पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने पाकिस्तानी कलाकारों और अभिनेताओं को भारत छोड़ने की धमकी दी कि पाकिस्तानी कलाकार 48 घंटे के अंदर भारत छोड़ दें और अब फिल्म निर्माताओं के संगठन ‘इंडियन मोशन पिक्चर्स एसोसिएशन’ (इम्पा) ने पाकिस्तानी कलाकारों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं.
एसोसिएशन ने पाकिस्तानी कलाकारों के हिंदी फिल्म जगत में काम करने पर रोक लगा दी है. इम्पा अध्यक्ष टीपी अग्रवाल के अनुसार यह फैसला एसोसिएशन की 87वीं आम सभा में लिया है. अब एसोसिएशन से जुड़े हुए निर्माता अपनी किसी भी फिल्म में पाकिस्तानी कलाकारों को काम नहीं देंगे.
पाकिस्तानी कलाकार अब नहीं कर पाएंगे बॉलीवुड में काम |
एक अन्य प्रस्ताव में ‘इंडियन मोशन पिक्चर्स एसोसिएशन’(इम्पा) ने प्रस्ताव पारित किया कि हालात सामान्य होने तक पाकिस्तानी कलाकारों और टेक्नीशियंस के काम करने पर प्रतिबंध रहेगा. गौरतलब है कि पाकिस्ताान में सिनेमा संचालकों का 70 फीसद कारोबार केवल भारतीय फिल्मों से होता है. नयी हिन्दी और अंतरराष्ट्रीय फिल्मों के प्रदर्शित होने के कारण पिछले कुछ साल में पाकिस्तान के फिल्म उद्योग को एक उंचाई मिली है. अगर अब भारत-पाक तनाव लम्बे समय तक जारी रहा तो पाकिस्तान की फिल्म इंडस्ट्री लगभग बर्बाद हो जायगी.
पाकिस्तान की फिल्म इंडस्ट्री इतनी विकसित नहीं है जिस कारण पाकिस्तानी कलाकारों को बॉलीवुड की तरफ रुख करने के लिए मजबूर होना पड़ता है. लेकिन, जिस तरह का माहौल भारत और पाकिस्तान के बीच इन दिनों बन रहा है, उसको देखकर नहीं लगता कि आने वाले दिन पाकिस्ताानी कलाकारों और पाकिस्तानी सिनेमा संचालकों के लिए अच्छी खबर लेकर...
पहले महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना ने पाकिस्तानी कलाकारों और अभिनेताओं को भारत छोड़ने की धमकी दी कि पाकिस्तानी कलाकार 48 घंटे के अंदर भारत छोड़ दें और अब फिल्म निर्माताओं के संगठन ‘इंडियन मोशन पिक्चर्स एसोसिएशन’ (इम्पा) ने पाकिस्तानी कलाकारों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं.
एसोसिएशन ने पाकिस्तानी कलाकारों के हिंदी फिल्म जगत में काम करने पर रोक लगा दी है. इम्पा अध्यक्ष टीपी अग्रवाल के अनुसार यह फैसला एसोसिएशन की 87वीं आम सभा में लिया है. अब एसोसिएशन से जुड़े हुए निर्माता अपनी किसी भी फिल्म में पाकिस्तानी कलाकारों को काम नहीं देंगे.
पाकिस्तानी कलाकार अब नहीं कर पाएंगे बॉलीवुड में काम |
एक अन्य प्रस्ताव में ‘इंडियन मोशन पिक्चर्स एसोसिएशन’(इम्पा) ने प्रस्ताव पारित किया कि हालात सामान्य होने तक पाकिस्तानी कलाकारों और टेक्नीशियंस के काम करने पर प्रतिबंध रहेगा. गौरतलब है कि पाकिस्ताान में सिनेमा संचालकों का 70 फीसद कारोबार केवल भारतीय फिल्मों से होता है. नयी हिन्दी और अंतरराष्ट्रीय फिल्मों के प्रदर्शित होने के कारण पिछले कुछ साल में पाकिस्तान के फिल्म उद्योग को एक उंचाई मिली है. अगर अब भारत-पाक तनाव लम्बे समय तक जारी रहा तो पाकिस्तान की फिल्म इंडस्ट्री लगभग बर्बाद हो जायगी.
पाकिस्तान की फिल्म इंडस्ट्री इतनी विकसित नहीं है जिस कारण पाकिस्तानी कलाकारों को बॉलीवुड की तरफ रुख करने के लिए मजबूर होना पड़ता है. लेकिन, जिस तरह का माहौल भारत और पाकिस्तान के बीच इन दिनों बन रहा है, उसको देखकर नहीं लगता कि आने वाले दिन पाकिस्ताानी कलाकारों और पाकिस्तानी सिनेमा संचालकों के लिए अच्छी खबर लेकर आंएगे.
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महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) ने सभी प्रोड्यूसर्स को लेटर लिखकर कहा था कि भविष्य में वो किसी भी पाकिस्तानी कलाकार को अपनी फिल्म में काम न दें, वर्ना फिल्म रिलीज होने नहीं दी जाएगी. यदि चेतावनी के बावजूद कहीं भी पाक कलाकारों की शूटिंग होती पाई गई तो वे सेट को तहस-नहस कर देंगे. महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना का पाक कलाकारों के प्रति पहले से ही रवैया कठोर रहा है. इसी साल मनसे की धमकी के बाद जनवरी में पाक गजल गायक गुलाम अली का कार्यक्रम रद्द करना पड़ा था. इसी तरह अक्टूबर 2015 में भी मनसे ने पाक अदाकारा माहिरा खान की फिल्म 'बिन रोए' की रिलीज रोक दी थी.
पाक आर्टिस्ट जो भारत की फिल्म इंडस्ट्री में काम कर रहे हैं
बॉलीवुड में काम कर रहे पाकिस्तानी कलाकारों में फवाद खान, जावेद शेख, अली जफर, वीना मलिक, माहिरा खान प्रमुख हैं. इसके अलावा गुलाम अली, राहत फतेह अली खान और आतिफ असलम जैसे सिंगर भी भारत में काफी चर्चित हस्तियां हैं.
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