फिल्म इंडस्ट्री के लिए अपने देश में मनाए जाने वाले त्योहार और इसमें होने वाले अवकाश किसी वरदान से कम नहीं होते हैं. फिल्म मेकर्स हमेशा से ऐसे ही मौके की तलाश में रहते हैं, जब लोग अपने रोजमर्रा के काम से अलग होकर एन्जॉय करने के मूड में होते हैं, तब फिल्में रिलीज करने का सबसे अच्छा समय माना जाता है. यही वजह है कि दिवाली, होली, ईद और क्रिसमस जैसे त्योहारों के मौके पर पहले से फिल्म रिलीज करने की घोषण कर दी जाती है. सलमान खान की ईद और आमिर खान की क्रिसमस पर फिल्में रिलीज करने की तो जैसे परंपरा बन गई है. इस बार दिवाली पर अक्षय कुमार की फिल्म सूर्यवंशी रिलीज होने जा रही है.
कोरोना महामारी ने देश की तमाम छोटी-बड़ी इंडस्ट्री की तरह बॉलीवुड का भी बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान किया है. पिछले दो साल से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री बहुत ज्यादा संघर्ष कर रही है. खासकर बॉक्स ऑफिस और उससे जुड़े लोगों का व्यवसाय तो जैसे बर्बादी की कगार पर पहुंच चुका है. इनमें फिल्म सिनेमाघरों के मालिक, फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर, फिल्म एग्जीबिटर और इस पूरे प्रक्रिया से जुड़े छोटे-बड़े कर्मचारी भी शामिल हैं. लेकिन इस बार 22 अक्टूबर से महाराष्ट्र में सिनेमाघरों के फिर से खुलने से बॉलीवुड की बांछें खिल गई हैं. फिल्म इंडस्ट्री को आगामी त्योहारी तिमाही में आर्थिक दृष्टिकोण से उबरने की उम्मीद जगी है, जो आमतौर पर महत्वपूर्ण मानी जाती है.
बॉक्स ऑफिस पर होने वाली है इन फिल्मों की टक्कर
इस बार सभी की निगाहें रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी अक्षय कुमार स्टारर फिल्म 'सूर्यवंशी' पर है, जिसकी रिलीज डेट का ऐलान महाराष्ट्र सरकार की सिनेमाघरों को खोलने की घोषणा के कुछ ही...
फिल्म इंडस्ट्री के लिए अपने देश में मनाए जाने वाले त्योहार और इसमें होने वाले अवकाश किसी वरदान से कम नहीं होते हैं. फिल्म मेकर्स हमेशा से ऐसे ही मौके की तलाश में रहते हैं, जब लोग अपने रोजमर्रा के काम से अलग होकर एन्जॉय करने के मूड में होते हैं, तब फिल्में रिलीज करने का सबसे अच्छा समय माना जाता है. यही वजह है कि दिवाली, होली, ईद और क्रिसमस जैसे त्योहारों के मौके पर पहले से फिल्म रिलीज करने की घोषण कर दी जाती है. सलमान खान की ईद और आमिर खान की क्रिसमस पर फिल्में रिलीज करने की तो जैसे परंपरा बन गई है. इस बार दिवाली पर अक्षय कुमार की फिल्म सूर्यवंशी रिलीज होने जा रही है.
कोरोना महामारी ने देश की तमाम छोटी-बड़ी इंडस्ट्री की तरह बॉलीवुड का भी बहुत ज्यादा आर्थिक नुकसान किया है. पिछले दो साल से हिंदी फिल्म इंडस्ट्री बहुत ज्यादा संघर्ष कर रही है. खासकर बॉक्स ऑफिस और उससे जुड़े लोगों का व्यवसाय तो जैसे बर्बादी की कगार पर पहुंच चुका है. इनमें फिल्म सिनेमाघरों के मालिक, फिल्म डिस्ट्रीब्यूटर, फिल्म एग्जीबिटर और इस पूरे प्रक्रिया से जुड़े छोटे-बड़े कर्मचारी भी शामिल हैं. लेकिन इस बार 22 अक्टूबर से महाराष्ट्र में सिनेमाघरों के फिर से खुलने से बॉलीवुड की बांछें खिल गई हैं. फिल्म इंडस्ट्री को आगामी त्योहारी तिमाही में आर्थिक दृष्टिकोण से उबरने की उम्मीद जगी है, जो आमतौर पर महत्वपूर्ण मानी जाती है.
बॉक्स ऑफिस पर होने वाली है इन फिल्मों की टक्कर
इस बार सभी की निगाहें रोहित शेट्टी के निर्देशन में बनी अक्षय कुमार स्टारर फिल्म 'सूर्यवंशी' पर है, जिसकी रिलीज डेट का ऐलान महाराष्ट्र सरकार की सिनेमाघरों को खोलने की घोषणा के कुछ ही मिनटों के भीतर ही कर दिया गया. हालांकि, दिवाली जैसे उत्सव के मौके पर बॉक्स ऑफिस पर एक बड़ी टक्कर भी देखने को मिलेगी, क्योंकि इसी समय सुपरस्टार रजनीकांत की तमिल फिल्म 'अन्नात्थे' और मार्वल की सुपरहीरो हॉलीवुड फिल्म 'इटरनल' भी रिलीज हो रही है. इनकी रिलीज डेट का ऐलान पहले ही हो गया था. ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि तीनों बिग बजट की फिल्मों की टक्कर के बीच बॉक्स ऑफिस को कितना फायदा पहुंचता है.
आखिरी तिमाही में होता है 1000 करोड़ का कारोबार
दीवाली से पहले अक्टूबर में गांधी जयंती और दशहरा पर होने वाली छुट्टियां साउथ और वेस्ट बंगाल जैसे रीजनल फिल्म इंडस्ट्री के लिए वरदान साबित हो सकती हैं. आमतौर पर, साल की आखिरी तिमाही में बॉक्स ऑफिस पर करीब 1000 करोड़ रुपए का कारोबार दर्ज किया जाता है, जिसमें दीवाली पर अकेले 200 करोड़ का कोराबार होता है. आईनॉक्स लीजर लिमिटेड के सीईओ आलोक टंडन का कहना है, "सिनेमाघरों को खोलने संबंधित महाराष्ट्र सरकार के फैसले से न केवल फिल्म इंडस्ट्री, उनके दर्शकों के लिए, बल्कि सिनेमा एग्जिबिशन सेक्टर में काम करने वाले लोगों के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है. दीवाली पर इसका फायदा देखने को मिल सकता है.''
सिनेमाघरों में लौट रहे दर्शकों का पॉजिटिव रिस्पांस
फिल्म 'सूर्यवंशी' के अलावा यशराज फिल्म्स की कॉमेडी फिल्म 'बंटी और बबली 2' 19 नवंबर को रिलीज़ होगी. इसके साथ ही अक्षय कुमार की मेगा बजट पीरियड ड्रामा फिल्म 'पृथ्वीराज' अगले साल 21 जनवरी, रणवीर सिंह की फैमिली ड्रामा फिल्म 'जयेशभाई जोरदार' 25 फरवरी और रणबीर कपूर स्टारर फिल्म 'शमशेरा' 18 मार्च को रिलीज किया जाएगा. पीवीआर पिक्चर्स के सीईओ कमल ज्ञानचंदानी का कहना है कि फिलहाल हिंदी भाषी बाजार की बात यदि छोड़ दें, तो इस बात के बहुत सारे सबूत मिल रहे हैं कि लोग सिनेमाघरों में वापस आ रहे हैं. हाल ही में रिलीज हुई पंजाबी फिल्म 'किस्मत 2', 'चल मेरा पुट 2' और तेलुगु फिल्म 'लव स्टोरी' को दर्शकों को जिस तरह प्यार मिला है, उसे देखते हुए अनुमान लगाया जा रहा है कि हिंदी फिल्मों को भी अच्छा रिस्पांस मिलने वाला है.
अक्टूबर में रिलीज होंगी कई हॉलीवुड फिल्में
अगले महीने हॉलीवुड फिल्मों के लिहाज से भी महत्वपूर्ण रहने वाला है, जिसका फायदा बॉक्स ऑफिस को मिलेगा. 1 अक्टूबर को नई जेम्स बॉन्ड फिल्म 'नो टाइम टू डाई' के साथ हॉलीवुड का एक रोमांचक लाइन अप शुरू हो रहा है. इसके बाद 8 अक्टूबर को फिल्म 'द बॉस बेबी: फैमिली बिजनेस', 15 अक्टूबर को 'वेनोम 2- लेट देयर बी कार्नेज', 22 अक्टूबर को एक्शन एडवेंचर ड्रामा 'ड्यून', 10 दिसंबर को स्टीवन स्पीलबर्ग की 'वेस्ट साइड' और 17 दिसंबर को 'स्पाइडर-मैन: नो वे होम' रिलीज होने वाली है. इसी तरह बंगाली, तमिल और तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री भी त्योहारों और छुट्टियों को देखते हुए अपनी फिल्मों की रिलीड डेट निर्धारित कर रहे हैं.
त्योहारी सीजन फिल्म बिजनेस के लिए बेहतर
सिनेपोलिस इंडिया के सीईओ देवांग संपत का कहना है कि कोरोना महामारी से पहले दीवाली, होली और ईद जैसा त्योहारी सीजन फिल्म बिजनेस के लिए सबसे अच्छे समय में से एक हुआ करता था. ऐसा अनुमान है कि देश में स्थिति बेहतर होने के साथ-साथ इस बार का त्योहारी सीजन पिछले साल की तुलना में काफी बेहतर होने वाला है. टिकटिंग साइट BookMyShow के सीईओ आशीष सक्सेना का कहना है कि इसमें कोई संदेह नहीं है कि बड़े पैमाने पर उपभोक्ता मांग में कमी आई है, क्योंकि दर्शक बड़े पर्दे पर फिल्में देखने के लिए सिनेमाघरों में लौटने का इंतजार कर रहे हैं. हमने पहले अनलॉक के सीमित अवधि के दौरान, अक्टूबर 2020 और फरवरी 2021 के बीच जब सिनेमाघर खुले थे, देखा था कि रिकवरी की तेज शुरुआत हुई थी. कुछ ऐसा ही इस बार अक्टूबर से दिसंबर के बीच देखने को मिल सकता है.
ओटीटी प्लेटफॉर्म से सहारे कब तक रहेगा बॉलीवुड
सबसे बड़ा सवाल यही है कि बॉलीवुड नेटफ्लिक्स, अमेजन प्राइम वीडियो और डिज्नी प्लस हॉटस्टार जैसे ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के सहारे आखिर कब तक रहेगा. कोरोना की वजह सिनेमाघरों को सिर्फ़ 50 फीसदी क्षमता के साथ संचालित किये जाने की अनुमति है. ऐसे में बॉक्स ऑफ़िस पर बेहतर कलेक्शन के लिए महाराष्ट्र के सिनेमाघर खुलना बेहद ज़रूरी था, जहां से हिंदी फ़िल्मों को 30-40 फीसदी कलेक्शन मिलता है. पिछले महीनों में चेहरे, बेलबॉटम और थलाइवी जैसी बड़ी और चर्चित फ़िल्में सिनेमाघरों में रिलीज़ की गईं, लेकिन इनके कलेक्शंस उत्साहवर्द्धक नहीं रहे. गनीमत यह है कि निर्माताओं को टिकट विंडो पर होने वाले घाटे की भरपाई ओटीटी प्लेटफॉर्म्स के साथ हुई डील से हो जा रही है, लेकिन एग्ज़िबिटर्स के कारोबार के लिए सिनेमाघरों का खुलना ज़रूरी है. बॉक्स ऑफिस का बने रहना जरूरी है.
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