शुरुआत से अब तक विक्की कौशल के सफ़र पर नजर डालें तो बॉलीवुड का ये युवा अभिनेता कई मायनों में समकालीन अभिनेताओं से अलग नजर आता है. ऐसा अभिनेता जिसे किसी खांचे में नहीं बंधा जा सकता है. वो बहुत सोच समझकर आगे बढ़ रहा है और अभिनेता के तौर पर खुद को खांचों से बचाए रखने के लिए हमेशा जोखिम मोल लेने को तैयार नजर आता है. मसान देखकर किसी ने भी विक्की के मौजूदा हासिल की कल्पना तक नहीं की होगी.
विक्की की शुरुआत साल 2010 में उड़ान से हुई थी. उन्होंने हर तरह की फ़िल्में की हैं और सबका ध्यान खींचा है. लेकिन सही मायने में पहली मर्तबा बड़ी शोहरत उन्हें पांच साल तक संघर्ष करने के बाद साल 2015 में मसान के बाद ही मिली. फिल्म में बनारस के एक डोम युवा की भूमिका में उन्होंने जान डाल दी. मसान वर्ड ऑफ़ माउथ की वजह से ही खूब देखी गई नॉन कॉमर्शियल फिल्म है. अगर विक्की कौशल की फिल्मोग्राफी बनाई जाए तो पता चलता है कि उनका संघर्ष किस तरह चरण दर चरण आगे ही बढ़ता जा रहा है और वो एक बड़ा मुकाम हासिल करते जा रहे हैं. एक अभिनेता नॉन कॉमर्शियल फिल्मों के साथ शॉर्ट फ़िल्में कर रहा है. कभी असिस्ट भी कर रहा है और राजी में आलिया के अपोजिट तो है मगर उनके मुकाबले कमजोर है, बावजूद वो कर रहा है.
सितारा विहीन लव पर स्कावयर फीट में क्या उम्दा काम किया उन्होंने. लस्ट स्टोरीज के एक सेगमेंट की कहानी विक्की कौशल की नहीं है बावजूद जितनी मासूमियत से उन्होंने एक पारंपरिक संयुक्त परिवार में ख़ूबसूरत महिला के पति का रोल कर दिया उसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. ठीक इसी तरह संजू में भी उन्होंने सहायक अभिनेता की भूमिका चुनी और कई बार लगा कि वो किसी मामले में रणबीर से कमतर नहीं हैं. मसान फेम एक्टर उरी द सर्जिकल स्ट्राइक में मेन लीड करते हुए सभी को चौंका कर रख देते हैं. उरी देखकर मन में ये सवाल उठता है-...
शुरुआत से अब तक विक्की कौशल के सफ़र पर नजर डालें तो बॉलीवुड का ये युवा अभिनेता कई मायनों में समकालीन अभिनेताओं से अलग नजर आता है. ऐसा अभिनेता जिसे किसी खांचे में नहीं बंधा जा सकता है. वो बहुत सोच समझकर आगे बढ़ रहा है और अभिनेता के तौर पर खुद को खांचों से बचाए रखने के लिए हमेशा जोखिम मोल लेने को तैयार नजर आता है. मसान देखकर किसी ने भी विक्की के मौजूदा हासिल की कल्पना तक नहीं की होगी.
विक्की की शुरुआत साल 2010 में उड़ान से हुई थी. उन्होंने हर तरह की फ़िल्में की हैं और सबका ध्यान खींचा है. लेकिन सही मायने में पहली मर्तबा बड़ी शोहरत उन्हें पांच साल तक संघर्ष करने के बाद साल 2015 में मसान के बाद ही मिली. फिल्म में बनारस के एक डोम युवा की भूमिका में उन्होंने जान डाल दी. मसान वर्ड ऑफ़ माउथ की वजह से ही खूब देखी गई नॉन कॉमर्शियल फिल्म है. अगर विक्की कौशल की फिल्मोग्राफी बनाई जाए तो पता चलता है कि उनका संघर्ष किस तरह चरण दर चरण आगे ही बढ़ता जा रहा है और वो एक बड़ा मुकाम हासिल करते जा रहे हैं. एक अभिनेता नॉन कॉमर्शियल फिल्मों के साथ शॉर्ट फ़िल्में कर रहा है. कभी असिस्ट भी कर रहा है और राजी में आलिया के अपोजिट तो है मगर उनके मुकाबले कमजोर है, बावजूद वो कर रहा है.
सितारा विहीन लव पर स्कावयर फीट में क्या उम्दा काम किया उन्होंने. लस्ट स्टोरीज के एक सेगमेंट की कहानी विक्की कौशल की नहीं है बावजूद जितनी मासूमियत से उन्होंने एक पारंपरिक संयुक्त परिवार में ख़ूबसूरत महिला के पति का रोल कर दिया उसे नजरअंदाज नहीं किया जा सकता है. ठीक इसी तरह संजू में भी उन्होंने सहायक अभिनेता की भूमिका चुनी और कई बार लगा कि वो किसी मामले में रणबीर से कमतर नहीं हैं. मसान फेम एक्टर उरी द सर्जिकल स्ट्राइक में मेन लीड करते हुए सभी को चौंका कर रख देते हैं. उरी देखकर मन में ये सवाल उठता है- क्या ये वही वही विक्की कौशल हैं? जुबान, रमन राघव 2.0, मनमर्जियाँ और भूत भी उन्होंने की. अगर उनके अपकमिंग प्रोजेक्ट को देखें तो उनके पास पीरियड ड्रामा समेत कई फ़िल्में हैं.
सरदार उधम सिंह में लीड कर रहे हैं. जबकि बायोपिक सैम बहादुर में सैम मानेकशॉ की भूमिका निभा रहे हैं. कुल मिलाकर उड़ान से अब तक विक्की की अभिनय यात्रा में कमाल की रेंज नजर आती है. हर तरह का बैनर और हर तरह की भूमिकाएं. ज्यादातर अभिनेताओं के करियर में ऐसी रेंज नजर नहीं आती. विक्की जैसे एक लकीर खींच रहे हैं कि मुझे किसी फ्रेम में मढ़ा नहीं जा सकता. और उसे अपनी फिल्मों से लगातार साबित भी करते जा रहे हैं.
विक्की कौशल कई बार आमिर खान की याद दिलाने लगते हैं. पिछले दो दशक से आमिर खान भी लगभग इसी तरह भूमिकाएं निभा रहे हैं. उनका भी रेंज कमाल का है. मगर विक्की, आमिर नहीं हैं. क्योंकि वो कभी लस्ट स्टोरीज, राजी या संजू के लिए तैयार नहीं होते. सीक्रेट सुपरस्टार आमिर का ही प्रोजेक्ट है जहां किरदार के रील की लंबाई का कोई मायने नहीं रह जाता. विक्की दरअसल खुद अपनी सीमा और परिधि गढ़ रहे हैं. और गढ़न का नतीजा है कि अपने समकक्षों की तुलना में वो कहीं बहुत आगे नजर आते हैं. उनके चुनाव पर सवाल नहीं किया जा सकता. उनमें अभिनय क्षमत और जुनून की कोई कमी नहीं है.
फिलहाल विक्की कौशल आदित्य धर की द इम्मोर्टल अश्वत्थामा में लीड कर रहे हैं. उन्होंने फ़िल्म की तैयारियों से जुड़ा एक फोटो साझा किया. फिल्म में सारा अली खान भी है. विक्की ने आदित्य के साथ उरी भी की थी. दूसरा प्रोजेक्ट काफी बड़ा बताया जा रहा है. फिल्म की कहानी क्या है यह तो नहीं पता मगर अश्वत्थामा महाभारत का महत्वपूर्ण किरदार है. द्रोणाचार्य का बेटा जिसे अमरत्व प्राप्त है. उसके मरने की अफवाह से महाभारत के युद्ध की तस्वीर ही बदल गई थी. देखने वाली बात होगी कि द इम्मोर्टल अश्वत्थामा के जरिए आदित्य धर, विक्की कौशल को किस तरह प्रस्तुत करेंगे.
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