निर्माण होने लगा. इसमें इन पौराणिक कथाओं के कई अहम चरित्रों पर आधारित फिल्मों का निर्माण अलग से किया जाने लगा. जैसे कि श्रीकृष्ण, श्रीराम, हनुमानजी, गणेशजी, लव कुश, प्रहलाद, राजा हरिश्चंद्र, भीष्म, कर्ण, ध्रुव, शकुंतला और रावण तक पर अलग से फिल्म बनाई गई हैं.
पौराणिक कहानियों को पहले इसे धार्मिक फिल्म या टीवी सीरियल के रूप में पेश किया गया. 'रामायण', 'महाभारत' और 'श्रीकृष्णा' जैसे कई सीरियल प्रसारित किए गए. इसके बाद 'संपूर्ण रामायण' (1961), 'महाभारत' (1965), 'जय संतोषी मां' (1975), 'करवा चौथ' (1980) और 'महाबली हनुमान' (1981) जैसी फिल्मों का निर्माण हुआ. इन फिल्मों की कहानी आस्था से जुड़ी होने की वजह से लोगों ने खूब पसंद किया. समय के साथ फिल्म निर्माण की तकनीक बदलती गई. फिल्मों में धीरे-धीरे वीएफएक्स और स्पेशल विजुअल इफेक्ट्स का इस्तेमाल शुरू हो गया. इसके साथ माइथोलॉजिकल फिल्मों की कहानियों ने भी नया स्वरूप ले लिया. नई फिल्मों की कहानी पौराणिक कथाओं से प्रेरित होते हुए भी वर्तमान पृष्ठभूमि में बुनी जाने लगीं. 'बाहुबली', 'आरआरआर', 'ब्रह्मास्त्र', 'कार्तिकेय 2' जैसी फिल्में इसकी प्रमुख उदाहरण हैं.
आइए इस साल रिलीज होने वाली माइथोलॉजिकल फिल्मों के बारे में विस्तार से जानते...
पौराणिक कथाओं और ऐतिहासिक विषयों पर बनने वाली फिल्मों का इतिहास बहुत पुराना है. सही मायने में कहें तो हिंदी सिनेमा की शुरूआत ही इस कैटेगरी की फिल्म के साथ हुई है. दादा साहेब फाल्के ने साल 1913 में फिल्म 'राजा हरिश्चंद्र' का निर्माण किया था. 'महाभारत' से ली गई कहानी पर आधारित इस फिल्म की सफलता ने कई फिल्म मेकर्स को इस तरह के विषय पर आधारित फिल्में बनाने के लिए प्रोत्साहित किया. इसके बाद 'रामायण', 'महाभारत' और 'भगवत पुराण' से ली गई कहानियों पर आधारित बड़ी संख्या में फिल्मों का निर्माण होने लगा. इसमें इन पौराणिक कथाओं के कई अहम चरित्रों पर आधारित फिल्मों का निर्माण अलग से किया जाने लगा. जैसे कि श्रीकृष्ण, श्रीराम, हनुमानजी, गणेशजी, लव कुश, प्रहलाद, राजा हरिश्चंद्र, भीष्म, कर्ण, ध्रुव, शकुंतला और रावण तक पर अलग से फिल्म बनाई गई हैं.
पौराणिक कहानियों को पहले इसे धार्मिक फिल्म या टीवी सीरियल के रूप में पेश किया गया. 'रामायण', 'महाभारत' और 'श्रीकृष्णा' जैसे कई सीरियल प्रसारित किए गए. इसके बाद 'संपूर्ण रामायण' (1961), 'महाभारत' (1965), 'जय संतोषी मां' (1975), 'करवा चौथ' (1980) और 'महाबली हनुमान' (1981) जैसी फिल्मों का निर्माण हुआ. इन फिल्मों की कहानी आस्था से जुड़ी होने की वजह से लोगों ने खूब पसंद किया. समय के साथ फिल्म निर्माण की तकनीक बदलती गई. फिल्मों में धीरे-धीरे वीएफएक्स और स्पेशल विजुअल इफेक्ट्स का इस्तेमाल शुरू हो गया. इसके साथ माइथोलॉजिकल फिल्मों की कहानियों ने भी नया स्वरूप ले लिया. नई फिल्मों की कहानी पौराणिक कथाओं से प्रेरित होते हुए भी वर्तमान पृष्ठभूमि में बुनी जाने लगीं. 'बाहुबली', 'आरआरआर', 'ब्रह्मास्त्र', 'कार्तिकेय 2' जैसी फिल्में इसकी प्रमुख उदाहरण हैं.
आइए इस साल रिलीज होने वाली माइथोलॉजिकल फिल्मों के बारे में विस्तार से जानते हैं...
1. रामायण
कथा- महाकाव्य रामायण
श्रीराम के आदर्श हर दौर में प्रासंगिक रहे हैं. यही वजह है कि उनकी कहानी और दुनिया फिल्म मेकर्स को आकर्षित करती रही है. काल, किरदार, कलाकार और नजरिया भले ही बदलते रहे, लेकिन बदलते समय के अनुसार श्रीराम की कहानी में फिल्म मेकर्स को कोई बदलाव करने की जरूरत नहीं होती है. श्रीराम की जीवनी पर आधारित फिल्म 'रामायण' के निर्माण का ऐलान साल 2017 में किया जा चुका है. इसे फिल्म निर्माता मधु मेंटाना बना रहे हैं. निर्देशन की बागडोर 'दंगल' फेम डायरेक्टर नितेश तिवारी के हाथों में है. फिल्म के प्रमुख किरदारों श्रीराम के रोल में रितिक रोशन और सीता के रोल में दीपिका पादुकोण को कास्ट किए जाने की सूचना है. पिछले पांच साल से फिल्म की कहानी और पटकथा पर काम चल रहा था. जरूरी रिसर्च किए जा रहे थे, ताकि फिल्म को प्रासंगिक बनाया जा सके. इस साल सितंबर से फिल्म की शूटिंग शुरू हो जाएगी. फिल्म का बजट करीब 300 करोड़ रुपये रखा गया है, जो कि 500 करोड़ रुपए तक जा सकता है. इसे 3डी में पैन इंडिया हिंदी, तमिल, तेलुगू, कन्नड़ और मलयाल में रिलीज किया जाएगा.
2. सीता: द इनकार्नेशन
कथा- रामायण
एसएस स्टूडियो के बैनर तले बन रही फिल्म 'सीता: द इनकार्नेशन' का निर्देशन अलौकिक देसाई कर रहे हैं. इस फिल्म में सीता का किरदार पद्मश्री, 4 बार नेशनल अवॉर्ड जीत चुकीं बॉलीवुड एक्ट्रेस कंगना रनौत कर रही हैं. इस किरदार के लिए पहले करीना कपूर के नाम की चर्चा चली थी, लेकिन उन्होंने 12 करोड़ रुपए फीस की डिमांड कर दी, जिसके बाद मेकर्स ने कंगना को अप्रोच किया था. इसके बाद अलौकिक देसाई ने लिखा था, ''सीता आरम्भ, ब्रह्मांड उन लोगों की मदद करता है जो विश्वास के साथ समर्पण करते हैं. मृगतृष्णा क्या थी, अब स्पष्ट है. एक पवित्र चरित्र का सपना जो कभी नहीं खोजा गया वह अब एक वास्तविकता है. मैं सीता एक अवतार में सीता के रूप में कंगना को बोर्ड पर लाने के लिए उत्साहित हूं. यह पवित्र यात्रा हमारी पौराणिक कथाओं को देखने के तरीके को बदल देगी.'' इसके साथ श्रीराम के किरदार में 'पीएस-1' फेम एक्टर चियना विक्रम नजर आने वाले हैं. फिल्म के लेखक 'बाहुबली' फेम राइटर केवी विजयेंद्र प्रसाद हैं, जबकि संवाद मनोज मुंतशिर ने लिखे हैं. फिल्म को पैन इंडिया रिलीज किए जाने की योजना है.
3. द इम्मोर्टल अश्वत्थामा
कथा- महाभारत
फिल्म 'उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक' की बंपर सफलता के बाद निर्देशक आदित्य धर और अभिनेता विक्की कौशल की जोड़ी एक बार फिर फिल्म 'द इम्मोर्टल अश्वत्थामा' में काम करने जा रही है. इस माइथोलॉजिकल सुपरहीरो फिल्म का प्री प्रोडक्शन वर्क 'उरी' के बाद से ही शुरू कर दिया गया था. मसलन, विक्की कौशल को स्पेशल ट्रेनिंग दे दी गई थी. आदित्य धर ने शूटिंग लोकेशन फाइनल कर ली थी. फिल्म का रिसर्च मटीरियल तैयार हो चुका था. वीएफएक्स और स्पेशल विजुअल इफेक्ट्स के इस्तेमाल के मद्देनजर तकनीकी टीम को भी तैयार कर लिया गया था. लेकिन इसी बीच कोरोना ने सारा काम खराब कर दिया. लॉकडाउन खत्म होने के बाद नए सिरे से स्क्रिप्ट पर काम किया गया. इसकी वजह से फिल्म की लीड एक्ट्रेस सारा अली खान को भी रिप्लेस करना पड़ा है. अब उनकी जगह 'पुष्पा' फेम एक्ट्रेस सामंथा रुथ प्रभु नजर आने वाली हैं. फिल्म की शूटिंग इसी साल के मध्य से शुरू कर दी जाएगी. दरअसल, विक्की कौशल अभी फिल्म 'सैम बहादुर' की शूटिंग में व्यस्त हैं. वहां से खाली होते ही वो इस फिल्म की शूटिंग शुरू कर देंगे.
4. चाणक्य
कथा- चाणक्य नीति
देश के मशहूर राजनीतिज्ञ और कूटनीतिज्ञ चाणक्य के जीवन पर आधारित फिल्म 'चाणक्य' के निर्माण का ऐलान साल 2018 में किया गया था. लेकिन फिल्म की रूप रेखा पर अभी काम चल ही रहा था कि कोरोना की वजह से इसे ठंडे बस्ते में डाल दिया गया. इसके बाद सूचना यहां तक आई कि नीरज ने इस फिल्म को नहीं बनाने का फैसला किया है. लेकिन पिछले साल अजय देवगन के एक ट्वीट ने वापस फिल्म बनने की संभावनाओं को जिंदा कर दिया. 10 अक्टूबर 2022 को किए गए ट्वीट में अजय ने लिखा था, ''मैं और नीरज पांडे जल्द ही फिल्म शुरू करने जा रहे हैं. यह फिल्म 16 जून 2023 को वर्ल्डवाइड सिनेमाघरों में दस्तक देगी.'' देखा जाए तो चाणक्य जैसे अद्भुत चरित्र पर टीवी सीरियल के साथ कई किताबे मौजूद हैं, लेकिन अभी तक कोई फीचर फिल्म का निर्माण नहीं हुआ. ऐसे में नीरज पांडे की ये फिल्म दर्शकों को बहुत पसंद आने वाली है. इसकी पहली वजह चाणक्य खुद हैं, दूसरी वजह अजय देवगन जैसे बेहतरीन अभिनेता द्वारा उनका किरदार करना है. अजय देवगन फिलहाल फिल्म 'भोला' की शूटिंग में व्यस्त हैं.
5. पोन्नियिन सेल्वन 2
कथा- पोन्नियिन सेल्वन उपन्यास (चोल वंश के सम्राट राजराजा प्रथम की जीवनी)
भारतीय सिनेमा के दिग्गज फिल्मकार मणि रत्नम की फिल्म 'पोन्नियिन सेल्वन' का पहला पार्ट इसके बजट और ऐश्वर्या राय के कमबैक की वजह से ज्यादा चर्चा में रहा था. 500 करोड़ रुपए के भारी भरकम बजट में बनी ये फिल्म कल्कि कृष्णमूर्ति के उपन्यास 'पोननियन सेल्वन' पर आधारित है, जिसे 1955 में प्रकाशित किया गया था. फिल्म राजकुमार अरुलमोजिवर्मन के शुरुआती दिनों की कहानी कहती है, जिसके बाद वह महान चोल सम्राट राज राज चोला बनते हैं. उसका शासन काल 947 से 1014 ईंसवी यानि 67 सालों तक होता है. पहले पार्ट ने बहुत मुश्किल से अपनी लागत निकाली है, लेकिन फिल्म के मेकर्स को भरोसा है कि दूसरा पार्ट ज्यादा कामयाब रहेगा, इससे फायदा होगा. चियान विक्रम, ऐश्वर्या राय, तृषा, जयम रवि, और कार्ति स्टारर फिल्म के सीक्वल के रिलीज डेट का ऐलान कर दिया गया है. इसे 28 अप्रैल 2023 से सिनेमाघरों में देखा जा सकता है.
6. आदिपुरुष
कथा- रामायण
प्रभास, सैफ अली खान और कृति सेनन स्टारर 'आदिपुरुष' इस साल की बहुप्रतीक्षित फिल्म है. लेकिन 500 करोड़ रुपए बजट में बन रही इस फिल्म के टीजर रिलीज होने के बाद लोगों ने इसे बुरी तरह से ट्रोल किया है. फिल्म में श्रीराम, हनुमान जी और रावण के किरदारों का जिस तरह से चित्रण किया गया है, उसे देखने के बाद बड़ी संख्या में लोग नाराज है. हिंदू धर्म के अनुयाइयों का मानना है कि जानबूझकर उनके धर्म का माखौल उड़ाया जा रहा है. क्रिएटिव फ्रीडम के नाम पर फिल्मकारों के पास किसी भी धर्म का मजाक उड़ाने की छूट नहीं होनी चाहिए. इतना ही नहीं वीएफएक्स का इतना खराब इस्तेमाल किया गया है कि लोग इसका अभी से माखौल उड़ा रहे हैं. यही वजह है कि मेकर्स ने इसकी रिलीज डेट 12 जनवरी 2023 से 26 जून 2023 कर दी है. कहा जा रहा है कि नए सिरे से स्पेशल विजुएल्स पर काम किया जाएगा. फिल्म के निर्देशक ओम राऊत को भरोसा है कि जब फिल्म रिलीज होगी तो दर्शकों को बहुत पसंद आएगी. सबसे बड़ी बात इस फिल्म से 'बाहुबली' फेम एक्टर प्रभास के करियर की दशा और दिशा भी तय होनी है.
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