हिंदी सिनेमा में समय समय पर सीनियर सिटीजन की जिंदगी को फिल्मों के माध्यम से दिखाया गया है. 'सारांश', 'आंखों देखी', 'पीकू', 'मुक्ति भवन', 'चीनी कम', 'पा' और '102 नॉटआउट' जैसी फिल्में इसकी प्रमुख उदाहरण हैं. इन फिल्मों में बुजुर्गों के जीवन से जुड़ी अलग-अलग कहानियां दिखाई गई हैं. किसी में कब्ज से परेशान एक पिता की कहानी दिखाई गई है, तो किसी में एक जवान बेटे की लाश को ढोते बूढे कंधे को दिखाया गया है. किसी में बाप-बेटे के रिश्ते पर प्रकाश डाला गया है, तो किसी में बुजुर्ग होने के बाद भी जीवन का आनंद लेते हुए दिखाया गया है. इस फेहरिस्त में एक नई फिल्म 'ऊंचाई' 11 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. इसका बेहद भावुक कर देने वाला ट्रेलर रिलीज किया गया है, जिसमें चार बुजुर्गों की दोस्ती के दरमियान अधूरे सपने को साकार करने की जद्दोजहद दिखाई गई है.
''चलते रहेंगे तो थकान महसूस नहीं होगी''...फिल्म 'ऊंचाई' का ये डायलॉग जीवन का मूल मंत्र है. हर व्यक्ति की जिंदगी में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं. उसे कभी सुख, तो कभी दुख का सामना करना पड़ता है. ऐसे में बिना रुके अपने जीवन में हमेशा आगे बढ़ते रहने वालों को ही सफलता मिलती है. फिल्ममेकर सूरज बड़जात्या फैमिली और रोमांटिक फिल्में बनाने के लिए जाने जाते हैं. उनकी फिल्मों में परिवार और प्यार के मूल्य को बखूबी समझाया जाता है. पहली बार वो दोस्ती के ऊपर फिल्म लेकर आ रहे हैं. राजश्री प्रोडक्शन के बैनर तले बनी इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, अनुपम खेर, बोमन ईरानी, सारिका, परिणीति चोपड़ा, डैनी डेंजोंगप्पा, नफीसा अली और नीना गुप्ता जैसे बड़े कलाकार अहम किरदारों में हैं. फिल्म की कहानी सुनील गांधी ने लिखी है, जबकि महावीर जैन और नताशा ओसवाल के साथ सूरज बड़जात्या ने प्रोड्यूस किया है.
हिंदी सिनेमा में समय समय पर सीनियर सिटीजन की जिंदगी को फिल्मों के माध्यम से दिखाया गया है. 'सारांश', 'आंखों देखी', 'पीकू', 'मुक्ति भवन', 'चीनी कम', 'पा' और '102 नॉटआउट' जैसी फिल्में इसकी प्रमुख उदाहरण हैं. इन फिल्मों में बुजुर्गों के जीवन से जुड़ी अलग-अलग कहानियां दिखाई गई हैं. किसी में कब्ज से परेशान एक पिता की कहानी दिखाई गई है, तो किसी में एक जवान बेटे की लाश को ढोते बूढे कंधे को दिखाया गया है. किसी में बाप-बेटे के रिश्ते पर प्रकाश डाला गया है, तो किसी में बुजुर्ग होने के बाद भी जीवन का आनंद लेते हुए दिखाया गया है. इस फेहरिस्त में एक नई फिल्म 'ऊंचाई' 11 नवंबर को सिनेमाघरों में रिलीज होने जा रही है. इसका बेहद भावुक कर देने वाला ट्रेलर रिलीज किया गया है, जिसमें चार बुजुर्गों की दोस्ती के दरमियान अधूरे सपने को साकार करने की जद्दोजहद दिखाई गई है.
''चलते रहेंगे तो थकान महसूस नहीं होगी''...फिल्म 'ऊंचाई' का ये डायलॉग जीवन का मूल मंत्र है. हर व्यक्ति की जिंदगी में उतार-चढ़ाव आते रहते हैं. उसे कभी सुख, तो कभी दुख का सामना करना पड़ता है. ऐसे में बिना रुके अपने जीवन में हमेशा आगे बढ़ते रहने वालों को ही सफलता मिलती है. फिल्ममेकर सूरज बड़जात्या फैमिली और रोमांटिक फिल्में बनाने के लिए जाने जाते हैं. उनकी फिल्मों में परिवार और प्यार के मूल्य को बखूबी समझाया जाता है. पहली बार वो दोस्ती के ऊपर फिल्म लेकर आ रहे हैं. राजश्री प्रोडक्शन के बैनर तले बनी इस फिल्म में अमिताभ बच्चन, अनुपम खेर, बोमन ईरानी, सारिका, परिणीति चोपड़ा, डैनी डेंजोंगप्पा, नफीसा अली और नीना गुप्ता जैसे बड़े कलाकार अहम किरदारों में हैं. फिल्म की कहानी सुनील गांधी ने लिखी है, जबकि महावीर जैन और नताशा ओसवाल के साथ सूरज बड़जात्या ने प्रोड्यूस किया है.
लव, इमोशन और इंस्पिरेशन से भरे फिल्म 'ऊंचाई' के 2 मिनट 50 सेकंड के ट्रेलर में ये दिखाया गया है कि सपने देखने की कोई उम्र नहीं होती है. किसी भी उम्र में सपने देखे जा सकते हैं और उसे साकार करने के लिए शिद्दत से कोशिश की जा सकती है. फिल्म के ट्रेलर में दिखाया गया है कि चार बुजुर्ग दोस्त एक-दूसरे से बहुत प्यार करते हैं. इन दोस्तों के किरादर में अमिताभ बच्चन, अनुपम खेर, बोमन ईरानी और डैनी डेंजोंगप्पा को देखा जा सकता है. चारों दोस्त खूब मस्ती करते हैं. सही मायने में जब लोग अपनी जिंदगी को खत्म मान लेते हैं, उस उम्र ये दोस्त जमकर आनंद ले रहे हैं. डैनी डेंजोंगप्पा के किरदार भूपेन का माउंट एवरेस्ट पर जाने का सपना होता है. अपने हर जन्मदिन पर वो अपने सपने के बारे में दोस्तों से बात करता है. लेकिन इसी बीच भूपेन की मौत हो जाती है. यहीं से कहानी एक नया मोड़ ले लेती है.
unchai Movie का ट्रेलर देखिए...
भूपेन के तीनों दोस्त फैसला करते हैं कि उसकी अस्थियों का विसर्जन वही होगा, जहां उसकी आत्मा बसती है. यानी तीनों माउंट एवरेस्ट पर चढ़ाई करने का फैसला कर लेते हैं. लेकिन उनकी उम्र उनके लिए सबसे बड़ी मुसीबत होती है. हर कोई उनको ट्रैंकिंग पर नहीं जाने का सलाह देता है. यहां तक कि टूर गाइड परिणीति चोपड़ा भी उन्हें मना कर देती है. लेकिन उनके हौसले के सामने सभी हार मान जाते हैं. तीन दोस्त बेस कैम्प एकत्रित होते हैं. वहां से एवरेस्ट पर चढ़ाई के लिए जरूरी तैयारी करने के बाद ट्रैकिंग शुरू कर देते हैं. रास्ते में तमाम मुसीबतें आती हैं. हादसे होते हैं. ऐसा लगता है कि उनका सपना साकार नहीं हो पाएगा. लेकिन फिर भी वो हिम्मत से आगे बढ़ते रहते हैं. लेकिन क्या उनका सपना पूरा हो पाएगा? क्या वो अपने दोस्त भूपने की अस्थि एवरेस्ट पर ले जा पाएंगे? इसके जवाब के लिए फिल्म का इंतजार करना होगा.
फिल्मकार सूरज बड़जात्या 'प्रेम रतन धन पायो' की रिलीज के सात साल बाद 'ऊंचाई' के साथ कमबैक करने जा रहे हैं. उन्होंने अभी तक सात फिल्में निर्देशित की है, लेकिन सभी चर्चाओं के केंद्र में रही हैं. उनकी पहली फिल्म 1989 में 'मैंने प्यार किया' रिलीज हुई थी. इसके जरिए सूरज बड़जात्या, सलमान खान और भाग्यश्री ने बॉलीवुड में डेब्यू किया था. इसके बाद 1994 में रिलीज हुई उनकी फिल्म 'हम आपके हैं कौन' ने इतिहास कायम कर दिया. इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर कमाई के कई नए रिकॉर्ड बनाए थे. इसका गाना 'दीदी तेरा देवर दीवाना' आज भी लोगों की जुबान पर रहता है. इसके लिए सूरज को बेस्ट डायरेक्टर का फिल्म फेयर अवॉर्ड भी मिला था. इसके बाद 'हम साथ-साथ हैं' (1999), 'मैं प्रेम की दीवानी हूं' (2003), 'विवाह' (2006), 'एक विवाह ऐसा भी' (2008) और 2015 में 'प्रेम रतन धन पायो' रिलीज हुई थी.
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