साल 2105 में एक फिल्म रिलीज हुई थी- मसान. अनुराग कश्यप के असिस्टेंट डायरेक्टर नीरज गेवान ने डायरेक्ट किया था. इस फिल्म में पहली बार विकी कौशल नाम का लड़का हीरो बनकर आया था. सामान्य से दिखने वाले इस लड़के ने क्या एक्टिंग की थी. बनारस की एक अधूरी प्रेम कहानी के हीरो और चीते की आग से खुद को लिपटा महसूस करने वाले इस युवा की कहानी ने सिर्फ लोगों के दिलों के छूआ, बल्कि मसान ने बॉलीवुड को एक ऐसा हीरा दे दिया, जिसके कंधों पर 5 साल बाद आज मानेकशॉ और उधम सिंह जैसे इतिहास के दो शुरमाओं को बड़े परदे पर संजीदगी और सूझबूझ के साथ दिखाने की बड़ी जिम्मेदारी है.
मानेकशॉ और उधम सिंह बॉलीवुड की दो बड़ी फिल्म है, जो आने वाले महीनों में रिलीज होगी और दोनों ही फिल्म में विकी कौशल लीड भूमिका में हैं. पंजाब के स्वतंत्रता सेनानी उधम सिंह और साल 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारत के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ फील्ड मार्शल जनरल मानेकशॉ की जिंदगी और उनके संघर्षों पर आधारित उधम सिंह और मानेकशॉ बायोपिक फिल्म है. उधम सिंह को अक्टूबर, पीकू और गुलाबो सिताबो जैसी फिल्म बना चुके शूजित सरकार डायरेक्ट कर रहे हैं और इस फिल्म की शूटिंग लगभग पूरी हो चुकी है. वहीं मानेकशॉ को राज़ी और छपाक जैसी फिल्में बना चुकीं मेघना गुलजार डायरेक्ट कर रही हैं. मानेकशॉ फिलहाल शूटिंग स्टेज में है.
असल जिंदगी के हीरो को परदे पर जीना आसान नहीं
किसी भी स्टार के लिए दो अलग-अलग तरह की बायोपिक में असल किरदार को जीना आसान नहीं होता. वो भी जब लुक के मामले में ये किरदार काफी अलग-अलग हों. लेकिन विकी कौशल ने हाल के दिनों में जिस तरह का परफॉर्मेंस दिया है, उससे वो फिलहाल बॉलीवुड की हॉट प्रॉपर्टी हैं, जिनमें आप कुछ भी करवा लो. हालांकि, उधम सिंह और मानेकशॉ को बड़े परदे पर जीवंत करना विकी कौशल के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण है. दरअसल, किसी हीरो को किसी बायोपिक फिल्म में देखने के बाद दर्शकों के मन में एक छवि बन जाती है, जो कि कुछ वर्षों तक जेहन में बनी रहती है. विकी कौशल के साथ ऐसा हुआ कि...
साल 2105 में एक फिल्म रिलीज हुई थी- मसान. अनुराग कश्यप के असिस्टेंट डायरेक्टर नीरज गेवान ने डायरेक्ट किया था. इस फिल्म में पहली बार विकी कौशल नाम का लड़का हीरो बनकर आया था. सामान्य से दिखने वाले इस लड़के ने क्या एक्टिंग की थी. बनारस की एक अधूरी प्रेम कहानी के हीरो और चीते की आग से खुद को लिपटा महसूस करने वाले इस युवा की कहानी ने सिर्फ लोगों के दिलों के छूआ, बल्कि मसान ने बॉलीवुड को एक ऐसा हीरा दे दिया, जिसके कंधों पर 5 साल बाद आज मानेकशॉ और उधम सिंह जैसे इतिहास के दो शुरमाओं को बड़े परदे पर संजीदगी और सूझबूझ के साथ दिखाने की बड़ी जिम्मेदारी है.
मानेकशॉ और उधम सिंह बॉलीवुड की दो बड़ी फिल्म है, जो आने वाले महीनों में रिलीज होगी और दोनों ही फिल्म में विकी कौशल लीड भूमिका में हैं. पंजाब के स्वतंत्रता सेनानी उधम सिंह और साल 1971 के भारत-पाकिस्तान युद्ध में भारत के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ फील्ड मार्शल जनरल मानेकशॉ की जिंदगी और उनके संघर्षों पर आधारित उधम सिंह और मानेकशॉ बायोपिक फिल्म है. उधम सिंह को अक्टूबर, पीकू और गुलाबो सिताबो जैसी फिल्म बना चुके शूजित सरकार डायरेक्ट कर रहे हैं और इस फिल्म की शूटिंग लगभग पूरी हो चुकी है. वहीं मानेकशॉ को राज़ी और छपाक जैसी फिल्में बना चुकीं मेघना गुलजार डायरेक्ट कर रही हैं. मानेकशॉ फिलहाल शूटिंग स्टेज में है.
असल जिंदगी के हीरो को परदे पर जीना आसान नहीं
किसी भी स्टार के लिए दो अलग-अलग तरह की बायोपिक में असल किरदार को जीना आसान नहीं होता. वो भी जब लुक के मामले में ये किरदार काफी अलग-अलग हों. लेकिन विकी कौशल ने हाल के दिनों में जिस तरह का परफॉर्मेंस दिया है, उससे वो फिलहाल बॉलीवुड की हॉट प्रॉपर्टी हैं, जिनमें आप कुछ भी करवा लो. हालांकि, उधम सिंह और मानेकशॉ को बड़े परदे पर जीवंत करना विकी कौशल के लिए बेहद चुनौतीपूर्ण है. दरअसल, किसी हीरो को किसी बायोपिक फिल्म में देखने के बाद दर्शकों के मन में एक छवि बन जाती है, जो कि कुछ वर्षों तक जेहन में बनी रहती है. विकी कौशल के साथ ऐसा हुआ कि उन्हें दोनों ही बायोपिक एक साथ मिली, ऐसे में वह इन किरदारों के बोझ तले दबे हुए हैं.
शूजित सरकार पहले इरफान खान को लेकर उधम सिंह बनाने वाले थे, लेकिन तबीयत खराब होने की वजह से इरफान ने शूजित को बोल दिया कि मेरा इंतजार मत करो. उसके बाद शूजित सरकार को उधम सिंह के रोल के लिए विकी कौशल ही सटीक लगे और फिर उधम सिंह को लेकर फिल्म बन गई. वहीं पिछले साल 27 जून को दिवंगत फील्ड मार्शल मानेकशॉ की पुण्यतिथि के दिन मेघना गुलजार ने उनपर फिल्म बनाने की घोषणा की, जिसमें मानेकशॉ के लुक में विकी कौशल की तस्वीर सामने आई. मानेकशॉ के लुक में बिल्कुल सटीक बैठ रहे विकी कौशल को देख दर्शकों की उत्सुकता काफी बढ़ गई हैं. अब विकी कौशल ने मानेकशॉ फिल्म से विकी कौशल का एक और लुक जारी किया है, जिसमें वह कहर ढा रहे हैं.
उरी का जलवा दोहरा पाएंगे फिर?
अब देखना दिलचस्प होगा कि विकी कौशल मानेकशॉ और उधम सिंह के किरदार को बड़े परदे पर कितना जस्टिफाई कर पाते हैं, लेकिन दर्शकों को उनसे काफी उम्मीदें हैं. विकी कौशल फिल्म इंडस्ट्री के कुछ बेहद उम्दा कलाकारों में हैं, जिन्होंने बेहद कम समय में इंडस्ट्री में काफी नाम कमाया है और एक से बढ़कर एक भूमिका निभाई है और बेस्ट एक्टर का नैशनल अवॉर्ड भी जीता है. पिछले साल यानी 2019 में आई फिल्म उरी ने विकी कौशल के करियर को इस ऊंचाई तक पहुंचा दिया, जहां से उत्थान ही होता है, पतन नहीं.
महज 8 साल में हासिल किया बड़ा मुकाम
विकी कौशल को दुनिया ने सबसे पहले मसान फिल्म के दीपक किरदार से पहचाना. लेकिन बहुत कम लोगों को पता है कि विकी कौशल उससे पहले साल 2012 की फिल्म लव शव ते चिकन खुराना और साल 2015 में बॉम्बे वेलवेट फिल्म में भी दिख चुके थे. लेकिन मसान में पहली बार विकी लीड भूमिका में दिखे, जिसके लिए उन्हें बेस्ट मेल डेब्यू कैटिगरी में कई अवॉर्ड भी मिले. मसान के बाद साल 2016 में आई फिल्म रमन राघव 2.0 फिल्म ने तो विकी कौशल को वर्सेटाइल एक्टर की कैटिगरी में ला खड़ा किया. रमन राधव फिल्म में विकी के देखकर बड़े-बड़े सिनेमा क्रिटिक ने भविष्यवाणी कर दी कि ये लड़का काफी आगे जाएगा. बाद में यह हुआ भी.
साल 2018 में आई फिल्म संजू में तो विकी कौशल ने कमाल कर दिया. वह फिल्म में कई मौकों पर लीड एक्टर रणवीर को चुनौती देते दिखे. इस फिल्म में राज कुमार हिरानी के साथ काम करना और उनकी उम्मीदों के साथ ही दर्शकों की अपेक्षाओं पर खड़ा उतरना विकी कौशल के लिए किसी बड़ी कामयाबी से कम नहीं थी. उसी साल आई अनुराग कश्यप की फिल्म मनमर्ज़ियां में अतरंगी किरदार निभा विकी कौशल ने एक्टिंग करियर में एक और बड़े मुकाम को पा लिया और फिर साल 2019 में आई फिल्म उरी ने तो जैसे उनकी किस्मत ही बदल दी. उरी में मेजर विहान सिंह शेरगिल के किरदार ने उन्हें न सिर्फ नैशनल अवॉर्ड दिलवाया, बल्कि बॉलीवुड के बड़े स्टार्स की लिस्ट में ला खड़ा किया.
बॉलीवुड के बड़े एक्शन डायरेक्टर शाम कौशल के बेटे विकी कौशल ने आज अपनी मेहनत के दम पर साबित कर दिया कि जज्बा और मेहनत के बल पर आसानी से बड़े मुकाम को हासिल किया जा सकता है. गैंग्स ऑफ वासेपुर फिल्म में अनुराग कश्यप के असिस्टेंट डायरेक्टर से बॉलीवुड के बड़े-बड़े प्रोडक्शन हाउस की पसंद बने विकी कौशल ने 8 साल में ही इतना नाम कमा लिया है कि वह दो-दो बायोपिक फिल्म में एक साथ काम कर रहे हैं. दरअसल, किसी कलाकार को अगर बायोपिक फिल्में मिलने लगती हैं तो समझा जाता है कि उसमें काफी पोटेंशियल है, जिसके सही इस्तेमाल से फिल्में हिट कराई जा सकती हैं.
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