...'मुझे कॉम्पटिशन या थ्रेट आलिया से महसूस होता है. एक हेल्दी कॉम्पटिशन.' कॉफ़ी विद् करण में जब वरुण धवन करण को ये जवाब देते हैं यह पूछे जाने पर कि आपको किससे डर लगता है कि वो मेरे आगे निकल जाएगा या मेरा कॉम्पटिशन किससे है? ऑप्शन में करण रणवीर, रणबीर, टाइगर श्रॉफ़ आदि का नाम लेते हैं. मगर करण वरुण के जवाब में आलिया का नाम सुन कर शॉक हो जाते हैं. तब वरुण एक्सप्लेन करते हैं कि, उन्होंने और आलिया ने साथ में अपना करियर शुरू किया था . और उनसे पहले आलिया ने हाई-वे फ़िल्म की बाद में वरुण के हिस्से में बदलापुर आई.
जिस तरह से आलिया अपना किरदार स्विच करती हैं, जितने तरह के रोल वो करती हैं वो वरुण के लिए इंस्पायरिंग है.इस पर करण कहते हैं, हां आलिया की फ़िल्मों की ओपनिंग कई बड़े अभिनेताओं से बड़ी होती हैं. वो अब संभल चुके होते हैं.
इस पर वरुण कहते हैं, 'एक समाज के तौर पर हमें ये स्वीकार करना होगा कि अभिनेत्रियां हीरो हैं अपनी फ़िल्म की. इन फ़ैक्ट अभिनेताओं से भी बड़ी स्टार और हीरो कई फ़िल्मों में. तो अभिनेत्रियां भी कॉम्पटिशन हो सकती हैं अभिनेताओं के लिए!
कॉफ़ी विद करण के सातवें सीजन के जितने भी एपिसोड आए हैं उनमें जितनी भी बातें हुईं हैं, उन सारी बातों में सबसे सुंदर बात आज के एपिसोड में वरुण धवन ने की है. आज से पहले मैं सिर्फ़ उन्हें एक चुलबुले अभिनेता के तौर पर देखती थी लेकिन उनकी इस एक बात से समझ आता है कि वरुण कितने ज़हीन और ख़ूबसूरत इंसान हैं.
फ़िल्म में एक्टिंग और इंस्टाग्राम की फ़ीड से इतर एक ऐसा पुरुष जो स्त्रियों के लिए इतनी इज़्ज़त रखता हो मन में उस पर प्यार आना लाज़िम है. ख़ास कर तब जब बॉलीवुड हमेशा से अभिनेत्रियों को दोयम...
...'मुझे कॉम्पटिशन या थ्रेट आलिया से महसूस होता है. एक हेल्दी कॉम्पटिशन.' कॉफ़ी विद् करण में जब वरुण धवन करण को ये जवाब देते हैं यह पूछे जाने पर कि आपको किससे डर लगता है कि वो मेरे आगे निकल जाएगा या मेरा कॉम्पटिशन किससे है? ऑप्शन में करण रणवीर, रणबीर, टाइगर श्रॉफ़ आदि का नाम लेते हैं. मगर करण वरुण के जवाब में आलिया का नाम सुन कर शॉक हो जाते हैं. तब वरुण एक्सप्लेन करते हैं कि, उन्होंने और आलिया ने साथ में अपना करियर शुरू किया था . और उनसे पहले आलिया ने हाई-वे फ़िल्म की बाद में वरुण के हिस्से में बदलापुर आई.
जिस तरह से आलिया अपना किरदार स्विच करती हैं, जितने तरह के रोल वो करती हैं वो वरुण के लिए इंस्पायरिंग है.इस पर करण कहते हैं, हां आलिया की फ़िल्मों की ओपनिंग कई बड़े अभिनेताओं से बड़ी होती हैं. वो अब संभल चुके होते हैं.
इस पर वरुण कहते हैं, 'एक समाज के तौर पर हमें ये स्वीकार करना होगा कि अभिनेत्रियां हीरो हैं अपनी फ़िल्म की. इन फ़ैक्ट अभिनेताओं से भी बड़ी स्टार और हीरो कई फ़िल्मों में. तो अभिनेत्रियां भी कॉम्पटिशन हो सकती हैं अभिनेताओं के लिए!
कॉफ़ी विद करण के सातवें सीजन के जितने भी एपिसोड आए हैं उनमें जितनी भी बातें हुईं हैं, उन सारी बातों में सबसे सुंदर बात आज के एपिसोड में वरुण धवन ने की है. आज से पहले मैं सिर्फ़ उन्हें एक चुलबुले अभिनेता के तौर पर देखती थी लेकिन उनकी इस एक बात से समझ आता है कि वरुण कितने ज़हीन और ख़ूबसूरत इंसान हैं.
फ़िल्म में एक्टिंग और इंस्टाग्राम की फ़ीड से इतर एक ऐसा पुरुष जो स्त्रियों के लिए इतनी इज़्ज़त रखता हो मन में उस पर प्यार आना लाज़िम है. ख़ास कर तब जब बॉलीवुड हमेशा से अभिनेत्रियों को दोयम दर्ज़े का प्राणी ही समझता आया हो. वरुण आप ऐसे ही रहिएगा. कैंडीड और ख़ूबसूरत. वक़्त चुरा लेता हैं पुरुषों से उनके मुलायम हिस्से को, आप बचा कर रखना.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.